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Tag: NarendraModi

इम्पोर्टेड लेखक एंडी मैरिनो के अनुसार नरेंद्र मोदी को २००२ के दंगो पर दुख है लेकिन अपराध बोध नहीं है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

तपा हुआ कांग्रेसी पत्रकार

ओये झल्लेया देख तो यार ये भाजपाई नरेंद्र मोदी हमें २ मिनट का साक्षात्कार देने से बचते फिर रहे हैं और ब्रिटिश लेखक एंडी मैरिनो को पूरी जीवनी ही लिखवा दी| हमें दुत्कार और ब्रिटिशर को दुलार कैसे चलेगा?

झल्ला

देख भई चतुर सुजाणा इस इम्पोर्टेड लेखक ने प्रमुखता से बताया हे कि मोदी को २००२ के दंगों पर दुःख तो था लेकिनइसके साथ ही मुख्य मंत्री की छवि को बचाते हुए यह भी कहा है कि उन्हें इसके लिए अपराध बोध नहीं है |मोदी सवयम इस्तीफा देना चाहते थे मगर पार्टी ने ऐसा करने नहीं दिया|अरे मेरे भोले चतुर सुजाण तुम तो एक महीने तक इंटरव्यू लेकर भी केवल क्षणिक २००२ के दंगों पर हुए संवाद को ही बार बार टेलीकास्ट करके अपने आकाओं को खुश करते रहते ऐसे में आप लोगों से माथापच्ची करने में कोई समय क्यूँ बर्बाद करे नहीं नहीं टेल टेल?

भाजपा अब चुनाव प्रचार अभियान में चुनावी गान “मै देश नहीं झुकने दूंगा”लाइ

[नई दिल्ली]भारतीय जनता पार्टी का चुनावी गान आज रिलीज किया गया |अरुण जैटली ने इसका विमोचन किया |भाजपा के मुख्यालय में आज गान की सी डी का उदघाटन करते हुए अरुण जैटली ने बताया कि इस गान की पहली लाइन नरेंद्र मोदी की आवाज में रिकॉर्ड की गई है उसके बाद सुखविंदर सिंह ने गान को पूरा गाया है|गीत के बोल प्रसुन्न जोशी ने रचे है जबकि आदेश श्रीवास्तव ने धुन तैयार की है|इस अवसर पर श्रीमती निर्मला सीतारमन +रवि शंकर प्रसाद+ जगत प्रसाद नड्डा+. उपस्थित थे |
इस गान का शीर्षक सौगंध हैं जिसके बोल इस प्रकार बताये गए हैं “मै देश नहीं झुकने दूंगा” यह देश बहकती से ओतप्रोत है | इस गान को टुकड़ों में टी वी +रेडियो पर प्रसारित किया जायेगाऔर रैलियों में गाया जाएगा |

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केजरीवाल जी “कौन है महा ठगना ये भेद काशीं सदियों पहले ही जानी”

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आम आदमी पार्टी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे सुप्रीमो अरविन्द जी केजरीवाल साहब दा कमाल ओये सबनू कर दित्ता बेहाल|ओये, खातिर जमीत रखीं, आज केजरीवाल साहब वाराणसी के बेनियाबाग रैली करने जा रहे हैंवहाँ जाकर जनता से सीधे संवाद स्थापित करेंगे| ओये इससे नरेंद्र मोदी के समर्थकों में हडकम्प मचा है और कांग्रेस तो भम्भड भूसे में फंस गई है अभी तक केंडिडेट ही डिक्लेअर नहीं कर पाई है

झल्ला

अरे मेरे भोले भापा जी “आप” जी के केजरीवाल साहब अच्छी तरह पका कर और चबा कर खाने के आदी हैं |इसीलिए वाराणसी में इलेक्शन लड़ने की बात अभी उबाल रहे हैं|आज वाराणसी में रोड शो करके इस “व्यंजन” के लिए मसाले तलाशेंगे तब जाकर अगली बार स्वाद चखने के लिए फ़ार्म भरेंगे |अगर जनता कि राय ही लेनी थी तो पहले दिल्ली की जनता से दिल्ली छोड़ने के लिए परमिशन लेलेते| झल्ले विचारानुसार इन चुनावों में “कौन है महा ठगना ये भेद काशीं सदियों पहले ही जानी ”

बाबा राम देव के सत्ता योग शिविर में मोदी ने खुले आम सिंहासन आसन लगाये और लगवाये

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

चिंतित कांग्रेसी

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है ओयेगुजरात में कत्ले आम कराने वाले नरेंद्र मोदी को खुले आम हर हर कहा जा रहा है| ओये जीते जागते एक इन्सान को इस तरह भगवान् बना देना तो भई भगवान की भी तौहीन है हसाडे महान राजा जी दिग्विजय सिंह और परम पूज्य शंकराचार्य महाराज स्वामी स्वरूपानंद जी ने भी अपने ब्र्ह्मवाक्य में इसकी निंदा कर दी है| इस पर भी मोबाइल पर हर हर मोदी वाले लगातार एस एम् एस आ रहे हैं |यारा ये तो हद हो गई हद क्या ये तो हद से भी वद हो गई

झल्ला

अरे चतुर सुजाण जी आप लोग डाल डाल पर हो तो ये लोग पांत पांत पर हैं आपने स्वरूपानंद जी का ब्र्ह्मास्त्र छोड़ा तो भाजपाई नरेंद्र मोदी ने आप ही के राम लीला मैदान में बाबा राम देव के सत्ता योग शिविर में खुले आम सिंहासन आसन लगाये और लाखों लोगों से भी ये आसान लगवाये

स्वामी स्वरूपानंद के मोदी विरोधी ब्रह्मास्त्र की काट के लिए भाजपा ने ट्वीट किये”अब की बार मोदी सरकार”

भाजपा के चुनावी नारे को लेकर स्वामी स्वरूपानंद की आपत्ति को ख़ारिज करने के लिए पार्टी ने ट्वीट करने शुरू कर दिए हैं | भाजपा ने आज अपने चुनावी नारे पर स्थिति स्पष्ठ करते हुए बताया कि पार्टी का स्लोगन है “अब की बार मोदी सरकार” इसके लिए पार्टी प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर ट्वीट किया और प्रेस रिलीज़ भी जारी की है भाजपा के पी एम् पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने इस विवाद को टूल ना देते हुए ट्वीट का सहारा लिया और अपने समर्थकों से “हर हर मोदी” का स्लोगन न लगाने का आग्रह किया है|
भारतीय जनता पार्टी की तेज तर्रार प्रवक्ता श्रीमती निर्मला सीतारमन ने आज कहा कि कुछ चैनलों पर इस तरह की चर्चाएं कराई जा रही हैं जैसे हर हर मोदी भाजपा का नारा हो यह भारतीय जनता पार्टी का नारा नहीं हैं पार्टी का नारा है अब की बार मोदी सरकार |
पिछले कुछ दिनों से “घर घर मोदी” और “हर हर मोदी”जैसे नारे लोक प्रिय हो रहे हैं जिससे चिंतित कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने एतराज जताया था उसके बाद आज धर्म गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द ने भी इस पर आपत्ति कि और इसे आर एस एस की नीतियों के विरुद्ध बताया| उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया में ब्यान भी दिया |जिसकी काट के लिए भाजपा ने तत्काल प्रतिक्रिया व्यक्त की और पार्टी की लाइन को स्प्ष्ट किया | इसके बावजूद भी ट्विटर पर कमेंट्स आने बंद नहीं हुए हैं एक कमेंट में दिग्विजय सिंह और स्वामी स्वरूपानंद के रिश्तों की तरफ इशारा किया गया है इसके अनुसार @RakeshSinha01 “शंकराचार्य बस अपने प्रिय शिष्य दिग्विजय के बनारस से लड़ने के लिये ज़मीन तैयार कर रहे हैं” ।
गौरतलब है कि स्वामी स्वरूपानंद को कांग्रेस के करीबी संत के रूप में देखाजाता रहा है इससे पूर्व एक सभा में मोदी पर प्रश्न पूछने पर स्वामी ने पत्रकार पर थप्पड़ जड़ दिया था और कहा था कि मोदी के बारे में बात नहीं करो और अब स्व्यं नरेंद्र मोदी को लेकरमीडिया के समक्ष व्याकुलता प्रगट कर रहे हैंइस सब से स्वामी जी के इस ब्यान को कांग्रेस का ब्र्ह्मास्त्र माना जा सकता है जिसकी काट के लिए भाजपा ने सोशल साइट पर चिड़ियाँ[ट्वीट] उड़ानी शुरू कर दी हैं|

अरविन्द केजरीवाल चुनावी लंगर तो खुद ही घुमा रहे हैं और चुनावी चुनौती दूसरी तरफ से आने की दुहाई दे रहे हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आम आदमी पार्टी चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे सोणे संयोजक अरविन्द केजरीवाल साहब ने चुनौती स्वीकार कर ली है |अब केजरीवाल साहब २३ मार्च को नरेंद्र मोदी के खिलाफ शहादत देने के लिए वाराणसी जायेंगेओये हसाडे दोनों हाथों में लड्डू रहेंगे हार गए तो शहीद जीत गए तो काम देव को जीतने वाले “नारद” कहलायेंगे

झल्ला

अरे चुनावी अखाड़ों में लंगर तुम खुद घुमा रहे हो| एसेंबली तुम से खेली नहीं गई अब संसद की बात करने लगे हो| चतुर पन दिखा कर दूसरों की तरफ से चुनौती आने की बात कर रहे हो अरे भापा जी पहले उसका नाम बताओ जो “आप” को चुनौती दे रहा है|अगर चुनौती भाजपाई “मोदी” की तरफ से आई है तो क्या वाराणसी के साथ ही गुजरात में भी चुनाव लड़ने जाओगे?झल्लेविचारानुसार “आप”लोगों ने कांग्रेसी कपिल सिब्बल के खिलाफ चांदनी चौक में चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी चांदनी चौक से बेचारे नौसिखिये आशुतोष को मैदान में उतार कर अरविन्द केजरीवाल खुद दिल्ली से बाहर भागने के चक्कर में हैं| चांदनी चौक से डॉ हर्षवर्धन और आशुतोष में वैश्य वोटों के बंट जाने से आप जी के कभी नंबर वन शत्रु रहे कपिल सिब्ब्ल तो साफ़ निकल जायेंगे

पतंजलि के ढेरों मुकद्दमों को निबटाने के लिए नरेंद्र मोदी का पी एम् बनने का जल्दीयोग लाभकारी ही होगा

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

पतंजलि योग पीठ का कट्टर अनुयाई

ओये झल्लेया ये भाजपाई नरेंद्र मोदी ने तो धरती पर पावँ डालने ही बंद कर दिए पी एम् बनने की जल्दी में हवा में पंख फड़फड़ाने शुरू कर दिए हैं डॉ हरि ॐ पवार जैसे हसाडे समर्थकों को टिकट देने से कन्नी काटने लग गया है ओये हसाडे बाबा योग गुरु स्वामी राम देव जी महाराज ने भी फ़रमा दिया है कि हमने ओनली मुद्दो पर ही समर्थन योग ही लगाया है

झल्ला

अरे बाबा जी क्रोध नाश योग है सो इसका मोह त्याग कर झल्ले की गल सुनो| आप जी के मुद्दे जग जाहिर हैं आप जी के पतंजलि योग पीठ के ढेरों मुकद्दमों के मुद्दों को निबटाने के लिए नरेंद्र मोदी का जल्दीयोग तो आप सबके लिए ही गुणकारी होगा

नरेंद्र मोदी को चुनावों के बाद क्लीन चिट दे दी जाती तो किसी का क्या बिगड़ जाता

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

क्रोधित भाजपाई

ओये झल्लेया ये कांग्रेसी युवराज तो बाज ही नहीं आ रहा देख तो अब कह रहा है कि २००२ के दंगों में संलिप्तता के मामले में नरेंद्र भाई मोदी को बहुत जल्दी में क्लीन चिट दी गई है सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई इस क्लीन चिट को ये महाशय सुविधा की राजनीती बताने लग पड़े हैं अरे विकास का दावा करने वाले ये लोग साम्प्रदायिक्ता को त्यागने का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं

झल्ला

अरे सेठ जी ठण्ड रखो ठण्ड राहुल जी ने कौन सा गलत कह दिया अरे भाई अगर ये क्लीन चिट लोक सभा के चुनावों के बाद दे दी जाती तो किसी का क्या बिगड़ जाता

राहुल गांधी जी देश को चौकीदार+अधिकार+भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन वाले कॉम्बो[Combo] की जरुरत है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे सोणे राहुल गांधी जी ने तो नरेंद्र मोदी के गढ़ में ही “कमळ” की असलियत बता कर अपने “हाथ” का कमाल दिखा दिया|ओये ये मोदी जगह जगह रैलियां करके देश का चौकीदार बनने के लिए अप्लाई करता फिर रहा है लेकिन अब हसाडे राहुल गांधी ने कह दिया है कि गुजरात में किसानों की जमीनों की चोरी करवाने वाले चौकीदार की देश को जरुरत नहीं है|देश को चौकीदार कि नहीं वरन अधिकार की जरुरत है और वोह कांग्रेस ही दे रही है|
Jhalla Sablok

झल्ला

अरे चतुर सुजाण जी आज कल Combo का फेशन है |एक के साथ एक + सम्मिश्रण वाली थाली + /संगीत मंडली की मांग ज्यादा है इसीलिए झल्लेविचारानुसार चौकीदार+अधिकार+भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन की जरुरत हैऔर हाँ एक बात और दूसरे की लाइन को छोटा करने के लिए उस लाइन को रबर से मिटाना करना हमेशा लाभकारी नाही होता इसीलिए दूसरे की लाइन को छोटा साबित करने के लिए अपनी लाइन को बड़ा खींचने से वांछित परिणामों की लाइन लग सकती है |

अरविन्द केजरीवाल रिंद बन कर जन्नत कब्जाने को छब्बे बनने निकले और सत्ता मद में “दूबे”जी बन रहे हैं

B J P CHEEYAR LEEDAR

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

उत्तेजित भाजपाई

ओये झल्लेया देख तो गणतंत्र की दुहाई देने वाले ही हसाडे सोणे गणतंत्र का कैसा मजाक उड़ा रहे है| कांग्रेस की गोद में बैठी ये आम आदमी की कथित पार्टी सत्ता कब्जाने और भ्रष्ट कांग्रेस को बचाने के लिए कैसे कैसे गुल खिलाने लग गई है| चुनावी संहिता लागूं होने के बावजूद इनके सुप्रीमो अरविन्द केजरीवाल ने गुजरात में पोलिटिकल रोड शो कर दिया | इस पर चुनाव आयोग के कब्जे में आ चुकी वहाँ की पोलिस ने केजरीवाल से जरा सी पूछ ताछ क्या कर ली कि अरविन्द की “जेबी” “आप”पार्टी ने संहिताओं को शर्म के सागर में डुबो दिया| ओये दिल्ली में दिन दिहाड़े हसाडे दफ्तर पर हमला बोल दिया| हसाडे नेताओं को गन्दी गन्दी गालियां दी +डंडे पत्थर भी बरसाए इस पर जब दिल्ली पोलिस ने आशुतोष + शाजिआ इल्मी को ठाणे में बुला कर घंटों बैठाये रखा तो इस पर भी बनने वाले हसाडे पी एम् नरेंद्र मोदी को ही गालियां निकालने लग गए| अब जब इन आक्रमण कारियों पर ऍफ़ आई आर लगाईं गई है तो सारी हेंकड़ी भूल गए और माफ़ी मांगते फिर रहे हैं |टी वी कैमरों और पोलिस के सामने शांति बनाये रखने के लिए अपील का ढोंग रच रहे हैं जबकि थाणे के बाहर चुनावी आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए हुए इनके नेता+कार्यकर्ता नारे लगते रहते हैं

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झल्ला

सेठ जी थोड़ी ठण्ड रखो ठण्ड |पुरानी दो तीन कहावतें मुझे भी याद आ रही हैंइन्हे आपस में जोड़ कर कहा जा सकता है कि अरविन्द केजरीवाल की हालत उन “चौबे” जी की तरह हो गई है जो रिंद बन कर जन्नत कब्जाने के लिए छब्बे जी बनने निकले मगर अपने हुकूमत के नशे के कारण दूबे जी बन कर रह गए |नहीं समझे अरे भापा जी झल्ले कि जानकारी में आया है कि दिल्ली के मुख्य मंत्री की कुर्सी से भागे केजरीवाल ने अभी तक तिलक लेन के भव्य सरकारी आवास नहीं छोडे है इसके साथ ही विधायक बनने के लिए निर्धारित राशि से ५०% अधिक राशि खर्च की है