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हरियाणा के गृह राज्य मंत्री के उत्पीडन से घबराकर एयर होस्टेस ने आत्महत्या की

हरियाणा के गृह राज्य मंत्री गोपाल कांडा के उत्पीडन से तंग घबराकर एक एयर होस्टेस ने पंखे से लटक कर आत्म ह्त्या कर ली |
एम् डी एल आर की पूर्व एयर होयेस्टेस और निदेशक गीतिका शर्मा का आज अशोक विहार स्थित निवास पर पंखे से लटका हुआ शव मिला है वहां से प्राप्त एक सुइसाईद नोट के आधार पर हरियाणा के एक मंत्री गोपाल कांडाके विरुद्ध आई पी सी की धारा ३०६ के अंतर्गत[ आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने का] मुकद्दमा दर्ज़ किया गया है
गीतिका के परिवार वालों ने हरियाणा के गृह राज्य मंत्री गोपाल कांडा के ऊपर उत्पीडन के आरोप लगाए हैं| गीतिका एम् बी ऐ है और एम् डी एल आर[सुपरसोनिक] में उसे निदेशक बनाया गया था कुछ समय पूर्व गीतिका ने एम् डी एल आर छोड़ कर दूसरी नौकरी कर ली थी इसीलिए उस पर लगातार वापिस आने के लिए दबाब बनाया जा रहा था एम् डी एल आर एयर लाईन्स गोपाल कांडा की बताई जा रही है

पी एम् गैर भाजपाई और गैर कांग्रेसी बनेगा =आडवानी

बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने आगामी सरकार में बीजीपी और कांग्रेसी के सहयोग से गैर बी जी पी +गैर कांग्रेसी पी एम् बनने की भविष्यवाणी की है।श्री आडवाणी ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि 2014 में गैर कांग्रेसी और गैर बीजेपी उम्मीदवार प्रधानमंत्री बनेगा। आडवाणी के मुताबिक 2014 में न ही बीजेपी को और न ही कांग्रेस को बहुमत मिलेगा, लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि बिना बीजेपी और कांग्रेस के समर्थन के केंद्र में सरकार बनना नामुमकिन है। हाँ कांग्रेस के नुक्सान का फायदा बी जी पी को अवश्य मिलेगा आडवाणी ने थर्ड फ्रंट की सरकार बनने की संभावना से भी इनकार किया है।
आडवाणी के मुताबिक बीजेपी और कांग्रेस समर्थित पहले की सरकारों में भी किसी गैर बीजेपी या गैर कांग्रसी को प्रधानमंत्री बनाया गया है। लेकिन ये भी सच है कि कांग्रेस के समर्थन से प्रधानमंत्री बने चौधरी चरण सिंह, चंद्रशेखरजी, देवगौड़ा जी और इंद्र कुमार गुजरालजी के अलावा बीजेपी के समर्थन से पीएम बने विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकारें ज्यादा दिन नहीं चल सकीं।
श्री आडवाणी की इस भविष्यवाणी पर कांग्रेस नेता और केंद्रीय राज्यमंत्री राजीव शुक्ला के साथ साथ सत्यव्रत चतुर्वेदी ने भी कटाक्ष किया है। राजीव शुक्ला का कहना है कि आडवाणी ने चुनाव से पहले खुद ही हार मान ली है। 2004 के आम चुनाव में भी बीजेपी ने कांग्रेस को हारा हुआ बताया था लेकिन जनता ने दिखा दिया कि हकीकत क्या है उसी तरह से एक बार फिर जनता फैसला करेगी। इसके साथ ही श्री शुक्ला ने आगामी प्रधान मंत्री का नाम भी उजागर किये जाने की मांग की है| श्री चतुर्वेदी ने इसे आडवाणी की निराशा बताया । श्री चतुर्वेदी ने कहा कि नेतृत्व को लेकर बीजेपी के अंदरखाने मचा विवाद इस बयान से झलकता है। तीसरे मोर्चे के वजूद को उन्होंने यह कह कर नकार दिया कि तीसरे मोर्चे उसका का वजूद न पहले था और न अब है|
गौरतलब है कि श्री आडवानी को पी एम् इन वेटिंग बनाये जाने के बावजूद अब नरेन्द्र मोदी को भावी पी एम् के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है और श्री मोदी का एन डी ऐ के घटक विरोध कर रहे हैं|इसके अलावा कांग्रेस अपने सहयोगी दलों द्वारा ब्लैक मेल कि जा रही है और घोटालों में फंसी हैं संभवत इसीलिए वरिष्ठ पत्रकार और एन डी ऐ के शीर्ष नेता लाल कृषण आडवाणी ने यह ब्लॉग लिखा है\

मिसाईल परीक्षण करके ईरान ने दी अमेरिका और इजराईल को चुनौती

ईरान ने जमीन और पानी में मार करने वाली कम दूरी की मिसाइल का सफल परीक्षण करके सीधे टूर पर अमेरिका और इजराईल को सामरिक चुनौती दे दी है|। ईरान के रक्षामंत्री जनरल अहमद वाहिदी ने कहा कि फतह-110 ठोस ईधन से संचालित है और यह 300 किलोमीटर दूर तक मार कर सकती है।
इस मिसाइल ने परीक्षण के दौरान समुद्र और जमीन पर सफलतापूर्वक लक्ष्य भेदे गए हैं । ईरान की सेना का दावा है कि फतह-110 उनके जखीरे की सबसे उन्नत और अचूक निशाने वाली मिसाइल है। इस मिसाइल की नियंत्रण प्रणाली बेहद आधुनिक है। श्री वाहिदी ने अपनी महत्वकांक्षाओं को उजागर करते हुए बताया कि इससे क्षेत्र में मौजूद अमेरिकी ठिकानों और इजरायल तक हमले किए जा सकते हैं।
फतह-110 को 2002 में ईरान की सेना में शामिल किया गया था। विवादित परमाणु कार्यक्रम को लेकर ईरान का इजरायल और अमेरिका के साथ टकराव चल रहा है। हालांकि, ओबामा प्रशासन इस मसले का हल कूटनीतिक रास्ते से निकालने का दावा कर रहा है, लेकिन इजरायल का मानना है कि ईरान इतनी आसानी से नहीं मानने वाला।
इजरायल ने शंका व्यक्त की है कि अगर ईरान ने परमाणु हथियार बनाए तो वह हमला कर देगा। कुछ दिन पहले अमेरिका और इजरायल ने आपात स्थिति में ईरान पर हमले की रणनीति साझा की थी। ऐसे में ईरान तेजी के साथ सैन्य शक्ति बढ़ा रहा है। विवादित परमाणु कार्यक्रम को लेकर छह शक्तिशाली देशों के साथ ईरान वार्ता कर रहा है, लेकिन इससे अभी तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है।

गलती पर शिक्षा से वंचित नहीं किया जा सकता = दिल्ली हाई कोर्ट

शिक्षा के अधिकार को दो साल पूरे होने पर इसे और ज्यादा कारगर बनाने के लिए अब दिल्ली हाई कोर्ट ने व्यवस्था दी है कि वास्तविक गलती के लिए छात्रों को उसके शिक्षा के अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता है। ऐसे मामलों में छात्रों को दाखिला रद्द किए जाने जैसा दंड भी नहीं दिया जा सकता है।
कोर्ट ने कहा है कि संस्थान में प्रवेश के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरने में होने वाली वास्तविक गलती को नजरअंदाज किया जा सकता है। ऐसी गलती को खासकर तब नजरअंदाज किया जा सकता है, जब[१] छात्र वैसी जगह से संबंध रखता हो जहां कंप्यूटर और इंटरनेट की उपयुक्त व्यवस्था नहीं है। [२]प्रवेश परीक्षा में सीट सुनिश्चित कर लेने पर तो इसे और अधिक नजरअंदाज किया जाना चाहिए। जस्टिस जीएस सिस्तानी ने रोहित यादव नाम के छात्र की याचिका पर यह व्यवस्था दी है। उसने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ऑल इंडिया इंजीनियरिंग इंट्रेंस एग्जाम (एआइईईई) के लिए ऑनलाइन आवेदन करते समय अपनी जन्मतिथि गलत अंकित कर दी थी। देश में शिक्षा का अधिकार [आरटीई] कानून को लागू हुए रविवार को दो वर्ष पूरे हो गए।इस कानून के तहत छह से 14 वर्ष उम्र वर्ग के बच्चों को अनिवार्य व मुफ्त शिक्षा हासिल करने का अधिकार है।
शिक्षा का अधिकार कानून के प्रावधानों के तहत सभी बच्चों को मुफ्त पाठ्य-पुस्तकें, स्कूल की वर्दी और बस्ते भी मुहैया कराए जाते हैं।

कर्नाटक के ४००० सरकारी डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफे दिए

कर्नाटक के चार हजार से अधिक सरकारी डॉक्टरों ने शनिवार को सामूहिक इस्तीफे दे दिए हैं । कर्नाटक राज्य मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन के सचिव श्रीनिवास के अनुसार , ‘राज्य के विभिन्न हिस्सों में काम करने वाले करीब 4500 डॉक्टरों ने संबंधित जिला स्वास्थ्य अधिकारी को अपने इस्तीफे सौंप दिए हैं। इनकी मांग है कि [१]जिला अस्पतालों को अपने अधीन लेने वाले चिकित्सा शिक्षा विभाग [एमईडी] द्वारा इन्हें वापस जिलों को सौंप दिया जाए।’ इसके अलावा [२]इंसेंटिव को मूल वेतन में जोड़ने के अलावा उनके[३] वेतन को एमईडी के तहत नियुक्त डॉक्टरों के वेतन के बराबर करने की मांग भी की गई है।
प्रदेश के स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री अरविंद लिंबाबाली ने एसोसिएशन के सदस्यों को आश्वस्त किया है कि नौ अगस्त की बैठक में उनकी मांगों को मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार के समक्ष रखा जाएगा। लिंबाबाली ने डॉक्टरों से अपने इस्तीफे वापस लेने की अपील भी की है |

सिब्बल जी देसी छात्रों के साथ अमेरिका में वीजा खिलवाड़ बंद कराईये

अमेरिका के कैलिफोर्निया में सन्नीवेल स्थित हरगुआन विश्वविद्यालय के सीईओ जेरी वैंग पर वीजा धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है इससे विश्वविद्यालय के करीब 450 छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। इनमें से अधिकांश भारतीय हैं।एक वर्ष पहले प्रवास संबंधी घोटाले के चलते एक और ट्राई वैली विश्वविद्यालय को अमेरिकी अधिकारियों द्वारा इसी आरोप में बंद किया जा चुका है[ भारत में मानव संसाधन विकास मंत्रालय से इस विषय में हस्तक्षेप करके भारतीय छात्रों का भविष्य बचाने की उम्मीद भी की जा रही है
अमेरिका के संघीय अधिकारियों ने गुरुवार को कैलिफोर्निया में सन्नीवेल स्थित हरगुआन विश्वविद्यालय पर छापा मारकर इसके सीईओ जेरी वैंग को गिरफ्तार कर लिया। उन पर वीजा धोखाधड़ी संबंधी 15 आरोप लगाए गए हैं। ‘द सैन जोस मर्करी न्यूज’ अखबार के मुताबिक जांच अभी जारी है। हरगुआन में दाखिला लेने वाले करीब 450 छात्रों के प्रवास को लेकर अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। विश्वविद्यालय ने अपनी बेवसाइट पर लिखा है कि श्री वेंग ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है
34 वर्षीय वैंग पर वीजा की खातिर फर्जी दस्तावेज का प्रयोग कर बिना मान्यता वाले विश्वविद्यालय में छात्रों को पढ़ने के लिए लुभाने का आरोप है। आरोपों के साबित होने पर उन्हें 85 वर्ष की जेल हो सकती है और करीब 10 लाख डॉलर [लगभग साढ़े पांच करोड़ रुपये] जुर्माना देना पड़ सकता है। वैंग के माता-पिता पर भी आरोप लगाए गए हैं। उन पर 2007 से 2011 के बीच जाली वीजा दस्तावेज तैयार करने के आरोप हैं। वैंग ने विश्वविद्यालय के छात्रों का नकली वीजा रिकॉर्ड रखने के लिए उनसे टयूशन फीस और अन्य शुल्क लिए थे।
पिछले साल भी इसी तरह के एक मामले में ट्राई वैली विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट सुसान जिआओ-पिंग को विदेशी छात्रों को दाखिला देने के लिए जाली दस्तावेज प्रस्तुत करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इसमें भी दाखिला लेने वाले अधिकांश छात्र भारत के थे। जांच में पता चला था कि सुसान छात्रों से ट्यूशन फीस ले रहे थे, लेकिन उनके लिए कक्षा में जाना जरूरी नहीं था। वास्तव में इस विश्वविद्यालय के छात्र अमेरिका के विभिन्न हिस्सों में फैले हुए थे। ट्राई वैली में करीब 1500 भारतीय छात्र पढ़ते थे और बाद में इसे बंद कर दिया गया था|
भारत में मानव संसाधन विकास मंत्रालय से इस विषय में हस्तक्षेप करके भारतीय छात्रों का भविष्य बचाने की उम्मीद भी की जा रही है

मूक बधिर बच्चों के लिए ग्रांट नहीं बच्चों का उत्पीडन

मेरठ कैंट के मूकबधिर विद्यालय के कुछ मूकबधिर बच्चों ने हास्टल में उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
गूंगे-बहरे कुछ बच्चे मेरठ के बड़े अख़बार दैनिक जागरण के कार्यालय में लिखित शिकायत लेकर पहुंचे जिसमें कहा गया है कि स्कूल में उनसे साफ-सफाई करवाई जाती है। मना करने पर उनकी पिटाई होती है। खाना भी अच्छा नहीं मिलता है। उन्हें कोई मदद करने वाला नहीं है। कुछ बच्चों ने खुद को हास्टल से निकालने की बात कही। कुछ दिन पूर्व कुछ बच्चों के साथ पोलिस द्वारा मारपीट भी की गई थी
ग्रांट चाहिए
स्कूल मेनेजमेंट के अनुसार स्कूल में में इस समय करीब 200 बच्चे हैं। सेंट्रल गर्वनमेंट के करीब 75 फीसदी ग्रांट काफी दिनों से नहीं मिली है। इसकी वजह से हास्टल चलाना मुश्किल हो गया है। स्टाफ को वेतन देने के भी लाले पड़े हुए हैं

शरद महताओं कि रोक थाम को सेबी ने कि टेडी नज़र

शेयर बाज़ार में शरद महताओं की रोक थम के लिए सेबी ने नज़र टेडी कर ली है मिडकैप शेयरों में पिछले सप्ताह दर्ज हुई भारी गिरावट की जांच कर रहे बाजार नियामक ने 19 फर्मो और ट्रेडर को बाजार में कारोबार करने से प्रतिबंधित कर दिया है। शेयर बाजार नियामक सेबी की प्राथमिक जांच में ये फर्मे एक-दूसरे से संबंधित निकलीं। इन्होंने दाम गिराने की नीयत से कुछ मझोली कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली की।
जांच के मुताबिक, बेहतर दाम उपलब्ध होने के बावजूद इन कंपनियों ने 26 जुलाई को चुनिंदा मिडकैप शेयरों में बेहद कम दाम पर बिकवाली के सौदे लगाए। ये फर्मे बंबई शेयर बाजार (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) दोनों पर इन शेयरों में लगातार कारोबार करती रही हैं। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने उक्त तारीख को पा‌र्श्वनाथ, ट्यूलिप टेलीकॉम और पीपावाव डिफेंस सहित कई कंपनियों के शेयरों में बिना किसी कारण के बेतहाशा गिरावट के लिए इन फर्मो की ओर से की गई बिकवाली जिम्मेदार माना है। अंतरिम आदेश जारी करके इन फर्मो पर प्रतिबंध लगाते हुए सेबी चेयरमैन यूके सिन्हा ने मामले की जांच जल्दी ही पूरी कर दोषियों पर कार्रवाई की जाने का भरोसा दिलाया है\
एटूजेड स्टील्स, अजित कुमार जैन, शेमिनार ट्रेड कॉम, जीएन क्रेडिट्स, गिरजा जैना प्रीसशन इंडस्ट्रीज, कुवम प्लास्ट, लिटिलस्टार विनिजया, मनीष अग्रवाल और माइलस्टोन शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकिंग पर गाज गिराई गई है। अन्य प्रतिबंधित फर्मे-नीलचंद मर्केटाइल, नार्थ ईस्टर्न पब्लिशिंग एंड एडवर्टाइजिंग, पैशंस सिस्टम सॉल्यूशन, प्रीमियम हॉस्पिटैलिटी सर्विसेज, रामकृपा सिक्योरिटीज, उमंग नीमानी, वीनस इंफोसॉफ्ट, व्हाइट हॉर्स ट्रेडिंग और याशिका होल्डिंग हैं। सेबी ने इन कंपनियों को अपनी सफाई देने के लिए 21 दिन का समय दिया है। नियामक ने पाया कि केवाईसी और अन्य दस्तावेजों के मुताबिक इनमें से कई फर्मो के पते और फोन नंबर एक समान हैं। साथ ही कई फर्मो ने अपने कारोबार की तुलना में आय की सही सूचनाएं केवाईसी (अपने ग्राहक को जानो) दस्तावेजों में उपलब्ध नहीं कराई हैं।
मोडस ओप्रेंडी
इन फर्मो की बिकवाली से बीएसई और एनएसई पर 26 जुलाई को सवा नौ से पौने दस बजे के कारोबार में कई मिडकैप कंपनियों के शेयर मूल्यों में 20 से 26 फीसद तक की भारी गिरावट दर्ज हुई थी। इन कंपनियों ने अपने कारोबार से संबंधित कोई भी संवेदनशील सूचना स्टॉक एक्सचेंजों पर जारी नहीं की थी। जांच में पाया गया कि संबंधित मिडकैप शेयरों में बिकवाली के 95 फीसद सौदे इन्हीं 19 फर्मो और व्यक्तियों की ओर से किए गए।
सुधारों को घोषणा
सेबी आइपीओ बाजार में जल्दी ही सुधारों की प्रक्रिया शुरू करेगा। सेबी के सदस्य राजीव अग्रवाल ने शनिवार को जयपुर में सेबी के कार्यालय का उद्घाटन करते समय कहा कि आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बाजार के अलावा इससे जुड़े जोखिम को लेकर भी लोगों में जागरुकता बढाये जाने को जरूरी बताया है।

मानना पड़ता है की भारत में भगवान है

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
भारतीय खेल मंत्रालय का एक अफसर
ओये झाल्लेया मुबारकां ओये देखा हसाड़ी सोनिया नेहवाल ने लन्दन ओलंपिक्स में कमाल कर दिया पहली बार एकल महिला बेड मिन्टन में कांस्य पदक खेल में सदैव अग्रणी चाइना से छीन ही लिया अब तो हो गई ना बल्ले बल्ले
झल्ला
खैर मुबारक साहब जी पहला मैच २१-१८ से जीतने और दूसरे में १-० से आगे रहने के बावजूद चीन द्वारा वाक् ओवर दे दिया गया मेडल छोड़ना वाक्काई कमाल है और छोड़े गए मेडल को हासिल करके जश्न मनाना कमाल है और प्रधान मंत्री राष्ट्रपति को वधाइयां देने का मौका मिल गया ये तो वाकई + वाकई कमाल ही कमाल है
मानना पड़ता है की भारत में भगवन है Permalink: http://jamosnews.com/

सद्गुरु का वास जैसे आटे में नमक समाया हुआ है

अपने तन की खबर नहीं, सजन की खबर ले आवे कौन
ना मैं माटी ना मैं अग्नि ना पानी ना पवन
बुल्लिया साईं घट-घट वसदा
ज्यों आटे में लौंन.
भावार्थ: सूफी संत बुल्लेशाह समझाते हुए कहते हैं जब तुम खुद को ही नहीं समझ
पाए तो सद्गुरु को क्या जान पाओगे? सद्गुरु के पास जाने से पहले
अपने आप को जान लेने की आवश्यकता है कि हम आत्मा हैं हम
शरीर नहीं हैं. मिटटी , आग, पानी अथवा वायु से तो यह भौतिक
शरीर बना है जो नश्वर है. मेरे तो घट-घट मैं सद्गुरु के नाम का
वास उसी प्रकार हैं जैसे आटे में नमक समाया हुआ है.
सूफी संत बुल्लेशाह की वाणी