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यूपी में सत्तारूढ़ स पा ने नोटबंदी के लिए अंतिम तिथि बढ़ाये जाने की मांग की

[लखनऊ,यूपी] यूपी में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने नोटबंदी के लिए अंतिम तिथि बढ़ाये जाने की मांग की
प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने प्रधान मंत्री को पत्र लिखा है जिसमे उन्होंने जनमानस की दुहाई देते हुए ५०० रुपयों के नोटों की वैधता ३० नवम्बर तक बढ़ाये जाने की मांग की है|मुख्य मंत्री ने लिखा है के उनकी सरकार काल धन और नकली नोटों के प्रचलन के खिलाफ है लेकिन वर्तमान में बैंकों और ऐ टी एम् में पर्याप्त पैसा नहीं होने के कारण जनता को परेशानी हो रही है इसीलिए ५०० रुपयों के नोटों की वैधता ३० नवम्बर तक बढ़ा दी जाये
सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिव पाल सिंह के अनुसार प्रचलित नोटों पर अचानक रोक लगाने के कारण किसान रबी की बुवाई के वक्त घण्टों सहकारी समितियों एवं दुकानों के बाहर लाइन लगाकर खड़े रहने के बावजूद चार बोरी खाद व बीज खरीद नहीं पा रहा
क्योंकि उसके पास नई मुद्रा उपलब्ध नहीं है।
शिव पाल सिंह के अनुसार ज नता तक नई नोट पहुंचाने में केन्द्र सरकार बुरी तरह असफल हो चुकी है।

मुलायम मित्र दलों के प्रति हुए कठोर,महागठबंधन से किया इनकार

[लखनऊ,यूपी] मुलायम सिंह मित्र दलों के प्रति हुए कठोर ,महागठबंधन से किया इनकार
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने आज किसी भी महागठबंधन से इनकार कर दिया लेकिन मर्जर की संभावना को जीवित रखा| आनन फानन में बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने उत्तर प्रदेश असेंबली के लिए होने जा रहे इलेक्शन्स में किसी भी गठबंधन से इनकार कर दिया है|गौरतलब हे के बीते दिनों कांग्रेस के रणनीति कार प्रशांत किशोर+रालोद के चौधरी अजित सिंह आदि ने मुलायम सिंह से मुलाकातें की थी इसके अलावा सपा के समारोह में जनता परिवार के जुटने से सियासी गलियारों में गठबंधन के कयास लगाए जाने लगे थे | मुख्य मंत्री और मुलायम सिंह के पुत्र अखिलेश यादव गठबंधन नीति को अव्यवहारिक बता चुके हैं
फाइल फोटो

अखिलेश यादव ने शिवपाल के पावन छुए,चाचा ने सीएम् पद की अनिच्छा दोहराई

[लखनऊ,यूपी]अखिलेश यादव ने शिवपाल के पावन छुए,चाचा ने सीएम् पद की अनिच्छा दोहराई अखिलेश ने समाजवादी मंच पर शिवपाल के पावन छुए तो चाचा ने भी दोहरा दिया के वोह मुख्य मंत्री बनना नही चाहते
मांगोगे तो खून भी देंगे|समाजवादी पार्टी के २५ वर्ष पूरे होने पर जनेश्वर पार्क में सजे विशाल मंच प्रदेश अध्यक्ष शिव पाल सिंह ने मेहमानों की गैलेक्सी का स्वागत किया |अपने सम्बोधन में उन्होंने दोहराया के उन्हें जो कार्य दिया गया उसे उन्होंने बखूबी निभाया|,नहरों की सफाई हुई जो पहले कभी नही हुई थी |इस दौरान उनका अपमान भी किया गया लेकिन नेता जी ,मुलायम सिंह, और समाजवादी पार्टी का साथ नहीं छोड़ेंगे|इससे पूर्व बिहार से समधाने से आये लालू प्रसाद यादव के आदेश पर मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिव पाल सिंह के पावन भी छुए |

अखिलेश ने मुलायम के बगैर ही यश भारती सम्मान से 73 हस्तियों को नवाजा

[उत्तर प्रदेश.लखनऊ ]अखिलेश ने मुलायम के बगैर ही यश भारती सम्मान से 73 हस्तियों को नवाजा|इस बढे आयोजन में मुलायम सिंह यादव की अनुपस्थिति से परिवार और पार्टी का विवाद गहराता दिखाई दिया |
यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने साहित्य, समाजसेवा, चिकित्सा, फिल्म, विज्ञान, पत्रकारिता, हस्तशिल्प, संस्कृति, शिक्षण, संगीत, नाटक, खेल, उद्योग और ज्योतिष क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाली 73 हस्तियों को आज यश भारती पुरस्कार से सम्मानित किया लेकिन इस आयोजन में उनके पिता और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव अनुपस्थित रहे|
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि यह पुरस्कार उनके पिता सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने 1994-95 में शुरू किया था। पिछली सरकार [बसपा सरकार] ने यश भारती सहित सभी पुरस्कारों और सम्मानों पर रोक लगा दी थी, जिसे सपा सरकार ने फिर से शुरू किया।
पुरस्कार पाने वाले नामचीन लोगों में
बेगम हमीदा हबीबुल्लाह [समाजसेवा],
बशीर बद्र [उर्दू शायर]
संतोष आनंद [फिल्म गीतकार]
केवल कुमार [संगीत निर्देशक]
नसीरूददीन शाह [अभिनय]
पंडित विश्वनाथ [शास्त्रीय संगीत]
सौरभ शुक्ला [अभिनय, लेखन],
मोहम्मद असलम वारसी [कव्वाली]
पीयूष चावला [क्रिकेट]
साबरी बंधु [कव्वाली]शामिल हैं।
पुरस्कार के रूप में 11 लाख रूपये का चेक, शाल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।

यूपी की सत्तारूढ़ “सपा” पर इंडिया टुडे की सर्जिकल स्ट्राइक

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

सपाई चेयर लीडर

ओऐ झल्लेया!ये मीडिया वालों ने चुनावी सर्वे के नाम पर क्या नया षटराग फैला दिया?ओऐ प्रदेश को ऊपर उठाने में हमारे चाचा ,भतीजे का खून,पसीना एक हुआ जा रहा है और २०१७ में इंडिया टुडे वाले भाजपा को जितवाने केलिए हम पर ही सर्जिकल स्ट्राइक कर बैठे

झल्ला

ओ मेरे भोले पहलवान जी !आपलोगों से एक रावण का पुतला तो ठीक से फूँका नहीं गया |आपजी के ही प्रदेश की राजधानी में भी दिल्ली से प्रधानमंत्री को आना पढ़ गया |नॉएडा के स्टेडियम में एक पढ़े लिखे चाचा ने पुतला फ़ूंकने का उपक्रम किया तो अव्यवस्थाओं के अनेको रावण उजागर हो गए |

दशहरे के पश्चात् भी अव्यवस्था के अनेकों रावण अट्टहास लगा रहे हैं

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

सपाई चेयर लीडर

ओऐ झल्लेया! दशहरे दिया लख लख वधाईयां !ओऐ हसाड़े प्रोफ़ेसर राम गोपाल यादव जी ने नॉएडा के स्टेडियम में लाखों की भीड़ के सामने रावण परिवार को स्वाह कर दिया |अब तो प्रदेश में रामराज्य स्थापित हो ही जाना है

झल्ला

ओ मेरे भोले पहलवान जी!आपजी के प्रोफ़ेसर साहब भी दूसरे नेताओं के तरह झट से लाल बत्ती में आये पट तीर को हाथ लगाया और रावण के राख बनने से पहले ही खट से एस्कॉर्ट के साये में लौट गए|उन्होंने यह तक देखना गवारा नहीं किया के मार्ग में ट्रैफिक जाम+गन्दगी+अव्यवस्था अदि अनेकों रावण अट्टहास लगा रहे थे जिनकी गर्जना अभी तक कानों में गूँज रही है

सपा ने चौ.चरणसिंह के सहयोगी रहे चौ रिछपालसिंह को प्रदेश सचिव बनाया

[लखनऊ,यूपी]सपा ने चौ.चरणसिंह के सहयोगी रहे चौ रिछपालसिंह को प्रदेश सचिव बनाया
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने किसान नेता +स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह से जुड़े रहे ७५ वर्षीय चौधरी रिछपाल सिंह को प्रदेश सचिव नामित किया है। सपा के प्रदेश प्रवक्ता+प्रदेश सचिव दीपक मिश्र के अनुसार श्री सिंह ने समाजवादी विचारधारा और किसान आंदोलन को मजबूत करने की दिशा में काफी काम किया है।

समाजवादी पार्टी ने एक मात्र सिख प्रत्याशी परविंद्र को भी बदल दिया

[मेरठ,यूपी]समाजवादी पार्टी ने एक मात्र सिख प्रत्याशी परविंद्र को भी बदल दिया|पूरी यूपी से परविंद्र सिंह ईशू के मात्र सिख केंडिडेट थे|
शिव पाल यादव की धमक साफ़ दिखाई देने लगी है |
प्रदेशाध्यक्ष बनते ही शिव पाल यादव ने मेरठ छेत्र के पूर्व घोषित अनेकों प्रत्याशियों को बदल डाला|इन प्रत्याशियों ने चुनावी प्रचार में पूरी शक्ति झोंक रखी थी
बहुचर्चित अतुल प्रधान की जगह मैनपाल सिंह उर्फ पिंटू राणा,
मेरठ कैंट सीट से कर्मठ सरदार परविन्द्र सिंह की जगह आरती अग्रवाल और
मेरठ शहर से गंभीर रफीक अंसारी की जगह अय्यूब अंसारी को टिकट दिया है।

आतंकवादियों के उड़ी में हुए हमले के विरोध में भारत में आक्रोश :पाक के झंडे और सरकार के पुतले फूंके

[चंडीगढ़,मेरठ]आतंकवादियों के उड़ी में हुए हमले के विरोध में भारत में आक्रोश:पाक के झंडे और सरकार के पुतले फूंके |इस हमले में २० जवान शहीद हो चुके हैं जबकि चार हमलावर भी मारे डाले गए हैं|
पाक समर्थित इन आतंकवादी गतिविधियों के विरोध में भारत के विभिन्न भागों में पाकिस्तान का राष्ट्रीय झंडा फूँका जा रहा है
चंडीगढ़ में युथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पकिस्तान का नेशनल फ्लैग और पाकिस्तान की सरकार का झंडा फूंक कर रोष व्यक्त किया
यूपी के मेरठ में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी +भाजपा और परमधाम न्यास के अलावा स्वयमसेवी संस्था सारथि द्वारा कमिश्नरी पार्क में पाकिस्तान का पुतला फूंके जाने के समाचार हैं

केंद्रीय मंत्री “नकवी” ने कांग्रेस को पोलिटिकल पाखण्ड का पासवर्ड बताया

[नयी दिल्ली]”नकवी” ने कांग्रेस को पोलिटिकल पाखण्ड का पासवर्ड बताया
कांग्रेस को ‘पोलिटिकल पाखंड’ का ‘पासवर्ड’ करार देते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि उत्तरप्रदेश में ‘खाट सभा’ कांग्रेस की बची.खुची खटिया खड़ी करने के लिए काफी है
यूपी में समाजवादी पार्टी के कुनबे की कलह पर बोलते हुए कहा के अखिलेश सरकार नाकारापन, भ्रष्टाचार और कुशासन के कलंक को नहीं छिपा सकती |
केंद्रीय मंत्री ने ‘भाषा’ से बातचीत में कहा कि मायावती की बसपा के पांच वर्षों के शासन को लोग पहले देख परख चुके हैं, जिनके पास उत्तरप्रदेश के विकास एवं सुशासन का कोई ब्लूप्रिंट नहीं है। ऐसे में राज्य में भाजपा सबसे मजबूत विकल्प है।
नकवी ने कहा कि कांग्रेस की खाट पहले ही खड़ी हो चुकी है और उस खड़ी खाट पर ‘खाट सभा’ कांग्रेस की बची.खुची खटिया खड़ी करने के लिए काफी है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा,‘‘ कांग्रेस आज की तारीख में ‘पोलिटिकल पाखंड’ का ‘पासवर्ड’ बन गई है । इसका नतीजा यह है कि अब कांग्रेस से जनता दूर रहना ही पसंद करती है।’’ अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि कांग्रेेस को खुद आत्मचिंतन करना चाहिए कि उनकी कौन सी ऐसी नकारात्मक नीतियां हैं जो उसे जनता से दूर कर रही है ।
कांग्रेस एक राजनीतिक दल है और देश के राजनीतिक परिदृश्य में सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी मानी जाती है जिसने पांच दशकों से अधिक समय तक देश पर राज किया तथा लगभग सभी राज्यों में उसकी सरकार रही,इसके बावजूद आज उसका सिमटता, सिकुड़ता जनाधार उसके राजनीतिक अस्तित्व पर सवालिया निशान खड़ा करता है।
नकवी ने कहा कि जहां तक उत्तरप्रदेश का सवाल है, कांग्रेस कभी समाजवादी पार्टी और कभी बसपा के साथ जुड़ी और केंद्र में कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के दौरान भी सपा, बसपा सहयोगी पार्टी रही। कांग्रेस उत्तरप्रदेश में एक पिछलग्गू पार्टी बन कर रही गई है।

सोर्स पी टी आई