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Tag: SatyendraJain

केजरीवाल को अपने जैन के दस्तावेज+रिकार्ड्स सबूत के रूप में जनता के समक्ष रख देने चाहिए

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

आम आदमी पार्टी चेयर लीडर

आये झल्लेया ये भाजपाइयों ने क्या षटराग मचा रखा है?अब इनकम टैक्स वालों को हसाड़े ईमानदार मंत्री सत्येंद्र जैन के पीछे लगा दिया

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी !आयकर अधिकारियों का दावा है के उन्हें कलकत्ता में आपके स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से जुड़े वित्तीय लेन देन के अनेकों संदिग्ध रिकॉर्ड मिले हैं| चूंकि जैन साहिब के बचाव में संजय सिंह और आशुतोष जैसे खिदमतगार इनकम टैक्स ऑफिस में धमक गए और केजरीवाल ने खुद सर्टिफिकेट दे दिया तो हम भी यह मान लेते हैं के आप जी के सत्येंद्र जैन बेहद ईमानदार हैं लेकिन इसे साबित करने के लिए आप लोगों को सबूत के रूप में जैन के दस्तावेज+रिकार्ड्स जनता की अदालत के समक्ष रख देने चाहिए|अपने आप हो जायेगा दूध का दूध और पानी का पानी

“आप”पार्टी की दिल्ली सरकार टकराव या आलोचना के मूड से कब बाहर निकलेगी

[नयी दिल्ली] “आप”पार्टी की दिल्ली सरकार टकराव या आलोचना के मूड से कब बाहर निकलेगी दिल्ली में एस्मा के डंडे के डर से प्रदेश के १५००० डाक्टरों ने अपनी हड़ताल समाप्त करने की घोषणा कर दी है इससे असंतोष की एक और लहर को दूसरी तरफ मोड़ दिया गया है जोकि लगभग सवालाख नागरिकों के लिए राहत की खबर हो सकती है लेकिन डाक्टरों और सरकार में इस टकराव ने अनेको प्रश्न भी खड़े किये हैं जिनका समय रहते समाधान आवश्यक है| यह कहना आवश्यक ही होगा के प्रदेश सरकार की टकराव नीति से बिजली+पानी +सफाई समस्या और चिकित्सा व्यवस्था चरमरा चुकी है|असेम्ब्ली में भी नाम मात्र के विपक्ष पर मार्शल प्रयोग किया जा रहा है | उपराज्यपाल नजीब जंग के माध्यम से केंद्र पर निशाने बाजी आम हो चली है लेकिन आश्चर्यजनक रूप से डाक्टरों पर एस्मा लगाने के लिए फ़ाइल को केंद्र द्वारा नामित गृह सचिव धरम पाल के माध्यम से भेजी गई जबकि अभी तक अरविन्द केजरीवाल अपने सचिव राजेंद्र कुमार को ही गृह सचिव बनाये हुए थे
बिजली+पानी के संकट से जूझ रही दिल्ली ने अभी हाल ही में सफाईकर्मियों के आक्रोश को भी झेला है,उसके तत्काल पश्चात डॉक्टर्स की यह हड़ताल और मरीजों की बेहाली चिंता का विषय है |आम आदमी पार्टी के सवा सौ दिनी शासन में आये दिन एक नई समस्या+एक नई मुसीबत+एक नया झमेला+एक नया आंदोलन क्या किसी अज्ञात नीति के अंतर्गत है?या फिर सरकार की अनुभव हीनता का परिणाम है ?? या फिर कोरी हटधर्मिता ही है ये यक्ष प्रश्न आज जन मानस के मन में तैर रहे हैं|आप पार्टी के विधायकों पर आरोप लगने शुरू हो गए हैं फर्जी डिग्री से लेकर फर्जी एनजीओ की जांच चल रही है यहां तक के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की “कबीर” भी संदेह के घेरे में हैं| सम्भवत इसीलिए सरकार बनाने के पश्चात भी”आप”पार्टी टकराव या आलोचना के मोड़ से बाहर नहीं निकल पाई है| +विपक्ष पर मार्शल का प्रयोग +बिजली +फर्जी डिग्री हो+सफाई कर्मियों का आंदोलन हो सभी का ठीकरा केंद्र सरकार पर ही फोड़ना एक शगल बन चुका है| आश्चर्यजनक रूप से फर्जी डिग्री वाले कानून मंत्री की गिरफ्तार पर असेंबली में बोलते हुए अरविन्द केजरीवाल केंद्र सरकार को ही उपदेश देने में लग गए जिसके फलस्वरूप नाम मात्र के विपक्ष की भूमिका निभा रहे भाजपा के विधायकों ने विरोध किया तो उन्हें मार्शल से बाहर निकलवा दिया गया|
असंतुष्ट डाक्टरों को ट्वीटर के माध्यम से समझाने में नाकाम रहने पर दिल्ली सरकार द्वारा आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम [एस्मा]लागू करके दमनात्मक कार्यवाही के लिए टकराव का मार्ग खोला जिसके फलस्वरूप राष्ट्रीय राजधानी में डॉक्टरों ने दो दिन से चल रही अपनी हड़ताल रात समाप्त तो कर दी लेकिन उनकी २४ मांगें अभी भी ज़िंदा है जिनके समाधान के लिए सरकार की तरफ से मात्र ट्वीटर पर ही आश्वासन दिए जा रहे हैं ऐसे आश्वासन पहले भी दिए जा चुके हैं| इस हड़ताल की समाप्त की सूचना भी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने ट्वीट करके ही दी है
गौरतलब है के सरकारी अस्पतालों के डाक्टर कार्य स्थल पर सुरक्षा की कमी+जीवन रक्षक दवाओं का अभाव + समय पर वेतन भुगतान न होने की शिकायत के साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे।