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Tag: AAP Arvind kejriwal

“आप”मेंटोर शांतिभूषण ने किरणबेदी की प्रशंसा की अब प्रशांतभूषण भी क्या गोवर्धन सिंह की तरह बाहर होंगें ?

[नई दिल्ली]”आप”मेंटोर शांतिभूषण ने किरणबेदी की प्रशंसा की अब प्रशांतभूषण भी क्या गोवर्धन सिंह की तरह बाहर होंगें ?पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण द्वारा किरण बेदी को श्रेष्ठ बताने पर अरविन्द केजरीवाल घिरते नजर आ रहे हैं |यक्ष प्रश्न उठ खड़ा हुआ है कि क्या
महरौली से गोवर्धन सिंह के टिकट विवाद में फंसी “आप” पार्टी अब अपने संस्थापक शांति भूषण और उनके पुत्र प्रशांत भूषण को भी बाहर का रास्ता दिखाएगी
बीते दिनों “आप” पार्टी ने नामांकन के अंतिम दिन महरौली के अपने उम्मीदवार गोवर्धन सिंह का टिकट काट कर नरेश यादव को प्रत्याशी बनाया इसके लिए “आप” पार्टी के छोटे बढे सभी नेताओं दवारा दलील दी गई थी कि गोवर्धन सिंह के रिश्तेदारों ने पीएम नरेंद्र मोदी की दिल्ली में हुई रैली में दस बसें भर कर भेजी थी जिसे पार्टी के साथ गद्दारी माना गया था |यह आरोप पार्टी के आंतरिक लोकपाल द्वारा स्थापित किया गया था |
ये दीगर बात है कि गोवर्धन ने पार्टी पर एक करोड़ रुपयों में उनका टिकट बेचे जाने का आरोप लगा दिया |अब एक दिन के बाद ही आम आदमी पार्टी के वयोवृद्ध संस्थापक और मेंटोर पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री शांति भूषण ने अरविन्द केजरीवाल को दिल्ली में चुनौती देने उतरी किरण बेदी की शान में कसीदे पढ़े हैं |
किरण बेदी ने भी मीडिया के माध्यम से शांति भूषण का धन्यवाद देने में देर नही लगाईं |
शांतिभूषण ने एनडीटीवी के एक कार्यक्रम में कहा कि किरण बेदी को लेना और सीएम कैंडिडेट घोषित करना बीजेपी का मास्टर स्ट्रॉक है। मैंने देखा है कि करप्शन के खिलाफ किरण बेदी ने जो काम किया है, बहुत अच्छा किया है। इनकी छवि एक ईमानदार ऑफिसर की रही है।उन्होंने यह भी कहा कि किरण बेदी की वजह से केजरीवाल को नुकसान होगा।वह सीएम बन जाती हैं तो अन्ना का एक शिष्य सीएम बन जाएगा |अगर वह सीएम बनीं तो दिल्ली को एक ईमानदार शासन देंगी।
शांति भूषण यहीं नहीं रुके बल्कि उन्होंने आर एस एस की कुछ अच्छी बातों को भी स्वीकारा
इसके बाद अरविन्द केजरीवाल ने कहा है कि इस देश में सभी को अपने विचार रखने की स्वतंत्रता है लेकिन यक्ष प्रश्न अभी भी अनुत्तर है कि गोवर्धन सिंह का टिकट काटने का जो कारण था वोही अब प्रशांत भूषण और शांति भूषण पर भी लागू होता है तो क्या आप पार्टी गोवर्धन सिंह के केस का अनुसरण करते हुए पार्टी के आंतरिक लोकपाल द्वारा इन पिता+पुत्र को भी बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा

सदन के बजाये टीवी पर बहसी ड्रामा कर, लोक तंत्र का मजाक उड़ा ,सुर्ख़ियों में आने से कुछ चंदा ज्यादा वसूल होगा

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

“आप” पार्टी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देख लिया इन भाजपाइयों को ?बड़े लेकर आये थे किरण बेदी को दिल्ली की मुख्य मंत्री बनाने ओये एक ही झटके में निकल गई इनकी सारी हेकड़ी| ओये हमें भगौड़ा कहने वाले आज खुद खुली बहस से भाग रहे हैं

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण आपको भी किरण बेदी के सामने आने पर ही यह बहस की सूझी है लेकिन इस बहस में कांग्रेस अपने आप शामिल होने के लिए लालायित क्यूँ हो रही है ?झल्ले विचारानुसार जो लोग संसद या विधानसभा में बहस से भाग कर जनता के पैसे का दुरूपयोग कर रहे हैं हैं वोह लोग संदन से बाहर टीवी पर बहसी ड्रामा के लिए लंगर घुमा कर लोक तंत्र का मजाक ही उड़ा रहे हैं |वैसे हो सकता है इस प्रकार सुर्ख़ियों में आने से कुछ चंदा ज्यादा वसूल हो जाये |दिल्ली ७० सीटों पर एलक्शन है और बहस केवल एक एक सीट पर लड़ने वालों की ही मांगी जा रही है अरे भापा जी अगर बहस ही करते रहोगे या कोई काम भी करोगे ?

चुनावी चंदे से”आप”का बैंक भरा तो जनता के लिए कांग्रेसी पैसे को हज्म करने की निशुल्क सलाह भी है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेस चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये हसाड़ी सोणी डेमोक्रेसी का कैसा खुले आम मजाक उड़ाया जा रहा है देख तो ये ४९ दिन की काली सत्ता चलाने वाले “आप ” के अरविन्द केजरीवाल उत्तम नगर में खुले आम वोटरों से कितनी गिरी बात कह रहे हैं कि वोट ड़ालने के लिए पैसे कांग्रेस और भाजपा से लो मगर वोट “आप” को डालो |ओये ये तो मॉडल कोड आफ कंडक्ट का सरासर उल्ल्ंघन है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी आप लोगों ने जिस प्रकार अपनी जेबें भरते हुए “मनरेगा” शनरेगा आदि के माध्यम से गरीबों में रेवड़ियां बांटीं हैं उसकी नक़ल ही की जा रही है |जनता से चुनावी चंदा मांग कर अपना बैंक अकाउंट भरा जा रहा है तो इसके साथ ही वोटरों का मुंह बंद रखने के लिए |कांग्रेस और भाजपा के पैसे को हजम करने की सलाह मुफ्त में दी जा रही है

“विनोद”और इल्मी के बाद अब अन्ना की”किरण”ने भी भाजपा का”कमल”थामा

अन्ना के चेले अरविन्द केजरीवाल की “आप” पार्टी से “विनोद” गया इल्मी गई और अब किरण ने भी भाजपा का हाथ थाम लिया है
विनोद और इल्मी के बाद किरण ने भी भाजपा के कमल को थाम लिया
इससे किरण बेदी के दिल्ली में मुख्य मंत्री की उम्मीदवार होने की अटकलें तेज हो गई हैं
शाज़िआ इल्मी के बाद अन्ना की किरण बेदी ने भी भाजपा का “कमल” थामा |विनोद कुमार बिन्नी पहले ही “आप” पार्टी छोड़ चुके हैं |
बाबू राओ हजारे की टीम “अन्ना” की महत्वपूर्ण सदस्य रहीं देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी किरण बेदी आज भाजपा में शामिल हो गई |
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी में उनका स्वागत करते हुए कहा कि वह दिल्ली विधानसभा का आगामी चुनाव लड़ेंगी,लेकिन मुख्यमंत्री के बारे में निर्णय भाजपा संसदीय बोर्ड करेगा।

AAP Apishily Appeals Eleven Donors To Append For Elections

[New Delhi] AAP Apishily Appeals To Append Eleven Donors For Elections
Prime Minister Narendra Modi Is Nominating 9 Safai Ratn But BJP,s Arch Rival In Delhi AAP Party Has Copied This Nomination Not For Cleanliness But To Enrich Election Fund
AAP convenor Sh Arvind Kejriwal Has Started this nomination by donating Rs 10,000 to the party for the coming Delhi assembly elections and he named 11 individuals to accept the challenge and donate to the party.
on Friday Kejriwal launched the #iFundHonestParty campaign by donating Rs 10,000 himself He Called it honest politics and Kejriwal said his mother also expressed willingness to accept his challenge.
Launching the campaign, Kejriwal said elections are an ideal occasion for highlighting honest politics, since the public has a right to know from where political parties get their funds.
Given below are the names of individuals whom Kejriwal challenged :
[1]Dr Munish Raizada (Chicago based doctor and active AAP volunteer)
[2]Rajiv Bajaj (industrialist)
[3]Gul Panag (Bollywood actress and AAP leader)
[4]Amit Agarwal (Hong Kong based AAP sympathiser)
[5]Dr Vipin Mittal (Kaushambi-based dentist)
[6]Subroto Saha (Arvind’s IIT Kharagpur batchmate)
[7]Subhash Khandelwal (Delhi based trader)
[8]Mohammad Qasim (law student)
[9]Aswathi Muralidharan (Arvind’s colleague, who looks after his office)
[10]Manoj (Arvind’s brother)
[11]Ranjana (Arvind’s sister)

बिजली में डीईआरसी के यूं टर्न के लिए आपस में सर फ़ुट्टौवल करके तय कर लो के श्रेय देना किसे है?

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आम आदमी चीयर लीडर

ओये झल्लेया मानता है न हसाडे अरविन्द जी केजरीवाल जी का जलवा अभी भी कायम है|ओये इस भाजपा ने कांग्रेस की राह पर चलते हुए बिजली कंपनियों से सांठ गाँठ की और अम्बानी+अदाणी+टाटा की तिजोरियां भरने के लिए ७% बढ़ोत्तरी की साजिश रच दी |लेकिन हमने भी कच्ची गोलियां नहीं खेली है |हसाडे केजरीवाल जी ने एक धमकी में बिजली के बढ़े दामों को दिल्ली में तो कम करवा ही दिया

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण आप लोगों ने तो बिना टोपी पहने ओनली ट्वीट करके अपना सियासी दायित्व निभाने की औपचारिकता भर निभाई और अब टोपी पहन कर लोगों को टोपी पहना रहे हो |लेकिन ये आपके पुराने जोड़ी दार कांग्रेसी मुकेशशर्मा तो बिजली को लेकर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं |और इनके हारुन साहब बेवजह प्रेस कांफ्रेंस में हॉर्न बजाये जा रहे हैं |एलजी नजीबजंग डी ई आर सी आंकड़ों में गड़बड़ी की बात कर रहे हैं तो भाजपा वाले भी मुँह उठाये बिजली वाले के इस यूं टर्न का श्रेय लेने के लिए सीना ठोक रहे हैं इसीलिए झल्लेविचारनुसार पहले आप लोग आपसे में सर फ़ुट्टौवल करके यह तय कर लो के श्रेय देना किसे है?

“आप” के स्टिंग+प्रेस कांफ्रेंस के सहारे पार्टी का सियासी वजूद+विधायक बच पाएंगे?

“आप” के स्टिंग+प्रेस कांफ्रेंस के सहारे पार्टी का सियासी वजूद+विधायक बच पाएंगे?
“आप” को सियासी वजूद बचाने और अपने विधायकों को बांधे रखने के लिए स्टिंग+प्रेस कांफ्रेंस का ही सहारा रह गया है|अभी तक किसी ठोस उपलब्धि के अभाव में ये दोनों बैसाखियाँ क्या”आप” पार्टी की सियासत को जिन्दा रख पाएंगी इस पर संदेह गहराता जा रहा है |
आम आदमी पार्टी [आप]अपने सियासी वजूद के लिए स्टिंग +प्रेस कांफ्रेंस रूपी दो बैसाखियों पर चल रही है|इनके सहारे क्या “आप ” दिल्ली की सत्ता तक दोबारा पहुँचने तक अपने विधायकों को एक जुट रख पाएगी यह यक्ष प्रश्न आज सब तरफ उत्तर तलाश रहा है|
भाजपा को रोकने के नाम पर आये दिन “आप” के न्रेतत्व द्वारा कांग्रेस+भाजपा[कथित ईमानदार]+जे डी [यूं] +निर्दलीय विधायकों से बातचीत का हवाला दिया जा रहा है|इसके पीछे अपने विधायकों को यह सन्देश देना भी एक उद्देश्य हो सकता है कि दिल्ली में जल्द उनकी ही सरकार बनने वाली हैऔर अगर सरकार नही बनी तो चुनाव निश्चित हैं|
प्रेस कांफ्रेंस और स्टिंग के सहारे आये दिन भाजपा पर हमलावर हो रही “आप” पार्टी ने खोजी वेबसाइट “तहलका” की तर्ज पर दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष शेर सिंह डागर को बंगारू लक्ष्मण बनाने का प्रयास किया|इस स्टिंग में भाजपा नेता के घर जाकर “आप” के विधायक को सौदे बाजी करते हुए दिखाया गया है|जिसे भाजपा ने तत्काल नकार दिया|उसी स्टिंग की सी डी को बतौर एविडेंस सर्वोच्च न्यायालय में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया|लेकिन न्यायालय द्वारा स्टिंग सी डी को स्वीकार नहीं किया गया |उसके पश्चात आनन फानन में प्रेस कांफ्रेंस बुलाई गई और पांच दिन पुराने पत्र को लेकर एल जी पर भाजपा के लिए बैटिंग करने का आरोप लगा दिया गया |
जिस एल जी नजीब जंग ने अरविन्द केजरीवाल को सी एम की शपथ दिलाई थी उसी एल जी को आश्चर्यजनक रूप से गालियां दी जाने लगी फिर उसी एल जी के पास आज[ बुधवार] सुबह सी डी लेकर पहुँच गए और विधान सभा भंग करने के लिए अनुरोध कर दिया| संसद में पहुंचे पंजाब से चार सांसद भी कुछ खास उपलब्धि दर्ज नहीं करा पाये हैं |
दिल्ली के बाहर मरीना बीच पर भी आज मौन विरोध प्रदर्शन किया गया| यहाँ भी कुछ खास भीड़ जुटाने में सफलता नहीं मिली
आप-तमिलनाडु शाखा के लगभग 30 सदस्य ही मरीना समुद्र तट पर अपने मुंह पर पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करते दिखाई दिए| उत्तर प्रदेश के मेरठ में बीते दिनों कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन करने आये “आप” के कुछ टोपी धारक केवल मीडिया के कैमरों तक ही सिमित होकर रह गए |
दरअसल दिल्ली में भाजपा को सरकार बनाने से रोकने की कोशिश में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के रुख के बाद “आप” पार्टी के लिए मुसीबत और बढ़ गई है।
अपना सियासी वजूद बचाने के साथ उसे अपने विधायकों को भी टूटने से बचाए रखना जरूरी हो गया है क्योंकि एल जी अगर भाजपा को सरकार बनाने के लिए न्योता देते हैं और बहुमत सिद्ध करने के लिए गुप्त मतदान होता है तो निश्चित माना जा रहा है कि “आप” के विधायक भाजपा के पक्ष में बढ़ी संख्या में टूटेंगे| इसीलिए “आप” पार्टी आये दिन स्टिंग+प्रेस कांफ्रेंस और मीडिया में ब्यान देकर लगातार भाजपा पर दबाब बनाने और चर्चा में रहने को मजबूर है|सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा के पी एम नरेंद्र मोदी दिल्ली में जोड़ तोड़ करके सरकार नहीं बनाना चाहते लेकिन अगर उनकी पार्टी को न्योता मिलता है और गुप्त मतदान होता ही तो निश्चित रूप से भाजपा की सरकार बन जाएगी|इसीलिए अंतिम विकल्प के रूप में अरविन्द केजरीवाल सदन में बहुमत के लिए गुप्त मतदान को भी चुनौती देने के लिए संविधान की दुहाई दे सकते हैं

“AAP” Criticizes Policy for Conversion of Plots In Resettlement Colonies In Delhi

“AAP” Criticizes Delhi administration Policy for Conversion of Plots
Aam Admi Party [AAP] Criticized Rates for Conversion of Plots in Resettlement Colonies
.Convener Arvind Kejriwal has Written a Letter To L G pointing out that rates for conversion of plots in resettlement colonies should be within the reach of residents living there.This Letter Is Delivered By Former education and PWD minister, Manish Sisodia
Shri Kejriwal has demanded that these charges should be fixed at Rs 10,000 for the original allottees and at Rs 50,000 for any subsequent transaction.
The AAP has decided to include this demand in its election manifesto for the coming assembly elections

Arvind Kejriwal Desires British Model In Judicial Appointments In India

Arvind Kejriwal Desires British Model In Judicial Appointments In India
Arvind Kejriwal Desires That UK model to be followed In Judicial Appointments In India
In a Reply ,Mr Kejriwal has Written three pages to Union Law Minister Ravi Shankar Prasad on Judicial Appointments Commission
Aam Aadmi Party[AAP] national convenor Arvind Kejriwal has replied to the letter of the Mr Prasad, seeking the party’s views on setting the Judicial Appointments Commission.
The AAP has highlighted :
[1]India needs a full time broadbased Constitutional body for appointment of judges to High Courts and Supreme Court in a completely transparent manner.
[2]The Judicial Appointments Commission of the UK provides a model to be followed.
[3]The Judicial Commission bill introduced in the Rajya Sabha by the UPA government last year is a bad example to follow.
[4]The bill drafted by the Committee on Judicial Accountability (a voluntary body of senior Lawyers and retired judges) for setting-up a full time and independent Judicial Appointments commission is the way forward.

अरविन्द केजरीवाल के कब्जे में पर्याप्त माल है तभी इन्हें तिजौरी”सत्ता”डर है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये “आप” वाले तो बिलकुल ही बौखला गए हैं तभी आये दिन हसाड़ी भाजपा और कभी कभी कांग्रेस को निशाना बनाते रहते हैं|ओये हसाडे प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल ने भी जंतर मंत्र पर बाहरी भीड़ जुटाने वाले केजरीवाल को साफ़ साफ़ अंगूठा दिखा दिया है |कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह ने भी लवली लवली भाषा में कह दिया है कि अरविन्द केजरीवाल जंतर मंतर पर प्रदर्शन के सहारे उद्योगपतियों +अधिकारियों पर ब्लैक मेलिंग का मंत्र फूंकते रहते हैं और अपने २७ विधायकों को टूटने से बचाने के लिए सत्ता डर से और दुबले हुए जा रहे हैंओये इनका तो वोही हाल होना है कि “ना तो सत्ता मिली और न यही नेता विपक्ष”

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी ये आप से अच्छा कौन जान सकता है किजिसके पास माल होता है उसी को तिजौरी का डर सताता रहता है लेकिन अरविन्द केजरीवाल रोजाना जो शेर आया शेर आया का टेप चला देते हैं एस एमए अगर वाकई सच्चाई में ही कांग्रेसी या भाजपाई शेर आ गया तो इनकी तिजौरी का क्या होगा ?