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Tag: अरविन्द केजरीवाल

देश की राजनीती अरविन्द केजरीवाल पर केन्द्रित हो कर रह गई है

लगता है कि देश की राजनीती अरविन्द केजरीवाल पर केन्द्रित हो कर रह गई है|तभी आजकल जो कुछ भी घट रहा है उसके केंद्र में अरविन्द केजरीवाल ही दिखाई दे रहे हैं| सी डब्लू जी \२ जी+कोयला+ दिल्ली में बिजली के बाद अब हरियाणा में डी एल ऍफ़ और राबर्ट वढेरा केस में भी मुख्य मुद्दों पर चर्चा छोड़ कर आई ऐ सी की गूँज ही सुनाई देती है| भाजपा और कांग्रेस दोनों ही केजरीवाल को एक दूसरे की बी टीम बताने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे |कांग्रेस लगातार आई ऐ सी को भाजपा की इकाई बताती आ रही है| कांग्रेस के महासचिव दिग्विजयसिंह ने २७ सवाल जरूर पूछे मगर उन्हें भी इसके लिए केजरीवाल हे दिखाई दिए|अब दिल्ली की सरकार ने बिजली के दाम कम किये तब भी इसे केजरीवाल और कांग्रेस की मिली भगत बताया जा रहा है| मुम्बई में योगेश प्रताप सिंह अगर बोलते हैं तो वोह भी केजरीवाल को निशाना बनाने से नहीं चूकते | एक चलती हुई प्रेस कांफ्रेंस में आकर एनी कोहली नामक महिला अरविन्द केजरीवाल से ही प्रश्न पूछती है|इसके बाद आज फिर आई ऐ सी के प्रशांत भूषण के निवास पर पहुँच कर हंगामा करती है और वहां आई ऐ सी के कार्यकर्ताओं पर मार पीट का आरोप लगाती हैं\इनका बीच बचाव करने के लिए अरविन्द केजरीवाल को ही क्रेडिट दिया जा रहा है|आईएसी का पूर्व मेंबर बताने वालीं 59 वर्षीय एनी कोहली आज मंगलवार को प्रशांत भूषण के घर पहुँच गई जहां मार पीट के आरोप लगाये गए |घर में मौजूद केजरीवाल ने बीचबचाव किया और उन्हें घर में ले गए। कोहली ने केजरीवाल को रोते हुए बताया कि उनके समर्थकों ने उनसे बदसलूकी और मारपीट की।

देश की राजनीती अरविन्द केजरीवाल पर केन्द्रित हो कर रह गई है


गौर तलब है कि रविवार को केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन पर सवालों की झड़ी लगाने वाली एनी कोहली आज मंगलवार को आईएसी के सदस्य प्रशांत भूषण के घर जा पहुंचीं।कोहली के मुताबिक अन्ना ने जब भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम छेड़ी, तो उससे प्रभावित होकर वह आईएसी की मेंबर बन गईं और आंदोलन से जुड़ गईं। वह खुद को आम जनता बताती हैं। एनी कोहली ने एक और आरोप लगते हुए कहा कि केजरीवाल के राजनीतिक पार्टी बनाने के ऐलान से वह आहत हैं। यह अन्ना के साथ धोखा है। कुछ समय पहले केजरीवाल मुंबई आए थे। वहां एयरपोर्ट पर उन्होंने बात करने की कोशिश की, पर केजरीवाल के समर्थकों ने धक्का देते हुए सभी को भगा दिया। मुंबई की रहने वाली एनी कोहली 59 साल की हैं।उन्होंने बताया कि वह एक हफ्ते पहले मुंबई से दिल्ली पहुंची थीं और फिर रविवार को केजरीवाल से सवाल पूछने आईं। केजरीवाल ने उनके किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। पर वह सवाल पूछना बंद नहीं करेंगी। यह सिलसिला तब तक जारी रहेगा जब तक वह जवाब नहीं दे देते।
बताते चलें कि सवाल करना और फिर उनके जवाब पाना संवैधानिक अधिकार है और लोकतांत्रिक परम्परा को गति प्रदान करने वाला है लेकिन सवालों में उलझा कर असली मुद्दों से देश को भटकाना जनता के साथ धोखा ही कहा जाएगा|दिग्विजय सिंह ने जो सवाल किये उनका जवाब देने के लिए बहस की चुनौती आने पर दिग्विजय सिंह का कहना है कि पहले केजरीवाल कोहली को जवाब देदें उसके बाद अपने प्रतिक्रया देंगें|वैसे अभी कोहली के विरोध को प्रायोजित कहना जल्द बाज़ी होगा मगर उनके मुख से कोहली का नाम निकलना कुछ सोचने को मजबूर जरूर करता है

अरविन्द केजरीवाल को लेटरों के बोझ से तो दबा ही देंगें


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक चीयर लीडर कांग्रेसी

ओये झल्लेया देखा हसाड़े कमांडरों का कमाल+ कर दिया अरविन्द केजरीवाल का बुरा हाल+ हुन नहीं रहना उसका कोई हवाल+

जल्द खत्म हो जाएगा उसका सारा जलाल |हसाड़े राजा जी दिग्विजय सिंह वाले २७ सवालों के भामबढ भूसे से ये केजरीवाल अभी तक निकल नहीं पाया है कि अब हसाड़ी सोणी दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित ने केजरीवाल पर अपराधिक मानहानि का दावा कर दिया है\ अब देखना ४८ घंटों के बाद केजरीवाल जमीन+बिजली +कोयला+पानी को भूल कर जेल की सलाखें गिन रहा होगा|

अरविन्द केजरीवाल को लेटरों के बोझ से तो दबा ही देंगें

झल्ला

हाँ मेरे चतुर सुजान जी वाई पी सिंह+दिग्विजय सिंह+एनी कोहली के बाद अब शीला दीक्षित से और कुछ हो या न हो लेकिन इस बेचारे को बोझ से तो दबा ही देंगें

केजरीवाल के खिलाफ रिले रेस चालू है आज एनी कोहली ने विरोध की बैटन संभाली

लगता है अरविन्द केजरीवाल आज कल सभी राजनीतिक गतिविधियों का मुख्य केंद्र बनते जा रहे है तभी इन्हें घेरने के लिए रोज नए चेहरे मैदान में उतर रहे हैं| ऐसा प्रतीत हो रहा ही की केजरीवाल को पछाड़ने के लिए कोई रिले रेस चल रही है | रोजाना नए धावक आ रहे हैं और विरोध की बैटन थाम कर दौड़ में शामिल हो रहे है|
केजरीवाल के ही सहयोगी रहे वाई पी सिंह ने मुम्बई में प्रेस कांफ्रेंस करके अरविन्द केजरीवाल पर शरद पवार को बचाने का आरोप मडा\इसके अगले दिन ही कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने २७ प्रश्नों की झाड़ी लगा दी |आज एक और नए खिलाड़ी एनी कोहली ने अपने कुछ समर्थकों के साथ केजरीवाल के ही प्रेस कांफ्रेंस में हंगामा कर दिया| एनी कोहली नाम की इस अधेड़ महिला ने अचानक जोर-जोर से बोलना शुरू कर दिया। अपने को इंडिया अगेंस्ट करप्शन की पूर्व सदस्य बताने वाली एनी कोहली अपने समर्थकों के साथ अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रदर्शन पर उतारू हो गए। इसको लेकर एनी कोहली और केजरीवाल के बीच तीखी बहस भी हो गई। जोर जोर से बोलने वाली यह महिला प्रश्न कम पूछ रही थी और आरोप स्वरुप भाषण ज्यादा दे रही थी | हालांकि कोहली के बारे में पूछने पर अरविंद ने बताया कि वह उन्हें नहीं जानते।एनी कोहली ने कहा की वह मुम्बई से आई हैं और कल से जंतर मंतर पर केजरीवाल के खिलाफ धरने पर बैठने जा रही हैं|

केजरीवाल के खिलाफ रिले रेस चालू है आज एनी कोहली ने विरोध की बैटन संभाली


इससे पूर्व आज रविवार को सुबह आई ऐ सी के लगभग २०० कार्यकर्ताओं ने हरियाणा के मुख्य मंत्री और श्रीमति सोनिया गाँधी के दामाद राबर्ट वढेरा के दिल्ली स्थित आवासों के सामने प्रदर्शन किया और उनके पुतले भी फूंके|इस अवसर पर पोलिस द्वारा पानी की बौछारें और लाठियां चलाई गई |कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि उनके प्रदर्शन में महिलायें भी थी लेकिन उन पर भी पुरुष पोलिस ने ही लाठियां चलाई | एक महिला कार्यकर्ता को पुरुष पोलिस अधिकारी ने लाठी मार कर घायल कर दिया है|
इसके पश्चात तमाम विरोधों के बावजूद घायलों को अस्पताल से इंडिया अगेंस्ट करप्शन [आइएसी] के कौशांबी स्थित कार्यालय पर लाया गया | यहाँ प्रेस कांफ्रेंस में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दामाद को बचाने के लिए सरकार असंवेदन शील हो गई है| भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन को रोकने व जन लोकपाल की लड़ाई में रोड़े डालने के लिए कांग्रेस व भाजपा आपस में मिल गई हैं। पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश से कराई जाए।हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास पर पुलिस पिटाई से जख्मी हुए करीब आधा दर्जन कार्यकर्ता प्रेस वार्ता में रहे। उन्होंने बताया कि हुड्डा के आवास पर पहुंचे तो वहां पर पुलिस ने डंडे बरसाए और जमकर पिटाई की, जिसमें 70 से अधिक लोग घायल हुए है। इनमें बुजुर्ग भी है। केजरीवाल पुलिस की पिटाई में घायल हुए नवीन और अजय कादियान को भी मीडिया के सामने लाए।
नवीन ने बताया कि उनकी मांग है कि हरियाणा सरकार भूमि अधिग्रहण के मसले पर श्वेत पत्र लाए। प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। वहीं इन लोगों का कहना था कि पुलिस का बल प्रयोग बेहद निंदनीय है।

आई ऐ सी अपनी जांच करवा रही है सरकार अपने नेताओं की भी जांच बैठाए

भ्रष्टाचार समाप्ति के लिए जेहाद छेड़ने वाले इंडिया अगेंस्ट करप्शन के अरविंद केजरीवाल ने अपनी टीम के तीन सदस्यों पर लग रहे आरोपों की जांच के लिए आज एक अहम घोषणा की है| केजरीवाल ने तय किया है कि आईएसी के अंजलि दमानिया, प्रशांत भूषण और मयंक गांधी पर लगाए जा रहे आरोपों की , जांच आंतरिक लोकपाल से कराई जाएगी। ।उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट में यदि इनमे से कोई भी दोषी पाया जाता है तो उन्हें टीम छोड़नी होगी. केजरीवाल ने सरकार से भी अनुरोध किया है कि जो आरोप उनकी टीम के सदस्यों पर लगे हैं, वह भी उनकी जांच कराए और दोषी पाए जाने पर कानून के मुताबिक सजा दे| इसके साथ ही आई ऐ सी ने राबर्ट वढेरा +सलमान खुर्शीद+शरद पवार+नितिन गडकरी और राहुल गांधी को भी अपनी जांच कराने के लिए आगे आने को कहा है|इस तरह से एक बार फिर केजरीवाल ने सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है|
इस लोकपाल में शामिल तीनों रिटायर्ड जजों के बताये गए नाम इस प्रकार हैं-[१] जस्टिस ए.पी. सिंह (दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस),[२] जस्टिस बी.एच. मारलापल्ले ( बॉम्बे हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज) और[३] जस्टिस जसपाल सिंह (दिल्ली हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज)। केजरीवाल ने कहा कि ये तीनों पूर्व जज हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर लगे आरोपों की जांच करेंगे। अगर जांच में कोई भी कार्यकर्ता किसी भी तरह से दोषी पाया गया तो उसे पार्टी से इस्तीफा देना होगा। उन्होंने कहा कि हम इस आंतरिक लोकपाल से मांग करेंगे कि वह ज्यादा से ज्यादा 3 महीने में हमारे साथियों पर लगे आरोपों की जांच करे।

आई ऐ सी अपनी जांच करवा रही है सरकार भी वढेरा,सलमान,पवार,गडकरी की भी जांच बैठाए

अंजलि दमानिया पर आरोप

[अ] अंजलि ने मुंबई के पास करजात [ खर्वंडी गावं] में २००७ में खरीदी सात एकड़ ज़मीन को मात्र चार साल बाद ज़मीन का उपयोग बदलवाया और बिल्डर को बीच दिया| अंजलि का कहना है कि जो हुआ वो नियम के मुताबिक हुआ|गौरतलब है कि. बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर किसानों की जमीन हड़पने का खुलासा करने वालीं अंजलि दमानिया खुद भी इसी तरह के विवाद में घिर गई हैं। दमानिया पर आरोप लगा है कि उन्होंने खेती की जमीन खरीदने के लिए खुद को गलत तरीके से किसान साबित किया और बाद में जमीन का लैंड यूज बदलवाकर उसे प्लॉट में तब्दील कर बेच दिया। रायगढ़ प्रशासन ने जांच में पाया कि अंजलि दमानिया का किसान होने का दाव गलत है जबकि दमानिया का दावा है कि वह किसान है| खरवंदीगावं की ज़मीन बेचने वाले किसानों का दावा है कि दमानिया ने उनसे कहा था कि वो यहां खेती करेंगी लेकिन उन्होंने ज़मीन का इस्तेमाल बदलवा दिया और वहां 39 प्लॉट काट दिए. ज़मीन का इस्तेमाल बदलने की आज्ञा रायगढ़ के कलेक्टर ने दी थी.ज़मीन का इस्तेमाल बदलते ही पूरी जमीन एसवीवी डेवलपर्स को दे दी गई जिसमें दमानिया भी निदेशक हैं|कुल उनचालीस प्लॉट काटे गए जिनमें से सैंतीस प्लॉट अलग अलग लोगों को दे दिए गए.|
[आ] दमानिया ने करजत के जिस खरवंडी गांव में ज़मीन खरीदी थी उसके बगल के गांव कोंदिवाड़े में उन्होंने 30 एकड़ जमीन खरीदी थी. जहां बन रहे कोंधाणे बांध के खिलाफ दमानिया ने इसी साल अप्रैल में पीआईएल दायर की थी.
दमानिया के पीआईएल दायर करने के बाद प्रशासन ने उनके सभी प्लॉट की जांच शुरू कर दी. जांच के बाद अगस्त में प्रशासन ने कहा कि दमानिया ने किसान होने के पर्याप्त सबूत नहीं दिए थे और ना ही उस ज़मीन पर खेती की थी. इसलिए उन्होंने जो ज़मीन किसान होने का दावा करते हुए खरीदी थी वो उनसे वापस ले ली जाए.

प्रशांत भूषण और एम् गांधी पर आरोप

सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील और टीम केजरीवाल के अहम मेंबर प्रशांत भूषण पर भी हिमाचल गलत तरीके से कोडियों के भाव जमीन हासिल करने के आरोप लगाए गए हैं। मयंक गांधी पर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने करप्शन के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस के दिग विजय सिंह ने एम् गांधी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं|

कांग्रेस का एतराज

दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री नारायण सामी ने अरविंद केजरीवाल के उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है जिसमें अरविंद ने कहा था कि सरकार उन लोगों के फोन टैप कर रही है। नारायण सामी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल कच्चे सबूतों पर आरोप लगा रहे हैं। सामी ने इस लोक पाल की धारणा और उपयोगिता पर भी सवाल उठाया है|
आई ऐ सी ने अपने सदस्यों की जांच शुरू करवा कर सरकार के लिए एक बार फिर से परेशानी पैदा कर दी है केजरीवाल का कहना है कि अब सरकार को भी आगे आ कर आई ऐ सी के साथ साथ राबर्ट वढेरा,सलमान खुर्शीद शरद ,पवार, नितिन गडकरी की जांच कराये |सबको भरोसा है कि सरकार किसी कीमत पर राबर्ट वढेरा और शरद पवार आदि कि जाँच नहीं करवायेगी और अगर इस बीच आई ऐ सी की जांच पूर्ण हो जाती है तब लोक सभा के लिए होने वाले चुनावों तक आई ऐ सी की गिरती साख कुछ हद तक संभल जायेगी |

भ्रष्टाचार के विरुद्ध जंग छेड़ने वाले केजरीवाल और योगेश आपसी तू तू में में में फंसे

देश को भ्रष्टाचार से मुक्त कराने के लिए प्रसिद्द हुए पूर्व आई आर एस अरविन्द केजरीवाल और उनके साथी पूर्व आई पी एस और वर्तमान में वकील योगेश प्रताप सिंह स्वयम को सर्वश्रेष्ठ साबित करने की होड़ में आपस में ही तू तू में में फंसते जा रहे हैं|बीते दिन योगेश प्रताप सिंह ने खुद के द्वारा शरद पवार के विरुद्ध किये खुलासे को सबसे बड़ा खुलासा बताते हुए अरविन्द केजरीवाल पर पवार को बचाने का आरोप मड दिया|केजरीवाल ने इसे झुट्लाते हुए कहा की इस इशु को जुलाई में ही उठा कर १५ मंत्रिओं के खिलाफ बनाई गई लिस्ट में शामिल करके केंद्र सरकार को दे दिया गया था| उन्होंने बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि यह बहुत पहले बता दिया गया था कि अगला खुलासा गडकरी के विरुद्ध ही होगा|इसीलिए यह कहना कि हमने शरद पवार को बचाने के लिए गडकरी को निशाना बनाया सरासर गलत होगा |

भ्रष्टाचार के विरुद्ध जंग छेड़ने वाले केजरीवाल और योगेश आपसी तू तू में में में फंसे


करप्शन के विरुद्ध बने सवयम्भू इन पुराधाओं में फूट पड़ते देख कर इनकी कार्यशैली की आलोचना भी होने लग गई है|कहा जाने लगा है कि ये लोग बिना पर्याप्त तथ्यों या सबूतों के ही मीडिया में जाकर हर किसी पर आरोप लगा रहे थे अब ये लोग खुद ही लड़ने लग गए हैं इसीलिए कहा जा सकता है कि सूत ना कपास और जुलाहों में लठम लठ|इन पुरोधाओं द्वारा उठाये जा रहे सवालों पर कोई कार्यवाही होती नहीं दिख रही | कांग्रेस+भाजपा+एन सी पी+सपा आदि सभी पार्टिओं के प्रवक्ता कैमरे के सामने आकर आरोपण को झुटला देते हैं +अपनी करनी को जायज बता देते हैं और उसके बाद ये लोग अगले पड़ाव की तरफ कूच करदेते है| शरद पवार ने योगेश के आरोपण को नकारते हुए कहा कि लवासा का प्रोजेक्ट का निर्णय बिलकुल प्रदेश हित में लिया गया निर्णय है|उधर गडकरी के साथ भाजपा ने भी १०० एकड़ भूमि के इस्तेमाल को किसानों के हित में बता कर इन आरोपों को चिल्लर आरोप बता कर इनकी खिल्ली तक उडाई है| राबर्ट वढेरा और राहुल गांधी पर लागाये जा रहे हरियाणा में लैंड ग्रेबिंग के आरोपण के जवाब में पूरी कांग्रेस ही मैदान में उतर आई है| विकलांग फंड में धांधली में फंसाए गए सलमान खुर्शीद गाली गलौच पर उतर आये हैं| शायद इसीलिए अब इनके प्रति गंभीरता कम होती जा रही है| चूंकि मीडिया को हमेशा ब्रेकिंग न्यूज की जरुरत रहती सो इनके कांफ्रेंस में अब १००० तक प्रेस वाले पहुँच ही जाते है| स्कैम का खुलासा किया जाता है|अख़बारों में सुर्खियाँ बटौरता है|और चैनलों में प्राईम टाईम को टाईम देता है|उसके बाद एक नए खुलासे की प्रष्ठभूमि तैयार होने लग जाती है| इसीलिए यह अपूर्ण + अशक्त+अपरिपक्व+अलोकतांत्रिक और शायद अंधी दौड़ है |और हो सके तो अंग्रेज़ी की इस कहावत पर अम्ल किया जाना चाहिए कि वन इन हेंड इज बेटर देन २ इन बुश | अर्थार्त अलीबाबा बन कर चालीस चोरों का नाश करो उसके भाई कासिम बन कर न रह जाओ|यानि जो हाथ में पूर्ण है वोही सत्य है| दूर के ढोल तो सुहावने लगते ही हैलेकिन इनका मोह छोड़ कर अगर तू तू में में बढ़ते गए तो इन ज्वलंत मुद्दों से भटकना लाजमी हो जाएगा| जोकि देश हित में नहीं होगा

योगेश प्रताप सिंह के गडकरी से पुराने सम्बन्ध हैं इसीलिए आज केजरीवाल की आलोचना की

योगेश प्रताप सिंह[५५] भूतपूर्व भारतीय पोलिस अधिकारी[आई पी एस] हैं | इन्होने आज एक प्रेस कांफ्रेंस करके अपने साथी अरविन्द केजरीवाल पर केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार को बचाने का आरोप लगाया और भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी पर आरोप लगाने के लिए केजरीवाल की आलोचना की है उससे स्वाभाविक रूप से कई प्रश्न उठ रहे हैं|[क्या योगेश अब गडकरी की तरफ से ध्यान हटा कर केमरा दूसरी तरफ करना चाहते हैं क्या भ्रष्टाचार की लड़ाई के लिए शरद पवार को केन्द्रित करना चाह रहे हैं||इस यक्ष प्रश्न का उत्तर इस प्रकार हो सकता है
caption id=”attachment_4791″ align=”alignleft” width=”150″] योगेश प्रताप सिंह के गडकरी से पुराने सम्बन्ध हैं इसीलिए आज केजरीवाल की आलोचना की [/caption]
[१]योगेश प्रताप सिंह के भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से पुराने सम्बन्ध है|
[२]दिसंबर २०११ में योगेश एक किताब क्या यही सच है पर एक फिल्म बनी थी जिसे केलिफोर्निया फिल्म फेस्टिवल में सिल्वर एवार्ड दिया गया था|
[३] इस फिल्म का विशेष प्रदर्शन मुम्बई में भी किया गया था
[४]इस विशेष फिल्म शो में भाजपा के बड़ी बड़ी हस्तिओं ने भाग लिया था मसलन एल के अडवानी +मेनका गाँधी+विजय गोयल+अनुराग ठाकुर+प्रकाश जावडेकर+मुरली देयोरा+इनके अलावा कांग्रेस के जगदम्बिका पाल और राजीव शुक्ला भी थे इन सबसे अलग एक महवपूर्ण व्यक्तित्व थे नितिन गडकरी|जाहिर है की योगेश के नितिन गडकरी के साथ सम्बन्ध हैं और पुराने है |
इस फिल्म के प्रदर्शन में अनेको रुकावटें आई |फिल्म में कोई स्टार कास्ट नहीं होने के कारण इसे कोई थियेटर तक नहीं मिला [इनोक्स]. | इससे पूर्व इनकी सेवा अवधि भी कोई विशेष शांतिपूर्ण नहीं रही सी बी आई और रिसर्व पोलिस में ही अधिकाँश सेवा अवधि बीती\इसके लिए महाराष्ट्र के भारी भरकम शरद पवार भी कहीं ना कहीं जिम्मेदार हो सकते हैं|
इस फिल्म के शो में आमंत्रित नितिन गडकरी और शेष नेताओं के प्रति इनका झुकाव स्वाभाविक है|ऐसे में गडकरी के विरुद्ध खुलासा किये जाने से योगेश के अहम् को ठेस पहुँची और अगले दिन ही ५५ वर्षीय एक्टिविस्ट योगेश प्रताप सिंह ने मीडिया के सामने आज अपनी भडास निकाल दी|सवाल यह भी उठ रहा है कि जब लवासा कांड की सुनवाई कोर्ट में चल रही है तब इसके एक पार्ट को प्रेस में लेजाने का क्या औचित्य है|

केजरीवाल ने शरद पवार को साफ़ बचाया और नितिन गडकरी को हल्का फंसाया : वाई पी सिंह

अब तक अरविन्द केजरीवाल भ्रष्टाचार के नित नए खुलासे करते हुए लगातर प्रसिद्धि की सीडियां चडते जा रहे थे मगर आज उनके ही एक साथी रहे पूर्व आईपीएस ऑफिसर और सीनियर ऐडवोकेट वाई पी सिंह ने केंद्रीय मंत्री शरद पवार को बचाने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल से ही कई गंभीर प्रश्न पूछ लिए हैं|
आज गुरुवार को मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वाईपी सिंह ने कहा कि उन्होंने शरद पवार से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी अरविन्द केजरीवाल और अन्ना हजारे को दी थी मगर उन्होंने उसका उपयोग नहीं किया उलटे उससे कम महत्वपूर्ण गडकरी के मामले को और अधिक कमतर करके पेश किया इससे उन्हें तकलीफ हुई है|उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का उल्लंघन करते हुए महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहे अजित पवार ने बिना सार्वजनिक नीलामी के लवासा की 348 एकड़ जमीन लेक सिटी कॉरपोरेशन को 23 हजार रुपये प्रति माह किराए पर 30 साल के लिए लीज पर दे दी। यह अवधि बडाई भी जा सकती है| इस कंपनी में शरद पवार के बेटी सुप्रिया सुले और उनके पति सदानंद सुले के शेयर थे। उन्होंने सुप्रिया सुले पर संसद में संपत्ति का गलत विवरण देने का भी आरोप लगाया।
केजरीवाल की तरह वी पी सिंह भी आई ऐ एस की एलाईड सर्विस छोड़ कर आये हैं उन्होंने अपने साथी रहे केजरीवाल पर वार करते हुए कहा कि केजरीवाल को सिंचाई घोटाले से जुड़े बड़े घोटाले की खबर थी। शरद पवार के इसमें शामिल होने के सबूत भी उनके पास थे। इसके बावजूद उन्होंने इस मामले को छिपा लिया और इसके बदले बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी का मामला उठाया जो इसके सामने बहुत छोटा मामला है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है जैसे केजरीवाल ने अपने राजनीतिक समीकरणों को करप्शन के खिलाफ लड़ाई से ज्यादा अहमियत दी। दिल्ली में होने वाले चुनावों के मद्दे नज़र उन्होंने मुम्बई बेस्ड एन सी पी के बजाय दिल्ली बेस्ड बी जे पी पर निशाना साधा ।

केजरीवाल ने शरद पवार को साफ़ बचाया और नितिन गडकरी को हल्का फंसाया : वाई पी सिंह

लवासा

.वाईपी सिंह ने लवासा के मुद्दे पर खुलासा करते हुए कहा कि लवासा एक टाउनशिप है। ये एक निजी कंपनी है। सिंह ने शरद पवार के भतीजे अजित पवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अजित पवार ने साल 2002 में 348 एकड़ जमीन लेक सिटी को दे दी। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि 23 हजार रुपये प्रति महीने की दर से 348 एकड़ जमीन लवासा को 30 साल की लीज पर दे दी। जिसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि वन टू वन निगोशिएशन में अजित पवार ने वो जमीन दे दी। आगे वाई पी सिंह ने खुलासा किया कि लेक सिटी कॉरपोरेशन में 20.81 फीसदी ज्वाइंट शेयर शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और दामाद सदानंद सुले का है। सुप्रिया, अजित पवार की चचेरी बहन हैं। वाई पी सिंह के मुताबिक 10.4 फीसदी सुप्रिया और 10.4 फीसदी शेयर उनके पति सदानंद के हैं। सिंह के मुताबिक साल 2006 में सुप्रिया ने अपनी शेयर होल्डिंग बेच दी। हालांकि उस समय के रिवेन्यू डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल सेक्रेटरी रमेश कुमार ने साफ कहा था कि ये जमीन कृष्णा वैली कृषि प्रोजेक्ट के लिए है। इसके बाद भी वो जमीन सुप्रिया को दे दी गई। नारायण राणे उस वक्त मंत्री थे।
शरद पवार पर आरोप लगाते हुए सिंह ने कहा कि शरद पवार केंद्रीय कृषि मंत्री हैं। उनका महाराष्ट्र के जमीन, टाउन, रोड के मामले में कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने इसमें भी हस्तक्षेप किया। सिंह ने आरोप लगाया कि लवासा में ‘एकांत’ नामका एक गेस्ट हाउस है। यहां शरद पवार ने अपने पावर का इस्तेमाल करते हुए राज्य के अमले को बुलाया और बैठक की। इस बैठक में फैसला लिया गया कि लावासा को जो मदद चाहिए वो दी जाए। सिंह ने कहा कि इस घोटाले को उजागर करने के लिए रमेश कुमार को विक्टिमाइज किया गया।
वाई पी सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि जो कुछ आज मैं प्रेसवार्ता में बता रहा हूं ये अरविंद केजरीवाल को कल अपनी प्रेस वार्ता में बताना चाहिए था। वाई पी सिंह ने कहा कि वो सुप्रिया और उनके पति सदानंद, नारायण राणे, शरद पवार और अन्य लोग जो इस कृषि घोटाले में शामिल हैं उनके खिलाफ केस करेंगे। वाई पी सिंह ने कहा कि उन्होंने इस मामले की जानकारी अन्ना हजारे को भी दी थी लेकिन शरद पवार के लिए अन्ना के दिल में सॉफ्ट कॉर्नर है।

नीलामी नहीं हुई

वाईपी सिंह ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में आरोप लगाया कि अजीत पवार ने बहुत ही सस्‍ती दर पर लवासा को 348 एकड़ जमीन दी. लीज की दर 23 हजार रुपये महीने रखी गई. उन्‍होंने कहा कि जमीन 30 साल के लिए लीज पर दी गई और इसमें नीलामी प्रक्रिया की भारी अनदेखी की गई.

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश

श्री सिंह ने कहा कि पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को खुल्‍लम-खुल्‍ला उल्‍लंघन किया गया. बहरहाल, इस ताजा खुलासे पर देश की निगाहें टिकी हुई हैं.
लवासा टाउनशिप को लेकर वाईपी सिंह ने महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री अजित पवार पर बड़ा घोटाला करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एक तरह से मुफ्त में अजित पवार ने लवासा को 348 एकड़ भूमि दे दी। इसके लिए उन्होंने पूरा सबूत पेश करने का दावा किया।

पवार के परिवार पर आरोप

वाईपी सिंह ने कहा कि लोग मेरी बातों पर नहीं बल्कि सबूतों पर भरोसा करें। सिंह ने कहा कि शरद पवार का पूरा परिवार इस घोटाले में शामिल है। उन्होंने कहा कि शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और उनके पति सदानंद सुले के शेयर लेक सिटी कॉरपोरेशन में हैं। गौरतलब है कि वाईपी सिंह अरविंद केजरीवाल के सहयोगी रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने बड़े घोटाले के तथ्यों को जानबूझ कर छिपाया और शरद पवार का नाम नहीं लिया।
वाईपी सिंह ने कहा, ‘मेधा पाटकर के नेतृत्व में एक समिति बनी थी, जिसके सामने महाराष्ट्र के कई मामले थे। उस समिति में मैं और अरविंद दोनों सदस्य थे। इस समिति के सामने भी शरद पवार का भ्रष्टाचार का मामला था। मुझे उम्मीद थी कि अरविंद केजरीवाल बुधवार को यही खुलासा करेंगे, लेकिन उन्होंने इसे छोड़कर बहुत हल्का मामला उठाया।’

ऍफ़ आई आर

उन्होंने कहा कि वह इस मामले को आगे बढ़ाएंगे ताकि इसमें प्राथमिकी दर्ज हो और कानूनी जांच की प्रक्रिया आगे बढ़े।

एनसीपी की सफाई

एनसीपी चीफ और केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा कि लवासा का मामला कोर्ट में है इसलिए ज्यादा बोलना ठीक नहीं। हिल स्टेशन पॉलिसी के मुताबिक लवासा प्रॉजेक्ट बन रहा है। जमीन देने का अधिकार राज्य सरकार को है। चूंकि प्रॉजेक्ट मेरे गृह जिले में है इसलिए मैं सीएम के साथ बैठक में शामिल था। इसमें कुछ गलत नहीं है। मैंने कुछ गलत नहीं किया।
वहीं, एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने वाईपी सिंह के आरोपों पर सफाई दी और कहा सुप्रिया सुले ने कोई जानकारी नहीं छुपाई। सुप्रिया सुले और उनके पति ने कानून के दायरे में रह कर ही शेयर बेचा। केवल सनसनी फैलाने के लिए आरोप लगाए गए हैं। आजकल हजारों करोड़ के घोटाले का आरोप लगाने का फैशन हो गया है। वाईपी सिंह अच्छे वकील हैं उन्हें कोर्ट में वकालत करना चाहिए।
जिस प्रकार से ये खुलासा हुआ है उसमे एक बात खुल कर सामने आ रही है कि वाई पी सिंह कहीं ना कहीं स्वयम को अरविन्द केजरीवाल के हाथों नेगलेक्ट फील कर रहे हैं तभी उन्होंने आज इतने पुराने मामले को ,जो अदालत में भी विचाराधीन है , को प्रेस में उठा कर केजरीवाल के भ्रष्टाचार आन्दोलन के समान्तर स्वयम को खड़ा करने का प्रयास किया है| इन्होने भी केजरीवाल की शैली अपनाते हुए आरोप लगाये और आगे की कार्यवाही मीडिया के लिए छोड़ दिया|जिस प्रकार कई बार कांपती आवाज़ में श्री सिंह ने गडकरी के मुकाबिले पवार को निशाना बनाया | ये बात उन्होंने कई बार दोहराई इससे ऐसा आभास हो रहा है कि श्री सिंह कहीं ना कहीं गडकरी के खुलासे से परेशां थे और शरद पवार के खिलाफ भ्रष्टाचार की ऍफ़ आई आर दर्ज़ करवाने के बजाये पवार और उनकी बेटी सुले पर ही ज्यादा बोलते रहे बेशक उन्होंने कई दस्तावेजों की बात भी की मगर ज्यादातर केजरीवाल के प्रति कुछ कुंठा भी दिखाई दी | देश हित में अच्छा होगा कि ये खुलासा बड़ा खुलासा साबित हो और खजाने में अधिक धन जाये बड़े से बड़े अपराधी बुक किये जाये मगर अच्छा यही होता कि यह मामला पोलिस थाणे से शुरू किया जाता

सुप्रीम कोर्ट ने बलात्कारी के टैग से राहुल गांधी को मुक्त किया तो कांग्रेस ने केजरीवाल को निशाना बनाया+ वढेरा को बचाया+ विपक्षियों को बहलाया

सुप्रीम कोर्ट ने बलात्कार के आरोप से राहुल गांधी को बेक़सूर घोषित कर दिया है|इससे कांग्रेस में एक नए उत्साह की लहर का संचार हो रहा है जिसे आज एक प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी प्रवक्ता जनार्दन दिवेदी ने प्रयोग भी किया|जनार्दन दिवेदी ने गर्व से बताया कि उनकी पार्टी के महा सचिव राहुल गाँधी पर लगाये गए बलात्कार के आरोप को माननीय सुप्रीम कोर्ट ने सिरे से खारिज करते हुए आरोप लगाने वाले राजनितिक पर १० लाख का हर्जाना भी ठोक दिया है| । । जस्टिस बी. एस. चौहान और जस्टिस स्वतंत्र कुमार की बेंच ने कहा कि आरोप में रत्ती भर भी साक्ष्य नहीं है। शीर्ष अदालत ने इससे आगे कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ दायर याचिका गलत है और गलत बयान के आधार पर कानून की प्रक्रिया का दुरुपयोग किया गया है ।याचिका खारिज करने के साथ ही अदालत ने याचिकाकर्ता समरीते पर 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। इसमें से 5 लाख रुपये राहुल को और 5 लाख रुपये पीड़ित बताई गई लड़की को हर्जाना देने का निर्देश दिया गया। कोर्ट के इस आदेश से उत्साहित एक के बाद एक नए आरोपों से जूझ रही कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश को सहारा बना कर एक साथ अरविन्द केजरीवाल को निशाना बनाया+राहुल वढेरा को बचाया+विपक्षी पार्टिओं को बहालाया और हरियाणा में विपक्ष को हड़काया|

सुप्रीम कोर्ट ने बलात्कारी के टैग से राहुल गांधी को मुक्त किया तो कांग्रेस ने केजरीवाल को निशाना बनाया+ वढेरा को बचाया+ विपक्षियों को बहलाया

इंडिया अगेंस्ट करप्शन पर निशाना

प्रेस कांफ्रेंस में जनार्दन ने कहा कि नए राजनीति में आये लोग झूट का सहारा लेकर राजनीति कराना छह रहे हैं मगर उन्हें यह समझलेना चाहिए कि झूट की राजनीति से कोई कुछ हासिल नहीं होता उलटा झूट से शुरुआत करने वाले निराश होने पर अंत में अपराध तक जा सकते हैं| इस तरह कांग्रेस प्रवक्ता ने अरविन्द केजरीवाल के द्वारा लागाये गए आरोपों से राबर्ट वढेरा+सलमान खुर्शीद+ पी एम् को पाक साफ बता दिया|इसे और आगे बढ़ाते हुए कहा कि आरटीआई का गलत इस्तेमाल हो रहा है। लोग राजनीतिक फायदा उठाने के लिए घटिया स्तर के आरोप लगा रहे हैं।वहीं, कोर्ट ने माना कि यह मामला पूरी तरह से गलत तथ्यों ओर झूठे प्रमाणों पर आधारित था। कोर्ट ने माना कि ऐसा राहुल गांधी परिवार की छवि को धूमिल करने के लिए किया गया।

मीडिया को सलाह

महात्मा गाँधी की एक टिपण्णी का सहारा लेते हुए उन्होंने मीडिया को भी सलाह दे डाली |उन्होंने स्मरण कराया कि महात्मा गांधी ने भीअप्रैल १९४७ में प्रेस को चौथा स्तम्भ बताया था और इस स्तम्भ के लिए भी पहले सच को जान कर ही किसी टी तथ्य की आलोचना करना उचित होगा|

राजनितिक पार्टिओं को बहलाना

उन्होंने कहा कि आज के दौर में सभी संगठनों पर आधे अधूरे झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं यह उचित नहीं है \जो लोग पूर्व में ऐसे आरोपों की राजनीति करते रहे हैं उन्हें इस पर पुनर्विचार करना होगा |

ॐ प्रकाश चौटाला

हरियाणा में मुख्य विपक्षी नेता ॐ प्रकाश चौटाला ने गाँधी परिवार के सदस्य पर टैक्स चोरी के आरोप लगाये थे उन्हें झुठलाते हुए जनार्दन ने कहा कि उनकी पार्टी ने सार तथ्य चौटाला को उपलब्ध करा दिए अगर वोह चाहें तो कोर्ट में जा सकते हैं|

केस हिस्टरी

जिस दौर में सपा और कांग्रेस में चुनावी आकडा था उस समय सपा के पूर्व विधायक किशोर समरीते ने एक वेबसाइट की रिपोर्ट के आधार पर आरोप लगाया था कि 3 दिसंबर, 2006 को राहुल और उनके दोस्तों ने अमेठी में एक लड़की को बंधक बना लिया था और बाद में उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। उन्होंने इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर कर कथित पीड़ित लड़की को कोर्ट में पेश करने का अनुरोध भी किया था। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने समरीते की याचिका को खारिज करने के साथ ही उन पर 50 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था। कोर्ट ने मध्य प्रदेश से एसपी के पूर्व विधायक के खिलाफ सीबीआई जांच का निर्देश भी दिया था। समरीते ने इलाहाबाद कोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।।
अपहरण कर बलात्‍कार करने के इस पूरे मामले को खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि याचिका दायर करने वाले ने इस संबंध में कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया। वहीं कोर्ट ने समरिते को यह भी आदेश दिया है कि झूठा मुकदमा दायर करने के आरोप में वो राहुल गांधी को पांच लाख रुपये बतौर जुर्माना देंगे। कोर्ट ने समरिते पर लगाए जुर्माने में राहत देते हुए इसकी राशि पचास लाख से घटाकर दस लाख जरूर कर दी। इसमें से पांच लाख रुपये लड़की के परिवार को देने का आदेश दिया गया है। इस याचिका में समरिते ने हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी थी।

सपा का सम्बन्ध

इलाहाबाद उच्‍च न्‍यायालय के फैसले को सर्वोच्‍य न्‍यायलय में दी गई चुनौती के संबंध में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए वकील ने बताया था कि वर्ष 2011 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ बलात्कार और लड़की को बंधक बनाकर रखने के संबंध में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में जो मामला दाखिल किया गया था वह समाजवादी पार्टी (सपा) नेता अखिलेश यादव के इशारे पर हुआ था, जो कि अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं।[वर्तमान में सपा और कांग्रेस में मधुर राजनीतिक सम्बन्ध है]
कांग्रेस प्रवक्ता जनार्दन द्विवेदी ने कोर्ट ने मामला खारिज करते हुए कहा कि याचिकाकर्ता इस बाबत कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर सके। कोर्ट ने समरिते पर इस तरह का झूठा मुकदमा दायर करने के लिए राहुल गांधी को पांच लाख रुपये बतौर जुर्माना देने का भी आदेश दिया है। कोर्ट ने समरिते पर लगाए जुर्माने में राहत देते हुए इसकी राशि पचास लाख से घटाकर दस लाख जरूर कर दी। इसमें से पांच लाख रुपये लड़की के परिवार को देने का आदेश दिया गया है।

हरियाणा भूमि अधिग्रहण चक्रव्यूह में खेमका घुसे हैं अभिमन्यु बन कर शहीद होंगें या अव्यवस्था परास्त होगी

हरियाणा भूमि अधिग्रहण चक्रव्यूह में खेमका घुसे हैं अभिमन्यु बन कर शहीद होंगें या अव्यवस्था परास्त होगी

भूपेंद्र सिंह हुड्डा के भूमि अधिग्रहण चक्रव्यूह में अशोक खेमका घुस तो गए हैं अब देखना है कि वोह अभिमन्यु बन कर शहीद होते है या अर्जुन की भांति व्यवस्था को परास्त कर बाहर निकलते हैं| राबर्ट वढेरा को आर्थिक साम्राज्य दिलाने के लिए हरियाणा के मुख्य मंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जो भूमि अधिग्रहण चक्रव्यूह रचा था उसमे बेचारे आधुनिक अभिमन्यु वरिष्ठ आई ऐ एस अधिकारी [१९९१] अशोक खेमका फंस गए हैं|अशोक खेमका ने वढेरा के स्काई लाईट हासपितेलिती प्रायवेट लिमिटेड और डी एल ऍफ़ के भूमि सौदों की जांच के आदेश देकर[३.५३१ एकड़] शिकोहपोर -मानेसर की एक डील क्या रद्द कर दी की हरियाणा सरकार ने तत्काल अशोक को मात्र २१ साल में ४० वां ट्रांसफर आर्डर थमा कर साईड लाइन कर दिया है|भूमि सम्बन्धी [आई जी आर]विभाग से हटा कर अशोक को बीज संबंधी विभाग में[डी जी] भेज दिया गया है|इस पर ऐतराज़ करना भी अधिकारी पर भारी पड़ गया है |अब उन पर कार्यवाही की तलवार दिखाई जा रही है| आश्चर्यजनक रूप से मुख्य मंत्री हुड्डा ने तत्काल इस पर प्रतिक्रया व्यक्त करते हुए कहा है के ट्रांसफर कोई पनिशमेंट नहीं होता| उन्होंने एक तरह से वढेरा और डी एल ऍफ़ के तमाम डील्स को क्लीन चिट देते हुए इस डील्स पर अरविन्द केजरीवाल के आरोपों को भी दर किनार कर दिया है|बताया जा रहा है कि इसी खेमका ने २००४ में तत्कालीन मुख्यमंत्री ॐ प्रकाश चौटाला के आदेशों का पालन करने के लिए मिड टर्म में टीचर्स का ट्रांफर करने से मना कर दिया था| अब कैंसिल की गई मुटेशन को दोबारा जीवित करने के लिए स्थानित प्रशासन से फेवोर वाली रिपोर्ट भी मगा ली गई है|
चीफ सेक्रेटरी पी चौधरी ने सरकार के पक्ष को सामने रख्रते हुए कहा है कि खेमका का ट्रांसफर किसी जल्द बाजी में नहीं किया गया है वरन स्वयम खेमका ने पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर करके ट्रांसफर माँगा था जबकि खेमका ने कोर्ट में फ़रियाद कि थी कि उनके पास कई चार्ज हैं उनमे से एक चार्ज उनके पद से बेहद जूनियर आधिकारी के लिए है अत उसे विड्रा कर लिया जाए|अब खेमका के ट्रांसफर के लिए उसी कोर्ट के मामले को आधार बनाया जा रहा है|
अगर देखा जाए तो बीज सम्बंधित विभाग में इन्हें डी जी बनाया गया है यह पद इन्स्पेक्टर जनरल रजिस्ट्रेशन के पद से जूनियर है ऐसे में यह ट्रासफर एक तरह से हाई कोर्ट के आदेशो की अवहेलना है |क्योंकि खेमका से जूनियर पोस्ट विड्रा करने के बाजए उन्हें ही दूसरे जूनियर विभाग में ट्रांसफर कर दिया गया है और इस ट्रांसफर को जायज़ ठहराया जा रहा है जाहिर है इससे शक की सुई अपने आप में मुख्य मंत्री की तरफ घूम रही है| शायद इसीलिए अब ३९ ट्रांसफर झेल चुके अशोक खेमका ने व्यवस्था में रह कर व्यवस्था को बदलने का निश्चय कर लिया है और चीफ सेक्रेटरी को पत्र भी भेज दिया है| शायद इसी लिए अब खेमका पर तमाम आरोप लगाने लग हैं| शासन की तरफ से कहा जा रहा है कि अशोक खेमका ने अपने ट्रांसफर होने के बाद लैंड मुटेशन को रद्द किया|इसके अलावा जबी जुबान से हरियाणा सरकार +रॉबर्ट वढेरा और डी एल ऍफ़ के नेक्सस की डिटेल अहोक खेमका ने ही प्रेस को लीक की हैं|
गौरतलब है के 12-02-२००८ में राबर्ट वढेरा को जमीन का एक टुकड़ा साडे सात करोड़ में बेचा गया जिसके लैंड यूज को बदलने के लिए एक ही दिन में परमिशन दे दी गई| इसके मात्र ६५ दिनों के पश्चात ही साडे सात करोड़ के जमीन को डी एल ऍफ़ ही ६५ करोड़ रुपयों में खरीद लेता है|इस भूमि के खरीद फरोख्त में टैक्स के चोरी करने के लिए कई नियम भी बदले गए|इस घोटाले को बीते साल इकोनोमिक्स टाइम्स ने उठाया थाफिर अब इसी महीने इंडिया अगेंस्ट करप्शन के नेता अरविन्द केजरीवाल ने राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया |अरविन्द द्वारा मुद्दा उठाये जाने के मात्र दो दिन के पश्चात ही हरियाणा के इन्स्पेक्टर जनरल पंजीकरण [ आई जी आर] ने वढेरा और डी एल ऍफ़ के बीच हुई भूमि सौदों के जांच के आदेश दे दिए एक सौदा के मुटेशन रद्द कर दी गई | इस अधिकारी का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया गया |अंग्रेज़ी के हिन्दू अखबार और इंडियन एक्सप्रेस ने इसे प्रमुखता से उठाया | और कई नए खुलासे किये| फर्स्ट पोस्ट ने तो डी एल ऍफ़ के स्वर्गीय राजीव गांधी से भी रिश्ते खोल दिए |२८-०३-२००८ को टाउन & कंट्री प्लानिंग विभाग ने हाउसिंग कालोनी के लिए परमिशन प्रदान कर दी|लेकिन वहां वढेरा की कंपनी ने कोई निर्माण नहीं किया|हाँ उनके लायसेंस के अवधि को जरूर दो बार[रिन्यू] बढाया गया | इसके बाद बड़े नाटकीय ढंग से मात्र ६५ दिनों के पश्चात यह भूमि डी एल ऍफ़ को ६५ करोड़ में बीच डाली गई|अब कहा जा रहा ही के दी एल ऍफ़ के साथ पहले अग्रीमेंट हुआ था जिसके एवाज़ में ५० करोड़ ले लिए गए थे अब सवाल उठाया गया है के अगर पहले सेल एग्रीमेंट हो गया था तब लायसेंस का रिनुअल कैसे हो गया|
इस डील को देखते हुए आरोप लगाया जा रहे है के राबर्ट वढेरा ने अपने राजनीतिक कनेक्शनों का इस्तेमाल करके जमीन का लैंड यूज बदलवाकर भूमि पुनः डी एल ऍफ़ को लौटा कर मोटा मुनाफ़ा कमाया| केपिटल गेन आदि टैक्सों की चोरी हुई |चूंकि वढेरा रूलिंग पार्टी के सबसे बड़े परिवार से सम्बन्धित हैं और भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपनी मुख्य मंत्री की सीट बचाने की खातिर पार्टी प्रधान के दामाद के लिए एक रियल एस्टेट का एम्पायर खड़ा कर दिया| अब पोल खुलने के बाद इस परिवार को बचाने के लिए इनकी एम्पायर को सुरक्षित रखने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं |शायद हुड्डा और राबर्ट वढेरा के दुर्भाग्य से क़ानून मंत्री सलमान खुर्शीद के खिलाफ अरविन्द केजरीवाल ने अपना अनिश्चित कालीन धरना समाप्त कर दिया है| जाहिर है कि अब मीडिया और इंडिया अगेंस्ट करप्शन वालों को राबर्ट वढेरा पर ध्यान केन्द्रित करने का पर्याप्त समय मिलरहा है| | दुर्भाग्य वश इन सारे हरियाणवी हथकंडों से कांग्रेस की छवि लगातार गिरती ही जा रही है|इन तमाम तरह की एक के बाद एक नकारात्मक घटनाक्रम के बीच १९९१ बैच के भारतीय प्रशासनिक अधिकारी अशोक खेमका ने व्यवस्था में रहते हुए ही व्यवस्था को बदलने का निश्चय किया है यह अपने आप में एक सकारात्मक सन्देश देता है
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सलमान खुर्शीद की विकलांग दलीलों को सहारा देने आ रहे हैं मंत्री जी और संतरी जी


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक सोशलाईट

ओये झल्लेया ये हसाडे अरविन्द केजरीवाल को क्या भसूडी पड़ गई|अच्छा खासा आन्दोलन चल रहा था|कांग्रेस और सलमान खुर्शीद और सपा भी दबाब में आ गए थे | अभी तो यह भी देखना था कि जब विकलांगों को सामन बांटा ही नहीं गया तो उसके खरीद के बिल कैसे बन गए| इसीलिए तो ७७०००००/=की खरीद के बिलों की भी जांच करवानी थी यह सामान बेचने वालों के खातों को भी परखना था| मगर अब सब कुछ धरा का धरा रह गया| पहले अनिश्चितकालीन धरना घोषित किया जब सफल होने लगा तो धरने को ही निरस्त कर दिया|ओये ऐसे कोई आन्दोलन चलता है क्या?

सलमान खुर्शीद की विकलांग दलीलों को सहारा देने आ रहे हैं मंत्री जी और संतरी जी

झल्ला

भोले बादशाओ अआपने देखा होगा कि मीडिया के जोरदार आरोपों के आगे सलमान खुर्शीद की पेश की गई दलीलें स्वयम में ही विकलांग लग रही थी| शायद इसीलिए सलमान की तार्किक रूप से कमजोर+ असहाय और घसीटे जा रहे बचाव को सहारा देने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्री अम्बिका सोनी+ हमेशा तैयार दिग्विजय सिंह+गुलाम नबी आज़ाद+ हरीश रावत के बाद बेनी प्रसाद वर्मा ने भी सहयोग के लिए हथेली लगा दी है| और तो और मीडिया के ऊपर थोपे गए रिटायर्ड जस्टिस श्री मार्कंडेय काटजू ने भी सलमान खुर्शीद की जांच के साथ ही आज तक चैनल की जांच करवाने के आदेश दे दिए हैं|ऐसे में जब आप विकलांगों के हितों के लिए आन्दोलन चला रहे हो तब एक विकलांग के लिए दूसरे विकलांग को ऐसे दबा सकते हो |शायद यही सोच कर अप जी के अरविन्द केजरीवाल ने असहाय सलमान के खिलाफ चल रहे अपने धरने को वापिस ले लिया है|