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Tag: Indigo air lines

हवाई जहाजों में बेशक आकस्मिक चिकित्सा सुविधा का अभाव है लेकिन मेदंता ने एक स्पेशल एयर एम्बुलेंस चला ली

लगातार फायदा दर्ज़ करा रही एयर लाइन्स की भी फलाईट्स में चिकित्सा सुविधा नहीं है और यात्रियों की मृत्यु तक हो रही है मगर अब एक हवाई जहाज में ही अति आधुनिक [आई सी यु]एयर एम्बुलेंस ही बना दिया गया है |[३ Pilatus PC12 NG aircraft ]इसका श्रेय मेदंता के चेयर मैन डॉ नरेश त्रेहान ने लिया है| इसके सहायता से समुद्र तल से ३०००० फिट ऊपर तक इमरजेंसी[हार्ट अटैक+घायल+ मेडिकल हेल्प मिल सकेगी| इसके लिए ६५ से ७० हज़ार रुपये प्रति घंटा का खर्चा आ सकता है|
इसके ठीक उलट न्यू इंग्लैंड जर्नल आफ मेडिसिन में पब्लिश किये गए आंकड़ों के अनुसार ३६ घटनाओं में यात्रियों की मेडिकल इमरजेंसी के कारण मृत्यु हुई है|
इस माह के प्रारम्भ में ही लो कास्ट या बजट कैरियर इंडिगो एयर लाइन्स की पुणे से दिल्ली के लिए उडान पर निकली एक फ्लाईट की वड़ोदरा में अनियत लैंडिंग[ unscheduled landing ] कराइ गई इसमें ६० वर्षीय एक यात्री की अचानक तबियत ख़राब हो गई सूत्रों के अनुसार |प्लेन में फर्स्ट ऐड सुविधा नही होने के कारण अनियत लैंडिंग कराई गई जहाँ फर्स्ट ऐड की ओपचारिकता पूरी कराई गई लेकिन इस प्रक्रिया में बहुत देर हो चुकी थी जिसके फलस्वरूप सिटी अस्पताल में रोगी को मृत घोषित किया गया |
इससे पूर्व बीते माह भी रायपुर +बंगलोर से कोलकत्ता पर इंडिगो एयर लाइन्स की दो फ्लाईट्स कि इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी\
ऐसे में मेदंता की एयर एम्बुलेंस [आई सी यु ] का महत्त्व बढ जाता है|

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किंग फिशर एयर लाइन्स ने ३८०मिलियन $ का घाटा दर्ज़ कराया :दूसरी एयर लाइन्स की चांदी

शराब किंग विजय माल्या की कर्ज में डूबी किंगफिशर एयरलाइंस ने 31 मार्च, को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में ३८०मिलियन $[ 4,301.11 करोड़ रुपये ]का घाटा होने की घोषणा की है। इससे पहले कंपनी को 2,328.01 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने अक्टूबर 2012 से किंगफिशर का परमिट सस्पेंड कर दिया, जिसके कारण कंपनी का कामकाज बंद है।कंपनी ने बैंक आदि को ढाई बिल्लियन $का कर्ज़ लौटाना है|
एयरलाइन को 31 मार्च, 2013 तक लगभग 16,023.46 करोड़ रुपये का कुल घाटा हुआ है और कम्पनी की शुद्ध कीमत नकारात्मक होकर 12,919.81 करोड़ रुपये हो गई है.कम्पनी कई महीनों से अपने कर्मचारियों को तनख्वाह देने में भी असमर्थ रही है.\कंपनी के शेयर आज [एन एस ई] ६.०३ पर नोट किये गए| नंबर दो पर रही इस कम्पनी के बंद रहने से या पतन से एयर इंडिया और इंडिगो के अलावा दूसरी निजी एयर लाइन्स को फायदा हो रहा है|

इंडिगो ने आंशिक टर्न लेते हुए प्लेन में मिडिल सीटों के लिए एक्स्ट्रा चार्ज नही वसूलने का एलान किया

निजी एयर लाइन्स इंडिगो ने पूर्व घोषणा से आंशिक टर्न लेते हुए प्लेन में मिडिल सीटों के लिए एक्स्ट्रा चार्ज नही वसूलने का एलान कर दिया है|
इंडिगो कंपनी के टाप बॉस आदित्य घोष ने सोशल साईट ट्विटर पर ट्विट किया है कि कंपनी के यात्रियों के फीड बैक पर कंपनी ने ध्यान दिया है और अब मिडिल की सीटों पर प्री बुकिंग पर भी अतिरिक्त चार्ज नही लगेगा | लाईन एक+बारह+तेरह पर कोई वापिसी नही हुई है|एक अन्य सोशल साईट फेस बुक पर भी कंपनी ने दावा किया है के हवाई यात्रा के मार्किट में कंपनी ने २९.८% भागे दारी से पहला स्थान प्राप्त किया है| [अप्रैल २०१३] इसके लिए फ्लायर्स को धन्यवाद भी दिया गया है|जेट एयर वेज़ को २२.६% और स्पाईस जेट के हिस्से में १९.६% यात्री आये हैं|
यदपि हवाई यात्रियों की संख्या में ..०२७% की कमी बताई जा रही है लेकिन इसके बावजूद कंपनी ने अग्रणी स्थान पाया है यह आमदनी के छेत्र में उपलब्धि है

इंडिगो अब लो कास्ट कैरियर नहीं वरन, सिविल एविएशन मंत्रालय की अनुकम्पा से ,हाई कास्ट कैरियर है

लो कास्ट कैरियर्स अब लो कास्ट नहीं वरन हाई कास्ट कैरियर्स हैं |सिविल एविएशन मंत्रालय से इनकी मिली भगत के चलते आनन् फानन में निर्णय लिए जा रहे हैं इसीलिए स्पष्ट दिशा निर्देश का सर्वथा अभाव है जिसके चलते ये कथित लो कास्ट कैरियर्स मनमाना चार्ज करने लगी हैं जाहिर है इससे आम जनता की जेब पर बेरोक टोक डाका डाला जा रहा है|यदि ऐसा ही चलता रहा तो वोह दिन दूर नही जब हवाई जहाज़ में टायलेट जाने के लिए भी भारी भरकम कीमत चुकानी पड़ेगी|
किसी अनजाने दबाब में लिए गए निर्णय के अनुसार निजी एयर लाइन्स को सिविल एविएशन मंत्रालय द्वारा कुछ छूट दी गई हैं जिसके अंतर्गत अब इच्छा के अनुसार सीट मांगने पर ५००/= तक अतिरिक्त चार्ज किया जा रहा है| लूट की दिशा में यह पहल कथित लो कास्ट कैरियर इंडिगो एयर लाइन्स ने शुरू की है|यदि एक परिवार के चार सदस्य हवाई यात्रा कर रहे हैं जिनमे दो बच्चे हैं और स्वभाविक रूप से चारों एक साथ बैठना चाहेंगे ऐसे में उन पर भी अतिरिक्त भुगतान का अभिशाप है|प्राप्त जानकारी के अनुसार विश्व भर में केवल विंडो और और आगे के सीटों पर ही अतिरिक्त चार्ज किया जाता है लेकिन भारत में नागरिक उड्डयन मंत्रालयकी अनुकम्पा से ऐसी कोई पारदर्शिता का सर्वथा अभाव है|
इंडिगो एयर लाइन्स की डोमेस्टिक उड़ानों में एक साधारण समोसा १५०/= का दिया गया है गौरतलब है कि क्राफ्ट में समोसे को गर्म करने की कोई व्यवस्था नहीं होने से यह समोसा ठंडा ही सर्व किया जाता रहा है| प्लेन में लगाई जाने वाली दुकान कि ट्राली को बार बार सेंटर में घुमाए जाने से सेंटर की भी संकरी सीटों पर बैठे यात्री परेशान होते रहते हैं| लेकिन इस सामान की गुणवत्ता परखने के लिए कोई व्यवस्था दिखाई नहीं देती है| अब गर्म खाने के नाम पर भी वसूली होने लगेगी सो यह अपने आप में जांच का विषय होना चाहिए |इसके अलावा बीते वर्ष अनेकों एयर लाइन्स में सुरक्षा व्यवस्था की खामियां पाई गई थी ट्रेनिंग के दौरान अधिकाँश कर्मी फेल हुए थे इससे साफ़ जाहिर होता है कि इन कंपनियों द्वारा रिसर्च+डेवलपमेंट+ट्रेनिग के नाम पर केवल खाना पूरी ही की जा रही है| लेकिन नियामक साहब को इन कार्यों के लिए समय नही है |पिछले दिनों डी जी सी ऐ के निदेशक के एन श्रीवास्तव ने इन लो कास्ट कैरियर्स को सावधान किया है इसके फलस्वरूप अभी तक कोई प्रगति नही दिखाई दी है|
ट्रेवल एजेंटों की संस्था टी ऐ ऐ आई के राष्ट्रीय अध्यक्ष इकबाल मुल्ला का कहना है कि इस सम्बन्ध में डी जी सी ऐ या एयर लाइन्स से कोई सर्कुलर नही आया है|उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि सिविल एविएशन मंत्रालय और डी जी सी ऐ के साथ इन लो कास्ट कैरियर्स कि मिली भगत है जिसके चलते लचर+अस्पष्ट आदेश दिए जाते हैं जिनके आधार पर एयर लाइन्स में लूट शुरू हो जाती है|

इंडिगो जैसी लो कास्ट करियर्स में प्रीमियम सीट की लूट पर एविएशन मंत्रालय का लडखडाना शुरू


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

सिविल एविएशन मंत्रालय का एक चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाड़े एविएशन सेक्रेटरी के एन श्रीवास्तव का कमाल ओये अब हर सीट पर प्रीमियम वसूलने वाली इंडिगो एयर लाइन्स का भी हो जाएगा बुरा हाल| इंडिगो एयर लाइन्स से ख़ास सीटों की संख्या पूछ ली गई है| अब तो हवाई यात्रियों को सहूलियत मिलेगी |

झल्ला

बाऊ जी साहब आप के मंत्रालय के आदेश के बाद से ही इन इंडिगो जैसी लो कास्ट कैरियर्स ने यात्रियों को लूटकर पुरानी कहावत को इस तरह चरितार्थ किया जा रहा है:एयर लाइन्स में लूट है लूट सके तो लूट उस समय पछताएगा जब मंत्रालय आप से जाएगा छूट गया|

ट्रेवल अजेंट्स की कमीशन को चालू करवाने के लिए टी ऐ ऐ आई ने डी जी सी ऐ के समक्ष गुहार लगाई

ट्रेवल अजेंट्स के एसोसिएशन टी ऐ ऐ आई [TAAI ]ने नागरिक उड्डयन के महा निदेशक [DGCA]के दरबार में फ़रियाद लगाई है कि ट्रेवल टिकेट्स की बुकिंग व्यवसाय से जुड़े लगभग एक लाख परिवारों को राहत पहुचाने के लिए मानवीय आधार पर अजेंट्स को उनका मेहनतनामा दिलवाया जाए| टी ऐ ऐ आई के अध्यक्ष इकबाल मुल्ला ने बीते सप्ताह एक दिवसीय शटर डाउन करने के पश्चात डी जी सी ऐ अरुण मिश्रा से उनके कार्यालय में मुलाकात की |उन्होंने बताया कि ट्रेवल अजेंट्स और डी जी सी ऐ में अजेंट्स कि कमीशन को लेकर आये गतिरोध को दूर करने का प्रयास किया| श्री मुल्ला ने इस मुलाक़ात को संतोषजनक बताया और बताया कि डी जी सी ऐ अरुण मिश्रा टकराव नहीं चाहते |उन्हें इस विषय में गतिरोध को दूर करने के लिए मंत्रालय में बात करने का आश्वासन दिया है|उल्लेखनीय है कि पिछले तीन महीने से अजेंट्स को कमीशन नहीं मिला है|
विश्व में २०० से अधिक एयर लाइन्स हैं और लगभग ५० भारत में हैं| इनमे से ५०% एयरलाइन्स ट्रेवल अजेंट्स को कमीशन नही दे रहे हैं| इनमे से सस्ती सेवायें देने का दावा करने वाली इंडिगो+स्पाईसजेट+गो एयर के अलावा ब्रिटिश एयरवेज+लुफ्तांसा +एयर फ्रांस आदि प्रमुख है|गौरतलब है कि पहले ट्रेवल एजेंट को ९% कमीशन दी जाती थी उसके बाद इसे षड्यंत्र के रूप में लगातार घटाकर ९% से ७%फिर ५% और उसके पश्चात ३% और फिर १% किया गया अब इस पर भी कुल्हाड़ी चलाई गई है| यह षड्यंत्र २००७ से शुरू किया गया है| सरकार की अस्पष्ट निति के चलते इस घातक कार्यवाही से टी ऐ ऐ आई के २८०० सदस्यों के अलावा ७०० अन्य एजेंट और इनके साथ देश भर से लगभग एक लाख छोटे मोटे एजेंट प्रभावित हुए हैं| बताते चलें की टूरिस्ज्म इण्डस्ट्रीज में लगभग ७०% हिस्से दारी एयर ट्रेवल से आती है और वर्तमान राष्ट्रीय बजट में टूरिस्ज्म मंत्रालय के लिए ८७.६६ करोड़ रुपयों की वृद्धि करके इसे १२९७ करोड़ किया गया है लेकिन आरोप लगाए गए हैं कि एयर लाइन्स को फायदा पहुचाने के लिए धरातल पर जुड़े आम आदमी के रूप में लगभग एक लाख ट्रेवेल एजेंटों की कमीशन पर कुठाराघात किया जा रहा है और यात्रियों par अतिरिक्त बोझ डालने कि तैयारी कर ली गई है|
इस विषय में डी जी सी ऐ कार्यालय में प्रश्न मेल किये गए थे लेकिन वहां से इस विषय में कोई उत्तर प्राप्त नहीं हुआ है|

इंडिगो एयर लाइन्स की फ्लाईट्स की संकरी लाईनों में प्रेफेरेंशल सीट के लिए अतिरिक्त शुल्क लगेगा

इंडिगो एयर लाइन्स की फ्लाईट्स की संकरी लाईनों में प्रेफेरेंशल सीट के लिए भी अब अतिरिक्त शुल्क लगेगा| लगातार लाभ में चल रही निजी एयर लाइन इंडिगो ने प्रेफेरेंशल सीटिंग के नाम पर हवाई यात्रियों से अतिरिक्त शुल्क वसूलने के घोषणा कर दी है| नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा किरायों में कटौती के लिए किये जा रहे तमाम दावों को धत्ता बताते हुए इंडिगो एयर लाइन्स ने पहली दो लाईनों और इमरजेंसी द्वार के समीप[१२&१३]लाईन की सीटों के लिए प्रीमियम लेने का एलान कर दिया है|सस्ती यात्रा करने का दावा करने वाली इस एयर लाइन में अब प्रेफेरेंशल सीटिंग के लिए घरेलू उड़ानों के लिए ५००/= और अन्तराष्ट्रीय फ्लाईट्स के लिए ८००/=प्रति सीट तक देना पड़ सकता है| इससे पूर्व नेशनल केरियर एयर इंडिया ने यात्रियों के लगेज में कटौती कर दी है
गौरतलब है के सिविल एविएशन मिनिस्ट्री द्वारा एयरलाइंस को अतिरिक्त सर्विसेज के नाम पर चार्ज वसूलने की इजाजत दे दी गई है।अब एयरलाइंस बेस फेयर से अलग इन सर्विसेज के लिए यात्री से ज्यादा कीमत वसूल सकेंगी।उल्लेखनीय है के घरेलू उड़ानों के लिए उपलब्ध फ्लाईट्स में अधिकतर सीटिंग एरेंजमेंट बेहद संकरे हैं और थोड़ी देर पश्चात ही घुटने सीधे करने की जरुरत पड़ने लगती है ऐसे में यह शुल्क अतिरिक्त दंड स्वरुप ही होगा|
इन सर्विसेज में प्रेफेरेंशल सीटिंग+ खान +पीना+(पानी छोड़कर)+चेक-इन बैगेज+स्पोर्ट्स और म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट+ वैल्यूएबल बैगेज की घोषणा और एयरलाइन लाउंज शामिल होंगे।
जानकारों का मानना है के इस कदम से भारत में सस्ता टिकट ऑफर करने में मदद नहीं मिलेगी। ट्रेवेल अजेंट्स एसोसिएशन टी ऐ ऐ आई ने इसे अनुचित बताया कर अपना एतराज जता चुकी है| इंडिगो+स्पाइसजेट और गोएयर जैसी बजट एयरलाइंस का ऑपरेशंस कॉस्ट जेट एयरवेज और एयर इंडिया जैसी फुल सर्विस एयरलाइंस के लगभग बराबर ही है।

निजी एयर लाइन्स से बकाये की वसूली करने के बजाय दायें बाएं से टैक्स लगा कर वसूली ही सरल उपाय है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक पीड़ित टैक्स पेयर

ओये झल्लेया हसाडे सोणे मुल्क में हम जैसे सच्चे और इमानदार टैक्स का भुगतान करने वालों के साथ ये कैसा मखौल हो रहा है?ओये एक तरह सरकार घाटे का रोना रोती रहती है और टैक्स बडा कर हमारे मूल्यवान आंसूओं को निकालती रहती है|दूसरी तरफ निरंतर फायदा दिखा रहे इंडिगो एयर लाइन्स जैसी प्राईवेट कंपनियों से भी वसूली को टाला जाता है|ओये अब तो एयर पोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया [ऐ ऐ आई]की लेनदारी बढ कर ५०० करोड़ से भी ज्यादा हो गई है|नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री के सी वेणुगोपाल ने पिछले वितीय वर्ष में संसद में बयाँ देकर अपना पल्ला झाड लिया | मंत्री जी के कमल मुख से निकली वाणी के अनुसार लगातार प्रॉफिट का ड्रम बजा रही [१] [आई जी ऐ.लिमिटेड]इंडिगो को ९.२६ करोड़ देने हैं| इसके अलावा [२] यूं पी ऐ के एक घटक के कब्जे में दूसरी फायदे वाली स्पाईस जेट पर ५८.७७ करोड़ का हिसाब बनता है|[३]जेट एयर वेज़ पर ८२.१७ करोड़ रुपयों का कर्जा है| [४]इसकी ही एक इकाई के रूप में जानी जाती जेट लाइट पर २७.६२ करोड़ है| [५]गो एयर को ८.५५ करोड़ देने हैं तो[६] किंग फिशर एयर लाइन्स पर २९५.५० करोड़ हो चुके हैं| ओये यहाँ तक ही बस नहीं है ४४.८३ करोड़ रुपये दबा कर कई कम्पनियाँ ग्राउंड से भी अंडर ग्राउंड हो चुकी हैं| इस मोटी रकम को बट्टे खाते में डालने की तैय्यारी चल रहे होगी तभी अभी तक इसकी वसूली के लिए कोई आर सी जारी नहीं की जा सकी है| यहाँ तक के कर्जे वाली इंडिगो एयरलाइन्स को ११ एयर यात्री विमान खरीदने को हरी झंडी दे गई है तो किंग फिशर के कब्जे वाले विमानों को रिलीज करने के लिए उनका पंजीकरण समाप्त किया जा रहा है| जख्मो पर नमक छिड़कने के लिए प्रो. आर एच ढोलकिया की रिपोर्ट को आधार बना कर इतनी ही रकम के लिए एजेंटों के माध्यम से यात्रियों पर सर्विस टैक्स लगाये जाने की तैय्यारी हो रही है|

झल्ला

ट्राफिक और नॉन ट्राफिक की मद में ये लेनदारी तो वाकई अपना कद बड़ा रही है|मंत्री जी के अनुसार दिसंबर २०१२ तक ये लेनदारी ५२६ करोड़ थी अब इस तिमाही में हुए इजाफे के लिए अगले संसद सत्र तक इंतज़ार करना पडेगा| इस मामले में तो यही कहना पडेगा के वड्डे लोग वड्डी गलां जी |हमें तो टैक्स भरना ही है|टिकट महंगा खरीदना ही है|सर्विस चार्ज देना ही पडेगा|

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इंदिरा गाँधी इंटर नॅशनल एयर पोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर प्रश्न चिन्ह

इंदिरा गाँधी इंटर नॅशनल एयर पोर्ट[आई जी आई]से करोडो की नशीली[ प्रतिबंधित] ड्रग्स और लाखों रुपयों का सोना पकड़ा गया है| पार्टियों में उत्तेजना बढ़ाने के लिए प्रयोग में लाई जा रही इस ड्रग [pseudoephedrine/cocaine]स्मगलिंग के आरोप मेंदिल्ली पोलिस और सी आई एस ऍफ़ द्वारा दो स्मगलरों को गिरफ्तार भी किया गया हैलेकिन सोने से जुड़े किसी व्यक्ति के व्हेयर एबाउट्स की जानकारी नहीं है|
प्राप्त जानकारी के अनुसार मिजोरम[लुन्ग्लई] के दो शहरियों द्वारा ११५ किलोग्राम प्रतिबंधित ड्रग्स को म्यांमार ले जाने वाले थे|बताया जा रहा है कि आई जी आई एअरपोर्ट से प्राईवेट एयर लाइन्स स्पाइस जेट के प्लेन से गुवाहाटी ड्रग्स ले जी जाने वाली थे वहां से म्यांमार भेजी जानी थी|इसके अलावा इसी एअरपोर्ट के एक टायलेट से सफाई कर्मी[हाऊस कीपर]को एक अनक्लेम्ड पैकेट मिला जिसमे ७oo ग्राम के वजन वाले सोने के बिस्कुट मिले हैं|इसके मालिक के विषय में कोई जानकारी नहीं है|इस पैकेट को सी आई एस ऍफ़ के अधिकारियों द्वारा खुलवाया गया|
अति सुरक्षित और विश्व प्रसिद्द कहे जाने वाले आई जी आई एयर पोर्ट की ये दोनों घटनाएँ चौंकाने वाली है|
[१]बताया जा रहा है कि ड्रग्स स्मगलिंग के लिए स्मगलरों द्वारा प्राईवेट एयर लाइन्स का,[विशेष कर नार्थ ईस्ट ] इस्तेमाल किया जा रहा है| इस केस में स्पाईस जेट का नाम आया है तो इससे पूर्व सीमा पर तस्करी के लिए इंडिगो एयर लाइन्स के एक अधिकारी का नाम आ चुका है|इंडिगो एयर लाइन्स के केस में की गई कार्यवाही को अभी उजागर नहीं किया गया है| इसी बीच अब ये दूसरा केस सामने आ गया है|यह अपने आप में चिंता का विषय है|और डी जी सी ऐ की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाता है|

 इंदिरा गाँधी इंटर नॅशनल एयर पोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर प्रश्न चिन्ह

इंदिरा गाँधी इंटर नॅशनल एयर पोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर प्रश्न चिन्ह


[२] जगह जगह सुरक्षा कि द्रष्टि से कैमरे लगे है |सुरक्षा कर्मी है, इसके बावजूद सोने के बिस्कुट के पैकेट को टायलेट में छोड़ कर जाने वाले का कोई ट्रेस नहीं है|
आतंक वादियों की लगातार धमकियों के चलते सुरक्षा को मजबूत करने के आये दिन दावे किये जा रहे हैं मगर एयर लाइन्स के दुरूपयोग और अंजान पैकेट को टायलेट में छोडने से असामाजिक तत्वों के हौंसले साफ़ दिखाई दे रहे हैं|इनके प्रति इस प्रकार की लापरवाही जांच का विषय होने चाहिए |

आज उडी इंडिगो एयर लाइन्स के यात्री जहाज़ में बम की अफवाह

आज उडी इंडिगो एयर लाइन्स के यात्री जहाज़ में बम की अफवाह

आज उडी इंडिगो एयर लाइन्स के यात्री जहाज़ में बम की अफवाह

[नई दिल्ली] इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई[ I G I ]अड्डे पर तैनात सुरक्षाकर्मी मंगलवार को इंडिगो[INDIGO] एयरलाइन की एक उड़ान में बम रखे जाने की सूचना मिलने के बाद परेशान हुए। बाद में सूचना हालांकि झूठी साबित हुई। [HOAX CALL]
बताया जा रहा है कि आज २६ फरवरी मंगलवार को दोपहर 12 बजे बम रखे होने का कॉल आया। फोन करने वाले ने सुरक्षा अधिकारियों को बताया कि दिल्ली-पटना इंडिगो विमान में बम है। विमान की तलाशी लेने के बाद सूचना झूठी पाई गई। बम की झूठी सूचना देने के बाद फोन करने वाले का मोबाइल फोन काफी देर तक बंद पाया गया, लेकिन सूत्रों के मुताबिक बाद में काल करने वाले का पता लगा लिया गया है|एक सैनिक अधिकारी के पति ने फ्लाईट के लिए लेट हो चुकी अपनी पत्नी के लिए जहाज़ को रोकने के लिए यह काल की थी |गौरतलब है कि बीते दिन राजधानी में तीन लावारिस बैग मिलने से अफरातफरी मची थी और आज यात्री जहाज़ में बम की अफवाह से हडकंप मचा रहा|