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बिजली के दाम २२ जून तक कम नही किये तो आप पार्टी यूं पी के सी एम् के लखनऊ में निवास की बिजली काटेगी

आम आदमी पार्टी [आप]ने उत्तर प्रदेश में बिजली के मुद्दे में जान डालने के लिए २२ जून के पश्चात मुख्य मंत्री अखिलेश यादव के निवास की बिजली काटने की धमकी दी है| दिल्ली में सफलता के पश्चात उत्तर प्रदेश में भी बिजली के बिलों को मुद्दा बना कर ”आप” पार्टी ने ४ जून से प्रदेश भर में १५ दिन के लिए हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है|इस बीच बिजली के बिलों में की गई बढोत्तरी को वापिस लेने के लिए यौजना बद्ध तरीके से दबाब बनाने की यौजना बनाई गई है| पार्टी प्रवक्ता उत्तर प्रदेश सचिव अंशुल श्रीवास्तव का दावा है के आज तक ४०००० हस्ताक्षर कराये जा चुके हैं|लेकिन इससे प्रभावित हुए बगैर ही प्रदेश सरकार ने बिजली के बड़े बिलों को लागू करने का मन बना लिया है जिसके जवाब में आप पार्टी ने चुनौती दी है के अगर २२ जून तक बिजली की बड़ी दरों को वापिस नही लिया गया तो लखनऊ के काली मार्ग स्थित सी एम् के निवास की बिजली काट दी जायेगी|
गौरतलब है के दिल्ली में बिजली के मुद्दे पर जनता से सीधे जुड़ कर लोक प्रियता प्राप्त करने के पश्चात अब उत्तर प्रदेश में भी वोही फार्मूला प्रयोग में लाया जा रहा है|दिल्ली की विधान सभा के चुनावों के पश्चात आप पार्टी की नज़र उत्तर प्रदेश की सभी ८० लोक सभा की सीटों पर भी हैं इसके अलावा दिल्ली की मुख्य मंत्री श्रीमती शीला दीक्षित आप पार्टी को उत्तर प्रदेश में बिजली के मुद्दे को उठाने के लिए उकसाती भी रहती हैं|इसके अलावा भाजपा ने भी प्रदेश में बिजली के बड़े बिलों को मुद्दा बना लिया है ऐसे में आप पार्टी के लिए लोक सभा के चुनावों तक मुद्दों को ज़िंदा रखना जरुरी है|
और प्रदेश में 43% लीकेज को रोक पाने में असमर्थ प्रदेश सरकार ने ४५ % दरें बड़ा कर एक मुद्दा आप के हाथों में बैठे बिठाए ही थमा दिया है|

“आप “पार्टी ने शीला दीक्षित की नई दिल्ली में सैंध लगाई: २ दिन में ३ हज़ार स्थानीय प्रभारी बनाये

आम आदमी पार्टी “आप ” ने दिल्ली की मुख्य मंत्री श्री मति शीला दीक्षित[कांग्रेस] की नई दिल्ली विधायकी छेत्र [home turf, ]में सैंध लगाई|पार्टी ने दावा किया है कि मात्र २ दिन में ३ हज़ार स्थानीय प्रभारी बनाये गए हैं | ये प्रभारी आप पार्टी और जनता में पुल की भूमिका निभाएंगे|इन्हें पार्टी की टोपी और पोस्टर्स दिए गए
पार्टी प्रवक्ता अस्वति मुरलीधरन के अनुसार २०० पार्टी कार्यकर्ताओं ने नई दिल्ली की एसेम्बली में घर घर जाकर संपर्क करके ये स्थानीय प्रभारी चुने हैं इन प्रभारियों को निम्न जिम्मेदारी दी गई है
[१]प्रभारी को अपने आस पड़ोस [ vincity ]के १५ से २० घरों में संपर्क सूत्र का बन कर पार्टी के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाना होगा
[२]लोगों को संदेहों को दूर करना होगा
[3] आवश्यकता पड़ने पर महिला सुरक्षा फ़ोर्स [WSF] की भूमिका निभाते हुए महिलाओं को सुरक्षा और सहायता प्रदान करेंगे
गौरतलब है कि २ जून को आप पार्टी के अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल ने श्री मति शीला दीक्षित के विरुद्ध चुनाव लड़ने की घोषणा की है इसके साथ ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल को भी त्रिकोणीय मुकाबिले में आने की चुनौती दी है|

“आप” पार्टी ने दिल्ली की राजनीती में चुनौती का लंगर घुमाने के बाद अब जनता से राय मांगी

आम आदमी पार्टी [आप] के अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल ने पहले तो दिल्ली की राजनीती में चुनौती का लंगर घुमा दिया अब पार्टी की स्क्रीनिंग समिति ने अरविन्द केजरीवाल को नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाये जाने के बारे में आम जनता से राय मांगी है| पार्टी प्रवक्ता अस्वति मुरलीधरन के अनुसार
आप पार्टी की स्क्रीनिंग समिति ने अरविन्द केजरीवाल को नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाये जाने के बारे में आम जनता से राय मांगी है. अरविन्द केजरीवाल का विवरण पार्टी की वेबसाइट पर डालकर जनता से अपील की गई है कि अगर किसी के पास उनके खिलाफ या उनके पक्ष में कोई सूचना है, तो 15 दिन के अन्दर इनके बारे में वेबसाइट पर, ईमेल के जरिये अथवा कार्यालय में आकर सूचना दी जा सकती है. अरविन्द केजरीवाल का मूल आवेदन पत्र भी वेबसाइट पर डाल दिया है इसका लिंक है (http://delhi.aamaadmiparty.org/page/delhi-2013/NewDelhi/ArvindKejriwal).
एक सभा में अरविन्द केजरीवाल ने मुख्य मंत्री शीला दीक्षित और भाजपा के विजय गोयल के विरुद्ध त्रिकोणीय चुनाव लड़ने की चेतावनी दी थी| पूरी दिल्ली में पार्टी कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद 2 जून को नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के लिए आवेदन किया था. नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से 2 अन्य लोगों ने भी आवेदन किया था जिनमें से एक, सुरेंदर सिंह ने तो अरविन्द केजरीवाल के आवेदन के बाद ही अपना आवेदन वापस लेने की घोषणा कर दी थी. स्क्रीनिंग समिति से चर्चा के दौरान सुरेंदर सिंह ने लिखकर दे दिया कि वे और उनके तमाम समर्थक अरविन्द केजरीवाल का पूर्ण रूप से समर्थन करेंगे.

बिजली के मुद्दे को भाजपा द्वारा हाई जेक होता देख “आप” ने उत्तर प्रदेश में बिजली के बिलों के विरोध में फ्रंट खोल दिया है

आम आदमी पार्टी [आप]ने दिल्ली में सफलता के पश्चात अब उत्तर प्रदेश में भी बिजली के बिलों को मुद्दा बना लिया है|”आप” पार्टी ने ४ जून से प्रदेश भर में १५ दिन के लिए हस्ताक्षर अभियान शुरू कर दिया है|इस बीच बिजली के बिलों में की गई बढोत्तरी को वापिस लेने के लिए यौजना बद्ध तरीके से दबाब बनाया जाएगा जिलों में प्रदर्शन किये जायेंगे और लखनऊ के शक्ति भवन में एम् डी श्री मिश्रा के कार्यालय में भी धरना प्रदर्शन होगा|
आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी और पार्टी प्रवक्ता संजय सिंह ने बताया कि प्रदेश में 43% लीकेज को रोक पाने में असमर्थ सरकार ने ४५ % दरें बड़ा दी हैं यह आम जनता के साथ धोका है और इसका भरपूर विरोध किया जाएगा|इसके लिए महिलाओं+व्यापारी+किसान आदि की अलग अलग टुकड़ियों के माध्यम से विरोध प्रदर्शन होगा|श्री संजय सिंह ने प्रदेश की सरकारोंकी कार्यप्रणाली पर टिपण्णी करते हुए बताया कि बीते बीस सालों से बिजली का उत्पादन करने के स्थान पर केवल हाई वे +एक्सप्रेस वे बनाने पर ही जोर हे क्योंकि इसके माध्यम से भ्रष्टाचार करने का अवसर आसानी से मिल जाता हे|
आप पार्टी द्वारा दिल्ली में बिजली बिलों के विरोद्ध में चलाये गए सविनय अवज्ञा आन्दोलन में साडे दस लाख हस्ताक्षर कराये गए थे| इसी के दबाब में अब बिजली विभाग ने इस साल बिजली के दाम बढाने से इंकार कर दिया हे और लगातार आंदोलनों के दबाब में आकर लीकेज भी २०१२ में मात्र १५% रह गई हे|इस तर्ज़ पर चलते हुए भाजपा ने बीते सप्ताह प्रदेश में विरोध प्रदर्शन किया और बिजली के बिलों का भुगतान नहीं करने का अहवाह्न किया |अपने मुद्दे को भाजपा द्वारा हाई जेक होता देख आप पार्टी ने उत्तर प्रदेश में बिजली के बिलों के विरोध में फ्रंट खोल दिया हे|

कांग्रेस और भाजपा दिल्ली में त्रिकोणीय चुनावी मुकाबिले की “आप” की इच्छा पूरी करने के मूड में नही दिख रहे

आम आदमी पार्टी [आप]के अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली की राजनीती में बीते दिन जो लंगर घुमा कर विजय गोयल और शीला दीक्षित को चुनाव लड़ने के लिए ललकारा था उसे मीडिया ने तो हाथों हाथ लिया मगर भाजपा और कांग्रेस केजरीवाल की इस महत्त्वकांक्षा को पूरी करते नही दिख रहे|
बीते दिनों आप पार्टी के अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस में दिल्ली की मुख्य मंत्री श्री मति शीला दीक्षित के विरुद्ध चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल को भी त्रिकोणीय [भाजपा+कांग्रेस+आप] मुकाबिले में आने को उकसाया|
लेकिन भाजपा और कांग्रेस ने इस चुनौती को कोई महत्त्व नहीं दिया है|
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल ने फोन पर हँसते हुए प्रतिक्रिया देते हुए कहा के अरविन्द केजरीवाल ने जो लंगर घुमाया है उस पर हम कोई प्रतिक्रिया नहीं देते|उधर प्रदेश कांग्रेस के पवन खेडा ने बड़े सधे हुए स्टीरियो टाइप शब्दों में कहा के यह तो लोक तंत्र हैं यहाँ हर किसी को कहीं से भी चुनाव लड़ने की आज़ादी है|यह पूछने पर के क्या आप इस चेतावनी का स्वागत करते हैं तो थोड़ा कर्कश स्वर में पुनः कहा गया के स्वागत या विरोध का कोई प्रश्न नही है यह लोक तंत्र हैं कोई भी कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है|
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री सलीम ने पुराने आरोप को दोहराते हुए कहा है के साबित हो गया है के आप पार्टी किसके इशारे पर चल रही है|कांग्रेस शुरू से ही अरविन्द केजरीवाल को भाजपा की बी टीम बताती आ रही है|
गौरतलब है के अरविन्द केजरीवाल का यह पहला चुनाव होगा लेकिन फ़िलहाल मीडिया में छाए रहते हैं| दिल्ली विधान सभा के होने वाले चुनाव केजरीवाल के राजनीतिक कद को स्थापित करेंगे | इन चुनावों के नतीजे ही बताएँगे कि उत्साही केजरीवाल का यह कदम आत्मघाती है या राजनीती को बदलने के लिए एक पड़ाव है |

अरविन्द केजरीवाल ने शीला दीक्षित के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा करके राजनीती में नया अध्याय खोला

आम आदमी पार्टी [आप]के अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली की राजनीती में एक नया अध्याय खोलते हुए मुख्य मंत्री श्रीमती शीला दीक्षित के खिलाफ चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है| यह चुनाव राजनीती में केजरीवाल के कद को स्थापितकरेगा| इन चुनावों के नतीजे ही बताएँगे कि उत्साही केजरीवाल का यह कदम आत्मघाती है या राजनीती को बदलने के लिए एक पड़ाव है राजनीती को नई दिशा देने के लिए फ़िलहाल केजरीवाल ने दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजय गोएल को भी त्रिकोणीय[ भाजपा + कांग्रेस+आप] मुकाबिले में आने की चेतावनी दे दी है| बेशक प्रेस कांफ्रेंस और सोशल साईट ट्विटर पर किये गए ट्विट के अनुसार अरविन्द केजरीवाल ने श्री मति शीला दीक्षित केखिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है|लेकिन पार्टी के नियमो के अनुसार केजरीवाल के बारे में अंतिम फैसला संबंधित विधानसभा क्षेत्र के 100 लोगों के हस्ताक्षर और पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी और राजनीतिक मामलों की समिति के सामने साक्षात्कार के बाद ही होना है |
अरविन्द केजरीवाल का यह पहला चुनाव होगा लेकिन श्री मति शीला दीक्षित तीन बार विधान सभा के चुनाव जीत चुकी हैं [१]1998 के विधानसभा चुनाव में गोल मार्केट सीट से भाजपा के प्रत्याशी कीर्ति आजाद को 5,667 वोटों के अंतर से हराया था | [२]पूनम आजाद को 12,935 वोटों के अंतर से हराया|.
[३] नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया. इस सीट पर उन्होंने भाजपा के विजय जौली को 13,982 वोट से हराकर जीत दर्ज की.

दिल्ली में लगभग निष्क्रिय हो चुके भजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल को पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी नजर अंदाज किया

[नई दिल्ली]आम आदमी पार्टी [आप] के आन्दोलनों के समक्ष लगभग निष्क्रिय हो चुके , भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष, विजय गोयल को पार्टी में ही नजर अंदाज किया जाने लगा है|विजय गोयल के पार्टी में घटते कद का सत्य बुधवार की रात सामने आया जब भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में केंद्रीय मंत्री श्री मति आरती मेहरा की ओर से दिए गए एक भोज में गोयल और उनके कुछ समर्थक आमंत्रितों में नही थे| इसे लेकर कई अर्थ निकाले जा रहे हैं।प्राप्त जानकारी के अनुसार इस भोज में कई विधायकों और वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया गया लेकिन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल और उनसे जुड़े कुछ खास लोगों को विशेष कारणों से नजरअंदाज किया गया| कहा जा रहा है कि गोयल की कार्यपद्धति से पार्टी का एक बड़ा तबका गोयल से नाखुश है ।
भाजपा के वरिष्ठ नेता व दिल्ली विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार मल्होत्रा+ डॉ. हर्षवर्धन+ पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा[अब स्वर्गीय] के पुत्र प्रवेश वर्मा+ विजय जौली, सुभाष आर्या, महेंद्र नागपाल, राम किशन सिंघल, आदि विधायकों सहित पार्टी के अनेकों कद्दावर लोग उपस्थित थे।
आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इस तरह के भोज आयोजन के कई मायने निकाले जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष गोयल को प्रदेश अध्यक्ष बने अभी चार महीने ही बीते हैं और नवंबर में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी दावेदारी प्रचारित करनी शुरू कर दी है जिसे अधिकाँश लोग स्वीकार करने के मूड में नहीं है |इस दौरान उन्होंने ब्लॉक अध्यक्ष से लेकर प्रदेश कार्यकारिणी तक का गठन किया है। ब्लॉक अध्यक्षों की घोषणा के दिन से ही पार्टी में नाराजगी शुरू हो गई थी। असंतुष्ट नेताओं का कहना था कि ब्लॉक अध्यक्ष+प्रदेश कार्यकारिणी के चयन में वरिष्ठता व जमीनी कार्यकर्ताओं का ध्यान नही रखा गया
इस भोज ने यह साबित कर दिया है कि भाजपा प्रदेश इकाई में विजय गोयल थोपे गए अध्यक्ष हैं और यदि समय रहते इसका हल नहीं किया गया तो आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को स्वाभाविक नुकसान उठाना पड़ सकता है।दिल्ली[MCD ]की मेयर रह चुकी श्री मति आरती मेहरा से पूछने पर उन्होंने बताया कि पार्टी में राष्ट्रीय मंत्री बनाये जाने पर उन्होंने यह पार्टी दी थी और यह उनकी निजी पार्टी थी |उन्होंने विजय गोयल के प्रति अपने विचारों के पत्ते तो नहीं खोले उन्होंने गोयल अच्छा अध्यक्ष बताते हुए यह भी जरूर कहा कि अभी तक पार्टी ने दिल्ली के मुख्य मंत्री पद के लिए किसी के नाम को फायनल नहीं किया है| प्रयास करने पर भी विजय गोयल से संपर्क नही हो पाया |हमेश फोन उनके समर्थकों द्वारा ही उठाया गया|

दिल्ली मैं सत्ताधारी कांग्रेस के एक विधायक ने भ्रष्टाचार को उजागर करने पर “आप” को धमकाया

दिल्ली मैं सत्ताधारी कांग्रेस के एक विधायक ने आम आदमी पार्टी को धमकाया |आम आदमी पार्टी [आप] ने यह आरोप लगाते हुए बताया है कि
बवाना से कांग्रेसी विधायक सुरेंदर कुमार के गुर्गो ने ‘आप’ के एक कार्यकर्ता को जान से मारने की धमकी दी है| विधायक के कुछ खास समर्थको मैं से एक बिजेंदर सोलंकी, आम आदमी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता भगवान् सोलंकी के निवास पर गए और उनकी माता जी को धमकाते हुए कहा कि अपने

बेटे से कहो चुप चाप बैठ जाये नहीं तो जान से मार देंगे.

इसके जवाब में आप के कार्यकर्ता ने विधायक को चेतावनी देते हुए कहा

सत्य की लडाई के लिए अगर जान भी जाये तो कोई गम नहीं पर हम पीछे नहीं हटेंगे.

पार्टी के पत्र आआकके अनुसार 19 मई को बवाना विधायक के घेराव के दौरान भगवान् सोलंकी ने विधायक के द्वारा अवैध कब्जाई जमीनों के बारे मैं खुलासा किया था. इसके बाद विधायक और उनके साथी खासे नाराज थे.|

आप पार्टी के आन्दोलन कारियों को दिल्ली के विधायकों ने धकियाया +धमकाया+ गुंडों से पिटवाया और पोलिस से पकड़वाया

आम आदमी पार्टी [आप] ने आज दिल्ली के विधायकों का घेराव किया जिसके फलस्वरूप अनेकों ने धमकाया एक आध ने पानी पिलाया तो कुछ नेताओं ने पोलिस का सहारा लेकर आन्दोलन कारियों को थाणे भी पहुंचाया |
आप पार्टी ने अपनी पूर्व घोषणा के अनुसार आज विधायकों का घेराव किया और बिजली पानी के बिलों की सर्पाकार रफ़्तार के साथ महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल किये गए लेकिन पार्टी की प्रवक्ता अस्वति मुरलीधरन के अनुसार ज्यादातर विधायकों ने अपने छेत्र के वोटरों से मिलने से भी इंकार कर दिया|शान्ति पूर्वक आन्दोलन कर रहे कार्यकर्ताओं को पोलिस और अपने दबंगों के बल पर तितर बितर भी किया|
पार्टी ने कुछ उदहारण भी दिए हैं
शाहदरा में कांग्रेस के विधायक नरेन्द्र नाथ ने महिलाओं और बच्चो को भी नही बक्शा |२० कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी करा दिया गया| +सोमेश शौकीन ने तो पार्टी के कार्यालय आकर सबको धमकाया जिसके खिलाफ १०० नंबर पर ऍफ़ आई आर दर्ज़ करा दी गई है|मालवीय नगर में विधाक किरण वालिया के दबंगों ने आन्दोलन कारियों को निर्दयता से पीटा |तीन कार्यकर्ता घायल हुए हैं|
चीफ मिनिस्टर शीला दीक्षित के आवास की तरफ कूच करने वाले कार्यकर्ताओंको मार्ग में ही रोक कर तुगलक रोड पोलिस स्टेशन में भिजवाया गया| २० कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए गया है| हैल्थ मिनिस्टर एक के वालिया[लक्ष्मी नगर] और रमेश बिदुरी[तुगलकाबाद ] के आवास के बाहर आँदोल कारियों को रोकने के लिए भारी पोलिस बंदोबस्त किया गया था जिसके दम पर आन्दोलन कारियों के म्यूजिक सिस्टम तोड़ डाले गए|गाँधी नगर के विधायक के घर की तरफ जाने वालों को कल्याण पूरी पोलिस स्टेशन ले जाया गया|

भाजपा के विधायक प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा

के निवास पर पहुंचे आन्दोलन कारियों को बैठा कर पानी पिलाया गया और उनके बात सुन कर कार्यवाही का आश्वासन दे कर उन्हें लौटाया गया |
इस आन्दोलन के प्रति प्रतिक्रया जानने के लिए

मुख्य मंत्री निवास

पर फोन किया गया तो प्रेस मामलों को देख रहे श्री सत्यपाल ने बताया कि आप पार्टी ने सरकार को कोई लिखित में तो सूचना नहीं दी थी और ना ही इस सम्बन्ध में सरकार को कोई मांग पत्र ही दिया गया है इसीलिए इस पर प्रतिक्रया जरुरी नहीं है|
उन्होंने बताया कि आप पार्टी द्वारा रोजाना स्टैंड बदल लिया जाता है |सत्यपाल ने राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि आप पार्टी ने चुनाव की तैयारी स्वरुप इस आन्दोलन को चलाया है अब चुनावों में सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा|
आप पार्टी ने दिल्ली के ७० विधायकों का घेराव करने की घोषणा की थी पार्टी की विज्ञप्ति में घेरे गए विध्य्कों कि संख्या नही बताई गई है इस सम्बन्ध में प्र्यस्कराने के उपरान्त भी पार्टी से संपर्क नही हो पाया

आम आदमी पार्टी १९ मई को दिल्ली के सभी विधायकों का घेराव करेगी:विधायकों ने दी टाँगे तोड़ने की धमकी .

आम आदमी पार्टी [आप] ने लगता है कि दिल्ली कि राजनीति में अपना प्रभाव स्थापित कर लिया है तभी पार्टी के हर कदम पर सरकार के साथ अब सत्ता रुड दल के विधायकों की बौखलाहट सामने आने लगती है | दिल्ली पोलिस के बल पर अपना प्रभुत्व स्थापित करने की कोशिशें शुरू हो जाती हैं| अब तो विधायक गण अपनी कुंठा निकालने के लिए आम आदमी पार्टी को के कार्यकर्ताओं को धमकी भी देने लग गए हैं||यह आरोप आप पार्टी ने लगाते हुए १९ मई की सुबह विधायकों का घेराव करने का एलान किया है |
पार्टी की प्रवक्ता अस्वति मुरलीधरन ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि जनता के सवालों पर दिल्ली के विधायक कितने बौखला जाते हैं इसकी बानगी आज दिल्ली में कई जगह देखने को मिली. जंगपुरा से कांग्रेस विधायक तर्जिंदर मारवाह ने तो आज आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को धमकी ही दे दी की अगर “कल जनता को लेकर आये तो टांगे तुड़वा दूंगा”. लक्ष्मी नगर से कांग्रेस विधायक और सरकार में वरिष्ठ मंत्री डॉक्टर ए. के. वालिया के यहाँ कल के लिए मुलाकात का समय मांगने गए कार्यकर्ताओं को वालिया के स्टाफ ने पुलिस बुला कर थाने में बंद करवा दिया.
यह भ्रष्ट विधायकों की जनता के सवालों से बचने की ऐसी कोशिश है जिसमे वो कामयाब नहीं हो पायेगें. आम आदमी पार्टी के हजारों कार्यकर्ता कल दिल्ली के सभी विधायकों का घेराव करेंगे और जनता के साथ मिलकर बिजली-पानी के बेहताशा बढ़ते दाम और महिलाओं की सुरक्षा से सम्बंधित सवालों पर जवाब मांगेंगे.
हर इलाके में बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने क्षेत्र के विधायक के घर पहुचेंगे और उनसे निम्नलिखित तीन सवाल पूछेंगे-
[१]. बिजली-पानी के दम जब बेतहाशा बढ़ाये जा रहे थे तब अपने विधान सभा में कितनी बार आवाज़ उठाई?
[२]. DERC के चेयरमैन ब्रिजेंदर सिंह ने बिजली के दम आधे से भी कम करने का आदेश बनाया तो शीला दीक्षित ने उसे रुकवा दिया. तब अपने इसके खिलाफ क्या किया था?
[3.] हमारी बहु-बेटियों की सुरक्षा के लिए आपने क्या प्रयास किया? जब पूरी दिल्ली दामिनी और गुड़िया के साथ हुए अन्याय के खिलाफ सडकों पर पुलिस की लाठियां खा रही थी तब आप कहाँ थे?
यह जनता के सुलागते सवाल हैं और जनता जानना चाहती है कि उनके विधायक ने आख़िरकार पिछले 5 साल में विधानसभा में बैठकर क्या किया?
कल के लिए हर विधायक के यहाँ चिट्ठी देकर सूचना दी गई है कि कल सुबह 11 बजे जनता आपसे सवाल पूछने आएगी. दिल्ली के कई विधायकों ने ये चिट्ठी आसानी से स्वीकार कर ली लेकिन कई ने तो मिलने की चिट्ठी लेने तक को मना कर दिया.
कांग्रेस के ही एक और विधायक (मुस्तफाबाद से) हसन अहमद से जब कार्यकर्ताओं ने मिलने का समय माँगा तो थोड़ी देर बाद कार्यकर्ताओं के पास इलाके के SHO का धमकी भरा फ़ोन आ गया.
· उधर कोंडली में कांग्रेस विधायक अम्बरीश गौतम के बेटे ने मिलने की चिट्ठी तो ले ली लेकिन रिसीविंग मांगने पर कार्यकर्ताओं को धमकाने लग गये कि हिम्मत है तो आप लोग UP में काम करो.
· सबसे अधिक अहंकार की गंध राजौरी गार्डन के कांग्रेसी विधायक के बयान से आती है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि ‘हम लोग राज घराने से है और राज करना हमारा अधिकार है. उन्होंने कहा झुग्गी-झोपड़ी में कोई मेरे सामने मुहं खोलता है तो मैं एक चांटे में उसका मुहं बंद कर देता हूँ’. चंदेला ने राजौरी गार्डन विधानसभा के कई इलाकों के नाम लेते हुए, AAP कार्यकर्ताओं को वहां न जाने की चेतावनी भी दी.
· [ Exceptions] हालांकि सभी विधायक चिट्ठी लेने या मिलने से मना कर रहे हों ऐसा नहीं है. उत्तम नगर से कांग्रेस विधायक मुकेश शर्मा ने तो चुनौती दी है कि आप मुझसे सवाल पूछिए और मैं आपसे सवाल करूंगा. नजफगढ़ में INLD (इंडियन नेशनल लोक दल) विधायक भारत सिंह ने भी कार्यकर्ताओं को घर पर आने को कहा है. ग्रेटर कैलाश से BJP विधायक वी. के. मल्होत्रा के स्टाफ ने भी आराम से चिट्ठी ले ली और कल 11 बजे मिलने का समय दिया है.
आम आदमी पार्टी राजनीति के इसी दोगलेपन का उजागर करेगी. कल 19 मई को सुबह 11 बजे सभी इलाकों में विधायकों का घेराव कर उनसे जनता के सवालों का जवाब माँगा जायेगा. पार्टी कार्यकर्ता मनीष सिसोदिया कल पुलिस बुलाने वाले ए.के. वालिया के घर जाकर सवाल करेंगे. मनीष सिसोदिया का घर पांडव नगर इलाके में है जो ए. के. वालिया के विधानसभा क्षेत्र लक्ष्मी नगर में ही आता है. पार्टी के दूसरे सदस्य संजय सिंह, खुद को राजा कहने वाले राजौरी गार्डन के विधायक चंदेला के घर, जनता के सवाल लेकर जायेंगे. वहीँ गोपाल राय बाबरपुर विधानसभा के विधायक नरेश गौड़ के घर का घेराव करेंगे.