झल्लीगल्लां
दुःखीलखनवीसपाई
ओए झल्लेया!हसाडे उत्तरप्रदेश में क्या नई परिपाटी शुरू हो गई।ओए एक तरफ बाबा योगी की सरकार ने असेंबली में 550000 करोड़ ₹ के बजट तो सुरेशखन्ना जी से पढ़वा दिया लेकिन पिछले खर्चे का कोई ऑडिट कराने को तैयार नही। भ्र्ष्टाचार के विरुद्ध जीरो टोलरेंस का नारा देने वाली भजपाई सरकार भ्र्ष्टाचार पर कब तक पर्दा डाले रहेगी ?अखबारों की माने तो अभी तक 23832 करोड़ ₹ का हिसाब नही दिया गया इन्हें उपभोग प्रमाणपत्र देने में भी परेशानी हो रही हैं।और तो और सरकारी कर्मियों को बेची गई पेंशन की एवज में वसूले गए साढ़े पांच सौ करोड़ ₹ के अंशदान का भी कही अता पता नही है
झल्लाकरप्शन पर जीरो टोलरेंस वाली योगी राज में खर्चे का ऑडिट नही
भापा जी !इसबगोल ते कुछ न फ्लोल।पुराणेयां दा अखाण है कि ” ना गिण ते ना घाटा पा” हुक्मरां कहन्दे
“हिसाब दित्ता ते करप्शन खुला”
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करप्शन पर जीरो टोलरेंस वाली योगी राज में खर्चे का ऑडिट नही
एयरइंडिया तो बिकी नही अब फिर वोही बजट राग!चलो इसे भी देख लेंगे
#भजपाईअर्थशास्त्री
ओए झल्लेया!देखा हसाडा कमाल।ओये हमने बिना कोई नया टैक्स लगाए 1.75लाख करोड़ ₹ का इंतजाम करने के लिए बीमा कंपनियों में विदेशी निवेश को हरी झंडी दिखा दी है।अब बीमी कम्पनियों में भी विदेशियों की 74 % तक हिस्सेदारी हो पाएगी।इससे निवेश आएगा। ओये घाटे में चल रहे पी एस यू में सरकारी हिस्सेदारी को बेचने में बुराई ही क्या है?अब एल आई सी का भी आई पी ओ लाया जाएगा
#झल्ला
चतुर सेठ जी
पिछले साल आपसे एयर इंडिया तो बिकी नही अब फिर वोही राग!चलो इसे भी देख लेंगे सबलोक
काश!व्यवस्था चलाने वाली मशीनरी को बजट में शक्ति मिल जाती
#भजपाईअर्थशास्त्री
ओए झल्लेया!मुबारकां!!
ओये कोरोना महामारी के इस संकट दौर में भी हसाडी सरकार ने कितना सोणा बजट पेश कर दिया है।ओए लोगों की सेहत के लिए 137% बढ़ा कर 223846 करोड़ ₹ का प्रावधान कर दिया है।डॉ हर्षवर्धन सरीखे समर्पित+कर्मठ सेहतमंत्री की निगरानी में मुल्क के बाशिंदों की सेहत का पूरा ध्यान रखा जाएगा।ओए आंदोलनकारियों को आईना दिखाते हुए कृषि को बढ़ावा देने के लिए पैट्रोल+डीजल पर कृषि सेस लगा दिया है
#झल्ला
सेठ जी!सोने की बिल्ली तो बनाई लेकिन म्याऊं करने वाले कहां है?चूहे निर्विरोध व्यवस्था कुतरते ही जाएंगे
सो काश व्यवस्था को चलाने वाली मशीनरी को शक्ति प्रदान करने के लिए भी कुछ प्रावधान हो जाते।
1947 से पीड़ितों के लूटे कंपनसेशनक्लेम लौटाने का बजट क्यूँ नही है?
#भजपाईचेयरलीडर
ओए झल्लेया! मुबारकां! ओए हसाडी वित्तमंत्री श्रीमती निर्मल सीतारमन जी ने गावँ और किसान दिल मे रख कर ‘ऑल राउंड’ विकास वाला बजट संसद में पेश किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी जी ने भी बजट की सराहना करते हुए कहा है कि वर्ष 2021 का बजट असाधारण परिस्थितियों के बीच पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि इसमें यथार्थ का एहसास भी और विकास का विश्वास भी है।
‘‘इस बजट में देश में कृषि क्षेत्र को मजबूती देने के लिए और किसानों की आय बढ़ाने के लिए बहुत जोर दिया गया है। किसानों को आसानी से और ज्यादा ऋण मिल सकेगा। देश की मंडियों को और मजबूत करने के लिए प्रावधान किया गया है। ये सब निर्णय दिखाते हैं कि इस बजट के दिल में गांव हैं, हमारे किसान हैं।’’
यह रोजगार के अवसर को बढ़ाने वाला और देश को आत्मनिर्भरता के रास्ते पर ले जाने वाला बजट है।
यह बजट आत्मनिर्भरता के उस रास्ते को लेकर चला है जिसमें देश के हर नागरिक की प्रगति शामिल है।’’
बजट से ‘‘वेल्थ और वैलनेस’’ दोनों तेज गति से बढ़ेंगे।
#झल्ला
चतुर सेठ जी!1947 से पीड़ितों के लूटे कंपनसेशनक्लेम लौटाने का बजट क्यूँ नही है?
बजट में पुराने टैक्स चोरी के केस खोल कर उन्हें सेटल करने का प्रावधान तो किया लेकिन। सरकारों द्वारा 1947 से पीड़ितों के जो कंपनसेशन/रिहैबिलिटेशन क्लेम लूटे गए उन्हें लौटाने का कोई प्रावधान क्यूँ नही है???अरे पीड़ितों के कंपनसेशन क्लेम पाकिस्तान से एडजस्ट करने के बावजूद कस्टोडियन ग्रह मंत्रालय ने पीड़ितों तक नही पहुंचने दिए है
गरीबों और किसानों के हित का है बजट २०१६ :शोभित विश्वविद्यालय
[मेरठ,यूपी]गरीबों और किसानों के हित का है बजट २०१६
शोभित विश्वविधालय प्रबंधन संस्थान द्वारा बजट २०१६ पर चर्चा में गरीबों और किसानों के हितका बजट बताया गया
शोभित विश्वविधालय मोदीपुरम प्रबंधन संकाय द्वारा बजट २०१६ पर चर्चा कार्यक्रम का आयोजन विश्वविध्यालय के सभागार में किया गया। जिसका उद्देश्य छात्रो को वर्तमान केंद्र सरकार के द्वारा प्रस्तुत बजट २०१६ की संरचना, उद्देश्य, विशेषता से अवगत कराना था।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में छात्रों को बजट २०१६ की रिकॉर्डिंग दिखाई गयी।छात्रों को संबोधित करते हुए प्रतिकुलपति डॉ रणजीत सिंह ने आम बजट का महत्व छात्रों को बताया उन्होने कहा कि यह बजट गरीबों और किसानों के हित में है, बजट कृषि के विकास पर आधारित है और गरीबों एवं किसानों के हितों का खास ध्यान रखा गया है।
कुलसचिव डॉक्टर जयानंद ने छात्रो को बताया कि हमारा बजट बहुत बड़ा है, जिसमें इस बार ग्रामीण सेक्टर के लिए फंडिंग काफी बढ़ाई गई है। ग्राम सड़क योजना के लिए २७ हजार करोड़ दिया जा रहा है इसके अलावा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई प्रविधान किए गए हैं उन्होने बताया कि रोजगार को बढ़ावा देने के लिए मेक इन इंडिया एंड मेड इन इंडिया कार्यक्रम को बढ़ावा दिया जा रहा है तथा रोजगार को विकसित करने के लिए नियमों को सरलीकरण किया जाएगा ।संकायाध्यक्ष डॉ स्वतंत्र सिंह चौहान ने छात्रो के प्रश्नों का उत्तर भी दिया
शिक्षक जय गणेश त्रिपाठी ने बजट के दूरगामी प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस बार बजट में किसानो,खेती,ढांचागत सुविधा के विकास एवं आर्थिक रूप से कमजोर तबके को राहत देने का प्रयास हुआ है ।
प्रत्येक परिवार को एक लाख का स्वास्थ बीमा,किसानो की आय को दुगना करने,छोटे कर दाताओं को कर से राहत देने जैसे कई अहम फैसले लिए गए हैं
कार्यक्रम का सयोजन अभिषेक कुमार द्वारा पर प्रबंधन संस्थान के शिक्षक जय गणेश त्रिपाठी, डॉ नेहा यजुर्वेदी, शबाना हक़, अंशु चौधरी,नेहा त्यागी,नेहा वशिष्ठ,डॉ आसाम खान आदि के सहयोग से किया गया इस अवसर पर विश्वविध्यालय के फ़ाइनेंस ऑफिसर श्री दीपक गोयल,डॉ अनिल शर्मा,अन्य अध्यापक गण, एवं छात्र-छात्राये उपस्थित रहे।
जेऐनयूं में,निषेद्ध, पदार्थों के धड़ल्ले से सेवन पर सरकार+शिक्षक+अविभावक+विपक्ष को सोचना होगा
[नई दिल्ली]जेऐनयूं में,निषेद्ध पदार्थों के धड़ल्ले से सेवन पर सरकार+शिक्षक+अविभावक+विपक्ष को सोचना होगा सिगरेट स्मोकिंग को हतोत्साहित करने के लिए बढ़ाये जा रहे टैक्स को यूनिवर्सिटीज में सब्सिडी के रूप में देकर इस सामाजिक अपराध को बढ़ावा दिया जा रहा है|यह चिंता और जांच का विषय होना चाहिए| सिगरेट के हर पैक पर लिखा होता है के इसका सेवन हेल्थ के लिए हानिकारक है |छात्र राष्ट्र का स्वास्थ्य कहा जाता है ऐसे में राष्ट्र के स्वास्थ्य से खिलवाड़ पर सभी वर्गों से सकारात्मक सहयोग की कामना तो की ही सकती है |
सिगरेट+शराब+गर्भ निरोध को विशेष रूप से छात्र जीवन में सामाजिक रूप से निषेध किया गया है |दिल्ली में कानूनी रूप से भी पब्लिक प्लेसेस पर ध्रूमपान अपराध घोषित किया जा चूका है |इसके प्रयोग को हतोत्साहित करने के लिए सरकारें इनपर टैक्स थोपती आ रही हैं और वर्तमान बजट भी सम्भवत इसका अपवाद नहीं होगा | विश्वास दिलाया जाता है के इस प्रकार की टैक्स वसूली से जनता का भला किया जाएगा और इसी विश्वास पर जनता भी सकारात्मक आशा रखती है लेकिन जब जमीनी हकीकत के रूप में जवाहर लाल नेहरू[जेऍनयूं] जैसे प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्थान की असलियत सामने आती है तो सरकारों के साथ ही छात्रों के अविभावकों पर टैक्स पयेर्स को क्रोध आना स्वाभविक ही है| जिन वस्तुओं के प्रयोग को हतोत्साहित करने के लिए वसूले जा रहे टैक्स को छात्र सब्सिडी के माध्यम से यूनिवर्सिटीज में उत्साहित किया जा रहा है यह अपने आप में एक सामाजिक+राष्ट्रीय अपराध है |जे ऐन यु में सिगरेट के टुकड़े +शराब की बोतलें+निरोध[कंडोम्स]मिले हैं जिसपर सरकार+अध्यापक+अविभावकों को गर्व नही वरन चिंता होनी चाहिए |
जवाहर लाल नेहरू जैसे प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्थान में इन निषेध वस्तुओं के धड़ल्ले से इस्तेमाल अपने आप में चिंता और सभी राजनितिक दलों द्वारा इसे जांच का विषय स्वीकार कर लिया जाना चाहिए|अविभावकों से उनके अपने लाड़लों+लाड़लियों के भविष्य के लिए कमोबेश ऐसी आशा की ही जा सकती है|
अखिलेशयादव जी झाड़ू मत लगाइये,व्यवस्था सुधारिये,बिना विज्ञापन के फोटो लोगों के दिलों में छपेंगे
[मेरठ]सुशासन दिवस पर राज्य सरकारें कितनी सक्रीय रहीं ये तो इनके द्वारा जारी किये जाने वाले विज्ञापनों के ढिंढोरों में पता चल जाएगा लेकिन जमीनी हकीकत तो चाहे ना चाहे कैमरों में कैद हो ही जाती है।किसी भी प्रदेश की सेहत का अंदाजा लगाने के लिए प्रदेश के जिला कार्यालय और केंद्र के लिए अरबों रुपये कमाने वाले बीएसएनएल के उदाहरण पर्याप्त हैं । यह उदाहरण मेरठ से लिया गया है |अधिकांश भाजपा शासित प्रदेशों में झाड़ू सफाई और ऑनलाइन सिस्टम को महत्व दिया गया पड़ोसी राज्य हरियाणा में २५ दिसंबर के अवकाश में भी सीएम वेबसाइट + सीएम विंडो लांच की गई तो दिल्लीमें मंत्रियों ने और मेरठ में भाजपाइयों ने झाड़ू लगा कर फोटो खिंचवाए |
यूंपी में चूंकि मुख्य मंत्री पहले ही प्रधान मंत्री के सफाई अभियान से हाथ खींच चुके हैं सो यहाँ सरकारी तौर पर झाड़ू बाजी की उम्मीद नहीं थी |मुख्यमंत्री द्वारा अपने प्रदेश में विकास के बढे बढे विज्ञापन छपवाए जा रहे हैं लेकिन दुर्भाग्य से कैमरे में कुछ और ही पकड़ में आता है |यहाँ अभी क्राइम की नहीं केवल स्वछता की बात हो ही रही है इसीलिए मेरठ के कलेक्ट्रेट परिसर और बीएसएनएल कार्यालय का उदारहण पर्याप्त होगा
ऐतिहासिक मेरठ के जिला कार्यालय परिसर में व्यवस्था से दुखियों के आये दिन हंगामे होते रहते हैं कुछ ने तो वहां स्थाई टैंट तक लगा लिए हैं ।इन पीड़ितों पीने के लिए पानी की टैंकी और हैंड पंप बरसों पहले लगाये गए थे मगर सफाई नहीं होने के कारण यहां काई जमी हैं जो परत दर परत विकास कर रही है|
कूड़ा रहता है |
इसके बावजूद अपने रिस्क पर लोग वहां पानी पीते देखे जा सकते हैं यही हाल मेरठ के बी एस एन एल का भी हैं यहाँ ग्राहकों के लिए पानी की टैंकी जिसे वाटर कूलर कहा जाता है लगी हुई है इस सर्दी में इस कूलर का पानी पीने को ग्राहक अभिशिप्त हैं ।केंद्र सरकार द्वारा आये दिन कहा जाता है कि पानी की बचत की जाने चाहिए लेकिन यहां जंक लगा कूलर का पानी लगातार अविरल बहता ही रहता है|देश के चिकित्सक आये दिन गाल फाड़ फाड़ कर चिल्लाते रहते हैं के स्वच्छा पानी पियो गन्दा पानी पीने से तमाम तरह की बीमारियां [ WaterBorneDiseases] ]Amoebiasis+Cryptosporidiosis+Cyclosporiasis+Microsporidiosis+ आसान भाषा में डेंगू +फीवर +जापानीज इन्सेफेलाइटिस +मलेरिया +डायरिया आदि घर कर लेती हैं |जिससे अस्पतालों में खर्च बढ़ जाता है |
कम से कम साल में एक बार तो कहा ही जाता है के सफाई रखने से बीमारियां और इलाज के लिए होने वाले खर्च को कम किया जा सकता है |लेकिन सफाई के लिए केवल उपदेश ही जारी करके इतिश्री कर ली जाती है इसकी मॉनिटरिंग नहीं हो पाती |
केंद्र ने स्वास्थ्य पर होने वाले खर्च में २०% कटौती क्या कर दी सब तरफ मच रहा है हाय हल्ला |
इसीलिए मुख्यमंत्री कृपया पुनः कृपया झाड़ू बेशक मत चलाइये मगर व्यवस्था को तो सुधारिये ताकि बिना विज्ञापन के भी आपके फोटो लोगों के दिलों में छ्प सकें| सैफई महोत्सव से आपको जब फुर्सत मिले तभी जिला कार्यालयों का इंस्पेक्शन निरीक्षण करवा लीजियेगा |
साध्वी उमा भारती ,गंगा पुनरूद्धार के लिए, आस्था और विकास को एक साथ चलाएंगी
साध्वी उमा भारती गंगा पुनरूद्धार के लिए आस्था और विकास को एक साथ चलाएंगी | इस कार्य के लिए जन और धन की कमी नहीं आने देने के आश्वासन के साथ अब संतो+ पर्यावरणविद+ सामाजिक संगठनों की एक बैठक ५ जुलाई को बुलाई गई है।
केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा पुनरूद्धार मंत्री सुश्री उमा भारती ने कहा कि गंगा पुनरूद्धार के लिए आस्था और विकास को समान पहियों के रूप में प्रयोग किया जाएगा| सुश्री भारती आज यहां “भारत में नदियों के संरक्षण पर राष्ट्रीय गोष्ठी” को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थीं। इस अवसर पर सुश्री भारती ने कहा कि गंगा के लिए लागू मानदंड अन्य प्रमुख नदियों के लिए भी लागू होगें। सुश्री भारती ने कहा “किसी भी नदी की अविरलता और निर्मलता पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। हम इस अभियान में सभी को साथ लेकर चलेगें”। उन्होनें कहा कि भारत का गंगा पुनरूद्धार कार्यक्रम अन्य देशों के लिए एक मिसाल होगा। सुश्री भारती ने कहा कि “ भारत में आस्था और विकास एक साथ चल सकते हैं”।सुश्री उमा भारती ने कहा कि इस कार्यक्रम के लिए बजट की कोई कमी नहीं होगी। उन्होनें कहा कि इस कार्यक्रम के लिए निजी क्षेत्र ने भी सहयोग की पेशकश की है। इस संबध में अन्य देशों के साथ सहयोग पर भी विचार किया जाएगा। नदियों को जोडने के संबध में कुछ पर्यावरणविदों द्वारा उठाई गई शंकाओं का उल्लेख करने हुए सुश्री भारती ने कहा कि” हम ये सुनिश्चित करेगें कि वही नदियां जोडी जाएं, जिनसे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचे”। मंत्री महोदया ने कहा कि उनका मंत्रालय नदियों पर बिजली परियोजनाओं का विरोध नहीं करता है, लेकिन शर्त ये है कि इन नदियों का प्रवाह अवरूद्ध न हो।
गंगा पुनरूद्धार पर विशेषज्ञो और सामाजिक संगठनो की बैठक अब 5 जुलाई को बुलाई गई है|
केंद्रीय जल संसाधन+ नदी विकास + गंगा पुनरूद्धार मंत्री सुश्री उमा भारती ने कहा है कि गंगा पुनरूद्धार कार्यक्रम पर विचार-विमर्श के लिए 5 जुलाई को विशेषज्ञो+संतो+ पर्यावरणविद+ सामाजिक संगठनों की एक बैठक बुलाई गई है।
उन्होनें उम्मीद जताई कि गंगा पुनरूद्धार कार्यक्रम के लिए गठित सचिवों का समूह जल्द ही अपनी कार्ययोजना प्रस्तुत कर देगा।
फोटो कैप्शन
The Union Minister for Water Resources, River Development and Ganga Rejuvenation, Sushri Uma Bharati addressing at the National Conference on Preserving Rivers in India, in New Delhi on June 25, 2014.
चिदम्बरम जी बजट में नई यौजनाओं के पैर उतने ही फैलाना जितनी वित्तीय क्षमता की चादर हो
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
एक चीयर लीडर कांग्रेसी
ओये झाल्लेया देखा आज हसाड़े वित्त मंत्री पी चिदम्बरम स्पेशल बजट ब्रीफ केस लेकर आ रहे हैं ओये आने से पहले उन्होंने राष्ट्रपति भवन और केबिनेट का दौरा भी कर लिया है ओये अब तो रेल बजट की तरह ये हसाडा ९वा बजट पास हो ही जाएगा|
झल्ला
ओ चतुर सुजन जी अपने वित्त मंत्री जी को यह जरूर बता देना कि नई यौजनाओं के लिए नए भारी भरकम टैक्स लगाने से पहले अपनी दिल्ली की मुख्य मंत्री श्रीमती शीला दीक्षित का वोह भाषण यद् रखें जिसमे उन्होंने कहा था कि बिजली का बिल नहीं भर सकते तो बिजली कम जलाओ |अर्थार्त जितने चादर हो उतने हे पैर फ़ैलाने चाहिए |झल्लेविचारानुसार नई यौजनाएं उतनी ही लाओ जितनी क्षमता हो
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