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Tag: FarmersUnrest

“आप” के आशुतोष”आंसू”पार्ट २ बना कर नहीं मचा पाये दुहाई

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

आम आदमी पार्टी चेयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है?ओये हसाडे रैली में एक किसान ने आत्म हत्या क्या कर ली ये सारे हसाडे पीछे ही पड़ गए |उठते +बैठते+खाते +पीते+सोते +जागते हमें ही कोसा जा रहा हैओये अब तो हद ही हो गई |यारा टी वी चैनल पर आशुतोष को इतना प्रताड़ित किया गया की बेचारे फूट फूट कर रोने लग गए लेकिन ट्वीटर पर ट्वीटाने वालों ने इसका भी मजाक बना कर रख दिया

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण आपजी के चौबे[आशुतोष] जी छब्बे[राज्य सभा मेंबर] जी बनने के चक्कर में दूबे ही बन कर रह गए हैं |पहले उन्होंने अरविन्द केजरीवाल के आंसूओं को भुना कर असंतुष्ट गुट को बाहर करवाने में अहम भूमिका निभाई |अपनी किताब में भी इन्ही आंसूओं की कीमत बढ़ाई|अब पुनः इस संकट की घडी में आशुतोष जी को आंसूओं की ही याद आई सो “आंसू”पार्ट २ बना कर मचा दी दुहाई |अरे भापा जी इनकी नियत की खुलती जा रही है कलई इसीलिए कंडीशनल माफ़ी भी अब काम नहीं आई |

किसान मर रहा परिवार रो रहा,जोरावर लगाये अट्ठास,जीते जी सुध ले न कोई ,मरे पर आसूं बहें जार जार

पोलिस कहे “आप” है चोर “आप”कहे पोलिस चोर कांग्रेस कहे भाजपा है चोर भाजपा कहे कांग्रेस चोर
संसद हो या सड़क चोर खुद ही चोर को कह रहे चोर चोर चोर का शोर मचा चहुँ और, राम!सारे के सारे चोर
किसान मर रहा परिवार रो रहा जोरावर लगाये अट्ठास जीते जी सुध ले न कोई मरे पर आसूं बहाएं जार जार
लाशों के सौदागर लाशों पर करते लाखों की बरसात खाकी हो खादी या फिर हो सूटेड सरकार खोलते सूटकेस
मरा किसान मेरा है सो है लाख ,करोड़ों का लाशों के ये व्यापारी हर लाश पर कहते जाते, वन्स मोर भई वन्स मोर
जीते जी सुध ले नहीं कोई, कुकुरमुत्ते ,दीखते केवल गरीब किसान की दर्दनाक मौत के ही बाद
चहुँ और इन चोरों का मचा घनघोर अंधकार किस और छुपी सच्ची भौर झल्ले किसान को कहाँ मिलेगी ठौर,
चोर चोर के शोर में चोरों की इस चौंध में कब मिलेगी “चमक” विरोधी डोर

किसानो की मदद के लिए फ़िलहाल टाले जा सकने वाले विकास कार्यों को स्थगित कर दिया जाये

[नई दिल्ली]किसानों की बर्बादी पर मीडिया में बेशक आजकल राजनितिक रोटियां सेंकी जा रही हैं। म्यूजिकल चेयर के गेम में आरोप प्रत्यारोप को एक दूसरे के पाले में धकेला जा रहा है |किसानों की समस्यायों को हल करने के लिए कांग्रेस और “आप” पार्टी रैलियों का सहारा ले रही हैं |मगर वास्तव में संसद में स्थगन प्रस्ताव लेकर भी चर्चा को टालने के प्रयास हो रहे हैं |
कांग्रेस और भाजपा “आप” पार्टी पर निशाने साध रही है”आप”बेचारी भाजपा को कोसने में लगी हुई है|
इस सबके बावजूद संसद के दोनों सदनों में चर्चा जारी है जिससे लगता कि उम्मीद अभी बाक़ी है।प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं किसानों की पीड़ा में सहभागी बनते हुए समस्या के निदान के लिए सांसदों से सहयोग की अपील की है|चूंकि समस्या पुरानी है बेटे केंद्र और राज्यों की सरकारों के संकीर्ण दृष्टिकोण के परिणाम स्वरूप हैं| इसके बावजूद यदि चाह हो तो राह भी निकल ही आती है|और चाह राजनीतिक हो तो राह निकलनी भी आसान हो जाती है|
आशा है कि अधिकतर सांसदों के सहयोगी रवैय्ये से सकारात्मक रास्ता निकल सकता है चूंकि पीएम ने सुझाव मांगें है और ये सुझाव राजनितिक दलों द्वारा दिए जाने हैं ऐसे में जाहिर हैं सुझाव राजनीती की चाशनी में लिपटे हुए ही होंगें।
झल्ले की अराजनीतिक सोच के अनुसार समस्या वाले प्रदेशों में टाले जा सकने वाले विकास के कार्यों को फ़िलहाल स्थगित करके उस धन से पीड़ित किसानों की तात्कालिक मदद कर दी जाये क्योंकि अन्नदाता बचेगा तभी तो जनमानस भी बचेगा

अनिलविज खलील मियाँ बन विरोधियों को फ़ाख़्ताएं बनाते थे आज किसानों के लिए इंद्र से रहम मांग रहे हैं

[चंडीगढ़]अनिलविज खलील मियाँ बन विरोधियों को फ़ाख़्ताएं बनाते थे आज किसानों के लिए इंद्र से रहम मांग रहे हैं|
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज जो कभी खलील मियाँ बन कर अपने विरोधियों को फ़ाख़्ताएं बना कर उड़ा दिया करते थे आज मजलूम किसानों के लिए अज्ञात इंद्र देव से रहम की दुहाई करते दिखाई दे रहे हैं |
देश के अन्य भागों भागों की भांति हरियाणा में भी बाढ़ और ओलावृष्टि से फसल की बर्बादी से किसान खून के आंसूं बहाने पर विवश है|राजनीतिक आये दिन किसान के जख्मों पर मलहम के नाम पर नमक ज्यादा छिड़क रहे हैं |कोई कोई तो तीस हजार प्रति एकड़ की दर से मुआवजे की मांग कर रहा है |
|किसानों की मदद के नाम पर राजनीती ज्यादा हो रही है प्रदेशों की सरकारें केंद्र के पाले में बॉल डालती जा रही हैं |सम्भवत इसीलिए धैर्य किसानो का साथ छोड़ता जा रहा है और किसान आत्म हत्या करने को विवश हो रहे हैं |ऐसे में जो शक्तिशाली मंत्री अनिल विज
फिल्म अभिनेता सलमान खान की सहेली में डायलाग बोलते थे के “एक बार जो मैंने कमिटमेंट कर दी उसके बाद मैं अपनी भी नहीं सुनता “वोही अनिल विज आज ट्वीट कर रहे हैं के “आज हे इंद्र देवता किसानों पर रहम कर”