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हरियाणा कांग्रेस को बजट सत्र में बेपटरी करने के लिए सीएम से अनिलविज बधाई पात्र तो बन ही गए

[चंडीगढ़]हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज कम से कम अपने मुख्य मंत्री से तो बधाई के हकदार बन गए हैं क्योंकि उन्होंने एक मुद्दा उछाल कर विपक्षी कांग्रेस को पटरी से उतार [डिरेल|]दिया है |फ़िलहाल बजट सेशन के दौरान कांग्रेस असेम्ब्ली से बाहर सड़क पर आ गई है हुआ यूं के अनिल विज ने असेम्ब्ली में कांग्रेस के विधायकों को अंग्रेजों की औलाद कह दिया |और प्रदेश के सवा दो सौ स्टेडियमों से स्वर्गीय राजीव गांधी के नाम हटाने को जरूर्री बता दिया |गांधी और नेहरू को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर स्वाभाविक बवाल मच गया। कांग्रेस की स्थापना एक अंग्रेज महिला ऐ ओ ह्यूम द्वारा की गई थी लेकिन सब तरफ गांधी +नेहरू परिवार ही हावी है|
सदन में हंगामा हुआ और नारेबाजी भी हुई|इससे पूर्व भी एक बार अनिल विज ने विपक्षी नेता हुड्डा पर सदन में ही हँसते हँसते तल्ख टिपण्णी की थी|उस समय श्री विज हाथ मिलाने के बजाय हाथ जोड़ कर अभिवादन करने के लिए संकल्प दिला रहे थे उन्होंने सबसे हाथ खड़ा करने के लिए आग्रह किया तो श्री हुड्डा ने हाथ उठाने के बजाय श्री विज पर ही टिप्पणी कर दी इस पर हँसते हँसते स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हुड्डा जी आप अंग्रेज बने रहना चाहते हो भारतीय नहीं बनना चाहते
उस समय कोई बवाल नही हुआ बात रफा दफा हो गई |लेकिन बृहस्पतिवार के बिजनेस में उन्होंने राजीव गंधी का नम भी जोड़ दिया तो हंगामा हो ही गया
श्री हुड्डा ने अपनी अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी की तरह राजभवन तक प्रोटेस्ट मार्च किया और सरकार को बर्खास्त करने की मांगभी की |
कांग्रेस ने इसे अपने स्वतंत्रता सैनानियों का अपमान बताया है| फ़िलहाल सदन में बजट सेशन के दौरान सकारात्मक विपक्ष कि भूमिका निभाने के बजाय कांग्रेस सदन से बाहर सड़क पर आ गई है

हरियाणा के अस्पतालों में दान की आँखों की बरबादी के बाद अब नेत्रशिविर में भी मरीजों की रोशनी गई

[चंडीगढ़]हरियाणा में दान की सैंकड़ों आँखों की बरबादी के बाद अब नेत्र शिविर में भी मरीजों की आँखे खराब हुई |यह शिविर स्वास्थ्य मंत्रालय की अनुमति से एनजीओ द्वारा लगाया गया था |पीड़ितों को पीजीआई चंडीगढ़ भेजा गया हैं |
पानीपत शहर के सलारजंग गेट स्थित नवजीवन अस्पताल में लगाये नेत्र ऑपरेशन कैंप में १६ लोगों का आपरेशन किया गया था जिनमे से १५ मरीजों की आंखों की रोशनी चली गयी। प्राप्त जानकरी के अनुसार ११ मार्च को ये सभी मरीज समालखा स्थित समाज सेवा समिति धर्मार्थ अस्पताल में चेकअप के बाद रेफर किये गये थे। आँखों के इलाज में चिकित्स्कों द्वारा लापरवाही बरतने की बात की जा रही है |
11 मार्च को ऑपरेशन किया गया और अगले दिन आंखों से पट्टी खोली तो मरीजों के नेत्रों की रोशनी जा चुकी थी
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से इस बाबत अनेकों बार फोन किये जाने पर भी सम्पर्क नहीं हो पाया|मंत्री ने अपने फेस बुक पेज पर दो पोस्ट अपलोड की हैं जिनके अनुसार एक पोस्ट में मंत्री ने बताया है के वोह पीड़ितों का हाल जानने 30 मिनट में पीजीआई चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं ।दूसरी पोस्ट में बताया गया है के ऑपरेशन के दौरान जिनकी आँखे खराब हुई उनका हाल जाना |हरियाणा में विपक्षी पार्टी इनेलो ने घटना को लापरवाही बताया है |इनेलो के अनुसार इस लापरवाही के लिए नीचे से लेकर ऊपर तक के सभी लोग उत्तरदाई हैं ऐसी स्थाई हानि की पुनर्रावृति की रोकथाम के उपाय किएजाने चाहिए |पीड़ितों के इलाज के साथ ही उनके स्थाई जीवन यापन की व्यवस्था की जानी चाहिए और इसे मात्र जांच के मकड़जाल में डाल कर केवल औपचारिकता नहीं निभानी चाहिए |
गौरतलब है के हरियाणा के दो पी जी आई अस्पतालों में दान की सैंकड़ों आँखों को कूड़ेदान में डालने का मामला सामने आया था जिसे बीते दिनों इनेलों ने संसद में उठाया था |उसकी जाँच के भी आदेश दिए जा चुके हैं

दान में मिली अमूल्य आँखों के तुरंत सदुपयोग के लिए प्रभावी नीति बनाई जाये:इनेलो

दान में मिली आँखों के तुरंत सदुपयोग के लिए प्रभावी नीति बनाई जाये:इनेलो
दान में मिली आँखें तो जरुरतमंद को नवजीवन प्रदान करती हैं इसीलिए इस नियामत को नष्ट करने के बजाय इनके तुरंत उपयोग के लिए प्रभावी नीति बनाई जानी चाहिए |यह विचार आज दुष्यंत चौटाला ने व्यक्त किये श्री दुष्यंत चौटाला सबसे कम आयु के हिसार से इनेलो के सांसद हैं |इन्होने पिछले दिनों दान की गई आँखों को कूड़े दान में डाले जाने के अपराध को सँसद में उठाया था |श्री दुष्यंत ने एक आर टी आई के हवाले से सँसद में बताया था कि देश के चार बढे अस्पतालों में २००० से अधिक आँखों को कूड़े दान में फेंका गया| स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सँसद में उठाये गए इस अपराध पर हरियाणा से संबंधित अस्पतालों की जाँच का जिम्मा एक आईऐएस प्रदीप कासनी को दे दिया है|इस पर इनेलो ने जांच के साथ साथ आँखों के तुरंत इस्तेमाल के लिए प्रभावी व्यवस्था भी बनाये जाने पर जोर दिया है|
बीते बुधवार को सांसद दुष्यंत चौटाला ने सरकार से मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग करते हुए इस घ्रणित कार्य में लिप्त देश के बढे चार अस्पतालों को उजागर किया था |इनमे से [1]पीजीआई चंडीगढ़ [2] पीजीआई रोहतक हरियाणा में हैं
अस्पतालों में बीते पांच साल के दौरान दान की 2000 आंखों को कूड़े में फेंक दिया गया।
आँखें मानव जीवन में हजार नियामत है
पूर्व मुख्य मंत्री चौधरी हुकुम सिंह के इलाज में कोताही बरतने वाले पीजीआई रोहतक ने भी दान में मिली सैंकड़ों आँखें कूड़ेदान में फेंकी |
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दान में मिली इंसानी आँखों को कचरे में फेंकने के मामले में जाँच के आदेश दिए हैं
यह जांच पूर्व मुख्य मंत्री के इलाज में कोताही की जाँच कर रहे प्रदीप कासनी को ही सौंपी गई है|
पुरानी कहावत है कि दान में मिली बछिया के दाँत नहीं गिने जाते लेकिन दान में मिली आँखें तो मानव के लिए हजार नियामत है|नेत्रहीन के लिए नवजीवन है
और ऐसे सबसे बढे दान में मिले अमूल्य नेत्रों को कूड़े दान में डालने का अपराध अक्षम्य ही होना चाहिए| दान में मिली आँखों को कूड़ेदान में डाले जाने का अपराध सांसद दुश्यंत चौटाला ने बुधवार को संसद में उठाया था |एक आरटीआई के जवाब में प्राप्त जानकारी के आधार पर यह आरोप लगाया गया है |सांसद ने सरकार से मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग करते हुए इस घ्रणित कार्य में लिप्त देश के बढे चार अस्पतालों को उजागर किया
गौरतलब है कि इनेलो के छात्र संगठन ने वर्ष 2013 में एक कैंप लगा कर 10 हजार आंखें दान करवा कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया था

पीजीआई रोहतक ने भी दान में मिली सैंकड़ों आँखें कूड़ेदान में फेंकी

[चंडीगढ़]पूर्व मुख्य मंत्री के इलाज में कोताही बरतने वाले पीजीआई रोहतक ने दान में मिली सैंकड़ों आँखें कूड़ेदान में फेंकी |हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने दान में मिली इंसानी आँखों को कचरे में फेंकने के मामले में जाँच के आदेश दिए हैं यह जांच पूर्व मुख्य मंत्री के इलाज में कोताही की जाँच कर रहे प्रदीप कासनी को ही सौंपी गई है| हरियाणा से ही इनेलो युवा सांसद दुष्यंत चौटाला ने भारतीय सँसद में यह मामला उठाया है |
पुरानी कहावत है कि दान में मिली बछिया के दाँत नहीं गिने जाते लेकिन दान में मिली आँखें तो मानव के लिए हजार नियामत है
और ऐसे सबसे बढे दान में मिले अमूल्य नेत्रों को कूड़े दान में डालने का अपराध अक्षम्य ही होना चाहिए| दान में मिली आँखों को कूड़ेदान में डाले जाने का अपराध सांसद दुश्यंत चौटाला ने बुधवार को संसद में उठाया था |एक आरटीआई के जवाब में प्राप्त जानकरी के आधार पर यह आरोप लगाया गया है |सांसद ने सरकार से मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग करते हुए इस घ्रणित कार्य में लिप्त देश के बढे चार अस्पतालों को उजागर किया इनमे से दो हरियाणा में हैं [1]पीजीआई चंडीगढ़ [2] पीजीआई रोहतक सहित अस्पतालों में बीते पांच साल के दौरान दान की 2000 आंखों को कूड़े में फेंक दिया गया।
इससे पूर्व पीजीआई रोहतक में पूर्व सीएम चौ हुकुम सिंह के इलाज में कोताही बरते जाने कि भी जांच के आदेश दिए गए हैं यह जाँच भी श्री कासनी को ही सौंपी गई है इस रहस्योद्घाटन को संज्ञान में लेते हुए हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विभाग के महानिदेशक प्रदीप कासनी को जांच दी गई है
मंत्री ने पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान कहा कि एक तरफ तो हम कह रहे हैं कि मरने से पहले हर आदमी को अपनी आंखों का दान करना चाहिए, वहीं दूसरी तरफ जो आंखें जरूरतमंद व्यक्तियों को लगाने लिए दान की जाती हैं, उन्हें डस्टबिन में फेंका जा रहा है। इससे बड़ा अपराध नहीं हो सकता है। गौरतलब है कि इनेलो के छात्र संगठन ने वर्ष 2013 में एक कैंप लगा कर 10 हजार आंखें दान करवा कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया था

हरियाणवी समस्यायों को भी २५० फिट ऊपर टांगा:दूर रहेंगी और वक्त बेवक्त दिखाई भी देती रहेंगी

[चंडीगढ़ ]हरियाणा के सीएम लाला मनोहर लाल खट्टर ने फरीदाबाद में विश्व का सबसे ऊंचे डंडे पर नेशनल तिरंगा झंडा [२५० फिट]फहरा कर लिम्का बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में एंट्री ले ली | इस छेत्र में कांग्रेस के पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया| राष्ट्रीय भावनाऔर भाजपाई केसरिया से ओतप्रोत समारोह में विपक्ष की भूमिका दूरबीन से देखने पर भी दिखाई नहीं दी।ऐसा लगा कि मानो विपक्ष के विरोधों को २५० फिट टांग दिया गया है।विपक्ष की बात तो ठीक है यह सभी का हक़ बनता है लेकिन ऐसा लगता है कि विपक्ष के साथ ही हरियाण की जनता की समस्यायों को भी ऊँचाई पर टांग दिया गया है जाहिर है उंचाइ पर रही समस्या एक तो दूर रहती है और वक्त बे वक्त जल्दी दिखाई दे जाती हैं |फरीदाबाद का घना शहर अभी तक राजनितिक उपेक्षा का शिकार रहा है शायद इसीलिए यहां वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाय गया है यह अपने आप में सभी को आईना दिखाने जैसा जरूर है |
इस सरकार के बनते ही फरीदाबाद के पटाखा बाजार में आग लग गई थी जिसकी आतिशबाजी में विपक्ष ने भी हाथ सेंके, उसकी जांच की रिपोर्ट ऑनलाइन नहीं हुई+सड़क दुर्घटनाएँ मंत्री अनिल विज से लेकर मनोहर खट्टर तक को ठोक रही हैं+यूरिया की खाद विपक्ष की ही बेल बढ़ने में लगी है+बैंकों में लूट से लुटेरे सरे आम लखपति बने जा रहे हैं+सरकारी वेबसाइट [हरसमाधान]+सी एम ओ विंडो] पर समस्यायों का एकाउंट जरूर रिच होता जा रहा है ।शिकायतों के निवारण के लिए रिमाइंडर्स की जनता में आदत भी बढ़ती जा रही है ।सो यह कहा जा सकता है कि फिलहाल विपक्ष के साथ ही जनता की उम्मीदों को भी २५० फिट पर टांग दिया गया है शायद ऊंचाई से ज्यादा क्लीयर दिखाई देगा और समस्यायों को सुलझाने में मदद मिलेगी

अनिलविज ने पूर्व मुख्यमंत्री हुकमसिंह के पीजीआई रोहतक में इलाज में कोताही के लिए जांच के आदेश दिए

[चंडीगढ़]स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने पूर्व मुख्यमंत्री हुकम सिंह के इलाज में कोताही के लिए जांच के आदेश दिए |चौधरी हुकुम सिंह का कल निधन हो गया |
मुख्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने चौ हुकुम सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है
सीएम श्री खट्टर ने ट्वीट किया
“चौधरी हुकुम सिंह का निधन हरियाणा के लिए अपूरणीय क्षति है,ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें और शोक संतप्त परिवार को सबल करें”
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट किया
“पूर्व मुख्यमंत्री हुकम सिंह जी के देहांत पर गहरा दुःख है ।वह बहुत अच्छे व्यक्ति थे ।मैं उनके मुख्यमंत्री काल में उनके साथ विधायक रहा हूँ”
इसके साथ ही श्री विज ने यह जानकारी भी दी है कि उन्होंने पीजीआई रोहतक के निदेशक को जांच के आदेश दे दिए हैं |पूर्व मुख्य मंत्री हुकुम सिंह की तबियत बिगड़ने पर उन्हें मेदांता अस्पताल में ले जाया गया उस समय उन्हें एम्बुलेंस देरी से मुहैय्या करवाई गई और जो एम्बुलेंस मुहैय्या करवाई गई उसमे एटेंटेड डाक्टर नहीं भेजा गया
कहा जा रहा है कि कि हरियाणा के पूर्व मुख्य मंत्री चौधरी हुकुम सिंह[ 89] का इलाज में कोताही के कारण कल निधन हो गया

हरियाणवी लंच डिप्लोमेसी का कमाल:अनिल विज बीमारी के बावजूद सीएम मनोहर लाल खट्टर के साथ दौड़े

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये कांग्रेसी एवेयीं हसाड़ी अच्छी खासी चलती सरकार को गद्दीघेड़ में डालने के लिए अंदरुनी दरार डालने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन हसाडे नेताओं ने भी कोई कच्ची गोलियां नहीं खेली इन्होने एक ही झटके में सबको समयानुसार माकूल जवाब दे दिया |ओये बीमार के बावजूद हसाडे सोणे स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सीएम मनोहर लाल खट्टर के साथ अम्बाला में दौड़लगा कर साबित कर दिया कि हसाड़ी सरकार में सब कुछ ठीक ठाक है कोई घरैड नहीं

झल्ला

ओ मेरे भोले सेठ जी ये तो लंच डिप्लोमेसी का कमाल है |इससे सीख लेकर आम आदमी पार्टी वालों को घर घर जाकर नमक फ़ैलाने से अच्छा होगा कि एक छत के नीचे सबको बुला कर हरियाणवी नमक चटा देते

हरियाणा खेलमंत्री”विज”ने व्यंग की चाशनी में लिपटी नाराजगी को मुख्यमंत्री”खट्टर”की तरफ उछाला

[चंडीगढ़]भाजपा शासित हरियाणा के खेलमंत्री”विज”ने व्यंग की चाशनी में लिपटी नाराजगी को मुख्यमंत्री”खट्टर”की तरफ उछाला |
हरियाणा के खेलमंत्री अनिल विज ने उनके खेल मंत्रालय में दखल देने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को धन्यवाद ट्वीट किया है |
श्री विज ने कहा है कि मेरे विभाग में रुचि लेने के लिए धन्यवाद मुख्य मंत्री अब में राहत महसूस कर रहा हूँ |
Thank You Chief Minister For Taking Keen Interest into My Departments. I am Relaxed.
दरअसल बीते दिन मुख्य मंत्री ने ट्रैक सूट पहन कर मोती लाल नेहरू स्पोर्ट्स स्कूल, राई, सोनीपत में रैनाथनमें भाग लिया इसका शीर्षक “खेलेगा हरियाणा-बढ़ेगा हरियाणा” रखा गया था |
सीएम मोनोहर लाल खट्टर ने प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को निरोग व स्वस्थ रखने के लिए पूरे प्रदेश में ‘खेलेगा हरियाणा-बढ़ेगा हरियाणा’ अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम चलाये जाने की घोषणा की हुई है इ|
सके तहत प्रदेश के प्रत्येक गांव में दो एकड़ भूमि पर व्यायामशाला खोली जाएगी जहां प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन योगा व दौड़ के लिए प्रेरित किया जाएगा ।
रैनाथन के लिए बढे पैमाने पर प्रचार किया गया लेकिन उस प्रचार में स्पोर्ट मिनिस्टर को कोई विशेष महत्व नहीं दिया गया यहां तक कि खेल मंत्री का नाम तक होर्डिंग्स+बैनर्स+पर नही दिखाई दिया |इससे पूर्व भी मुख्य मंत्री के अनेकों बयान आये हैं कुछ निम्न हैं
[१]मकानों व नौकरियों में कोटा देकर खिलाडिय़ों को यह संदेश हमने दिया है कि आपका काम खेलना है और भविष्य की चिंता हमारी जिम्मेदारी है।
[२]अंतर्राष्ट्रीय स्तर का खेल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने पर बल दिया है।
[३]अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेता खिलाडिय़ों को रोजगार का अधिकार दिया गया है|
गौरतलब है कि वरिष्ठ एम एल ऐ होने के बावजूद अनिल विज को कोई महत्वपूर्ण विभाग नहीं दिया गया इसके बावजूद उनके मंत्रालय खेल और स्वास्थ्य में हस्तक्षेप की शिकायतें की जा चुकी हैं और ट्वीट्स के माध्यम से ही अनिल विज अपने काम में रोड़े अटकाने के खिलाफ नाराजगी पहले भी जाहिर कर चुके हैं |
मुख्य मंत्री ने अपने सहयोगी मंत्री की नाराजगी दूर करने के लिए विज को अपना मित्र बता चुके हैं लेकिन इस रैनाथन में खेल मंत्री की उपेक्षा से लगाता है कि दोनों में दरार कम होने के बजाय और बढ़ी है

हरियाणा के हेल्थ मिनिस्टर अनिल विज ने अब कार्यक्रमों में शिरकत करने से तौबा की

[चंडीगढ़] हरियाणा के हेल्थ मिनिस्टर अनिल विज ने अब कार्यक्रमों में शिरकत करने से तौबा की
हेल्थ मिनिस्टर अनिल विज ने अपनी कार्यशैली की अलग पहचान उजागर करते हुए कार्यक्रंमो में जाने से तौबा की
अम्बाला से विधायक और वर्किंग में नंबर वन पर उभरे अनिल विज ने आज ट्वीट करके कहा है के जो लोग मुझे कार्यक्रमों [ FUNCTIONS ] के लिये बुलाना चाहते हैं मुझे क्षमा करें | मैं अपना अधिक से अधिक समय काम करने पर व्यतीत करना चाहता हूँ|इस ट्वीट को सूरजकुंड मेले के संदर्भ में देखा जा रहा है |आज मुख्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मेले में पहुंचे थे|यह पहली बार नहीं हुआ है जब अनिल विज ने कार्यक्रमों में जाने से इंकार किया है |इससे पूर्व सरकार बनते ही सूरजकुंड में ही जनवरी के प्रथम सप्ताह में विधायकों के लिए स्किल ट्रेनिंग शिविर का आयोजन किया गया था जिसमे भाजपा के वरिष्ठ केंद्रीय नेता गण भी पधारे थे उस कार्यक्रम में भी अनिल विज अनुपस्थित रहे थे तब उनके ख़राब स्वास्थ्य का हवाला दिया गया था लेकिन अनिल विज अस्पताल में रह कर भी सरकारी काम काज को निबटाते रहे|आज कल कहा जा रहा है के श्री विज प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कालेज खोलने के लिए निर्विघ्न कार्य करना चाहते हैं
अभी हाल ही में अनिल विज के एक और ट्वीट ने हरियाण की सियासत में हंगामा मचा दिया था
अनिलविज के एक और ट्वीट के अनुसार “कुछ लोग मुझे मेरे काम करने के तरीके से रोकना चाहते हैं, परन्तु वह कभी कामयाब नहीं होंगे | मैं अपने तरीके से ही काम करता रहूँगा” |