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इसरो ने उपग्रह प्रक्षेपण का सैंकड़ा जड़ा= पी एम् ने बधाई दी

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन[इसरो ] ने सबसे वजनी विदेशी उपग्रह के रूप में अपना 100वां फ्रांसीसी उपग्रह स्पॉट-6 को सफलता पूर्वक प्रक्षेपित कर दिया है।
इस मौके पर देश के पीएम डाक्टर मनमोहन सिंह भी वहां मौजूद थे। मिशन अपने तय समय पर ही हुआ। इस लॉन्च के साथ भारत फ्रांस और जापान के दो उपग्रह भी स्पेस में भेजे ।
आन्ध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले लॉन्च पैड से आज रविवार सुबह 9 बजकर 51 मिनट पर यह इतिहास रचा गया है| इसमें फ्रांसीसी उपग्रह के साथ एक 15 किलोग्राम वजनी छोटा सेटेलाईट भी भेजा गया है।
यह अब तक का सबसे वजनी विदेशी उपग्रह है इसका वजन 715 किलोग्राम बताया गया है| इसरो के अनुसार 62 उपग्रह और 37 राकेट का निर्माण किया जा चुका है।
भारत के सबसे पहले आर्यभट्ट उपग्रह और राकेट उपग्रह प्रक्षेपण यान (एसएलवी) का निर्माण से अब तक अंतरिक्ष के लिए 99 प्रयास किए जा चुके हैं। गौरतलब है कि भारत ने अंतरिक्ष यात्रा की शुरुआत 1975 में शुरू की थी।
और मात्र ३७ सालों में सैंकड़ा पार करने में सफलता प्राप्त कर ली है| चन्द्रमा के ऑर्बिट के बाद अब मंगल गृह अभियान की तैयारियों के लिए हरी झंडी मिल गई है|

विदेश मंत्री ने आतंकवाद पर पाकिस्तान में नरमी दिखाई

भारत के विदेश मंत्री एस एम् कृष्णा ने आज पकिस्तान में प्रेस के प्रश्नों का सामना किया \इस अवसर पर उनके पुराने रुख में नरमी देखी गई| एक पत्रकार ने जब उनसे पूछा कि कहा जा रहा था कि सिआचिन और काश्मीर जैसे पुराने कोर इशुस को नहीं टच किया गया| इसके उत्तर में श्री कृष्णा ने कहा कि उन्होंने कभी भी ऐसी प्री कंडीशन नहीं रखी और उनके मात्र चार घंटे के दौरे में दशकों पुराने मसले सुलझाए नहीं जा सकते हाँ इनके लिए रास्ता जरुर बन गया है|
भारतीय प्रधान मंत्री की पाकिस्तान यात्रा पर पूछे गए एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान द्वारा कुछ कारगर करके दिखाने की शर्त नई रखी|
इस अवसर पाकिस्तान कि विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने पकिस्तान में हिन्दुओं पर अत्याचार उनका पलायन और धर्मांतरण पर जवाब देते हुए कहा कि इस दिशा में संसद सदस्यों की एक कमेटी बना दी गई है लेकिन इस दिशा में अभी भी पुराणी सोसायटी की कट्टर मान्यताओं को तोड़ा जाना जरुरी है|लेकिन इसके साथ ही उन्होंने भारत में मुस्लिमों पर अत्याचार से इसे जोड़ते हुए इसके महत्त्व को कम कर दिया
भारत और पाकिस्तान में आने जाने के लिए वीजा नियमों का आसान करने के लिए आज एक ऐतिहासिक समझौता हो गया है। भारत की ओर से विदेश मंत्री एस एम कृष्णा और पाकिस्तान की ओर से आंतरिक सुरक्षा मंत्री रहमान मलिक ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। श्री कृष्णा इन दिनों पाकिस्तान दौरे पर हैं। इस समझौते से आगे संबंधों को सुधारने का रास्ता साफ़ हो गया है|
विदेश मंत्री एस एम कृष्णा और पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार के बीच शनिवार को हुई बातचीत के बाद दोनों ओर से इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इससे पहले दोनों देशों के विदेश सचिवों की बैठक में ही वीजा समझौते के तहत 8 वर्ग के वीजा जारी करने पर सहमति बन गई थी।

भारत और पाकिस्तान में वीजा नियम आसान हुए

भारत और पाकिस्तान में आने जाने के लिए वीजा नियमों का आसान करने के लिए आज एक ऐतिहासिक समझौता हो गया है। भारत की ओर से विदेश मंत्री एस एम कृष्णा और पाकिस्तान की ओर से आंतरिक सुरक्षा मंत्री रहमान मलिक ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। श्री कृष्णा इन दिनों पाकिस्तान दौरे पर हैं। इस समझौते से आगे संबंधों को सुधारने का रास्ता साफ़ हो गया है|
विदेश मंत्री एस एम कृष्णा और पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार के बीच शनिवार को हुई बातचीत के बाद दोनों ओर से इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इससे पहले दोनों देशों के विदेश सचिवों की बैठक में ही वीजा समझौते के तहत 8 वर्ग के वीजा जारी करने पर सहमति बन गई थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस समझौते में वीजा के जिसमें आठ वर्ग शामिल किए गए हैं। ये हैं – राजनयिक, गैर राजनयिक, 36 घंटे का ट्रांजिट विजिट, ३० के ग्रुप को टूरिस्ट वीजा, सिविल सोसाइटी, मीडिया और ३ साल के लिए बिजनेस वीजा।
टूरिस्ट वीजा केवल पांच जगहों के लिए ही मान्य होगा। इसकी अवधि छह महीने के लिए होगी। इस बैठक में वीजा मसले के अलावा आतंकवाद और जम्मू कश्मीर के अलावा आर्थिक और व्यापारिक संबंधों पर भी चर्चा हुई।

इस अवसर पर राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सभी भारतीय मछुआरों की पाकिस्तान जेलों से रिहाई के आदेश भी दे दिए|

वाशिंगटन पोस्ट ने पी एम् की साख पर लिखे लेख पर माफ़ी नहीं माँगी

प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह की काबिलियत पर सवाल उठाने वाले वाशिंगटन पोस्ट के संवाददाता ने कहा है कि वह अपनी बात पर कायम हैं और माफी नहीं मांगेंगे।
अमेरिकी अखबार के भारतीय ब्यूरो के प्रमुख व इस लेख को लिखने वाले साइमन डेनयेर ने प्रधानमंत्री कार्यालय के संचार सलाहकार पंकज पचौरी की ओर से की गई एक शिकायत के जवाब में बुधवार को एक ब्लॉग में कहा कि मैं अपने लेख पर कायम हूं।
श्री डेनयेर ने कहा कि मेरी माफी इस बात के लिए है कि वेबसाइट डाउन थी और मैं प्रधानमंत्री कार्यालय अपना जवाब सीधे नहीं भेज सका। जैसे ही यह खराबी दूर हुई, मैंने सूचना दे दी है |
समाचार पत्र के पहले पृष्ठ पर बुधवार को प्रकाशित इस लेख में मनमोहन सिंह को निष्प्रभावी व अनिर्णय की स्थिति वाला नौकरशाह करार देते हुए भ्रष्ट सरकार का नेतृत्व करने वाला बताया गया है।
लेख में उन्हें एक ऐसा व्यक्ति बताया गया है, जो अपनी शालीनता वगैरह के चलते विकलांग है।
लेख पर प्रतिक्रिया देते हुए एन डी टी वी फेम श्री पचौरी ने डेनयेर को लिखे पत्र में कहा कि हम सरकार की आलोचना की शिकायत नहीं करते, क्योंकि यह एक पत्रकार का अधिकार है। लेकिन मैं

आपकी ओर से किए गए अनैतिक व अव्यवसायिक आचरण की ओर इशारा करने के लिए यह पत्र लिख रहा हूं।
पचौरी ने कहा कि बातचीत के सभी रास्ते खुले होने के बावजूद आपने लेख के सम्बंध में हमारा पक्ष जानने की कोशिश नहीं की, जबकि आप नियमित रूप से मुझसे प्रधानमंत्री कार्यालय की सूचनाएं लेते रहते हैं। यह लेख पूरी तरह से एकतरफा है।

चीन ने फिर दिखाई भारत में धमक

चीन के रक्षा मंत्री जनरल लियांग गुआंगलेई भारत में चार दिन की सरकारी यात्रा पर आये हैं|२ सितम्बर को आये और चले भी गए|हमेशा की तरह पीछे कई विवादों को चर्चा के लिए छोड़ गए| चार दिनों की इस भारत यात्रा पर लगातार संशय के काले बादल मंडराते रहे| पहले उन्होंने अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि अर्पित करने से इनकार कर दिया और अब उन्होंने प्रोटोकॉल का उल्‍लंघन करते हुए भारतीय वायु सेना के दो पायलटों को एक लाख रुपये नकद का लिफाफा थमा दिया हैं। ये दोनों पायलट उन्हें स्पेशल प्लेन से मुंबई से दिल्ली लाए थे।
कूटनीतिक संवेदनशीलता के लिहाज़ से पैसा लौटाया नहीं गया है लेकिन परम्परानुसार इस राशि को तोषाखाने[सरकारी माल खाना ] में जमा करा दिया गया है।
सरकारी मालखाना [तोषाखाना] में सभी सरकारी अधिकारियों और मंत्रियों द्वारा विदेशों से मिलने वाले तोहफे जमा कराए जाने की परंपरा है|
मीडिया में छपी खबरों के अनुसार चीनी रक्षा मंत्री ने विमान के कैप्टन को तोहफे में एक लिफाफा दिया। चीनी रक्षामंत्री के जाने के बाद जब पायलट ने उसे खोला, तो उसमें नकद राशि थी। विमान के कैप्‍टन ने एयरफोर्स हेडक्‍वॉर्टर को इस बारे में सूचित किया। साथ ही नियमानुसार भेंट में दी गई राशि को तोषाखाने में जमा करा दिया गया है।
आगंतुक मेहमान रक्षा मंत्री द्वारा शहीद स्मारक [अमर जवान ज्योति]पर श्रद्धांजलि अर्पित करने की प्रथा है इस प्रथा को तोड़ कर जनरल लियांग ने जनरल परवेज मुशर्रफ के उस हरकत की पुनर्रावर्ति की है जब पाकिस्तानी जनरल परवेज ने पकिस्तान में प्रवेश पर तत्कालीन प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपई को सेल्यूट करने से मना कर दिया था |
इससे पहले अगर जाया जाये तो पंडित जवाहर लाल नेहरु के काल में भी चीनी नेता आये थे उन्होंने भारत भ्रमण के बाद भाखड़ा डेम पर टिप्पणी कर के सबको चौंका दिया था “इस डेम को तोड़ कर पूरा भारत डुबाया जा सकता है”
वर्तमान में चीन की गतिविधियाँ पकिस्तान में जमीन हड़पने और अपने नजदीक सागर सीमा में [तेल और गैस] प्रभुत्व जमाने में अधिक सक्रिय हैं | इसके अलावा व्यापार में भी भारत से टक्कर मिल रही है|इस लिए १९६२ में चीन से चोट
की याद को ताज़ा ही रखना जरुरी है|

अमेरिकी मीडिया ने आलोचना की और सरकार ने जताई भारत में निवेश की इच्छा

अमेरिकी मीडिया द्वारा भारत की लगातार आलोचना किये जाने के बावजूद सत्ता रूड़ डेमोक्रेट्स भारत में निवेश की इच्छा जता कर भारतीय अमेरिकियों के वोट हासिल करने की कौशिश में हैं| एक तरफ तो अमेरिकन मीडिया भारतीय राजनीति और शीर्ष न्रेतत्व का चीर हरण करने में लगा है तो दूसरी तरफ सत्तारूड़ डेमोक्रेट्स ने भारत के साथ दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी में निवेश जारी रखने का संकल्प लिया है,
कहा गया है कि और हम भारत के साथ दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी में निवेश लगातार जारी रखेंगे, ताकि क्षेत्रीय आर्थिक सहायक के रूप में सेवा देने और हिंद महासागर में सुरक्षा मुहैया कराने वाले सहायक के रूप में उसकी योग्यताओं को समर्थन दिया जा सके। भारत के साथ जारी रहेगी दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी डेमोक्रेट्स ने भारत के साथ दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी में निवेश जारी रखने का संकल्प लिया है बीते सप्ताह फ्लोरिडा के टैम्पा में मुख्य विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी के सम्मेलन में स्वीकृत मंच ने भी भारत को एक भूराजनैतिक सहयोगी और एक रणनीतिक व्यापारिक साझेदार घोषित किया था।
इसके अलावा

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्‍‌नी मिशेल ओबामा ने अपने पति बराक ओबामा की जमकर तारीफ की है

उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी को मध्यम वर्ग का हितैषी बताते हुए ओबामा को दोबारा मौका देने की पैरवी की है। वहीं, ओबामा के रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी मिट रोमनी को आड़े हाथों लेते हुए राष्ट्रपति की प्रचार टीम ने कहा कि उनके पास मध्यम वर्ग के लोगों की समझ नहीं है। ऐसे में उनके नेतृत्व में देश किस दिशा में जाएगा।
अमेरिका की प्रथम महिला ने धीमी गति से आर्थिक प्रगति और बढ़ती बेरोजगारी पर कहा, ‘हम सभी दूर की सोच रहे हैं। फिलहाल बदलाव कठिन है पर असंभव नहीं है| हम लक्ष्य को हासिल करके ही रहेंगे। उन्होंने यह बात मंगलवार को उत्तरी कैरोलिना के शारलॉट में पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में कही।
उन्होंने कहा, ‘ओबामा के लिए सफलता का मतलब यह नहीं है कि आपने कितना धन कमाया। बल्कि यह है कि लोगों के जीवन में कितना अंतर आया।’
उनका इशारा अरबपति रोमनी की ओर था। सम्मेलन का पहला दिन महिलाओं के नाम रहा। अमेरिकी संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा [हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव] और कांग्रेस की दो दर्जन डेमोक्रेटिक सदस्य मंच पर मौजूद थीं। इस दौरान ओबामा द्वारा दुर्दात आतंकी ओसामा बिन लादेन को मारने के आदेश समेत उनके कार्यकाल की कई उपलब्धियों को गिनाया गया। गुरुवार को सम्मेलन का समापन होगा जिसमें आधिकारिक रूप से डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बराक ओबामा के नाम की घोषणा की जाएगी। ओबामा की कोशिश इस सम्मेलन के जरिये उस समर्थन को जुटाना है, जो उन्हें 2008 में मिला था। हालांकि रायटर/इपसास के सर्वेक्षण में रोमनी ओबामा से आगे चल रहे हैं। रोमनी का 46 प्रतिशत लोगों ने समर्थन किया है वहीं ओबामा का 45 प्रतिशत ने।
काल पेन ने कहा, वोट दो डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में वक्ता के तौर पर आमंत्रित भारतीय मूल के अमेरिकी कलाकार काल पेन ने अपना भाषण वोट शब्द के साथ समाप्त किया। पेन का वास्तविक नाम कल्पेश सुरेश मोदी है। ह्वाइट हाउस के पूर्व कर्मचारी पेन ने युवाओं से ओबामा का समर्थन करने की अपील की। सम्मेलन में तमिल मां और अफ्रीकी मूल के अमेरिकी पिता की बेटी और कैलिफोर्निया की पहली महिला अटार्नी कमला हैरिस भी मौजूद थीं।

काश्मीर में घुसपैठियों ने एक भारतीय सैनिक को शहीद किया

एक तरफ तो पकिस्तान लगातार भारत के साथ संबंधों में सुधार लाने के आश्वासन दे रहा है मगर दूसरी तरफ काश्मीर बार्डर पर घुसपैठ भी जारी है| बीते रात एक और घुसपैठ की कौशिश को नाकाम कर दिया गया|
कश्मीर के कुपवाडा जिले के तंगधार सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास सेना ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। प्र्राप्त समाचारों के अनुसार इस घटना में सेना का एक जवान और एक आतंकवादी मारा गया।
मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार तंगधार सेक्टर में पिछली रात को घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया गया। इसमें एक आतंकवादी मारा गया जबकि अन्य घायल अवस्था में नियंत्रण रेखा के पार भागने में सफल रहे।
घुसपैठियों के साथ हुई गोलीबारी में एक सैनिक भी शहीद हुआ है| कश्मीर घाटी में पिछले तीन दिनों में घुसपैठ की यह दूसरी घटना है

वाशिंगटन पोस्ट ने भारतीय पी एम् की साख पर लगाई आग

अमेरिका के अंग्रेज़ी अखबार ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ ने भारत के प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह की साख पर नकारात्मक टिपण्णी करके दबाब बनाने के क्रम को एक कदम और आगे बड़ा दिया है|
इस विदेशी अखबार ने लिखा है कि प्रधानमंत्री भ्रष्ट सरकार के मुखिया हैं। अखबार ने साफ लिखा है कि मनमोहन सिंह की गिरती साख इतिहास में एक असफल प्रधानमंत्री के तौर पर दर्ज हो रही है।
मनमोहन सिंह के दूसरे कार्यकाल में आर्थिक मामलों में देश पहले से और नीचे चला गया है। भ्रष्टाचार की लगातार हो रहे खुलासे की वजह से मनमोहन सिंह की छवि खराब हुई है। देश को आर्थिक विकास की सड़क पर दौडाने वाले ७९ वर्षीय पी एम् अब अपने दूसरे कार्यकाल में असफल होकर इतिहास बनने जा रहे हैं|
इस मामले में सूचना एवं प्रसारण केंद्रीय मंत्री अंबिका सोनी ने अमेरिकी अखबार की टिप्पणी पर अफसोस जताया है
। सोनी ने कहा कि प्रधानमंत्री पर ऐसे आरोप लगाना सरासर गलत है। सोनी ने कहा कि सरकार इस बारे में विरोध जताएगी। सोनी ने कहा कि प्रधानमंत्री के बारे में पहले भी ऐसा कहा गया था और बाद में माफ़ी मांगी थी। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ को हमारे प्रधानमंत्री के बारे में इस तरह की बात करने का उन्हें कोई हक़ नहीं है।
प्रमुख विपक्षी बीजेपी ने इसे हाथों हाथ लेते हुए अखबार की टिप्पणी को सही ठहरा दिया है।
बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि भ्रष्टाचार का सिंहासन कितना डोल रहा है इसकी जानकारी पूरी दुनिया को हो गई है। मालूम हो कि इससे पहले अमेरिकी मैगजीन ‘टाइम’ और ब्रिटेन के अखबार ‘द इंडिपेंडेंट’ भी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर सवाल खड़े कर चुके हैं।भ्रष्टाचार मुद्दे पर सत्ता और विपक्ष के अड़ियल रुख से संसद का मानसून सत्र ठप्प है ऐसे में विकास सम्बन्धी निर्णय लंबित हैं|विदेशी निवेश के लिए सरकार अपने घटकों तक को राजी नहीं कर पा रही है जाहिर है ऐसे में नकारात्मक तिपन्नियाँ आना स्वाभाविक ही है|

पंजाबी बादल ने अमेरिकी अदालत से ९० दिन मांगे

पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने अपने खिलाफ दायर मानवाधिकार उल्लंघन के मामले का बचाव करने के लिए यु एस की अदालत से 90 दिनों की अतिरिक्त मोहलत मांगी है। अमेरिका की एक अदालत द्वारा श्री बादल के खिलाफ ८ अगस्त को समन जारी किये गया था| समन का जवाब देते हुए श्री बादल ने कहा कि यह समन उचित तरीके से नहीं सर्व किया गया इसीलिए या तो इसे रद्द किया जाये या फिर अपना पक्ष रखने के लिए ९० दिनों की मोह्लत दी जाए|
गौरतलब है कि इस माह के पहले सप्ताह में श्री बादल विस्कोंसिन में अपने मंत्रीमंडल के सहयोगी की भतीजी की शादी में गए थे|
उस समय सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने कानूनी याचिका दायर की जिसमे में बादल पर उन पुलिस अफसरों का बचाव करने का आरोप लगाया है, जो पंजाब में सिख समुदाय के खिलाफ प्रताड़ना, हत्याएं और मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए जिम्मेदार रहे हैं।
एसएफजे की इस शिकायत पर विस्कॉन्सिन पूर्वी जिले की जिला अदालत ने बादल के खिलाफ आठ अगस्त को समन जारी किया था।
एसएफजे के अनुसार, बादल की वकील मिशेल एल. जैकब ने अमेरिकी अदालत में यह कहते हुए एक आवेदन दायर किया कि उचित तरीके से समन न दिए जाने के कारण या तो इसे रद्द कर दिया जाए या जवाब दायर करने के लिए 90 दिनों की अतिरिक्त मोहलत दी जाए।
एसएफजे के अनुसार बादल के खिलाफ समन जारी होने के बाद कई सिख, मानवाधिकार उल्लंघन के अन्य आरोपों सामने आए हैं और अमेरिकी अदालत में बादल के खिलाफ मामले में हिस्सा बनना चाहते हैं|

अमेरिका ने चीन प्रभावित दक्षिण प्रशांत छेत्र में पावँ पसारे

अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि दक्षिणी प्रशात क्षेत्र में अमेरिका और चीन दोनों के लिए पर्याप्त संभावनाएं हैं|
उन्होंने खा की यहाँ अमेरिका की सक्रियता बनी रहेगी हालांकि यह क्षेत्र उभर रहे चीन के लिए काफी बड़ा है।
दक्षिणी प्रशात सम्मेलन में भाग लेने वाली पहली अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी ने इस क्षेत्र की सहायता परियोजनाओं के लिए 3.2 करोड़ डॉलर देने की घोषणा की। इस सम्मेलन में भागीदारी और आर्थिक अनुदान इस क्षेत्र में अमेरिकी रूचि को दर्शाता है।
चीन ने 2005 से दक्षिणी प्रशात क्षेत्र को कम ब्याज और आसान शर्तो पर 60 करोड़ अमेरिकी डॉलर का कर्ज देने प्रलोभन में जकड कर रखा है। इस वजह से कई द्वीपों के संबंध चीन के साथ घनिष्ठ हो गए हैं। इस स्थिति के बीच हिलेरी ने अमेरिका के लिए संभावनाएं तलाशने के लिए इस क्षेत्र का दौरा करने का फैसला किया।
अगले सप्ताह हिलेरी की बीजिंग यात्रा में दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच तनावपूर्ण संबंधों पर वार्ताएं होंगी।
ये दोनों ही अब दक्षिण प्रशात क्षेत्र में एक दूसरे के प्रतिद्वंद्वी बनकर उभरे हैं। हिलेरी ने 15 सदस्यीय पैसिफिक आईलैंडस फोरम में कहा कि अमेरिका जापान, यूरोपीय संघ और चीन के साथ काम करने के अवसर का हम स्वागत करते हैं|
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में आपकी सुरक्षा, समृद्धि और आपके लिए अवसरों को आधुनिक बनाने के लिए हम सभी को महत्वपूर्ण योगदान देना है। प्रशात क्षेत्र हम सभी के लिए काफी बड़ा है। इस सम्मेलन के विरोध में उठ रही आवाजों के बारे में हिलेरी ने कहा कि अमेरिकी सेना ने दूसरे विश्वयुद्ध में एशिया-प्रशात क्षेत्र में स्थिरता लाने के लिए काफी मदद की थी।
उन्होंने कहा “हम यहा पर लंबी पारी खेलने के लिए आपके साथ बने रहेंगे”।
गौरतलब है की 1994 में अमेरिका ने दक्षिणी प्रशात क्षेत्र में अपने सहायता कार्यक्रम बंद कर दिए थे। उस समय उन क्षेत्रों में अमेरिका की कोई खास रूचि नहीं थी। लेकिन अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हाल ही में इस क्षेत्र के लिए मदद को फिर से बहाल किया है।