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Tag: राज्य सभा

भाषण के बीच में ही पैकअप की घंटी बजा कर क्या सोचा था जय ललिता बहुत खुशहोगी शाबाशी देंगी क्यों?


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक कांग्रेसी

ओये झल्लेया ये तमिल नाडू की मुख्य मंत्री जय ललिता के तेवर तो देखो | नॅशनल डेवलपमेंट कौंसिल की मीटिंग में पूरे राष्ट्र के विकास के लिए यौजनाएं बनाई जाती है और ऎसी महत्वपूर्ण मीटिंग से जयललिता ने भाषण के लिए कम समय दिए जाने का बहाना बना कर वाक् आउट कर दिया | केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली की आलोचना कर दी और नरेन्द्र मोदी के सुर में सुर मिला दिया | ठीक है इनकी पींगें आज कल एन डी ऐ से बढ रही हैं मगर देश के विकास को तो प्राथमिकता देनी ही चाहिए थी|ऐसे थोड़ी बीच में से ही महत्वपूर्ण बैठक को छोड़ा जाताहै |

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी आप लोगों को भली भांति मालूम है कि जयललिता नेता बनने से पहले फिल्म जगत की सुपर स्टार अभिनेत्री थी |इन्हें हो सकता है कि रीटेक की आदत हो | अब मीटिंग में आपने रिटेक की कोई व्यवस्था तो की नहीं उलटे दस मिनट में भाषण चलते हुए में ही पैकअप की घंटी बजा दी | आपने क्या सोचा था कि चलते भाषण के बीच में ही पैकअप की घंटी बजाने से सुपर स्टार खुश होंगी |बहुत शाबाशी मिलेगी? अरे सुपर स्टार को तो मूड बनाने में ही दस मिनट लग जाते हैं |अब आप के माननीय संसदीय कार्यों के राज्यमंत्री राजीव शुक्ला जी को ही लेलो इन्होने जब से सुपर स्टार रेखा को राज्य सभा की सदस्यता दिलाई है साए की तरह से रेखा को सम्मान देते हैं भवन के बाहर भी छोड़ने आते हैं और यहाँ आप लोगों ने उसीप्रदेश की मुख्य मंत्री बनी फ़िल्मी हस्ती जयललिता के मान +सम्मान+मर्यादा

C M Jaylalita Walked Out N D C

की घंटी बजा दी| अरे अगर ऐसा ही करना था तो सभी मुख्य मंत्रियो से भाषण मेल से मंगवा लेते मितव्यतता भी नहीं होती |

बड़े बेआबरू होकर वन डे क्रिकेट की पिच से सचिन तेन्दुलकर निकले


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक क्रिकेट प्रेमी

ओये झल्लेया ये तो बड़ा जुल्म हो गया ओये २३ साल लगातार क्रिकेट खेल कर ४०००० रन ठोक कर हसाड़े सचिन तेंदुलकर bhartiy क्रिकेट टीम की रीड की हड्डी बने थे मगर अब उन्हें बीच में ही वन डे क्रिकेट से संन्यास लेने को मजबूर कर दिया गया |ओये अब एक दिवसीय मैचों में सचिन के जलवे नहीं दिखेंगे हसाड़ी क्रिकेट टीम का क्या होगा?

SACHIN TENDULKAR RETIRES FROM ONE DYER

झल्ला

ओ बाबू साहब जी ये आपकी टीम की रीड की हड्डी सचिन ने जब से दो नावों [क्रिकेट+राजनीती]की सवारी शुरू की है तभी से कईयों के गले की हड्डी बने हुए हैं | झल्लेविचारानुसार सचिन को तो बहुत पहले से रिटायर होने की सलाह दे रहे थे इसीलिए सचिन को अपने संन्यास की सच्ची घोषणा कर देनी चाहिए थी| मगर ये अपनी मर्जी से ही क्रिकेट छोड़ने की बात करते रहे |अब टेस्ट क्रिकेट की पिच पर भी धेर्य नहीं रख पाए अगर पहले संन्यास ले लेते तो यह तो नहीं कहना पड़ता
बड़े बेआबरू होकर वन डे की पिच से सचिन निकले

प्रोमोशन में रिजर्वेशन बिल की प्रति लोक सभा में फटी:सोनिया गांधी की रोकने की कौशिश नाकाम: Promotion In Reservation

प्रमोशन में रिजर्वेशन का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज बुधवार को लोकसभा में प्रमोशन में आरक्षण के बिल को फाड़ा गयाऔर सांसदों में हाथापाई भी हुई |इससे आहत .स्पीकर मीरा कुमार ने सदन की कार्यवाही पहले तीन बार स्थगित करने के पश्चात फिर कल तक के लिए सदन स्थगित कर दिया| बिल का भविष्य भी फिलहाल अधर में लटक गया है|
आज संसद की कार्यवाही शुरू होते ही प्रमोशन में कोटा बिल पर एसपी का विरोध शुरू हो गया। बार-बार सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद जब तीन बजे कार्यवाही शुरू हुई और पीएमओ में राज्यमंत्री नारायणसामी ने बिल पेश करने की कोशिश की तो समाजवादी पार्टी के सांसद[नगीना] यशवीर सिंह खड़े हो गए और उन्होंने श्री सामी के हाथ से बिल छीन लिया। लोकसभा में विभाजित सदस्यों के हंगामे के चलते लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को तीन बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। सबसे पहले कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक और फिर दोबारा दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित की गई। तीसरी बार दोपहर तीन बजे तक के लिए सदन को स्थगित किया गया।
सुबह प्रश्नकाल जैसे ही शुरू हुआ समाजवादी पार्टी (एसपी), जनता दल (युनाइटेड) व शिवसेना के सदस्य अध्यक्ष के आसन के नजदीक पहुंच गए और विधेयक के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। शिवसेना के नेताओं की मांग थी कि सरकार कपास के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ा दे।
विधेयक राज्यसभा में पिछले सप्ताह पारित हुआ था। अब इसे लोकसभा में रखा जाना है। विपक्षी सदस्यों को शांत करने के प्रयास में कांग्रेस सदस्यों ने भी विधेयक के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि हम सामाजिक न्याय चाहते हैं।
दिल्ली में रविवार की सामूहिक दुष्कर्म की घटना के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), अकाली दल और जद (यु) की महिला सांसद अध्यक्ष के आसन के नजदीक पहुंच गईं और उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर बहस कराने की मांग की।
.बुधवार को कोटा बिल को लोकसभा में पेश किया जाना था जिस दौरान यह घटना हुई. इस हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है|
समाचार चैनल एबीपी न्यूज के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यशवीर सिंह को रोकने की कोशिश की. सोनिया का यह रुख देखकर अन्य कांग्रेसी सांसद भी भड़के.जिसके बाद छीना-झपटी हुई और उस दौरान बिल की कॉपी फट गई.गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी प्रमोशन में आरक्षण बिल को असंवैधानिक बताती रही है|संसद से बहार भी इस बिल का विरोध जारी रहा| उत्तर प्रदेश और मेरठ में जगह जगह प्रदर्शन हुए और कांग्रेस तथा बी जे पी के विरुद्ध नारे लगाये गए| मेरठ के व्यस्तम बेगम पुल चौराहे पर बिल विरोधियों ने ट्रेफिक जैम किया और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर लक्ष्मी कान्त वाजपई के निवास पर प्रदर्शन भी किया

सचिन तेंदुलकर क्रिकेट रैंकिंग में फिसले मगर राज्य सभा की सदस्यता के लिए उजले:PIL Against Sachin Dismissed By High court

सचिन तेंदुलकर बेशक क्रिकेट करियर के खराब दौर से गुजरते हुए आई सी सी टेस्ट रैंकिंग में २५ से २२वे स्थान पर फिसल गए हैं मगर राजनीती में एक पायदान ऊपर चढ़ गए हैं| दिल्ली हाईकोर्ट ने क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंडुलकर के राज्यसभा में नामांकन को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया है|

सचिन तेंदुलकर

ने दिल्ली के एक पूर्व विधायक रामगोपाल सिंह सिसौदिया की उस याचिका को खारिज कर दिया है जिसमे कहा गया था कि तेंडुलकर के पास ‘विशेष ज्ञान और व्यवहारिक अनुभव’ नहीं है, एडिशनल सोलिसिटर जनरल राजीव मेहरा ने संविधान के 80वें अनुच्छेद के मुताबिक इस तरह के नामांकन के लिए सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया गया है|
.सरकार के हलफनामे के मुताबिक, ‘केवल चार श्रेणियों (साहित्य, विज्ञान, कला व सामाजिक सेवा) में ही ‘विशेष ज्ञान व व्यवहारिक अनुभव’ का होना जरूरी नहीं है, इसमें खेल, शिक्षा, कानून, इतिहास, अकादमिक उपलब्धियों, अर्थशास्त्र, पत्रकारिता, संसदीय प्रक्रियाओं, लोक प्रशासन, कृषि, खेल (कुश्ती) या मानव उद्यम के ऐसे ही अन्य क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है.’सरकार ने 26 अप्रैल को तेंडुलकर ,अभिनेत्री रेखा और उद्योगपति अनु आगा को राज्यसभा के लिए नामांकित किया था| संविधान की धारा 80 के तहत विज्ञान, कला, साहित्य और समाजसेवा ही नहीं बल्कि खेल, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञों को भी मनोनीत किया जा सकता है.अदालत ने 21 नवंबर को दिल्ली के पूर्व विधायक रामगोपाल सिंह सिसोदिया की जनहित याचिका पर फैसला सुरक्षित कर लिया था. सिसोदिया ने एक पी आई एल दायर करके सचिन के नामांकन को यह कहकर चुनौती दी थी कि संविधान की धारा 80 के लिये वह राज्यसभा नामांकन की अहर्ताओं पर खरे नहीं उतरते|अब कोर्ट के आदेश के बाद यह चुनौती समाप्त हो गई है|

चलती बस में हुए घिनौने बलात्कार पर राज्य सभा में क्या केवल ओपचारिक बहस हुई ?

Indian Parliament

दिल्ली की सड़को पर चलती बस में हुए घिनौने बलात्कार पर राज्य सभा में क्या एक बार फिर केवल ओपचारिक ही बहस हुई यह एक यक्ष प्रश्न के रूप में उभर रहा है ? राज्य सभा में जिस प्रकार सदस्यों को बात शुरू करते ही समय की कमी की दुहाई देते हुए बैठने को कहा जाता रहाइससे विषय के प्रति गंभीरता उजागर होती है|राजधानी दिल्ली में एक बस में हुए गैंगरेप के विरुद्ध आज सड़क से लेकर संसद में आक्रोश की सुनामी आई राज्यसभा और लोकसभा में सभी ने विशेषकर महिला सदस्यों ने पार्टी लाईन से ऊपर उठ कर बलात्कार की रोकथाम के लिए सख्त कानून बनाये जाने की पैरवी की |भाजपा की सुषमा स्वराज ने तो बलात्कारी के लिए मृत्यु दंड की मांग की |गिरिजा व्यास,मोह्सीना किदवई,रेणुका चौधरी,आदि ने व्यवस्था में तत्काल सुधार की मांग कीलेकिन दुर्भाग्य से इस घिनौने अपराध की रोक थाम के लिए आयोजित चर्चा में विशेष कर राज्य सभा में अधिकाँश सीटें खाली ही नजर आई|
रेखा और सचिन सरीखे सजावटी सांसद तो थे नहीं और जो थे उन्हें बुलवाने की ओपचारिकता पूरी कराने के लिए थोड़ा थोड़ा समय दिया गया|इस पर ज्या बच्चन और जावेद अख्तर जैसे चिंतकों ने नाराज़गी भी जाहिर की| ज्या बच्चन और जावेद अख्तर जैसे चिन्तको को बोलने का पर्याप्त अवसर तक नहीं दिया गया|| जावेद अख्तर ने तो कहा की वोह कभे कभी बोलते हैं इसीलिए इस घ्रणित कृत्य से बेहद आहत है और उन्हें बोलने दिया जाए मगर उप सभापति महोदय ने समय की कमी बता कर उन्हें बैठने को कहा इस पर जावेद बैठ तो गए मगर कह गए कि शायद मुद्दे से ज्यादा समय महत्वपुर्ण हो गया है|
उधर ज्या बच्चन जब बोलने उठी तब उन्हें बात शुरू करते ही समय की कमी की दुहाई देते हुए कन्क्लूड करने को कहा गया|इस पर ज्या रूहान्सी हो गई और प्रोटेस्ट में खडी रही |इस बहस में पोलिस और सरकार पर ढेरों आरोप लगे व्यवस्था की कमियां गिनाई गई मगर इस रोग के इलाज़ के लिए भी कोई कारगर निर्णय ले लिया जाए तो अपराध की पुनरावर्ती की किसी हद तक रोकथाम हो सकेगी

४७००० करोड़ की कर्जदार एयर लाईन्स की ९५ उड़ाने घाटे में चल रही हैं

४७००० करोड़ की कर्जदार एयर लाईन्स की ९५ उड़ाने घाटे में चल रही हैं

४७००० करोड़ के कर्ज़ को माफ़ करने के लिए प्रयासरत एयर इंडिया के कर्णधार यह कह रहे हैं कि किंग फ़िशर एयर लाईन्स को तब तक उड़ान कि इजाज़त नहीं दी जायेगी जब तक ये निजी कम्पनीअपनी वित्तीय स्थिति को सुधार नहीं लेती |
राज्यसभा के माध्यम से सिविल एविएशन स्टेट मिनिस्टर के सी वेणुगोपाल ने देश को बताया कि सरकारी उड्डयन कंपनी एयर इंडिया पर ४७ ,२२६ करोड़ रुपयों का कर्ज़ हैऔर वर्तमान व्यावसाईक स्थतियों में इसका भुगतान असम्भव है| उन्होंने इस कर्ज़ के वेव करने में केंद्र सरकार कि उदासीनता का भीउल्लेख किया|उन्होंने बताया कि ९५ ऐसी उड़ाने हैं जिनसे लागत भी वसूली भी मुश्किल है|मंत्री यह भी स्वीकार कर चुके हैं कि डी जी सी ऐ में ही केवल ५७%पद खाली हैं
उधर किंग फ़िशर एयर लाईन्स भी ७००० करोड़ के बैंक कर्ज़ में डूबी है एक विदेशी निवेशक ने ३००० करोड़ की हिस्से दारी खरीदने की बात उठाई है इसके अलावा स्वयम कंपनी के मालिक विजय माल्या ४००+ करोड़ रुपये इस डूबे जहाज़ को उबारने की बात कह रहे है|लेकिन इस पर भी डी जी सी ऐ और केंद्र सरकार कि तरफ से कोई बेल आउट पैकेज नहीं दिया जा रहा| गौर तलब है कि इस कम्पनी में बैंकों के माध्यम से टेक्स पेयर्स के करोड़ों रुपये फंसे हैं और हजारो कर्मियों की नौकरी पर तलवार लटक रही है|

प्रोमोशन में आरक्षण का संशोधन बिल राज्य सभा में पारित:मुलायम सिंह का विरोध तूती साबित हुआ

प्रोमोशन में आरक्षण का विरोध कर रहे मट्ठी भर सपा सांसदों के विरोध स्वरुप शब्द नक्कार खाने में तूती हे साबित हुए और प्रोमोशन में आरक्षण का संशोधन बिल १० के मुकाबिले २०६ मतों से पारित हो गया अब इसे लोक सभा में पेश किया जाएगा| लेकिन इसके साथ प्रोमोशन में आरक्षण का विरोध करके जहां सपा ने बहुसंख्यकों को लुभाया है तो वहीं इसी मुद्दे पर राज्य सभा में पुर्व की तरफ बहस से वाक् आउट करने के बजाये बहस में हिस्सा लिया और संशोधन बिल पर बहस करते हुए मुसलमानों के लिए भी आरक्षण की मांग कर अपने पारंपरिक वोट बैंक को सांत्वना दी |लेकिन फेस सेविंग के लिए मतदान में भाग नहीं लिया मुलायम सिंह यादव की इस मुहीम में वेस्ट बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बेनर्जी , आम आदमी पार्टी ने भी समर्थन किया है| |

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सपा ने सोमवार को केंद्र सरकार से मुसलमानों को नौकरियों में आरक्षण देने के लिए विधेयक लाने की मांग की. सरकारी नौकरियों के आरक्षण में मुसलमानों को आरक्षण दिये जाने के सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की मांग का समर्थन करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग एवं अल्पसंख्यकों के हितों का ध्यान रखा जाना चाहिए। सपा का कहना था कि मुसलमानों की स्थिति दलितों से भी खराब है. , सच्चर समिति की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा गया कि मुसलमानों की स्थिति दलितों से भी खराब है और उन्हें नौकरियों में आरक्षण मिलना चाहिए.राज्यसभा में पार्टी के प्रमुख रामगोपाल यादव ने शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए कहा, ‘सच्चर समिति के अध्ययन व रिपोर्ट में कहा गया था कि मुसलमानों की स्थिति दलितों से भी खराब है. जब आप प्रोन्नति में आरक्षण देने के लिए संविधान में संशोधन कर रहे हैं तो धर्म-आधारित आरक्षण के लिए संविधान में संशोधन क्यों नहीं किया जा सकता.’सपा के इस मुद्दे पर हंगामे के चलते प्रश्नकाल को कुछ समय के लिए स्थगित करने के बाद पार्टी की ओर से यह मांग की गई. उन्होंने कहा, ‘एक संवैधानिक संशोधन विधेयक लाएं और मुसलमानों को नौकरियों में आरक्षण दें.|
मंत्री को बताना चाहिए कि सरकार इस तरह का विधेयक कब लाएगी |सपा के नरेश अग्रवाल ने पार्टी सांसदों से सभापति के आसन के नजदीक इकट्ठे होने के लिए कहा, जिसके बाद सदन को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया.|
आरक्षण के खिलाफ आंदोलनकारियों ने एक और हथियार चलाया है। इस बिल का विरोध करने वाले संगठन सर्वजन हिताय संघर्ष समिति ने राज्यसभा के सभी सांसदों को एक मेल भेज कर अपील की है कि वे देशहित में पार्टी व्हिप को नकार कर पदोन्नति में आरक्षण के खिलाफ वोट करें।
इधर, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने भी पदोन्नति में आरक्षण लागू करने के लिए संविधान संशोधन को गैरकानूनी करार दिया है और इसके खिलाफ मुहिम को समर्थन दिया है भाजपा के भूपेंद्र यादव ने मुलायम सिंह यादव के विरोध को राजनीती से प्रेरित बताया

आईटी कानून के दुरूपयोग करते हुए गिरफ्तारियां न की जाएं:कपिल सिब्बल

केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि सरकार आईटी कानून के दुरूपयोग करते हुए गिरफ्तारियां न की जाएं.
श्री सिब्बल ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान अनुपूरक प्रश्नों के जवाब देते हुए कहा कि हम जल्द ही राज्य सरकारों को परामर्श भेजेंगे कि निरीक्षक या उपनिरीक्षक स्तर के अधिकारी वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों से किसी आदेश के बगैर आईटी कानून की धारा 66(ए) का उपयोग न करें.
आईटी अधिनियम की धारा 66(ए) में इलेक्ट्रॉनिक मेल के जरिए अप्रिय संदेश भेजने के लिए दंड का प्रावधान है. इस मामले में दोषी व्यक्ति को तीन वर्ष कारावास या जुर्माने की सजा हो सकती है.
आईटी अधिनियम की धारा 66(ए) को लेकर उस समय काफी होहल्ला मचा था, जब फेसबुक पर एक पोस्ट के लिए मुम्बई के निकट ठाणे में दो लड़कियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. इन लड़कियों ने शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे के निधन के बाद शहर में बंद के आयोजन पर सवाल खड़े किए थे. बाद में इन लड़कियों को रिहा कर दिया गया था.
इस घटना के कुछ दिनों बाद महाराष्ट्र के पालघर में पुलिस ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ फेसबुक पर एक पोस्ट के लिए एक 19 वर्षीय लड़के से पूछताछ की थी.
श्री सिब्बल ने कहा कि यह मेरी निजी राय और सरकार का रुख है कि ये गिरफ्तारियां उचित नहीं थी. अभिव्यक्ति की आजादी सबका मौलिक अधिकार है. इसलिए हम राज्य सरकारों से यह भी आग्रह कर रहे हैं कि आईटी अधिनियम के प्रावधानों के इस्तेमाल के बारे में क्रियान्वयन एजेंसियों को शिक्षित किया जाए|

Kapil Sibal

ने सिब्बल से पूछा कि यदि अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर राजनीतिज्ञों व संसद के खिलाफ अप्रिय पोस्ट जारी करती है तो क्या उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकेगी|
श्री सिब्बल ने तत्काल कहा कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत यदि कोई व्यक्ति किसी के खिलाफ कोई गलत आरोप लगाता है तो उसके खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया जा सकता है

प्रोमोशन में आरक्षण के विरोध में हंगामा :राज्य सभा दस मिनट्स के लिए स्थगित:सपा का बहिष्कार

प्रोमोशन में आरक्षण के विरोध में हंगामा :राज्य सभा दस मिनट्स के लिए स्थगित

राज्यसभा आज फिर दस मिनट्स के लिए स्थगित हुई |आज सरकार की सहयोगी पार्टी सपा ने प्रोमोशन में आरक्षण का विरोध करके कार्यवाही नहीं चलने दी |इसीलिए चेयर पर्सन ने सपा सांसद अरविन्द यादव के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही करते हुए अरविन्द को सदन से बाहर किया| आज सपा के सांसद वेळ आ गए और प्रोमोशन में आरक्षण नहीं चलेगा |प्रोमोशन में आरक्षण नहीं चलेगा के नारे लगाने लगे इस से आहत चेयरपर्सन ने राम गोपाल यादव और नरेश अग्रवाल को अपनी मित्रता की दुहाई देते हुए व्यवस्था बनाए रखने को कई बार कहा मगर सपा आज सदन की कारवाही नहीं चलने देने की जिद पर अड़ी थी|
चेयर पर्सन ने पहले तो कार्यवाही स्थगित करने से इंकार कर दिया मगर अरविन्द यादव को बाहर करने पर भी शान्ति नहीं हुई तब सदन की कार्यवाही [ढाई बजे] दस मिनट्स के लिए स्थगित कर दी गई|

    • सपा सांसदों ने राज्य सभा से वाक् आउट किया

प्रोमोशन में आरक्षण के विरोध में सपा ने राज्यसभा से वाक् आउट किया|बिल में संशोधन के विरोध में सपा के सानद वेळ माँ कर जब शोर करने लगे और आरक्षण के विरोध में नारे लगाने लगे तब चेयर पर्सन ने अरविन्द सिंह और चौधरी मुनवर को सदन से बाहर जाने को कहा और मार्शल के प्रयोग की धमकी दी इस पर राम गोपाल यादव के न्रेतत्व में सांसदों ने बहिष्कार कर दिया |सपा का कहना है कि उक्त विधेयक असंवैधानिक है और 80 प्रतिशत कर्मचारियों को पदोन्नति से वंचित करेगा। सपा के सदस्यों ने चेतावनी दी है कि विधेयक पर चर्चा नहीं होने देने के लिए अगर जरूरत हुई, तो वह राज्यसभा में रोज कार्यवाही बाधित करेंगे

राज्यसभा में सभापति के प्रति आज विश्वास और सम्मान व्यक्त किया गया

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उप राष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी के प्रति आज सदन में विश्वासव्यक्त किया गया और सदन में सभापति के प्रति सम्मान बनाए जाने पर जोर दिया गया| नेता सदन प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि सभापति के लिए पूरा सम्मान होना चाहिए। सभापति के सम्मान में ही सदन का सम्मान है। सदन के सदस्यों को चाहिए कि वो राज्यसभा में सदन की मर्यादा बनाए रखें। सभापति की इज्जत होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सभापति के लिए उनकी सरकार में बहुत आदर है। मैं सदन के तमाम सदस्यों से इसमें मदद की आशा करता हूं। हमलोगों को ऐसा रास्ता निकालना चाहिए जिससे बिना रुकावट के सदन की कार्यवाही निर्वाध चले।
वहीं नेता विपक्ष [ भाजपा के ]अरुण जेटली ने कहा कि हम सभापति को वादा करते हैं कि पूरा सदन अब से एक सुर में बोलेगा। जिससे इस सदन की मर्यादा बरकरार रहे। इसके बाद हामिद अंसारी ने सभी सांसदों को धन्यवाद दिया और कार्यवाही में सहयोग का आश्वासन दिया|
गौरतलब है कि बीते दिन बुधवार को मायावती ने सीधे सभापति के आसन के समक्ष जाकर अपना विरोध जताया।राज्यसभा की कार्यवाही बाधित होने पर राज्यसभा सभापति पर सवाल उठाए |मायावती ने कहा था कि दोपहर 12 बजे के बाद सदन की कार्यवाही नहीं चलती है। सभापति दोपहर 12 बजे के बाद सदन से चले जाते हैं। सदन को चलाने की जिम्मेदारी सभापति की है। गौरतलब है कि राज्यसभा में प्रमोशन में रिजर्वेशन बिल पास होना है।
लेकिन आज बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी सभापति के प्रति विश्वास व्यक्त किया और उम्मीद जाती कि सभापति द्वारा प्रोमोशन में रिजर्वेशन का बिल पास करवाने को प्रयास करेंगे