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Tag: GoAir

5 Private Airlines,including Profit Making Indigo,to Pay Dues Worth Over Rs 664 Crores to AAI

[New Delhi]5 Private Airlines,including Profit Making Indigo,to Pay Dues Worth Over Rs 664 Crores to AAI
Five private carriers,including Profit Making Indigo,had to pay dues worth over Rs 664 crore to the Airports Authority of India (AAI) at the end of December 2014.
The four others are Vijay Malya’s Grounded King Fisher And SpiceJet+GoAir+Jet Group .
Payment of Dues by Private Airlines
The details of amount/dues to be paid to the Airports Authority of India (AAI) by major private airlines as on 31.12.2014 (provisional) are as follows:
Name of the airlines==Dues======Security Deposit
(Rs. in crores)
[1]Jet Group=========28.07
[2]Spice Jet=========236.53
[3]Indigo============ 45.73
[4]Go Airlines========44.04
[5]Kingfisher=172.69 + *137.27 *penal interest
Penalty of RS 137.27 Has also been booked Against Kingfisher
Airports Authority of India (AAI) has issued notices to the Spice Jet and Go Airlines Only to clear their pending dues. Security Deposit Of These Airlines Is Much Less Then Dues.
. Ajay Singh has become the promoter of Spicejet after acquiring the entire 58.46 % stake from the Marans.
Since the original promoter of SpiceJet, is now back at the helm as part of a revival plan that would also be seeing a capital infusion of Rs 1,500 crore into the low-cost carrier. and Shares of this airline rose over one per cent to Rs 24.So they have started paying back to its creditors .Co has cleared its major outstanding dues related to Income Tax (TDS) payments,
Source :Agencies

Indigo Airlines Penalized For 58449 Delayed Flights+113 Baggage During 2014

[New Delhi]Ministry of Civil Aviation Has Booked 9.7% Growth In Domestic AIR Passengers During 2014.
Profit making Indigo airlines Penalized For 58449 Delayed Flights.
Compensation of INR 298.67 lakhs Was Also Burdened For Irregularities Of Air Lines.
Passengers carried by 7 domestic airlines during Jan-Dec 2014 were 673.83 lakhs as against 614.26 lakhs during the corresponding period of the previous year.
The domestic passengers carried by Air India were 124.25 lakhs while the private carriers carried 549.58 passengers.
The market share of National Carrier Air India remained at 18.4% while for the private airlines it was 81.6%.
Total Complaints received were 1322 out of which 105 remained unsettled
Total complaints of Profit making air line Indigo Were ==241 as under
[a]Baggage ==============113
[b]customer service=========83
[c]staff behavior============04
During this Period Boarding To 2321 Passengers Was Denied+21949 flights were canceled and 164957 flights were delayed beyond two hours For which Compensation Of INR 298.67 lakhs Was Burdened
The detailed analysis of data is as under
name of airline ========denied boarding=========cancelllations======delayed beyond 2 hours
air india========================929=========9543=============93093
jet airways+jetlite=================1392=========8828===========7829
Indigo======================================================58449
spicejet=====================================3290=============2286
goair========================================================1094
air asia========================================288============1663
air costa=======================================================493

करोड़ों रुपयों के कर्ज में डूबी गो एयर एयर लाइन्स ने हवाई टिकट्स सस्ते किये

[नई दिल्ली] करोड़ों रुपयों के कर्ज में डूबी गो एयर एयर लाइन्स ने हवाई टिकट्स सस्ते किये |कथित बजट कर्रिएर ने नए साल से हवाई यात्रा के लिए नई दरें घोषित की हैं| वाडिया ग्रुप द्वारा प्रोमोट की गई गो एयर ने पांच दिनों [आज से]में बुकिंग के लिए किराये की दरें गिराते हुए १४६९/= की हैं|इन दरों पर १.७ मिलियन सीटें बताई गई हैं |१ जनवरी से ३१ मार्च तक यह यात्रा सीमा है | गौरतलब है कि गो एयर एयर लाइन्स दिसंबरके पहले सप्ताह तक ४४ करोड़ रुपयों के कर्ज में डूबी हुई थी

गो एयर एयर लाइन्स के मालिकों ने प्लेन्स के नट+बोल्ट्स कसवाने के लिए भी पैसे नहीं छोड़े

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

एयर इंडिया का चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है|मोदी के राज में ऐसी अंधेरगर्दी ? ओये हसाड़ी पिछड़ी इंडियन एयर लाइन्स +एयर इंडिया के राष्ट्रीय मिक्सचर को पीछे धकेल कर फायदे में जा रही प्राइवेट एयर लाइन्स को और फायदे वाली एयर वेज़ के अलॉटमेंट और एयर पोर्ट्स पर सारी सुविधाएं सस्ते में दी जा रही है|ओये इनकेचक्कर में हमें ख्वाहमख़ाह हवा में ही चक्कर लगा कर महंगा ऐ टी ऍफ़ फूंकना पड़ता है ओये अब तो उच्चतम न्यायलय ने भी इस पर ऐतराज जता दिया है लेकिन सरकार कुछ सोच ही नहीं रही

झल्ला

ओ मेरे भापा जी मालूम हुआ है कि प्राइवेट एयरलाइन्स गो एयर आदि की जेबों में इनके मालिकों ने इतना पैसा भी नहीं छोड़ा है कि ये लोग अपने जहाज़ों के नट +बोल्ट तक कसवा सकें उस पर आपजी के आपजी के नियामक डी जी सी ऐ ने गो एयर और एयर इंडिया आदि के तीन प्लेन्स को ,इन्ही नट बोल्ट के कारण, ग्राउंड पर हैंग करवा दिया है इन्हें दुर्घटना के लाभ भी लेने नहीं दिए

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GoAir Announces 30% Concession For Residents of Andaman& Nicobar Islands

GoAir Announces 30% Concession For Residents of Andaman& Nicobar Islands
Private airline GoAir today announced 30 % concession on base Price of its flights operating to and from Port Blair for the year for residents of Andaman&Nicobar Islands.
Quoting Air line’s Vice President Kamal Kikani PTI Says ” for the development of Port Blair It Is an Humble contribution By the Company

इंडिगो+स्पाइस जेट+गो एयर में हड़कम्प:टिकेट्स75 %तक सस्ते:क्या वाकई ये बजट एयर लाइन्स हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

चिंतित हवाई यात्री

ओये झल्लेया ये एयर लाइन्स वालों को कौन सी भसूड़ी पड़ गई|गो एयर की रीस में इंडिगो+स्पाइस जेट जैसी बजट एयर लाइन्स ने भी अपने टिकेट्स ७५ % तक सस्ते कर दिए हैं | लेकिन यारा स्पाइस जेट ने एक अप्रैल शुरू होने वाली यात्रा में यह रियायत देने की घोषणा की है ओये अगर ये अप्रैल फूल नहीं हुआ तो यात्रा में स्वाद आ जायेगा

झल्ला

भापा जी इस छूट से एक बात तो साबित होती है कि ये एयर लाइन्स अभी तक सस्ती या बजट एयर लाइन्स होने का ढोल पीट रही थी मगर वास्तव में सबसे महंगी एयर लाइन्स साबित हो रही हैं झल्लेविचारानुसार बेशक टाटा की एयर एशिया के आने की धमक से इंडिगो +स्पाइस जेट+गो एयर में भी हड़कम्प मच गया हैलेकिन इसके साथ ही एक अप्रैल से छूट देने के पीछे एक सन्देश दिया जा रहा है कि देश में एयर ट्रैवेलर्स के साथ राष्ट्रीय नियामक को भी अप्रैल फूल बनाने में ये लोग कितने सक्षम हैं|

ऍफ़ ऐ ऐ ने सुरक्षा दावों को आइना दिखाते हुए भारतीय सिविल एविएशन को डाउन ग्रेड किया

अमेरिकन एविएशन फेडरेशन[FAA] ने भारतीय एविएशन मिनिस्ट्री के तमाम विकास के दावों को झुटलाते हुए भारत को एविएशन के छेत्र में डाउन ग्रेड करते हुए सेकंड केटेगरी में डाल दिया है जबकि भारत के एविएशन मिनिस्टर चौ.अजित सिंह का दावा है कि उनका वि‍मानन सुरक्षा रि‍कार्ड वि‍श्‍व के औसत से बेहतर है| ऍफ़ ऐ ऐ कि इस रिपोर्ट के पश्चात अब भारतीय हवाई जहाज़ों के लिए अमेरिका की उड़ान कठिन हो जायेगी| इससे ओवरसीज फ्लाइट्स के लिए प्रसिद्द जेट एयरवेज और एयर इंडिया को विशेष रूप से परेशानी हो सकती है|इस विषय में एयर इंडिया की वेबसाइट पर कोई स्प्ष्टीकरण नहीं दिया गया है|
भारतीय सिविल एविएशन मिनिस्ट्री का दावा है कि वैश्विक गुणवत्ता के लिए केवल संगठन[ Organisation] के छेत्र में ही पर्याप्त सफलता नहीं मिल पाई है जबकि शेष अन्य ७ महत्पूर्ण छेत्रों में आशातीत सफलता मिली है |इसके समर्थन में आंकड़ें निम्न हैं
अंतर्राष्‍ट्रीय नागर वि‍मानन संगठन (आईसीएओ) का यूनीवर्सल सेफ्टी ओवरसाइट ऑडि‍ट प्रोग्राम (यूएसओएपी) के बारे में भारत का आकलन वि‍श्‍व के औसत से बहुत अच्‍छा है। यूएसओएपी के अधीन आईसीएओ ने आठ महत्‍वपूर्ण तत्‍वों यथा वि‍धान, संगठन, लाइसेंसिंग, संचालन, उड़ान क्षमता, दुर्घटना जांच, वि‍मान नौवहन और हवाई अड्डों की पहचान की है। 31 दि‍संबर 2012 को यूएसओएपी की लेखा-परीक्षा परि‍णामों पर आधारि‍त आईसीएओ 2013 सुरक्षा रि‍पोर्ट के अनुसार भारत की उन देशों में गि‍नती है, जि‍नका कारगर कार्यान्‍वयन वि‍श्‍व के औसत 61 प्रति‍शत से ऊपर है। भारत का कारगर कार्यान्‍वयन 79.1 प्रति‍शत है।
31 दि‍संबर 2012 को भारत की स्‍थि‍ति‍ का वैश्‍वि‍क सुरक्षा के साथ संक्षि‍प्‍त तुलनात्‍मक ब्‍यौरा नि‍म्‍नलि‍खि‍त है:-
महत्‍वपूर्ण तत्‍व
=================================कारगर कार्यान्‍वयन
वैश्‍वि‍क औसत (31 दि‍संबर 2012 को)=====वैश्‍वि‍क औसत (वर्तमान स्‍थि‍ति‍ )==========भारत की स्‍थि‍ति (31 दि‍संबर 2012 को )
[1]वि‍धान========70.0========================66.9===========================85.7
[2]संगठन========63.0========================63.5=============================57.1
[3]लाइसेंसिंग=====71.0=========================71.5==============================89.6
[4]संचालन=======66.0=========================66.0==============================87.7
[5]उड़ान क्षमता====72.0=========================72.9==============================91.1
[6]दुर्घटना जांच====51.0=========================53.6==============================75.3
[7]वि‍मान नौवहन===53.0=========================54.7==============================55.8
[8]हवाई अड्डा========58.0=======================57.7=============================87.4
महत्‍वपूर्ण तत्‍वों के कारगर कार्यान्‍वयन में केवल एक क्षेत्र है, जि‍समें भारत मामूली कमजोर है, वह है ‘संगठन’। इसके लि‍ए भारत ने उड़ान संचालन के मुख्‍य नि‍रीक्षक (सीएफओआई), उप-सीएफओआई, वरि‍ष्‍ठ सीएफओआई और एफओआई के 75 पद बनाए हैं। आशा है कि‍ इन पदों की भर्ती के बाद इस तत्‍व का कारगर कार्यान्‍वयन भी वि‍श्‍व के औसत से बेहतर हो जाएगा। वास्‍तव में, ‘वि‍धान’ तत्‍व के क्षेत्र में अमेरि‍का का स्‍थान (80.95) भारत के (85.71) से नीचे है| गौरतलब है कि संसद में सरकार स्वीकार कर चुकी है कि डी जी सी ऐ के अंतर्गत हवाई यात्राओं की सुरक्षा के लिए ५७%स्टाफ की कमी है और इसी सप्ताह केवल ७५ पदों कि रिक्तियों को भरने की घोषणा की गई है इसके अलावा सुरक्षा के मानकों के दावों को झुटलाते हुए इंडिगो जैसी अग्रणी निरंतर लाभ कमाने वाली निजी एयर लाइन्स भी खतरनाक उड़ान भर रही हैं | मालूम हो कि डीजीसीए, कोहरे के समय सभी एअरलाइनों के साथ लगातार संपर्क में रह कर सीएटी III अनुवर्ती विमानों और सीएटी III प्रशिक्षित पायलटों की तैनाती सुनिश्‍चित करता है लेकिन उड़ानों समय रहते उन पर रोक थाम नहीं लगा पा रहा शायद इसी अकर्मण्यता के कारण ही इंदिरा गांधी अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डे, दिल्‍ली पर 29 जनवरी को दृश्‍यात्‍मकता शाम 1730 बजे के बाद कम होने लगी थी जबकि रनवे की दृश्‍यात्‍मकता दूरी रात 2030 बजे के बाद कम होनी शुरू हो गई थी। इस प्रवृत्‍ति को सभी एअरलाइनों के ध्‍यान में लाया गया। । लेकिन इस संबंध में बार-बार प्रयासों के बावजूद जेट एअरवेज+, गो एअर + इंडिगो की दो-दो फ्लाइटों का मार्ग बदलकर दिल्‍ली से जयपुर भेजा गया।यह यात्रियों के जीवन के साथ खिलवाड़ ही कहा जाएगा|उड़ान कम्प्लीट होने पर डी जी सी ऐ ने इन कंपनियों के टाइम्स स्लॉट केंसिल करके औपचारिकता पूरी कर दी है

इंडिगो सहित तीन निजी एयर लाइन्स से,यात्रियों के प्राणोंके साथ खिलवाड़ के लिए,टाइम स्लॉट वापिस लिए गए

इंडिगो[Indigo] सहित तीन एयर लाइन्स को सुरक्षा से सम्बंधित निर्देशों का उल्‍लंघन करने के लिए दिल्‍ली से निर्धारित समय अवधि[ time slots ] को वापस लिया गया |बीते दिन घने कोहरे के कारण दृश्‍यात्‍मकता बेहद कम थी जिसके फलस्वरूप इन एयर लाइन्स को उड़ान सतहजीत करने के आदेश दिए गए थे लेकिन यात्रियों के प्राणों को संकट में डाल कर उड़ाने भरी गई|
नागरिक विमानन महानिदेशालय[ DGCA ] ने दिल्‍ली से संचालित होने वाली निम्‍न विमान कंपनियों की उड़ानों की दिल्‍ली से निर्धारित समय अवधि(टाइम स्‍लॉट) को तत्‍काल प्रभाव से वापस ले लिया है।
[१] इंडिगो ========= 6E-024
[२]. इंडिगो==== 6E-316
[३]. जेट एअरवेज [Jet Airways ] 9W-2452
[४] जेट एअरवेज [Jet Airways ] 9W-2794
[५]. गो एअर [ Goair ] == G8-343
६] गो एअर [Goair ] === G8-164
इंदिरा गांधी अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डे, दिल्‍ली पर 29 जनवरी को दृश्‍यात्‍मकता शाम 1730 बजे के बाद कम होने लगी थी जबकि रनवे की दृश्‍यात्‍मकता दूरी रात 2030 बजे के बाद कम होनी शुरू हो गई थी। इस प्रवृत्‍ति को सभी एअरलाइनों के ध्‍यान में लाया गया। डीजीसीए, कोहरे के समय सभी एअरलाइनों के साथ लगातार संपर्क में रह कर सीएटी III अनुवर्ती विमानों और सीएटी III प्रशिक्षित पायलटों की तैनाती सुनिश्‍चित करता है। लेकिन इस संबंध में बार-बार प्रयासों के बावजूद जेट एअरवेज, गो एअर और इंडिगो की दो-दो फ्लाइटों का मार्ग बदलकर दिल्‍ली से जयपुर भेजा गया।
भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के संचालन नियंत्रण ने जानकारी दी कि इन फ्लाइटों का एक कर्मचारी सीएटी III प्रशिक्षण युक्‍त नहीं था। इसी वजह से इन एअरलाइनों ने सीएआर सेक्‍शन 3 के पैरा 10.18, सीरीज सी, पार्ट II और 2009 के एआईसी 11 के पैरा 14 के प्रावधानों का उल्‍लंघन किया है।
डीजीसीए ने इसे काफी गंभीरता से लेते हुए कहा है कि बार-बार दिशा-निर्देश जारी किए जाने के बाद भी एअरलाइनों ने इनका पालन नहीं किया है।.

एयर इंडिया के बाद अब गो एयर की फलाइट में भी एलार्म बज गया: रिटायर्ड जनरल वी के सिंह सुरक्षित

एयर इंडिया के बाद अब गो एयर की फलाइट में भी एलार्म बज गया: रिटायर्ड जनरल वी के सिंह सुरक्षित
अन सिक्योर्ड गेट वाली फलाइट में ४०० यात्रियों को लाने वाली एयर इंडिया के बाद आज आठ साल पुराणी निजी एयर लाइन्स गो एयर में भी फायर अलार्म बज गया | इस फलाइट में आज कल चर्चा में छाये थल सेना के रिटायर्ड जनरल वी के सिंह भी थे |
जनरल वी के सिंह समेत लगभग 100 यात्रियों को मुंबई जा रहे गो एयर के एयरबस ए-320 को आज फायर अलार्म बजने के बाद इंदिरा गांधी हवाईअड्डे पर लैंड कराना पड़ा।
टेक आफ के बाद 40 मिनट तक उड़ान भरने के पश्चात विमान को इमेरजेंसी में दिल्ली के आई जी आई हवाईअड्डे पर लौटना पड़ा।यात्रियों को दुसरे जहाज में मुंबई भेजा गया। जनरल सिंह महाराष्ट्र की राजधानी में चल रहे मुंबई साहित्य समारोह में अपनी किताब के विमोचन के लिए जा रहे थे।
गोएयर 21 शहरों से सप्ताह में 840 से अधिक उड़ानों का परिचालन करती है|आठवीं वर्षगांठ के मौके पर कंपनी ने अगले आठ दिनों के लिए सभी बुकिंग पर ८८८/= की छूट का एलान भी किया है

निजी एयर लाइन्स से बकाये की वसूली करने के बजाय दायें बाएं से टैक्स लगा कर वसूली ही सरल उपाय है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक पीड़ित टैक्स पेयर

ओये झल्लेया हसाडे सोणे मुल्क में हम जैसे सच्चे और इमानदार टैक्स का भुगतान करने वालों के साथ ये कैसा मखौल हो रहा है?ओये एक तरह सरकार घाटे का रोना रोती रहती है और टैक्स बडा कर हमारे मूल्यवान आंसूओं को निकालती रहती है|दूसरी तरफ निरंतर फायदा दिखा रहे इंडिगो एयर लाइन्स जैसी प्राईवेट कंपनियों से भी वसूली को टाला जाता है|ओये अब तो एयर पोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया [ऐ ऐ आई]की लेनदारी बढ कर ५०० करोड़ से भी ज्यादा हो गई है|नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री के सी वेणुगोपाल ने पिछले वितीय वर्ष में संसद में बयाँ देकर अपना पल्ला झाड लिया | मंत्री जी के कमल मुख से निकली वाणी के अनुसार लगातार प्रॉफिट का ड्रम बजा रही [१] [आई जी ऐ.लिमिटेड]इंडिगो को ९.२६ करोड़ देने हैं| इसके अलावा [२] यूं पी ऐ के एक घटक के कब्जे में दूसरी फायदे वाली स्पाईस जेट पर ५८.७७ करोड़ का हिसाब बनता है|[३]जेट एयर वेज़ पर ८२.१७ करोड़ रुपयों का कर्जा है| [४]इसकी ही एक इकाई के रूप में जानी जाती जेट लाइट पर २७.६२ करोड़ है| [५]गो एयर को ८.५५ करोड़ देने हैं तो[६] किंग फिशर एयर लाइन्स पर २९५.५० करोड़ हो चुके हैं| ओये यहाँ तक ही बस नहीं है ४४.८३ करोड़ रुपये दबा कर कई कम्पनियाँ ग्राउंड से भी अंडर ग्राउंड हो चुकी हैं| इस मोटी रकम को बट्टे खाते में डालने की तैय्यारी चल रहे होगी तभी अभी तक इसकी वसूली के लिए कोई आर सी जारी नहीं की जा सकी है| यहाँ तक के कर्जे वाली इंडिगो एयरलाइन्स को ११ एयर यात्री विमान खरीदने को हरी झंडी दे गई है तो किंग फिशर के कब्जे वाले विमानों को रिलीज करने के लिए उनका पंजीकरण समाप्त किया जा रहा है| जख्मो पर नमक छिड़कने के लिए प्रो. आर एच ढोलकिया की रिपोर्ट को आधार बना कर इतनी ही रकम के लिए एजेंटों के माध्यम से यात्रियों पर सर्विस टैक्स लगाये जाने की तैय्यारी हो रही है|

झल्ला

ट्राफिक और नॉन ट्राफिक की मद में ये लेनदारी तो वाकई अपना कद बड़ा रही है|मंत्री जी के अनुसार दिसंबर २०१२ तक ये लेनदारी ५२६ करोड़ थी अब इस तिमाही में हुए इजाफे के लिए अगले संसद सत्र तक इंतज़ार करना पडेगा| इस मामले में तो यही कहना पडेगा के वड्डे लोग वड्डी गलां जी |हमें तो टैक्स भरना ही है|टिकट महंगा खरीदना ही है|सर्विस चार्ज देना ही पडेगा|

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