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Tag: DelhiSATIRE

पंजाब पर नजर और स्वराजअभियान की लकड़ी से बचने के लिए”केजरी”ने लिया शराब के ठेकों पर यूं टर्न

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

आम आदमी पार्टी चेयर लीडर

ओऐ झल्लेया!हसाड़ी सरकार ने दिल्ली में शराब की कोई नई दूकान खुलने नहीं देनी है|ओऐ हसाड़े सीएम् केजरीवाल साहिब ने २९७२ मोहल्ला सभाओं को पावर दे दी है|किसी भी शॉप पर बदतमीजी होने पर उसे बन्द कराया जा सकता है|

झल्ला

ओ मेरे चतुर हो चुके सुजान जी ! ये पंजाब की कुर्सी पर नजर और स्वराज अभियान की लकड़ी से बचने के लिए ही शराब की दुकानों पर यूं टर्न लिया गया है

“आप” के लोग आम से ख़ास हो गए तभी अपने खिलाफ हो रहे धरने प्रदर्शन को रुकवाने लग गए

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

आम आदमी पार्टी चेयर लीडर

ओऐ झल्लेया!ये क्या हो रहा है ?आये दिन कोई न कोई हसाड़े सीएम् साहिब अरविन्द केजरीवाल के निवास पर धरना देने आ धमकता है|ओऐ इन भाजपाइयों+अकालियों+कांग्रेसियों ने जीना मुश्किल कर दिया है|अब जब हद ही हो गई तो एस डी एम् साहिब ने केजरीवाल के निवास के बाहर धरना प्रदर्शन पर रोक लगा दी है|अब देखते हैं कौन और कैसे अपनी राजनितिक रोटियां सेंकने के लिए धरने का सहारा लेता है|

झल्ला

ओ मेरे चतुर भापा जी!वाकई आपलोग आम आदमी से ख़ास हो गए हो तभी धरने प्रदर्शन से डरने लग गए हो|
झल्लेविचारानुसार आपलोगों को लगता होगा के जिस धरना मार्ग से आपलोग ख़ास बने हो उसी मार्ग का अनुसरण करते हुए कोई दूसरा आपकी गद्दी न हथिया ले|”आप” के लोग आम से ख़ास हो गए तभी धरने प्रदर्शन को रुकवाने लग गए

“केजरी”रात के ख़्वाब पर दिन में प्रलाप करके भृष्ट नेताओं के पक्ष में जनता को जोड़ने में कामयाब होंगे ?

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

आम आदमी पार्टी चेयर लीडर

ओऐ झल्लेया!ये नरेंद्र मोदी को क्या हो गया ? इसने तो अपने दुश्मनों को नेस्तेनाबूत करने की ठान ली है| हसाड़े दस विधायकों को गिरफ्तार करा दिया +हसाड़े २१ कर्मठ विधायकों पर कानूनी तलवार लटका दी है और तो और हसाड़े सीएम् अरविन्द केजरीवाल साहिब ने तो भरी सभा में एलान कर दिया है के सौतियाडाह में भारत के पीएम दिल्ली के सीएम् को मरवा सकते हैं

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान! सौतियाडाह प्रलाप से जनता नहीं होने वाली हैरान!आपके नेतागण रात को सपने में “मोदी” को देखते हैं और सुबह प्रेस के सामने उगल देते हैं| दो साल पहले यही ख़्वाब आपके आशीष खैतान साहिब को भी आया था अब केजरीवाल साहिब को भी ख़्वाब ही आया है वोह इस प्रलाप से भृष्ट नेताओं के पक्ष में जानत की सपोर्ट इकट्ठा कारण चाहते हैं |ईश्वर ऐसे लीडर और उनके सुपोर्टेर्स का भला करे

केजरीवाल की विज्ञापन एजेंसी ,पैसा और पब्लिसिटी के लिए सेफ मार्ग

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेस चीयर लीडर

ओऐ झल्लेया! ये दिल्ली में केजरीवाल ने क्या भाम्भडभूसा पाया हुआ है|पहले कृतघ्न मीडिया को रिशवत देने के लिए ५०० करोड़ रुपयों का विज्ञापन बजट पास कर लिया |अब उसे बांटने के लिए विज्ञापन एजेंसी को ठेका दे रहे हैं यानि आम आदमी पार्टी और उनकी सरकार की छवि चमकाने के लिए अप्पोइंट किये जा रहे पीआर कंपनी का खर्चा भी टैक्सपेयर्स ही देंगे

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान !नहीं समझे यह दावं!
अरे भापा जी, झल्ले का ४० साल का तजुर्बा कहता है के अनेकों मीडिया घराने ऐसे हैं जो विज्ञापन के बदले कुछ राशि भेंट स्वरुप सरकारी विज्ञापनदाता को लौटा देते हैं|ईश्वर झूट ना बुलवाए,यह राशि १०% से लेकर कहीं कहीं ४०% भी जा पहुँचती है |डी ऐ वी पी की दरों पर दिए जाने विज्ञापनों में यह भेंट कुछ कम हो सकती है|
अनेकों विज्ञापन एजेंसियां तो इसी राशि के आशीर्वाद से ही चल रही हैं |
५०० करोड़ रुपयों के बजट को बांटने के लिए अप्पोइंट की जा रहे एजेंसी वसूली का यह दायित्व बखूबी निभा सकती है |और मीडिया घराने अपना टारगेट प्रांत करने के लिए एजंसियों को ऑब्लाइज करने में कभी पीछे नहीं रहते| ये तो आप भी मानोगे के आज का खर्च आने वाले कल में अकाउंट+पोलिटिकल आडिट का सबब हो सकता है इसीलिए झल्लेविचारानुसार अरविन्द केजरीवाल ने अपना शातिर दिमाग लगा कर अपने गड्डे भरने शुरू कर दिए हैं और जरूरत पड़ने पर भ्रष्टाचार को दूसरों के मत्थे मडने का मार्ग तलाश लिया है |इसकी फ़ाइल संतुति के लिए एलजी के पास भेजने की जरूरत नहीं होगी इसीलिए इससे पब्लिसिटी और पैसा दोनों ही सेफ रास्ते से आएंगे

“आप” के विज्ञापन,भ्रष्टाचार की ताकत और राजहठ की हठधर्मी दिखाते है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आम आदमी पार्टी चेयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ! ओऐ हसाडे दिल्ली के स्कूलों के रिजल्ट ने तो हसाडी तबियत बाग़ बाग़ कर दित्ती ओऐ इसीलिए हसाडे एजुकेशन और उप मुख्य मंत्री ठाकुर मनीष सिसोदिया जी ने मीडिया में पूरे पेज के विज्ञापन छपवा कर सभी को बधाई दे दी है|

झल्ला

ओ मेरी चतुर सरकार स्कूलों की उपलब्धि को आपजी ने खूब भुनालिया|तत्काल पूरे पेज के विज्ञापन दे डाले और अपनी फोटो भी छपवा ली ,लेकिन अख़बारों के दूसरे पेज पर छपी वित्त मंत्री अरुण जेटली की विज्ञापनों के माध्यम से मीडिया भ्रष्टाचार पर छींटाकशी को अनदेखा कर दिया
इसक अलावा न्यायालय द्वारा सरकारी विज्ञापनों में नेताओं की फोटो पर एतराज जताया जा चुका है
इसीलिए झल्लेविचारानुसार
आज की बधाई सरकारी सर्कुलर या फिर इंटरनेट के माध्यम से दी जा सकती थी
जिसके सर्कुलर को शिक्षक+स्टूडेंट्स में भी सर्कुलेट किया जा सकता ।
छात्रों के लिए छात्र असेम्ब्ली में बताय जा सकता था| नोटिस बोर्ड पर चस्पा किया जा सकता था|
लेकिन दुर्भाग्य वश राजहठ से वशीभूत दिल्ली में “आप” की सरकार ने जनता के पैसों को उड़ाना जरूरी समझा
जिसके प्रकाश में जेटली की बात में दम नजर आता है और न्यायालय भी कही न कहीं बेबस दिखाई देता है
शायद यह विज्ञापन रिश्वत से पनपे भ्रष्टाचार की ताकत का अहसास कराता है और कहीं न कहीं राजहठ की हठधर्मी भी दिखाता है इसीलिए “आप” के विज्ञापन,भ्रष्टाचार की ताकत और राजहठ की हठधर्मी दिखाते है

यूपी में तो सडकों पर ही खोमचे+खोखे+रिपेयर वर्कशॉप+कबाड़ लगा करके काम चला लेते हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

दिल्ली समाजसेवी

ओये झल्लेया मुबारकां!ओये ये दिल्ली में “आप” और भाजपा वाले बयान बाजी के अलावा कुछ नही कर रहे |हसाडे सेंसर पाल सिंह ने एक जनहित याचिका दायर करके फुटपाथों पर हो रहे अतिक्रमण के विरुद्ध बिगुल बजा दिया है|ओये माननीय हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस जी रोहिणी और जस्टिस जयंत नाथ की पीठ ने “आप” की दिल्ली सरकार और स्थानीय निकाय के वकीलों को हड़काते हुए कह दिया है के बिना परमिट के फुटपाथों पर खोमचे[Eateries] लगाना भी अतिक्रमण है इसके विरुद्ध की जा रही कार्यवाही का विवरण भी मांग लिया गया है |ओये अब देखना फुटपाथ हो जायेंगे अतिक्रमण से मुक्त और एक्सीडेंट हो जायेंगे कम

झल्ला

ओ मेरे बादशाहो ये गल तो आपजी ने अच्छी सुनाई |चलो यूपी वाले तो बेचारे बच गए |भापा जी यूपी में तो सडकों पर ही खोमचे+खोखे+रिपेयर वर्कशॉप+कबाड़ लगा करके काम चला लेते हैं|

राज्यसभा के प्रवेश द्वार के लिए ही तो कहीं”आप”पार्टी में घमासान नहीं मचा ?

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता

ओये झल्लेया ये हसाड़ी सोणी आप पार्टी को किस भेड़े की भेड़ी नजर लग गई आये दिन कुछ न कुछ घरैड पड़ रही है |पहले अरविन्द केजरीवाल साहब बीमार पड़ गए तो अब आशुतोष+आशीष खेतान जैसे इंपोर्टेड नेताओं के साथ साथ +भगवंत मान +मयंकगांधी और संस्थापक प्रशांत भूषण+शांति भूषण+योगेन्द्र यादव आदि आदि ने यत्र तत्र सर्वत्र गन्दगी उगलनी शुरू कर दी है |एक तरफ कहा जा रहा है के पार्टी के बाहर कोई बता मत करो दूसरी तरफ किताब+ब्लॉग+और इंटरव्यू से पार्टी की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं |ओये इससे तो हसाडे स्ट्रांग झाड़ू की सीखें ही बिखरती दिखने लगी है|

झल्ला

ओ मेरे भोले भापा जी ये लोग जो राजनीती मेंआये हैं कोई भजन करने तो आये बेशक ये लोग अपने चुनाव हार गए मगर अभी भी राज्य सभा के माध्यम से पार्लियामेंट में प्रवेश की गुंजाइश है और शायद इसीलिए ये लोग एक दूसरे को रास्ते से हटाने में लगे हैं वैसे यह भी सत्य है के खुल कर राजनीती में आने पर अच्छे अच्छों का शालीनता+शर्म के लिबास के लिए मल्लिका शेरावत+सन्नी लॉयन+दीपिका पदकों आदि आदि से कम्पटीशन होने लगता है |