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पाकिस्तान से आये लाखों पीड़ितों के वंशजों को अभी भी अपने हक़+न्याय के लिए भटकना पड़ रहा है

[नई दिल्ली]पाकिस्तान से आये लाखों पीड़ितों के वंशजों को अभी भी अपने हक़+न्याय के लिए भटकना पड़ रहा हैभारत और पाकिस्तान ने ६९वीं बार उजाला करके अपने अपने स्वतंत्रता दिवस धूम धाम से मना लिए लेकिन इस दिन की कालिमा आज भी हजारों विस्थापितों के वंशजों को साळ रही है| बुजुर्गों की अंत्येष्टि नही हुई+वंशजों को कम्पेन्सेशन मिला नहीं+यहां तक कि इनकी स्मृति में कोई सरकारी स्मारक भी नही बनाया जा सका है |अपनी इसी पीड़ा की अभिव्यक्ति के लिए पंजाबी परिवारों ने १४ अगस्त की संध्या में समूचे उत्तर प्रदेश में मोमबत्ती जला कर अपने पूर्वजो को श्रद्धांजलि दी और व्यवस्था पर रोष प्रगट किया |वर्तमान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी लीक से हट कर नया करने के लिए प्रसिद्ध हैं सो पुरानी लीक से हट कर कुछ करने के लिए पीड़ितों की उनकी तरफ टकटकी लगी है
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तान में समकक्ष ने स्वतंत्रता दिवस पर एक दूसरे को शुभकामनाएं दी है | दुर्भाग्यवश इसी दिन मारे गए लाखों निर्दोषों को श्रद्धांजलि देना दोनों नेता भूल गए ।
प्रधान मंत्री बनने के पश्चात ,श्री मोदी लगातार गुजरात+भारत+विदेशों में ख़ुशी हो या गम सभी में अपनी भागे दारी दर्ज करा रहे हैं ।इसी कड़ी में पाकिस्तान को उसके जन्म दिन पर शुभकामनाएं ट्वीट की है ।इतिहास के जिन पन्नो से पीएम ने यह इंडिपेंडेंस डे निकाला है उन्ही पन्नो में दोनों पक्षों में लाखों निर्दोषों के कत्लेआम +लूटपाट की निर्मम घटनाएँ भी दर्ज हैं ।
पाकिस्तान में गए लोगों को मुहाजिर कह कर अपमानित किया जा रहा जबकि पाकिस्तान से भारत आये लाखों लुटे पिटे शरणार्थियों के वंशजों को अभी भी अपने हक़ के लिए +न्याय के लिए भटकना पड़ रहा है| मृतकों कि आत्मा की शांति के लिए गैर सरकारी संगठन पंचनद द्वारा कुरुक्षेत्र में आयोजन किया जा चूका है |एक स्मारक भी बनाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं |मुल्क के बंटवारे के दौरान मुल्कों में छूटी अचल संपत्ति का मुआवजा या शरणार्थियों की पुनः प्रतिष्ठा के लिए केंद्रीय स्तर पर विशेष रिहैबिलिटेशन विभाग बनाये गए अनेकों को मुआवजा दिया भी गया इस सबके बावजूद अभी भी बढ़ी संख्या में पीड़ित परिवार न्याय के लिए भटक रहे हैं |पंजाब राज्य में तो न्यायलय के द्वार भी खटखटाये जा रहे हैं|
आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ घटनाओं में भूमि एलॉट की गई मगर जहां एलॉट की गई वहां खसरा नंबर के वजूद को ही नकार दिया गया जिसके पश्चात एलॉटमेंट को कैंसिल करने के लिए दो लाइन का आदेश लिख कर इतिश्री कर ली गई|अनेकों प्रदेशों की छावनियों में कुछ कालोनियां बना कर कुछ को बसाया गया मगर अब उन्हें वहां से भी उजाड़ा जा रहा है |प्रधान मंत्री के अपने पीएमओ में शरणार्थियों के कल्याण के लिए एक फण्ड बनाया गया था दुर्भाग्यवश उसे भी पीएमएनआरऍफ़ का नाम देकर उसे भी जरुरत मंद पंजाबियों से दूर कर दिया गया है |
फोटो मेरठ से नितिन

हरियाणा गुत्थी सुलझाते हुए भाजपा ने अपने कट्टर विश्वस्त मनोहरलाल खट्टर को अपना पहला सीएम चुना

[चंडीगढ़]हरियाणा के सीएम की गुत्थी सुलझाते हुए भाजपा ने कट्टर विश्वस्त मनोहर लाल खट्टर [६०]को प्रदेश की कमान सौंपी | पंजाबी समुदाय के खट्टर को 40 सालों से आर एस एस के प्रचारक और अनुशासित +अनुभवी+अविवादित प्रशासक के रूप में जाना जाता है |श्री खट्टर 26 अक्टूबर को पद की शपथ ग्रहण करेंगे| मई 1954 को रोहतक की महम तहसील के निगाना गावं में जन्मे श्री मनोहर लाल के पिता श्री हरबंस लाल खट्टर १९४७ में पाकिस्तान से माइग्रेट करके शरणार्थी के रूप में भारत आये थे |किसान और व्यापारी परिवार से सम्बंधित श्री मनोहर लाल दिल्ली यूनिवर्सिटी से स्नातक हैं
भाजपा ने हरियाणा के चीफ मिनिस्टर की गुत्थी सुलझाते हुए पार्टी और आर एस एस के कट्टर विश्वस्त मनोहर लाल खट्टर को प्रदेश की कमान सौंपने की घोषणा कर दी है | श्री खट्टर ने प्रदेश में भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन और चौतरफा विकास का वायदा किया है |
हरियाणा के भावी मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने आज यह वादा किया है कि श्री खट्टर स्वच्छ एवं भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देंगे और राज्य का चौतरफा विकास करेंगे।
भावी सी एम श्री खट्टर ने राज्य में सरकार बनाने के लिए भाजपा को जनादेश देने की खातिर मतदाताओं का धन्यवाद भी किया।
हरियाणा में पहली बार सरकार बनाने को तैयार भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है और केंद्रीय पर्यवेक्षक वेंकैया नायडू और दिनेश शर्मा की उपस्थिति में सभी विधायकों ने सहमति जता दी है।
श्री खट्टर हरियाणा के नए मुख्यमंत्री होंगे। इसका फैसला आज चंडीगढ़ में बीजेपी के विधायकों की बैठक में हुआ। हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में मनोहर लाल खट्टर का नाम सबसे ऊपर था। इसके साथ ही मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में ओ पी धनकड़++राम विलास शर्मा+अनिल विज+कैप्टन अभिमन्यु+राव इंद्रजीत सिंह आदि का नाम भी शामिल था, लेकिन अंतिम मुहर श्री खट्टर के नाम पर ही लगी।
यूं टी हाउस के बाहर आज उत्सव सा माहौल था जैसे ही कोई विधायक मीटिंग में पर्यवेक्षकों के समक्ष जाने के लिए भवन के बाहर पहुँचता था तो उसके समर्थक पक्ष में नारे लगाने लगते थे श्री खट्टर संघ और पी एम के भी करीबी बताये जाते हैं।
90 सीटों वाली विधान सभा में बीजेपी को 47 सीटों पर जीत हासिल हुई है |
सोर्स एजेंसी ,वेब