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Tag: IndianRailways

भारतीय रेल में तत्काल सेवा पाने वाले सीनियर सिटिजंस पर डबल टैक्स की मार

[नई दिल्ली]भारतीय रेल में तत्काल सेवा पाने वाले सीनियर सिटिजंस पर डबल टैक्स की मार भारतीय रेल में तत्काल सेवा पाने वाले वरिष्ठ नागरिकों को भी अतिरिक्त टैक्स चुकाना पढता है|इनके लिए यह दोहरी मार है|
भारतीय रेल ने वरिष्ठ नागरिकों को राहत प्रदान करने के लिए सामान्य प्रणाली में टिकट लिए जाने पर विशेष छूट का प्रावधान रखा हुआ है लेकिन तत्काल सेवा के अंतर्गत टिकट लेने पर यह छूट तो स्वत समाप्त हो जाती है उलटे तत्काल टैक्स अलग से देना पढता है |सम्ब्वत आय के इस नए स्रोत की खोज करके प्रफुल्लित हो रहे रेल मंत्रालय ने स्पेशल ट्रेनों को भी तत्काल ट्रैन घोषित करने की योजना बना ली है जिसके फलस्वरूप तत्काल स्पेशल ट्रैन में सीनियर सिटिजंस के लिए कोई भी अलग से तत्काल कोटा नहीं होगा।जाहिर है ऐसे में उन्हें मिलने वाली छूट तो समाप्त होगी इसके साथ ही अलग से तत्काल टैक्स भी देना पढ़ेगा
केंद्र सरकार के सत्ता में ३६५ दिन पूरे हो गए और चूंकि सुधार+सुविधा+सुरक्षा +स्वछता के दावे किये जा रहे हैं ऐसे में जन हित को दरकिनार किये जाने वाले मुद्दे भी उठाये जाने जरूरी हो जाते हैं|चूंकि वरिष्ठ नागरिकों की समस्यायों को सुलझाने के स्थान पर और बढ़ाया जा रहा है इसीलिए व्यवस्था की आलोचना भी जरूरी हो जाती है |
तत्काल सेवा से हो रही आमदनी से फूलती जा रही उत्साहित+प्रफुल्लित रेलवे मंत्रालय ने व्यस्त रूट्स पर सुविधा के नाम पर प्रीमियम ट्रैन की तर्ज पर तत्काल ट्रेनेचलने की योजना बना ली है |जाहिर है इन ट्रेनों में तत्काल की दर से ही किराया वसूला जाएगा |यही नहीं अब तो चीफ कमर्शियल मैनेजर किसी भी स्पेशल ट्रैन को तत्काल घोषित करके खजाने में इजाफा करने में सक्षम कर दिए गए हैं |इस एक कदम से प्रत्येक बर्थ के लिए १७५ से लेकर ४०० रुपये तक का भुगतान करना अनिवार्य होगा |सम्भवत ऐसे ही प्रयोगों से अप्रैल माह में रेलवे रेवेनुए में १७.६३% कि वृद्धि दर्ज की गई है |यह माल भाड़े में हुई वृद्धि से भी लगभग १% ज्यादा है
अब सेकंड क्लास के लिए ३०%तक अधिक पैसे देने होंगे |यहाँ यह भी बताते चलें कि केंद्र सरकार द्वारा दावा किया जा रहा है कि टैक्स कम किये जायेंगे लेकिन सेवा कर को १२% से १४% किया जा रहा है
फाइल फोटो

वी वी आई पी कल्चर का कलंक कब खत्म होगा, कब सुविधाओं वाले अच्छे दिन आयेंगें

20150502_004[लुधियाना,पंजाब ]वी वी आई पी कल्चर का कलंक कब खत्म होगा, कब सुविधाओं वाले अच्छे दिन आयेंगें ये प्रश्न आज हर नौजवान के दिलो दिमाग में दस्तक दे रहा है| स्वतंत्र समाज के चेहरे पर बदनुमा दाग की भांति उगे इस वी वी आई कल्चर से आम जन जीवन चहुँ और त्रस्त है|
अक्सर स्टेशन के प्लेटफॉर्मो पर मजबूर यात्री कमर सीधी करते दिख ही जाते हैं |वैसे तो आजकल एयरपोर्ट्स पर भी ये नज़ारे
आम हो चले हैं लेकिन लुधियाना के रेलवे स्टेशन के तो बाहर भी यात्री लम्बी ताने दिखाई दे रहे हैं यहांतक कि वीवीआईपी गाड़ियों की पार्किंग के लिए अधिग्रहित भूमि पर भी सैंकड़ों परिवार लोट लगा रहे हैं | केंद्र सरकार को एक साल पूरा हो गया और चूंकि सरकार के भारी भरकम मंत्रियों द्वारा अपनी उपलब्धियों का बखान किया जा आरहा है ऐसे में ये पूछा जाना तो वाजिब ही है कि देश से ये वी वी आई पी कल्चर का कलंक कब समाप्त होगा? और आम नागरिक को आम सुविधा वाले अच्छे दिन नसीब होंगें?? अगर जवाब नहीं आया तो ये बर्थ डे गिफ्ट तो है ही

पीएम तो ठहरे जनसेवक और छुट्भैय्ये सरकार पर मालिकाना हक़ हथिया रहे हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये हसाडे रेल वाले कब सुधरेंगे ? ओये हसाडे रेल राज्यमंत्री श्री मनोज सिन्हा साहब के मेरठ सिटी स्टेशन पर आगमन पर हम लोग स्वागत ही कर रहे थे कि ट्रैन ने रेंगना शुरू कर दिया |ये तो अच्छा हुआ कि हसाडे मंत्री जी शालीमार एक्सप्रेस ट्रैन के रफ़्तार पकड़ने से पहले प्लेटफार्म पर उतर गए वरना छुट्टी वाले संडे की शाम को भी बुरी घटना हो सकती थी

झल्ला

ओ मेरे चतुर हो चुके सेठ जी आप जी के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी ने स्वयं को जनता का सेवक बताया है और आप लोग अपने आप को देश की संपत्ति का मालिक ही समझ रहे हैं |आप लोगों ने स्टेशन पर बिना प्लेटफार्म टिकट खरीदे जो हुड़दंग मचाया है उसकी तो जांच होनी चाहिए

भारतीय रेल ने राजस्‍व की वृद्धि के लिए अपने 13 लाख साथियों से गुर[सलाह]मांगे

[नई दिल्ली]भारतीय रेल ने अपने राजस्‍व की वृद्धि के लिए १३ लाख साथियों से गुर [सलाह] मांगे
भारतीय रेल मंत्री सुरेश प्रभू ने आज दावा किया कि रेल को विकास का वास्‍तविक वाहक बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी
इस दिशा में भारतीय रेल ने अपने राजस्‍व को बढ़ाने और संबंधित विषयों पर आम लोगों से सुझाव और विचार मांगे हैं। लोग अपने सुझाव या विचार निम्‍नलिखित मुद्दों पर भारतीय रेल की आधिकारिक वेबसाइट पर भेज सकते हैं।
[१] भारतीय रेल के लिए राजस्‍व बढ़ाने/ राजस्‍व वृद्धि के नये अवसरों की तलाश करने के लिए सुझाव।
[२]भारतीय रेल के अन्‍य खर्चों को कम करने के सुझाव ।
[३]र्इंधन की खरीद लागत को कम करने के सुझाव।
इससे पहले, रेल मंत्रालय ने रेल बजट 2015-16 के लिए पहले ही सुझाव आमंत्रित किए हैं। रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभू ने प्रतिक्रिया के लिए लोगों की सराहना की और उनकी चिंता तथा सहयोग के लिए धन्‍यवाद दिया। उन्होंने बताया कि “हमारे पास संसाधनों की निश्चित रूप से कमी है, जबकि लोगों की आकांक्षाएं और अपेक्षाएं काफी बढ़ रही हैं। मैं इससे पूरी तरह अवगत हूं। इसलिए मुझे राष्‍ट्र निर्माण के इस महत्‍वपूर्ण कार्य तथा रेल को लोगों की अपेक्षाओं के अनुरूप बनाने के लिए फिर से प्रतिबद्ध होने दें। यह मेरी कार्य सूची में सबसे महत्‍वपूर्ण विषय है और मैं रेल को विकास का वास्‍तविक वाहक बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ूगा। इस विशाल दायित्‍व के निर्वाह के लिए मैं भारतीय रेल के अपने सारे 13 लाख साथियों से सहयोग की अपेक्षा करता हूं।”

प्रभु”जी ५० स्मार्टसिटी से पहले रेल को दुर्घटनारहित+पर्यावरणरक्षक+सुविधादायक+लाभअर्जक ही बना लो

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झालिया मुबारकां ओये हसाडे सोणे नरेंद्र भाई दामोदर मोदी का ट्रिलियन डॉलर्स इंडिया का सपना साकार करने के लिए रेल मंत्रालय ने पहल कर दी है|ओये देश भर में आगामी पांच सालों में रेल लाइन के समीप ५० नए स्मार्ट शहर बनाये जायेंगे और इस दिशा में अग्रणी सिंगापुर को भी लजाया जाएगा|

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी बात तो आपकी मुबारकां वाली ही है इससे रेलवेज की फालतू +लावारिस पढ़ी बेशकीमती जमीन ठिकाने लग जाएगी और विदेशी निवेश भी हो जाएगा लेकिन झल्ले की समझ भी तो निराली ही है भोले बादशाहों आप जी के “प्रभु” भारतीय रेल को पांच सालों में दुर्घटनारहित+पर्यावरण रक्षक+सुविधा दायक +लाभ अर्जित बना लो तो ही गनीमत है

अलीगढ को देश के दक्षिण एवम पश्चिमी राज्यों से सीधे जोड़ने के लिए रेल सुविधा की मांग की गई है

[अलीगढ]अलीगढ को देश के दक्षिण एवम पश्चिमी राज्यों से सीधे जोड़ने के लिए रेल सुविधा की मांग की गई है
उच्च शिक्षा और पारम्परिक उद्योग जगत में विश्व विख्यात शहर अलीगढ पश्चिम उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण जिला एवम मण्डल मुख्यालय भी है मार्ग से देश के दक्षिण एवम पश्चिमी राज्यों से सीधे नहीं जुड़ा हुवा है ,|
अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी [AMU]+तालो [Locks]एवम हार्डवेयर के लिए देश विदेश में विख्यात यह महत्वपूर्ण शहर भारतीय रेल के मुख्य दिल्ली कोलकाता मार्ग पर स्थित है इसके पश्चात भी रेल मार्ग से देश के दक्षिण एवम पश्चिमी राज्यों से सीधे नहीं जुड़ा हुवा है ,
बहुत वर्षो से अलीगढ के नागरिक +व्यापारी +छात्र + शिक्षाविद इसकी मांग भी करते आ रहे है
अब पुनः एनजीओ इसके लिए मांग उठा रहे हैं आर टी आई [ RTI ]के ट्रैप ग्रुप ने रैल मंत्रालय को इसके लिए निम्न सुझाव भेजे हैं
१]अलीगढ से दक्षिणी राज्यों की यातायात हेतु मध्य / सेन्ट्रल रेलवे से जोड़ने हेतु मथुरा वाया हाथरस , राया एक्सप्रेस रेल सेवा आवश्यक है
२]अलीगढ से दक्षिणी राज्यों की यातायात हेतु मध्य / सेन्ट्रल रेलवे से जोड़ने हेतु टुंडला , आगरा भी एक विकल्प है जो कुछ लम्बा पड़ सकता है
३] अलीगढ में सबसे पुराने रेल मार्ग मुरादाबाद एवम बरेली के लिए कोई भी सुलभ एक्सप्रेस सेवा नहीं जिसकी अत्यन्त आवश्यकता है
४]अलीगढ से नियमित २ ई.एम्.यु. गाडिया दिल्ली के लिए नियमित चलती है जो की दूधियो की गाडी बन कर रह गई है , जिसमे यात्रा करने की बिलकुल भी सुविधा नहीं है , अतः अलीगढ से खुर्जा / गाजियाबाद होकर दिल्ली के लिए एक इन्टरसिटी सेवा की वृहत्त आवश्यकता है
५] अलीगढ से गुजरात , मुंबई के लिए भी एक एक्सप्रेस सेवा की आवश्यकता है जिससे यह प्राचीन शहर देश की ४ राजधानियों , एवम कई धार्मिक स्थलों से सीधे सीधे जुड़ पाए
दिल्ली से अहमदाबाद चलने वाली आश्रम एक्सप्रेस को अलीगढ से एवम अहमदाबाद की जगह मुंबई तक इसका विस्तार कर इसे चलाया जा सकता है
आर टी आई एक्टिविस्ट बिमल कुमार खेमानी के अनुसार , रेलवे टिकट सेवा का कम्प्यूटरीकरण होने पर यहाँ भी इसे प्रारम्भ किया गया था उस समय यात्रिओ की सुविधा हेतु ३ टिकट काउन्टर चालु किये गए थे , इन २० वर्ष में इस केंद्र पर टिकटे बनाने का काम ५० गुना एवम राजस्व में भी इसी अनुपात में बढ़ोतरी हुई , किन्तु काउन्टरो की संख्या में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई , इस पर भी विचार आवश्यक है

भारतीय रेल मंत्रालय रेलगाडि़यों में चिकित्‍सा फर्स्‍ट एड उपलब्ध कराएगी:दूरसंचार अभी दूर

भारतीय रेल मंत्रालय अब रेलगाडि़यों में चिकित्‍सा के लिए फर्स्‍ट एड उपलब्ध कराएगी |दूरसंचार सेवा सुविधा अभी दूर है |
रेल यात्रियों को आवश्‍यकता पड़ने पर फर्स्‍ट एड प्रदान करने के लिए यात्रियों को ले जा रही गाडि़यों में फर्स्‍ट एड बॉक्‍स उपलब्‍ध कराए गए हैं। इसके अलावा लंबी दूरी की कुछ विशेष रेलगाडि़यों में अधिक समुचित उपचार सामग्री वाले फर्स्‍ट एड बॉक्‍स रखे गए हैं। रेलगाडि़यों में तैनात कुछ कर्मचारियों को फर्स्‍ट एड सुविधा प्रदान करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। रेलगाडि़यों में यात्रा कर रहे चिकित्‍सकों की आवश्‍यकता पड़ने पर सेवाएं ली जा रही हैं ताकि जरूरतमंद यात्रियों तत्‍काल चिकित्‍सा सुविधा मुहैया कराई जा सके।
रेल मंत्रालय के अनुसार आवश्‍यकता पड़ने पर आपात स्थिति में रेलगाडि़यों को मार्ग में ही बिना निर्धारित स्‍टेशनों पर रोका जा सकता है। स्‍टेशन मास्‍टरों के पास उनके स्‍टेशन के नजदीक सरकारी और निजी क्षेत्र के डॉक्‍टरों, औषधालयों के नाम पते और नंबर उपलब्‍ध हैं ताकि वे ऐसी स्थिति में उनकी सेवाएं ले सकें।
जहां तक दूरसंचार सेवा का प्रश्‍न है इसे देश भर की सभी गाडि़यों में अनिवार्य करने का कोई प्रस्‍ताव नहीं है।

रेलवे का अनूठा न्याय,गलती यात्री की+अर्थ दंड आउट सोर्सिंग कम्पनी को+वेटर की नौकरी पर तलवार

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भारतीय रेल मंत्रालय का चीयर लीडर

ओये झल्लेया एक शाकाहारी यात्री ने मांसाहारी भोजन परोसे जाने की शिकायत सितम्बर में की थी और हसाडे मंत्रालय ने उसे तत्काल संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही शुरू कर दी | वेटर की इस भीषण गलती के लिए आउट सोर्सिंग करने वाली कंपनी पर एक लाख रुपये का दंड भी लगा दिया ओये ये मीडिया वाले तो ख़वाहमख़ाह ही हसाडे तिल को भी ताड़ बनाने में तुले हैं

झल्ला

ओ मेरे साहब जी ठीक है आप जी की उत्तर रेलवे ने आउट सोर्सिंग करने वाली कंपनी पर एक लाख रुपये का दंड लगा कर न्याय करने का प्रयास किया लेकिन इसके साथ ही शिकायतकर्ता द्वारा यह क्यूँ कहलवाया गया के शिकायतकर्ता ने गलती से अपने सहयात्री के मांसाहारी भोजन को ले लिया था| |गलती यात्री की?अर्थ दंड आउट सोर्सिंग कम्पनी को ??और वेटर की नौकरी पर तलवार???ओ मेरे साहब जी ये कैसा न्याय हुआ ये कैसा दंड हुआ

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नरेंद्र मोदी की कड़वी दवाई के रूप में रेल भाड़े में१४.२ % तक बढ़ोत्तरी से उम्मीदों का मानसून आगे खिसका

[नई दिल्ली]नरेंद्र मोदी की कड़वी दवाई के रूप में रेल भाड़े में१४.२ % तक बढ़ोत्तरी से उम्मीदों का मानसून आगे खिसका
पी टी आई के अनुसार प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़वी दवाई के रूप में रेल यात्रा भाड़े में १४.% तक बढ़ोत्तरी की है |यह आज २० जून से सभी श्रेणियों में लागू होगा| इससे महंगाई में कमी की उम्मीदों का मानसून और आगे खिसकता नजर आने लगा है | फ्रेट चार्ज [freight charge] में ६ .५ % की बढ़ोत्तरी की गई है | सियासी गलियारों में कहा जा रहा है के यह बढोत्तरी लम्बे समय से लंबित थी लोक सभा के चुनावों के मध्यनजर यूं पी ऐ की सरकार रेल भाड़े में वृद्धि करने के अलोकप्रिय निर्णय को टालती रही|अब चूँकि रेल घाटे में चल रही है

V.K.Gupta Takes Over as Member Engineering, Railway Board

Shri. V.K.Gupta has taken over as new Member Engineering, Railway Board & Ex-officio Secretary to the Govt. of India. He succeeds Shri S.K.Jain who has superannuated from Railway Services.
Prior to this appointment, Shri Gupta was General Manager, Northern Railway
Belonging to the Indian Railway Services of Engineering of 1976 batch, Shri V. K. Gupta has graduated from Punjab Engineering College, Chandigarh with a Bachelors in Civil Engineering.
Shri Gupta has held several important positions viz. General Manager, North Central Railway+ Secretary, Railway Board Advisor, Land & Amenities, Railway Board+ Divisional Railway Manager, Northern Railway, Ferozepur+ Chief Engineer, Construction, Northern Railway.
Under his leadership, Northern Railway marked a noteworthy fiscal year 2013-14 carrying a record freight of 53.37 Million Tons notching incremental growth of more than 5 Million Tons over the previous fiscal year (48.01 Million Tons) marking 11% growth in Freight Loading which is the highest growth achieved in a financial year.
Earnings registered Rs. 16787 crore for 2013-14, compared with Rs.14,289 crore last year notching an unprecedented growth of 16%.
The share of Freight earnings increased to Rs.7309.41 crore during 2013-14 is more than Rs. 1,000 crore over last year.
The construction of the 11.2 Kms. long Tunnel T-80, being the longest transportation tunnel in Asia which pierces through the Pir Panjal mountain range and the commissioning of the Banihal -Qazigund section in the Kashmir Valley on 26.06.2013 was one of the defining moments of the zone.