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Tag: Political Jokes

७ वें वेतनआयोग में आयकर की सीमा बढाने से शायद सीनियर कर्मियों को भी महंगाई से लड़ने का हौंसला मिल सकेगा


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ,ओये हसाड़े सोणे ते मन मोहणे पी एम् ने सातवें वेतन आयोग PayCommission के गठन को मंजूरी दे दी है| हुन तो ५० लाख केन्द्रीय कर्मियों के साथ साथ लग भग ३५ लाख पेंशनरों के भी वारे न्यारे हो जायेंगे|ओये इस एक झटके में ४०% तक वेतन में बढोत्तरी हो जायेगी|बाबुओं की जेब भरेगी और एक लाख करोड़ रुपयों से बाज़ार की बांछें खिल जायेंगी|

 ७वे पे कमीशन के गठन को मंजूरी

७वे पे कमीशन के गठन को मंजूरी

झल्ला

खैर मुबारक मेरे चतुर सुजाण जी वाकई इस वेतन योग से नए भर्ती होने वाले [अगर हुए तो]कर्मियों को लग भग ४०% तक का लाभ हो सकेगा लेकिन अगर आयकर[IncomeTax ] की सीमा को भी उसी अनुपात में बढ़ा दिया जाये तो शायद पुराने कर्मियों को भी वाजिब लाभ होगा और उन बेचारों को महंगाई के विरुद्ध लड़ने का हौंसला मिल सकेगा| वर्ना तो इस मन मोहणी कदम को राजनीतिक रात के घटने पर खैरात बांटना ही कहा जाएगा |

अब देखो मोदी के हाथों में मोदक आते ही पार्टी पर मरखने बने हुए येद्दुयुरप्पा भी अपनी भाषा बदलने लग गए हैं


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक दुखी भाजपाई

ओये झल्लेया ये हसाडे माननीय राजनाथ सिंह जी क्या हो गया ?उन्होंने तो पी एम् इन वेटिंग और लोह पुरुष के मायने ही बदल दिए अब देखो देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को लौह पुरुष कहा जाता था और डाडा लाल कृषण अडवाणी को पी एम् इन वेटिंग लेकिन अब इन दोनों हस्तियों को खुडडे लाइन लगा कर इन दोनों की पदवियों के लिए नरेंदर मोदी का चुनाव कर लिया गया है|अब प्रधान मंत्री के लिए भाजपा के नरेंदर मोदी ही उम्मीदवार होंगे|ओये अब फिर भ्रष्टाचार +महंगाई+अपराध के बजाय कांग्रेस द्वारा सम्प्रदाईकता को ही मुद्दा बना कर जनता का ध्यान बंटाया जाएगा|

झल्ला

ओ मेरे भोले सेठ जी ये तो आप जी को भी पता है कि बाज़ार में जो बिकता है वोही चलता है |अर्थार्त जिसकी जैसी मांग होती है वोह उसी के अनुसार ही टिकता है |अब देखो मोदी के हाथों में मोदक आते ही पार्टी पर मरखने बने हुए येद्दुयुरप्पा भी अपनी भाषा बदलने लग गए हैं|

नरेन्द्र मोदी उवाचे :में पी एम् बनने के सपने नहीं देखता : भले लोगो अब तो मेरी नन्ही सी जान को छोड़ दो


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक भाजपाई

ओये झल्लेया देखा हसाडे नरेन्द्र मोदी के पीछे एवईं लोगी पड़े हुए हैं भाई कई बार कहा है और अब फिर कह दिया है कि प्रधान मंत्री बनने की उनकी कोई इच्छा ही नहीं है |२०१७ तक गुजरात की सेवा करके गुजरातियों के मैंडेट का सम्मान करेंगे |ये मीडिया +कांग्रेस और यहाँ तक की हसाडी अपनी पार्टी के लोग भी महंगाई+भ्रष्टाचार +बेरोजगारी आदि जैसे मुद्दों को छोड़ कर मोदी को ही निशाना बनाये जा रहे है|ऐसे तो बन चुकी २०१४ में हमारी सरकार

झल्ला

ओ सेठ जी दरअसल आये दिन बेचारे मोदी पर राजनितिक सांप और बिच्छू छोड़े जा रहे हैं|अब जेल से आई पी एस बंजारा को भी मोदी पर छोड़ दिया गया है|यहाँ तक कि गवर्नर कमला बेन भी लोकायुक्त के प्रस्ताव को वापिस भेज रही हैं| और तो और नरेंदर के धोके में तड़ी पार ललित मोदी को भी नहीं छोड़ा जा रहा ऐसे में बेचारे मोदी के पास कोई और चारा ही नहीं बचता इसीलिए उन्होंने थक हार कर कह दिया होगा कि में पी एम् बनने के सपने नहीं देखता : भले लोगो अब तो मेरी नन्ही सी जान को छोड़ दो

अयोध्या की ८४ कौसी यात्रा से आपका जन्म सुधरेगा या नही लेकिन प्रदेश में यादव सरकार की राजनीतिक यौनि जरूर खराब हो जायेगी


झल्ले दी झाल्लियाँ गल्लां

भाजपाई राम भक्त

ओये झल्लेया ये हसाड़े साथ क्या जुल्म हो रहा है|उत्तर प्रदेश की सरकार अपराधों को रोक पाने में तो अक्षम है लेकिन राम भक्तों पर कहर ढा रही है| भई हम लोग अपने इष्ट देव राम के जन्म स्थान [अयोध्या] की २५ अगस्त से शांति पूर्वक ८४ कौसी परिक्रमा करके सभी यौनियों के जन्म मृत्यु के चक्कर से मुक्ति पाना चाह रहे हैं लेकिन प्रदेश में हमारे संतों तक को गिरफ्तार किया जा रहा है| अयोध्या में चौरासी कोसी परिक्रमा की परम्परा पता नहीं कितने सालों से चली आ रही है और अब हमें वहां जाने से रोकने के लिए पूरे प्रदेश की पोलिस को लगा दिया गया है ओये ऐसे राज चलता है क्या?

झल्ला

अरे भोले सेठ जी अयोध्या की ८४ कौसी यात्रा से आपका जन्म सुधरेगा या नही लेकिन प्रदेश में यादव सरकार की राजनीतिक यौनि जरूर खराब हो जायेगी अयोध्या की परिक्रमा करके आप लोग ८४ लाख यौनियों के चक्कर से मुक्ति पाओगे या नही इसका तो पता नही हाँ चुनावी साल में आप लोगों के अयोध्या जाने से प्रदेश की सरकार की वर्तमान योनि [राजनीतिक जन्म]जरूर खराब हो जाएगा|इसीलिए अपने वोट बैंक को बचाने के लिए मुसलमानों का रहनुमा बनकर सामने खड़ा होना इनकी मजबूरी भी है लेकिन आप लोग इतना भड़क क्यूं रहे हैं अरे यादव सरकार के राजनीतिक जीवन को बचाने के लिए आप जी के विहिप के खुद मुख्तार प्रमुख अशोक सिंघल ने ही शिखर वार्ता करके यह अवसर प्रदान कर दिया है| यह यादव सरकार के लिए जन्नत से आई निशुल्क सौगात है|

भाजपाई मुंडे की खींची १८ करोड़ की लाइन को छोटा करने के लिए कांग्रेसी वीरेंदर ने १०० करोड़ का रहस्य उगला भई जांच तो इसकी भी बनती ही है


झल्ले दी झाल्लियाँ गल्लां

एक भाजपाई चीयर लीडर

ओय झल्लेया देखा इन कांग्रेसियों की असलियत सामने आ ही गई ना| ओये इनके अपने सांसद और कद्दावर नेता विरेंदर सिंह ने राज्य सभा की सदस्यता के लिए १०० करोड़ का खर्चा आने का एलानिया रहस्योद्घाटन किया है और इस खर्चे को अपने रसूख से ८० करोड़ करवाने का दावा भी किया है| इसका मतलब तो यह हुआ कि ये महाशय जी राज्य सभा की सदस्यता के लिए दलाली कर रहे हैं |ओये इस पर अब कोई कांग्रेसी कुछ नही बोल रहा | सबकी घिग्गी क्यों बंध गई | हसाड़े बीड से सांसद और लोकसभा में उप नेता गोपी नाथ मुंडे जी ने पिछले महीने तैश में आकर ये क्या कह दिया कि २००९ के चुनावों में उन्होंने १८ करोड़ रुपये खर्च किये थे तो इन कांग्रेसियों ने उनका जीना हराम कर दिया| सत्यव्रत चतुर्वेदी जैसे , खुडे लेन लगे हुए , नेता भी कहने लग गए कि यह तो आयोग की सीमा से कहीं ज्यादा है | ये तो चुनाव कानून का उल्लंघन है और इनकम टैक्स वालों से नोटिस भी भिजवा दिया|

झल्ला

सेठ जी बेशक किलस के सही मगर बात तो आप ठीक ही कर रहे हो| भाजपाई मुंडे की खींची १८ करोड़ की लाइन को छोटा करने के लिए अब कांग्रेसी वीरेंदर ने १०० करोड़ के खर्चे का रहस्य खुद ही उगल दिया है सो भई जांच तो इसकी भी बनती ही है

अखिलेश यादव जी दुर्गा नागपाल कोई वायरस नही है लिहाजा उसे आसानी से डिलीट नही कर पाओगे


झल्ले दी झल्लियाँ गल्ला

आई ऐ एस अधिकारियों की एसोसिएशन का एक दुखी उत्तर प्रदेशी सदस्य

ओये झल्लेया उत्तर प्रदेश के युवा मुख्य मंत्री को क्या होगया है?अच्छे खासे चलते चलते इनकी सरकार ये कैसे हिंच्कोले खाने लगती है अब देखो रेत माफिया पर लगाम कसने वाली हसाडी कर्मठ अफसर दुर्गा शक्ति नागपाल [आई ऐ एस]को प्रताड़ित करने के लिए बिना कोई जाँच कराये ही सस्पेंड कर दिया और फैसला वापस लेना तो दूर बहस तक करने को तैयार नहीं हो रहे| दुर्गा नागपाल ने अपने नाम की शक्ति के अनुरूप दो दर्जन से ज्यादा लोगों के खिलाफ फिर+ दर्जनों गाड़ियों जब्त+15 लोगों की गिरफ्तारी का रिकार्ड बनाया अब ऐसे अधिकारी को लापरवाही बरतने के इल्जाम में सस्पेंड कर दिया गया है| और रेत माफिया की जैसे बांछें खिल गईं। अपने खिलाफ जांच पूरी होने तक दुर्गा की शक्ति ले ली गई है
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झल्ला

अरे सर जी दुर्गा की शक्ति कोई छीन सका है आज तक? सपाईयों ने पहली गलती करते हुए दुर्गा को कमजोर समझा और अपने रेत माफियाओं को फायदा पहुँचाने के लिए एक महिला अधिकारी को लगाया |जब इस दुर्गा ने अपनी शक्ति दिखाई और रेत माफिया से टकराने का साहस दिखाया तो बोखलाई प्रदेश सरकार ने इस साहसी महिला अफसर को सस्पेंड करके दूसरी गलती कर दी|अब अपनी गलतियों पर अड़े रह कर पीछे हटाने को तैयार नहीं हैं जाहिर है लेप टॉप में सपा सरकार की सेवाओं का सुनहरा पेज बनाया था उसे नष्ट करने के लिए दुर्गा को वायरस समझ कर उसे डिलीट करने की एक और गलती कर बैठे हैं | इसीलिए झल्ले का निशुल्क सन्देश है के अखिलेश यादव जी दुर्गा नागपाल कोई वायरस नही है लिहाजा उसे आसानी से डिलीट नही कर पाओगे

राईट टू इम्यून के पेटेंट राइट्स अपने नाम लिखवा कर नेताओं के गले सूचना के अधिकार के फंदे से बड़े हो गए हैं


झल्ले दी झाल्लियाँ गल्लां

आम आदमी पार्टी का एकदुखी नेता

ओये झल्लेया ये क्या मजाक हो रहा है| 3 जून को सीआईसी [ CIC ] ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद आदेश जारी कर कहा था कि राजनीतिक दलों को हर प्रकार के रिकॉर्ड की मांगी गई जानकारी लोगों को देना चाहिए।अर्थार्त आर टी आई के दायरे में हैं|अब जब दलों को अपनी अन्दर बाहर की सारी आमदनी और खर्चे का हिसाब किताब रखना पड़ रहा है तो अब एक अध्यादेश के माध्यम से राजनितिक दलों के गले को आर टी आई के फंदे से बड़ा बता कर फंदे को ही गलत ठहराने की कवायद शुरू हो रही है|

झल्ला

ओ साहब जी दरअसल इन नेताओं ने राईट टू इम्यून[उन्मुक्त ] [ Right To Immune ] को ईजाद करके उसके पेटेंट राईट्स अपने नाम लिखवा रखे हैं ऐसे में इनका गला इन्फोर्मेशन [Right To Information] + रिजेक्ट[ Right To Reject ]+ रिकाल [Right To Recall]जैसे छोटे मोटे फंदों से ज्यादा बड़ा हो ही जाता है| क्यों ठीक है ना ठीक

राज्य सभा के लिए कांग्रेस ने एक नया सांसद असम से जीता मगर तेलंगाना से दो लोक सभा सांसद गवां दिए


झल्ले दी झल्लियाँ गल्ला

एक कांग्रेसी चीयर लीडर झल्ला

बेशक यह आप जी के लिए क्षणिक ख़ुशी की बात ही हो सकती है क्योंकि पी एम् के साथ केवल एक ही सांसद राज्य सभा में आप जी के खाते में आया है जबकि तेलंगाना निर्माण के लिए धर्म युद्ध लड़ रहे आप कि पार्टी के सांसद [१]विवेक+[२]जगन्नाथ ने आप की पार्टी से किनारा कर लिया है|इनके साथ लुभाव में केशव राव भी पतली गली से निकल लिए है|अर्थार्त राज्य सभा में एक नया सांसद आया और लोक सभा से दो सांसद निकल गए

आई पी एल क्रिकेट की बिसात पर घिरे बादशाह श्रीनिवासन को बचाने के लिए वजीर एम् गुरुनाथ की बलि


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

बी सी सी आई का एक चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडी बी सी सी आई की निष्पक्षता देखी ?ओये जिसे देखो बी सी सी आई के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन पर पत्थर उछालने पर तुला हुआ है| बेचारे गुरुनाथ को बेटिंग के लिए बदनाम किया जा रहा है लेकिन उसी बी सी सी आई ने अपने अध्यक्ष के दामाद एम् गुरुनाथ तक को एक झटके में जांच पूरी होने तक क्रिकेट से अलग कर दिया है|ओये दोषी किसी भी कीमत पर बक्शे नही जायेंगे|यह हमारा संकल्प है|

झल्ला

बाऊ जी पुराणी रिवायत है कि शतरंज की बिसात पर घिरे बादशाह को सुरक्षित निकालने के लिए अपने पियादों और कभी कभी तो अपने वजीर को भी बलिदान करना पड़ता है|अब श्रीनिवासन को बचाने के लिए गुरुनाथ की बलि काम नहीं आने वाली क्योंकि बेशक आपजी के गुरुनाथ ने एक करोड़ रुपये हारने की बात उछाली है लेकिन पोलिस का यह भी कहना है कि अनेको बेटिंग में हारने वाले इसी गुरुनाथ ने सी एस के टीम के मैच में बेटिंग करके भविष्य बनाया है| ऐसे में टीम और खेल के साथ जुड़े दामाद के साथ ससुर भी दोषी हैं|

सलमान खुर्शीद के अश्व मेघ यज्ञ घोड़े के साउदी अरब में आगमन से २५ लाख भारतीयों की निकासी रुकेगी ?


झल्ले दी झल्लियाँ गल्ला

एक कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाड़े विदेश मंत्री जनाब सलमान खुर्शीद साहब ने अपने अश्व मेघ यज्ञ का रथ साउदी अरब की तरफ मौड़ दिया है|ओये अब वहां काम कर रहे लगभग २५ लाख भारतीयों की आवाज दबाई नही जा सकेगी उन्हें भी लगेगा कि उन्हें भी सुनने वाला कोई है| इसके अलावा ऊर्जा सुरक्षा और आतंकवाद निरोधी सहयोग पर भी रास्ता निकाला जाएगा|

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी आप जी के ही डा प्रणव मुखर्जी साहब ने भी २००८ में ऐसे ही तेवर दिखाए थे लेकिन उसके बाद वहां नई श्रम नीति[निताकत१९९४ ] के नाम पर निकासी की तलवार के नीचे आये भारतीयों की संख्या २७००० तक पहुँच गई है|और अगर ऐसा ही चलता रहा तो यह संख्या तीन लाख [ स्किल +अन स्किल] तक पहुँच सकती है|और स्थिति बिगड़ने पर यह संख्या २५००००० तक पहुँच सकती है|ये अधिकतर साउथ के ही हैं | बेशक आप अपना राजनितिक प्रभाव साउथ में बढाना चाहते हो लेकिन अब इतनी नौकरियां खुले आम केवल इन्ही के लिए तो भारत में क्रियेट करने से रहे |