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Tag: communal riots in u p mujaffarnagar

असलाह के साथ धरे गए मुजफ्फर नगर के छह यात्रियों को देश द्रोही कैसे कह सकते हो ?

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

पंजाब पोलिस का चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये हसाड़ी दिलेर पोलिस ने कमाल कर दिया पाकिस्तान से [कल]अटारी पर पहुंची समझौता एक्सप्रेस में आये गैर कानूनी असलाह की बड़ी खेप पकड़ ली हैओये जूसर मशीन में छुपा कर रखी ११ पिस्टलें और कारतूस के साथ मुजफ्फर नगर के छह यात्रियों को भी धर लिया है ओये अब तो इन देश द्रोहियों से आतंकवाद के सिपाह सलारों के कनेक्शन मिल जायेंगे

झल्ला

भापा जी ज्यादा उछलने की जरुरत नहीं है मुजफ्फर नगर यूं पी में आता है और यहाँ पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले+ राहत शिविरों में पाकिस्तानी आई एस आई की घूंस पैंठ भी देश द्रोह नहीं माने जाते और ये यात्री तो बेचारे सामान ही ला रहे थे|ये भी ध्यान रखना कि ये लोग मुजफ्फर नगर के हैं जहां अखिलेश यादव की सरकार पहले ही फजीहत में फंसी है इसके अलावा भापा जी इन छह यात्रियों में दो महिलाएं भी हैं और आज कल अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की धूम है

मुलायम बेचारे मन के भी मुलायम ठहरे सो मुजफ्फर नगर के दर्दनाक मंजरों के बजाये सैफई के राग रंग में व्यस्त हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आक्रोशित कांग्रेसी

ओये झल्लेया प्रधान मंत्री की कुर्सी पर नजरें गढ़ाए ये सपाई मुलायम सिंह यादव के पास मुजफ्फर नगर के दंगा पीड़ितों के आंसू पूछने के लिए तो समय और पैसा है नहीं लेकिन अपनी सैफई महोत्सव में नाच गाने का आनंद लेने के लिए पर्याप्त समय और करोडो रुपये उड़ाने के लिए हैं ओये ऐसे तेवर दिखा कर ही ये प्रधान मंत्री बनना चाहते हैं?

झल्ला

अरे सेठ जी आप जी ने सैफई में गाये जा रहे गाने के बोल पर ध्यान नहीं दिया “मुलायम मन के भी मुलायम हैं ” और जो बेचारा मन का मुलायम होता है उसे तो मुजफ्फर नगर जैसे दर्दनाक मंजरों से बच कर ही रहना चाहिए और जहाँ तक हो सके मधु+पराग में ही डूबे रहना चाहिए

प्रदेश सरकार जेल का डर दिखा रही है तो जेलों का निर्माण करा ले क्योंकि भाजपा कार्यकर्त्ता जेलों को भरने के लिए तैयार है:धरने का ७वा दिन

[मेरठ]अगर प्रदेश सरकार जेल का डर दिखाना चाहती है तो जेलों का निर्माण करा ले क्योंकि भाजपा कार्यकर्त्ता जेलों को भरने के लिए तैयार है|मुजफ्फर नगर में हिंसा को लेकर सरकार की तुष्ठी कारन की निति के विरुद्ध चलाये जा रहे आन्दोलन के सातवें दिन आज भारतीय जनता पार्टी के सहारनपुर से विधायक राघव लखन पाल ने अपने कार्यकर्ताओं का यह हौंसला दिखाया|
उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि यदि हम सम्मान करना जानते हैं तो अपमान का बदला भी लेना जानते हैं| खेडा में हुई हिंसा को उन्होंने जलियांवाला बाग़ कि पुनरावर्ती बताया|
किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवाब सिंह नागर ने अपराधियों के भय मुक्त होने के पीछे मुलायम सिंह यादव की पी एम् बनाने की महत्वकांक्षा बताया |मीडिया प्रभारी अलोक सिशोदिया ने बताया कि आज २२३६ कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी |
सांसद राजेंद्र अग्रवाल+विधायक रविन्द्र भडाना +विमल शर्मा+राखी त्यागी+जसवंत सैनी+जैपाल सिंह आदि ने भी विचार व्यक्त किये|धरने का आज अंतिम दिन होने के कारण कमिश्नरी के आस पास पर्याप्त पोलिस व्यवस्था थी

रालोद के राष्ट्रीय युवा महासचिव जयन्त चौधरी ने प्रशासन को चकमा देकर हिंसा प्रभावित छेत्रों में प्रवेश किया और पीड़ित हिन्दू,मुस्लिम परिवारों को धाडस बंधाया

राष्ट्रीय लोकदल [रालोद]के राष्ट्रीय युवा महासचिव जयन्त चौधरी ने आज प्रशासन को चकमा देकर हिंसा प्रभावित छेत्रों में प्रवेश किया और पीड़ित परिवारों को धाडस बंधाया| रालोद के महासचिव जयन्त चौधरीमुजफ्फरनगर+ मेरठ, बागपत तथा शामली जनपद में शान्ति बहाली के उद्देश्य से गए थे। उन्होंने मेरठ जनपद के तीन गांवों में हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारीजनों से बातचीत की तथा शोक व्यक्त किया। उत्तर प्रदेश प्रशासन को चकमा देकर श्री जयन्त चौधरी तड़के सुबह 6 बजे बिना सुरक्षा तथा बिना किसी को बताए अपने एक वाहन से अकेले मेरठ में प्रवेश किया।RLD General Secretary and MP Jayant Chaudhary in Nilokha, District Meerut, meeting Salim,72, whose grandson, Sahid (32), was killed on September 8 in the village as Sahid's mother looks on
जयन्त पहले मोर खुर्द गांव पहुंचे और वैभव और छोटू से मिले जिनके पिता विरेन्द्र सिंह 7 सितम्बर को मारे गए थे।
उसके बाद वह मोहम्मदपुर शिखस्त गांव गए और हिमांशु (8) तथा चिराग (10) से मिले और शोक व्यक्त किया। इन मासूम बच्चों ने अपने पिता योगिन्दर सिंह को 7 सितम्बर को महापंचायत से लौटते समय खो दिया था।
उसके बाद वह निलोखा गांव की ओर चले तथा 72 वर्षीय सलीम से मिले जिनका 32 वर्षीय पोता साहिद 8 सितम्बर को गांव में मारा गया। जयन्त को देखकर सलीम रो पड़ा और कहा, “मैंने सबकुछ एक झटके में खो दिया। क्यों?” जयन्त ने दुखी पिता को ढ़ाढस बंधाते हुए कहा कि आप बुजुर्ग व्यक्ति हैं, आपने सबकुछ देखा है। अपना दिल मत दुखाईए।”
इसके बाद गांव के सभी बुजुर्ग मस्जिद में एकत्रित हुए जहां जयन्त चैधरी उनसे मुखातिब हुए तथा कहा कि सभी बुजुर्ग एक साथ आगे आएं और समुदाय को शान्ति एवं सुलह का संदेश दें।
रालोद नेता जयन्त चौधरी ने कहा, “मैं उन लोगों के पास जाना चाहता था जो दुखी हैं। कई जिन्दगियां समाप्त हो गईं। मैंने लोगों में राज्य सरकार की निष्क्रियता के प्रति आक्रोश देखा है। लोग भाईचारे व शान्ति को पुनः बहाल करने की गंभीर पहल के लिए जागरूक हैं। निलोखा गांव में बहुत से ग्रामीणों ने मुझे बताया कि जो लोग गांव छोड़ चुके हैं, उन्हें वापस लाया जाएगा, हम गांव को बिखरने नहीं देंगे।”SONY DSC
जब जयन्त चौधरी ने निलोखा गांव छोड़ा तथा बहरामपुर गांव में मृतक जहीद के परिवारीजनों से मिलने के लिए चले, उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें मेरठ जनपद के जानी गांव पर रोक लिया तथा वापस जाने के लिए कहा। जानी में पुलिस अधिकारियों ने कहा कि क्षेत्र में शान्ति है लेकिन वे सांसद की वापसी पर अड़े हुए थे।
युवा सांसद ने कहा, “यह समय पुलिस के लिए समस्या उत्पन्न करने का नहीं है। मैं शान्ति के लिए आया हूं। मैं बहरामपुर जाना चाहता था लेकिन जानी में पुलिस ने मेरी कार को रोक लिया। पुलिस ने कई जगह बैरीकेडस लगा रखे थे। मैं चाहता हूं कि प्रशासन अपने संसाधानों को कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर केन्द्रित करे बजाय यह सुनिश्चित करने के कि मैं अपने लोगों से न मिल सकूं।”
जयन्त चौधरी ने यह भी कहा कि एक तरफ तो समाजवादी पार्टी के नेता आगरा में बैठक करके राजनीतिक मुद्दों पर चर्चाएं कर रहे हैं और दूसरी तरफ सांप्रदायिक हिंसाओं को बुझाने जा रहे जन प्रतिनिधियों को रोका जा रहा है। इस समय इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन उचित नहीं है तथा इससे उन लोगों का भला नहीं होगा जो असुरक्षित महसूस कर रहे हैं तथा न्याय की मांग कर रहे हैं