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Tag: Satire

मोदी भापे!मेरठ जैसे छोटेशहरों में हवाईपट्टी बनी नहीं फिर गरीबों को सस्ती हवाईयात्रा कैसे मिलेगी ?

छोटे शहरों तक शुरू हो सकती हैं सस्ती विमान सेवायें

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भाजपाई चेयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां !ओये हसाडे प्रधान मंत्री नरेंद्रभाई दामोदरदास मोदी जी ने छोटे शहरों में भी हवाई यात्रा सस्ती करवा दी है |ओये अब तो छोटे शहरों के गरीब भी ओनली ढाई हजार रुपयों में एक घंटे तक हवाई यात्रा कर सकेंगे

झल्ला

ओ मेरे चतुर सेठ जी !मेरठ जैसे छोटेशहरों में हवाईपट्टी बनी नहीं फिर गरीबों को सस्ती हवाईयात्रा कैसे मिलेगी ?आप जी के हवाई मंत्री अशोक गजपति राजू ने बहुत विचार विमर्श के बाद नागर विमानन नीति तो फाइनल कर दी लेकिन झल्ला सवाल है के मेरठ जैसे छोटे शहरों में हवाई पट्टी तक के निर्माण को ठन्डे बस्ते से बाहर क्यूँ नहीं निकाला जा सका है ?

केंद्र सरकार ने सिखों के लिए दिए १३० करोड़ रुपये, बाँटेंगे दिल्ली के सीएम केजरीवाल

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

“आप”पार्टी चेयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हमने जो कहा था उसे करके भी दिखा रहे हैं |ओये हसाडे केजरीवाल साहिब १९८४ के नरसंहार के पीड़ित सिख परिवारों को एक नवंबर में ५ -५ लाख रुपये का मुवायजा वितरित करेंगे

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी इसे कहते हैं के “माल यारों का मशहूरी कंपनी की” नहीं समझे अरे भापा जी केंद्र सरकार ने १३० करोड़ रुपये दिए जिन्हें बाँटेंगे दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल

केजरीवाल के ५००+ करोड़ रुपयों के विज्ञापन बजट से पंजाब के सांसद भगवंतमान मीडिया से बचे

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

अकाली गुरु सिख

ओए झल्लेया हसाडे हंसदे -वसदे पंजाब में ये क्या कुफ्र कमाया जा रहा है ?ओये ये “आप” पार्टी के सांसद भगवंत मान गुरु ग्रन्थ साहिब के प्रकाश स्थान पर भी शराब पी कर अपनी बढ़केँ मारने आ पहुंचें|ओये ये तो सरासर धर्म की बेअदबी है और ये दिल्ली के मीडिया वालों के कानों पर जू तक नहीं रेंग रही

झल्ला

ओ मेरे भोले बादशाहो! अरविन्द केजरीवाल के ५००+ करोड़ रुपयों के विज्ञापन बजट का कमाल है

मोदी भापे!समाज सुधारक कवि कनक[गोल्ड]की मादकता के खतरे को उवाच गए हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भाजपाई चेयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां !ओये हसाडे नरेंद्र भाई दमदार दास मोदी जी ने चुनावी वायदों को अमली जामा पहनाते हुए छोटे पदों पर नौकरियों के लिए इंटरव्यू को समाप्त कर दिया और गोल्ड को बैंक में जमा करके ब्याज देने का भी “मन की बात” में एलान कर दिया |ओये मानता है न के हम जो कहते हैं करके दिखाते हैं

झल्ला

ओ मेरे चतुर सेठ जी बुजुर्गों ने फ़रमाया है के बिना गवर्नेंस के सरकार में नौकरियों की भरमार और जरुरत से अधिक गोल्ड दोनों घातक होते हैं |समाज सुधारक कवि भी सदियों पहले कनक[गोल्ड]की मादकता के खतरे को उवाच गए हैं

आवर्ड लौटाऊ साहित्यकार+ऍफ़टीआईआई के झगड़ालू छात्र अपना अपना ठीया जमा रहे हैं ?

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भाजपाई चेयर लीडर

ओये झल्लेया ये कांग्रेस वाले मुल्क का बेड़ा गर्क करके ही मानेंगे |ओये पहले अपनी सरकार में अपने चहेतों को अपने अवॉड्स बाँट दिए अब इनकी सरकार के जाने के पश्चात बढे नाटकीय ढंग में उन पुराने अवार्ड्स का ठीकरा हसाडे सरकार के सर फोड़ कर पुराने -शुराने अवॉड्स को लौटाकर नई हवा बनाने का कुप्रयास चल रहा है | ओये इन्होने ऍफ़टीआईआई का बटाधार तो कर ही दिया | हसाडे कर्नल राज्य वर्द्धन को भी इन्होने अंगूठा दिखा दिया|ऍफ़टीआईआई के ये कथित छात्र इसी बात पर ही अड़े हैं के “मैं ना मानू” “मैं तो मानूं ही ना” अब तुम ही बताओ के ऐसे में कहीं कॉलेज चलते हैं भला ?

झल्ला

ओ मेरे चतुर सेठ जी!आप लोगों ने इनके पालन हारों की दुकाने बंद करा दी ऐसे में ये बेचारे अपना अपना ठीया फिर से ज़माने का प्रयास रहे हैं और आप लोग हाय हल्ल्ला मचाये जा रहे हो | भापा जी ये आवर्ड लौटाऊ साहित्यकार+ऍफ़टीआईआई के झगड़ालू छात्र अपना अपना ठीया जमाने का प्रयास कर रहे होंगे

साहित्यकारों की भेड़चाल से पुरूस्कार देने वाले की नियत और पानेवाले की पात्रता पर प्रश्न उठना स्वाभविक है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये तो कमाल हो गया !ओये मोदी तो धोती फाड़ रुमाल हो गया |साम्प्रदाइक असंतोष फ़ैलाने की सरकारी योजना की पोल खोलने के लिए देश के मशहूर साहित्यकार एक जुट होने लग गए हैं |ओये एक के बाद एक अवार्ड वापिस आने लग गए हैं|तू भी जो कुछ है लौटा कार पुण्य कमा ले

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान
अपने पास तो ले देकर ये “झल्ले दी झल्लियां गल्लां” ही हैं ,सो आप जी को समर्पित हैं |
चतुर सुजान जी
झल्लेविचारानुसार ये वन टाइम सलेक्टेड साहित्यकारों की कलम में वाकई ताकत होती तो साम्प्रदाइकता के खिलाफ कलम से जिहाद छेड़ते ,लेकिन दुर्भाग्यवश इन सम्मानित महानुभावों को तो अदृश्य डोरों का सम्मान करते हुए पुरूस्कार लौटा कर क्रतघ्यन्ता प्रगट करने का ही विकल्प चुना है इससे तो देने वाले की नियत और पाने वाले की पात्रता पर ही प्रश्न चिन्ह उठना स्वाभविक है |झल्लेविचारानुसार साहित्यकारों की भेड़चाल से पुरूस्कार देने वाले की नियत और पानेवाले की पात्रता पर प्रश्न उठना स्वाभविक है

जोड़ तोड़ के गुटों में पनपे साहित्यकारों का देवयोग से ऐसा ही उपयोग+सदुपयोग+प्रयोग+होना रह गया है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी उत्साहित साहित्यकार

ओये झल्लेया नरेंद्र मोदी की साम्प्रदाइक मानसिकता अब उगजर होने लग गई है |ओये दादरी काण्ड के बाद अशोक वाजपई+नयनतारा सहगल जैसे सुप्रसिद्ध साहित्यकारों ने भी विरोध स्वरुप अपने साहित्य अकादमी एवार्ड भी लौटाने शुरू कर दिए हैंओये इस देश में ओनली कांग्रेस ही साम्प्रदाइक सौहार्द बना कर रख सकता है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी ये जोड़ तोड़ के गुटों में पनपे साहित्यकारों का देवयोग से ऐसा ही उपयोग+सदुपयोग+प्रयोग+ होना रह गया है

“आप”को पंजाब में जो ५०% बचा है उसी में शुक्र मनाना चाहिए

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आम आदमी पार्टी चेयर लीडर

ओये झल्लेया ये असंतुष्टों की असलियत सामने आ ही गई|ओये हमने इन्हें पार्टी से निकाला तो इन्होने अपनी अलग पार्टी बना ली ओये ये धरमवीर गांधी और हरिंदर पाल सिंह खालसा नाम के दो सांसद डॉ दलजीत के साथ मिल कर पंजाब में क्या भाड़ झोंक लेंगे?

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान आपजी से दिल्ली नहीं सम्भल रही ऐसे में पंजाब को क्या संभाल पाओगे ?इसीलिए जो बचा है उसी में शुक्र मनाओ

मोदी भापे#३० लाख एलपीजी कनेक्शनों की वसूली मगर”दुमका”में दिए ओनली ५ हजार

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भाजपाई चेयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां !ओये हसाडे नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी जी ने जो कहा करके दिखा दिया |ओये झारखण्ड के दुमका के ५००० गरीब परिवारों को एलपीजी कनेक्शन बाँट कर गरीबों के आंसू पौंछने का अभूतपूर्व अभियान शुरू कर दिया है|ओये अब तो मानता हे ना के मोदी जी जो कहते हैं करके दिखाते हैं

झल्ला

JamosCartoonओ मेरी सुन्दर चतुर सरकार आपजी को ३० लाख कनेक्शन वापिस मिल चुके हैं उनमे से ओनली ५००० ही बाँट कर सीना ठोक रहे हो |में ये तो नहीं कहूँगा के ये ऊँठ के मुँह में जीरा है मगर ये जरूर कहूँगा के ऊँठ का मुंह अभी खुला हुआ ही है
फोटो कैप्शन
The Prime Minister, Shri Narendra handing over free LPG connections to the beneficiaries under the “Give it Up” campaign, at the function, in Dumka, Jharkhand on October 02, 2015.
The Governor of Jharkhand, Smt. Draupadi Murmu, the Minister of State for Petroleum and Natural Gas (Independent Charge), Shri Dharmendra Pradhan, the Chief Minister of Jharkhand, Shri Raghubar Das and the Minister of State for Finance, Shri Jayant Sinha are also seen.

सरकारी चिकित्सा व्यवस्था को प्राइवेट पर निर्भर कर अपना उल्लू साधना सबके फायदे का ही खेल है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

उत्साही मेरठी डाक्टर

ओये झल्लेया मुबारकां!ओये केंद्रीय कृषिमंत्री संजीव बालियान ने ”लोकप्रिय”अस्पताल में ”हार्ट सेंटर एंड क्रिटिकल केयर यूनिट का फीता काट डाला |ओये अब मेरठ में ही अच्छी सुविधा सस्ते में मिलेगी और हसाडे प्रोफेशन के लोग भी फायदे में रहेंगे |ओये हसाड़ी और मरीजों की हो जानी है बल्ले बल्ले

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी देश में अकाल की स्थिति है खाद्यान के भाव छतों को छु रहे हैं लेकिन कमाल है के केंद्रीय राज्य कृषिमंत्री प्राइवेट अस्पताल के एक वार्ड का उद्घाटन कर रहे हैं |
माननीय अब ये मत कहना के बीमारियों के बढ़ने पर अस्पतालों की जरूरत भी बढ़ रही है क्योंकि मेरठ के दस हजार परिवारों के लिए खुली केंद्रीय स्वास्थ्य केन्द्रों[CGHS] में मरीज बढ़ रहे हैं लेकिन त्योहारों के दौरान डाक्टर कम किये जा रहे हैंजाहिर हैं सरकारी व्यवस्था को प्राइवेट पर निर्भर बना कर अपना पल्लू झाड़ना आप लोगों के लिए फायदे की बात ही होगी| अरे भापा जी !सरकारी चिकित्सा व्यवस्था को प्राइवेट पर निर्भर कर अपना उल्लू साधना सबके फायदे की ही बात है