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कासगंज में धारा१४४के बावजूद आगजनी करने वाले ९ असामाजिक तत्वों को पकड़ा

[कासगंज,उत्तर प्रदेश]कासगंज में तनाव उत्पन्न करने वाले ९ असामाजिक तत्वों को पकड़ा
जिले में गणतंत्र दिवस पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली गयी मोटरसाइकिल रैली पर कल हुए पथराव के बाद असामाजिक तत्वों ने आज भी कुछ दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी की।
जिले में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और पीएसी के जवानों ने चौकसी बढा दी है।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार के अनुसार कुछ असामाजिक तत्वों ने आज शहर के बाहर तीन शेड में एक छोटी दुकान में आग लगाने की कोशिश की। कुछ दुकानों में तोड़फोड़ भी की गयी । पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात काबू किये। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार उपद्रवियों ने एक बस को भी क्षतिग्रस्त कर आग के हवाले कर दिया। मौके पर पहुंची दमकल की गाडियों ने आग पर काबू किया।
इस बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने ट्वीट किया कि घटना के सिलसिले में कम से कम नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कासगंज में निषेधाज्ञा लागू है। हालांकि उन्होंने कर्फ्यू हटाये जाने के बारे में स्पष्ट नहीं किया।
विहिप और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली जा रही मोटरसाइकिल रैली पर कल पथराव के बाद हिंसा भडक उठी थी। इसके बाद हुई आगजनी एवं फायरिंग में एक किशोर की मौत हो गयी जबकि दो अन्य घायल हो गये।
जिला प्रशासन ने हिंसाग्रस्त इलाके में कल कर्फ्यू लगा दिया था।
जिलाधिकारी आर पी सिंह के अनुसार फायरिंग में चंदन (16) की मौत हो गयी थी जबकि पथराव में दो अन्य घायल हुए।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने कल कहा था कि पथराव की घटना सुनियोजित नहीं लगती बल्कि ये सब कुछ अचानक हुआ है

मुलायम सिंह यादव कहते फिरते हैं,सहारनपुर में दंगे हुए ही नही,सरकारी रिपोर्ट ने साम्प्रदायिक दंगों का ढोल पीटा

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया अब तो मान जा ओये अब तो हसाडे सोणे शिव पाल यादव की अध्यक्षता वाली जाँच कमिटी ने भी सहारनपुर के दंगों के लिए स्थानीय प्रशासन के साथसाथ भाजपा को दोषी बता दिया हैऔर ये बसपा वाले भी ख्वाहमख़ाह हसाड़ीअच्छी खासी चलती हुई पार्टी पर कीचड उछाल रहे हैं

झल्ला

ओ मेरे पहलवान जी मुलायम सिंह यादव कहते फिरते हैं,सहारनपुर में दंगे हुए ही नही,सरकारी रिपोर्ट ने साम्प्रदायिक दंगों का ढोल पीटा |
आप जी के नेता जी माननीय मुलायम सिंह यादव कहते फिर रहे हैं कि मुजफ्फर नगर+सहारनपुर+में साम्प्रदाइक दंगे हुए ही नहीं बल्कि दो पार्टियों में झगड़ा हुआ था लेकिन इसके ठीक उलट आप जी की सरकार ओनली भाजपा को घेरने के लिए वहां दंगों का ढोल पीट रही है |आप लोग कह रहे हैं कि भाजपा ने दंगे कराये+बसपा वाले कह रहे हैं कि आप और भाजपा ने मिल कर ये दंगे कराये+कांग्रेस वाले भी कमोबेश यही कह रहे हैं और भाजपा वालों की माने तो सपा और कांग्रेस ने मिल कर ये दंगे कराये|हे कान्हा इस चक्रव्यूह को भेदने के लिए अपने अर्जुन को जल रहे इंद्रप्रस्थ में दोबारा भेजो

सहारनपुर दंगों का ठीकरा भी समाजवादी पार्टी ने हमेशा की तरह भाजपा और आर एस एस के सर ही फोड़ा

सहारनपुर दंगों का ठीकरा भी समाजवादी पार्टी ने हमेशा की तरह भाजपा और आर एस एस के सर ही फोड़ा
सहारनपुर में भड़की साम्प्रदायिकता की आग को बुझाने में असफल रही समाज वादी पार्टी ने हमेशा की तरह इसका ठीकरा भाजपा और आर एस एस के सर फोड़ा समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि केन्द्र की सत्ता में आने से भारतीय जनता पार्टी और आर0एस0एस0 का अहंकार बहुत बढ़ गया है। उन्हें लगता है कि उ0प्र0 में समाजवादी सरकार के रहते उनके मंसूबे सफल नहीं होगे। इसलिए कभी परिक्रमा+कभी मुजफ्फरनगर +कभी कांठ (मुरादाबाद) में वे हिंसक वारदातों को अंजाम देते हैं। छिटपुट विवादों को तूल देकर अमन चैन बिगाड़ने का उन्होंने ठेका ले लिया है। कानून व्यवस्था के नाम पर कानून तोड़ने और विरोध प्रदर्शन के नाम पर जनजीवन को अस्त व्यस्त करना भाजपा ने अपना धर्म मान लिया है।
प्रवकता ने दावा किया के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उ0प्र0 को बदहाली से उबारकर आदर्श प्रदेश बनाने के लिए संकल्पित हैं। उन्होेंने विकास का एजेंडा बनाकर समाज के सभी वर्गो के हित की परियोजनाओं को अमली जामा पहनाने का काम किया है। विपक्ष के कुछ दलों को यह सब बहुत अखर रहा है। भाजपा की सत्ता के लिए व्याकुलता बढ़ी है और बसपा+कांग्रेस व्यर्थ ही हाथ पांव मार रही हैं।
समाजवादी सरकार ने यह बात साफ कर दी है कि अराजकता और साम्प्रदायिकता को प्रदेश में कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विकास के रास्ते में आने वाली किसी भी अड़चन को सख्ती से दूर किया जाएगा। जनता के अमन चैन में खलल डालने वालों को कतई छूट नहीं मिलेगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दे रखे हैं कि कानून तोड़ने वालों को कड़ी सजा मिलेगी और शांति व्यवस्था भंग करने वालों की जगह जेल में होगी।
संविधान के आधारभूत उद्देश्यों और सिद्धांतों के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जायेगा।

“आप” ने लगाया भाजपा+सपा+कांग्रेस पर यूं पी में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की साजिश का आरोप

आम आदमी पार्टी ने भाजपा+सपा+कांग्रेस पर उत्तरप्रदेश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया
और भारतीय़ जनता पार्टी, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की इस साजिश की कडे शब्दों में भर्त्सना की|
आप पार्टी का कहना है के पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम से स्पष्ट है कि मुरादाबाद के कांठ इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैलाने में भाजपा के केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व ने पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी के धरने पर बैठने और पांच सांसदों के संवेदनशील इलाके में गिरफ्तारी देने से प्रदेश में सांप्रदायिक सदभाव बिगड़ा है।
कांग्रेस ने इस मौके पर शांति मार्च के नाम पर जो राजनीति की है उसने आग में घी डालने का ही काम किया है। सांप्रदायिक आधार पर मतों के बंटवारे की कुत्सित राजनीति में पहले प्रदेश में सिर्फ भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी ही शामिल थी। पर अब कांग्रेस भी इसमें शामिल हो गई है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप पार्टी ने कांग्रेस पर विभाजन की राजनीती करने का आरोप लगाते हुए कहा के कांग्रेस ने अपने एक वरिष्ठ नेता की अगुवाई में शांतिमार्च के नाम पर विभाजन और घृणा की राजनीति की शुरूआत की है जिससे सांप्रादायिक माहौल तो बिगड़ा ही साथ ही शांति मार्च के नाम पर जमा हुए हुड़दंगियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-24 को भी जाम कर दिया जिससे आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
उत्तरप्रदेश में पिछले एक साल में प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार सांप्रदायिक तनाव और हिंसा के मामलों को रोकने व उनपर नियंत्रित करने में बुरी तरह असफल रही है।
आज सहारणपुर में दो गुटों के बीच हुई पत्थरबाजी और हिंसा इसका सबसे ताजा सबूत है। पर ज्यादा खेदजनक बात यह है कि ज्यादातर घटनाओं में समाजवादी पार्टी के नेता खुद भी शामिल रहे हैं। सांप्रदायिक राजनीति के भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के प्रयोग ने मुज्फ्फरनगर में बड़ी तादाद में निर्दोष लोगों की जाने ली थी। अब, कांग्रेस पार्टी भी इस खेल में शामिल हो गई है। मुरादाबाद समेत पूरे पश्चिम उत्तरप्रदेश में ये राजनैतिक दल सांप्रदायिक राजनीति का भयानक प्रयोग को दुहराने की तैयारी में हैं।
आम आदमी पार्टी उत्तरप्रदेश के लोंगों से अपील की है कि वे नफरत व खूनखराबे की राजनीति के शिकार न हों।