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Tag: Aaj Ka Satire

रामभक्त दान संग समस्याएं भी एकत्रित करें ,दानकर्ता पीड़ित को पुण्य मिले तुरन्त

#रामभक्त
ओए झल्लेया! जय श्री राम!
ओए राष्ट्रीय राम मन्दिर निर्माण के लिए भारतीयों ने खुले मन से चंदा/दान देना शुरू कर दिया है। अब तो पहले से ज्यादा धन एकत्रित होगा और मंदिर भव्य बनेगा
श्रीराम इन सबका कल्याण करें।इन्हें स्वर्ग में स्थान दें ।
#झल्ला
भापा जी!
चंदे/दान के साथ ही आम जन की शिकायतें+जरूरतें+समस्यायों को भी एकत्रित किया जाना चाहिए ताकि धन श्री राम के चरणों मे और समस्याएं मोदीसरकार की डेस्क पर पहुंचे और समस्याओं का तुरन्त निबटारा हो सके ।झल्लेविचारानुसार अगला जन्म किसने देखा है । पुण्य मिलना चाहिए तुरन्त

कोरोना योद्धाओं का स्वैछिक टीकाकरण;अवसादी विपक्ष करे उई उई

#उत्साहितभजपाई
ओए झल्लेया! ये मुल्क में कैसी उल्टी हवा बहाई जा रही है। हसाडे कर्मठ प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी और समर्पित स्वास्थ्यमंत्री डॉ हर्षवर्धन जी के अथक मार्गदर्शन और प्रोत्साहन से विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक प्रारम्भ हो गया। फ्रंट लाइनर कोरोना योद्धा स्वेच्छा से संजीवनी रूपी वैक्सीन लगवा कर टीकोत्सव मना रहे है लेकिन ये विपक्ष वाले ख़्वाहमखा उई उई किये जा रहे हैं।
#झल्ला
सेठ जी! ये बेचारे मानसिक दबाब से अवसाद की स्थिति में आ पहुंचे हैं इसीलिए इन बेचारों से घृहणा नही वरनइनके प्रति सहानुभूति दिखाएं

मोदीभापे !1947के पीड़ित कंपनसेशन क्लेम के लिए सियासी करुणा+दया से महरूम है

#प्रसन्नचितभाजपाई
ओए झल्लेया !लोहड़ी दियां लख लख वधाइयाँ। ओए अब तो मुल्क के आला वजीर ने भी लोहड़ी के अवसर पर आपलोगों कोहैप्पी लोहड़ी कहना शुरू कर दिया
#झल्ला
आपजी को भी लख लख वधाइयाँ जी
आपके वजीरेआला श्रीमान नरेन्द्रमोदी साहिब ने ट्विटर पर बेशक लोहड़ी की बधाई ट्वीट करते हुए करुणा और दया में बढ़ोतरी की कामना की है
लेकिन 1947 के पीड़ित आज भी अपने हक के #कंपनसेशन/#रिहैबिलिटेशन के लिए सियासी करुणा और दया से महरूम है
सोर्स लिंक
https://www.pib.gov.in/PressReleseDetailm.aspx?PRID=1688412

कौवों के मरने से टीवी चेन्नल्स में हरवक्त की कावं कावं से जान छुट जाएगी के नहीं ?

#चिन्तितपोल्ट्रीउत्पादक
ओए झल्लेया! ये मुल्क में क्या हो रहा है? ओए बर्डफ्लू से 6 राज्यों में बत्तख+मुर्गियों+के अलावा अब राजधानी में भी कौवे मरने लग गए।ओए राजधानी में लगभग 159 कौवों के मरने की खबर है।यारा!कहीं कोरोना के साथ अब बर्डफ्लू को भी कब तक घर बैठे ही झेलना पड़ेगा???
#झल्ला
भापा जी!वैसे तो श्राद्धों में ही कौवे ढूंढने पड़ते हैं लेकिन ये दस्सो कि हुण इनके विलुप्त होने से टीवी चेन्नल्स में कावं कावं से जान छुट जाएगी के नहीं
नोट सोर्स लिंक
http://www.ptinews.com/news/12094155_50-birds-die-in-Delhi–officials-look-into-avian-flu-angle.html

3 महीने पहले ही तो मुल्क को बर्डफ्लू मुक्त घोषित किया था

#भाजपाईचेयरलीडर
ओए झल्लेया!हसाडी सरकार हर मुसीबत भरे मोर्चे पर मुस्तैद जूझ रही है।#कॉरोनानुसरों को परास्त करने के लिए जहां दो वैक्सीन ईजाद कर ली वही अब पांच राज्यों में नई मुसीबत #बर्डफ्लू को भी बहादुरी से झेल रहे है लेकिन हमने इससे निबटने के लिए दिल्ली में कंट्रोल रूम बना लिया है।पॉल्ट्री उत्पादों को लाने लेजाने पर तत्काल पाबन्दी लगा दी है।वाहनों को बॉर्डर पर सेनिटाइज़ किया जा रहा है।
#झल्ला
ओ मेरे चतुर सेठ जी!
आप जी की इसी सरकार ने महज तीन माह पूर्व ही मुल्क को बर्डफ्लू से मुक्त घोषित किया था ।अब जान छुड़ाने के लिए प्रवासी पक्षियों को दोषी बताया जा रहा है।अरे भाई प्रवासी पक्षियों से देसी कौवों+पॉल्ट्रीफॉर्म उत्पादों पर संक्रमण कुछ समझ से परे है।अगर आप की बात मान भी ली जाए तो प्रवासियों का परीक्षण की व्यवस्था क्यूँ नही हुई।वैसे तीन माह पूर्व बनी छत मुरादनगर के श्मशान में गिर चुकी है
सोर्स लिंक
https://www.pib.gov.in/PressReleseDetailm.aspx?PRID=1686587

संसद भवन में नए विचारों वाले परोपकारी सांसद भी तो चाहिए ,वरना तो तो तो

#भजपाईचेयरलीडर
ओए झल्लेया!मुबारकां!! ओए उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को बहुमत से फैसला सुनाते हुए सेंट्रल विस्टा परियोजना की खातिर पर्यावरण मंजूरी और भूमि उपयोग में बदलाव की अधिसूचना को बरकरार रखा है अब तो नए संसद भवन का निर्माण कोई माई का लाल भी रोक नही सकेगा ।
इस सेंट्रल विस्टा परियोजना की घोषणा सितंबर 2019 में की गई थी। त्रिकोण के आकार वाले नए संसद भवन में 900 से 1,200 सांसदों के बैठने की व्यवस्था होगी। इसका निर्माण अगस्त 2022 तक पूरा होना है। उसी वर्ष भारत 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। ओए इसमे 1000 करोड़ ₹ की बचत भी होगी
#झल्ला
चतुर सेठ जी!नए संसद भवन में नए विचारों वाले परोपकारी सांसद भी तो आने चाहिए वरना तो कहा जायेगा
अपना नाम कमाए खातिर,खज़ाना दिया लुटाए
सांसद कोई आवे नही,जो आवे भिड़ भिड़ जाए

देसी टीकों के विरोध के पीछे किसी विदेशी कम्पनी के हाथ की लकीरें तो नही

#खिंन्नवैज्ञानिक
ओए झल्लेया! ये क्या हो रहा है?
हमने रात दिन एक करके सबसे पहले मुल्क में कोविशील्ड+कोवेक्सीन जैसी किफायती देसी #वैक्सीन ईजाद की लेकिन ये #पॉलिटिशियन्स हमारे परोपकारी उपलब्धि पर भी ऐतराज कर पानी फेर रहे हैं
टीकों को धर्म+राजनीतिक दल से तो जोड़ ही रहे हैं इसके साथ ही टीकों को नपुंसकता बनाने वाला बता कर हसाडी निष्ठा को कलंकित कर रहे हैं
#झल्ला
ये तो होणा ही था जी ! जनता तक #टीका जब पहुंचेगा तब पहुंचेगा लेकिन फिलहाल इस मुद्दे ने विपक्ष की #इम्युनिटी स्ट्रांग कर दी है जो पीएम मोदी को घेरने के लिए व्यर्थ की जाएगी ।कुछ पता नही इस विरोध के पीछे भविष्य में किसी विदेशी कम्पनी के हाथ की लकीरें ना उभर आएं।

अखिलेश्यादव को कुल्हाड़ी (वैक्सीन)पर ख़्वाहमखा पैर मारने की मजबूरी होगी

#उत्तेजितभाजपाई
ओए झल्लेया! ये विपक्षियों को कौन सी कम्पनी का कीड़ा काट गया।देख तो #अखिलेश्यादाव जैसे युवा पढ़े लिखे भी देशी कोरोना #वैक्सीन के ही खिलाफ बोलने लगे गए।
#झल्ला
चतुर सेठ जी!अखिलेश्यादव को कुल्हाड़ी (वैक्सीन)पर ख़्वाहमखा पैर मारने की मजबूरी होगी
कोई बात नही।किसी किसी को कम्पनियों के मोह में नई कुल्हाड़ी पर ही बेफालतू में पैर मारने की मजबूरी होती है

संघी भाई!आपजीकी सरकार भी तो लुटे हुए हिंदुओं को उनका हक नही दे रही

#उत्साहितसंघी
ओए झल्लेया! ये विपक्ष वाले बेफालतू में ही हिंदुओं को गालियां निकालते रहते हैं जबकि देशभक्ति तो हम हिंदुओं का बुनियादी चरित्र है।
#झल्ला
भापाजी! ठंड में तो ठंड रखो ठंड ।संघी भाई!आपजीकी सरकार भी तो लुटे हुए हिंदुओं को उनका हक नही दे रही
1947 में 10 लाख हिंदुओं ने अपना धर्म बचाने के लिए भारत को चुना ,इसके लिए उन्होंने अपने जानोमाल की बेशकीमती कुर्बानियां दी लेकिन कथित हिन्दू हुक्मरानों ने इन पीड़ितों के हक के #कंपनसेशन/#रिहैबिलिटेशन क्लेम तक लूट लिए।और अब आपजी की सरकार भी कह रही है कि हुआ तो हुआ

सरकार ने सहमति के दो बीज डाल दिए,अब गुड़ाई के लिए किसानों की बारी

#प्रफुल्लितकिसाननेता
ओए झल्लेया! ये मारा पापड़ वाले को।
ओए हसाडे आंदोलन ने मोदी सरकार को घुटनों पर ला दिया है।वार्ताके सातवें दौर में हसाडी आधी मांगों को मांन लिया गया है।अब #बिजली पर सब्सिडी बगैर झटकों के जारी रहेगी+#पराली पर कोई पचड़ा नही होगा+#ट्रेक्टर पर कोई टर टर नही करेगा
#झल्ला
पहाजी !
वधाइयाँ जी !!सरकार ने तो सहमति के दो बीज डाल दिये ,अब तो गुड़ाई के लिए आप आंदोलनकारियों की बारी है भेज दो आश्रितों को वापिस
सरकार तो दो कदम पीछे हट गई लेकिन आपलोग अपने वायदे के अनुरूप चार कदम पीछे चलने के लिए स्वनिर्मित #कोपस्थलों से बुजुर्ग+बच्चे+महिला,+बीमारों को वापिस घर नही भेज रहे । पहाजी चार जनवरी को होने वाले आठवें दौर की बातचीत में अपनी शेष मांगे मनवाने के लिए कुछ तो सौहार्द दिखाना होगा ।