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Tag: NewSatire

जुम्मे से जुम्मे तक की कांग्रेसी सरकार “अमेठी” के मैदान को साफ़ करने के लिए”मोदी” पर स्नूपगेट बुनने लगी है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

उत्तेजित भाजपाई

ओये झल्लेया ये हसाडे मुल्क में क्या गुंडई मची हुई है| जुम्मा जुम्मा आठ दिन बचे हैं इस कांग्रेसी सरकार के और हसाडे सोणे नरेंद्र मोदी को स्नूपगेट में फंसाने के लिए इलाहाबाद के न्यायधीश को नियुक्त करने की धमकी देने लग गई है|देख तो इनके अपने पाएदार शरद पवार और उमर अब्दुल्लाह अपनी ही सरकार के इस अलोकतांत्रिक कदम की मुखालफत कर रहे हैं लेकिन कांग्रेसी सरकार हे के मानती ही नही|जिस तरह शहीदे आजम भगत सिंह को ब्रिटिश हुकूमत ने बिना ऍफ़ आई आर में नाम दर्ज कराये ही फांसी पर लटका दिया था ठीक उसी प्रकार ब्रिटिशर्स के चेलों की यह कांग्रेस सरकार हसाडे मोदीजी को जेल में डालने की साजिश रच रही है

झल्ला

ओ मेरे भोले सेठ जी बुजुर्गों ने दुनिया छोड़ने से पहले फ़रमाया था के डूबते हुए को तिनके का सहारा होता है अब चूँकि आम चुनावों के ओनली दो चरण ही बचे हैं और इन चरणों में डूबते हुए राहुल गांधी का चुनाव भी होना है इसीलिए किसी अनहोनी से बचने के लिए आप जी के नरेंद्र भाई दामोदर मोदी को रोकना बेहद जरूरी है

विवाहिता से अंतरंग रिश्तों को स्वीकार करना राजा दिग्विजय सिंह जी “के हल्के में” मर्दानगी समझी जा रही है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आर एस एस का चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये तो मुल्क में घोर कलयुग आ गया देख तो मध्य प्रदेश से तड़ीपार कांग्रेस के भारी भरकम ६७ वर्षीय राजा दिग्विजय सिंह कितनी नंगई से टी वी पत्रकार अमृता राय से अपने अंतरंग रिश्ते ट्वीट कर रहे हैं और फरमा रहे हैं कि “में अपने रिश्ते कभी नही छुपाता” लेकिन इसके साथ ही बहादुरी से हसाडे नरेंद्र मोदी को ,इस विषय में, कायर भी बताने को भी अपनी खूबी समझ रहे हैं

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी किसी विवाहित महिला के साथ अंतरंग रिश्तों को कायम करना बेशक आप लोगों के लिए शर्मनाक हो सकता है +भारतीय संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं के विपरीत हो सकता है लेकिन आपजी की नजरों में ऐसे नाजायज रिश्तों को स्वीकार करना राजा जी के हल्के में आज कल मर्दानगी समझी जा रही है|

प्रियंका वढेरा बेशक राजीव गांधी की बेटी ही हैं मगर अपने पिता की गलती को दोहराना भी तो जरूरी नहीं है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई छुट भैय्या

ओये झल्लेया देख तो ये प्रियंका गांधी वढेरा अमेठी में अपने भाई के चुनाव प्रचार के दौरान गाने लग गई है “में चाहे ये करूँ में चाहे वोह करूँ मेरी मर्जी” और इसी धुन में डूब कर देश की सबसे बड़ी सुरक्षा एजेंसी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप [SPG ]का ही मखौल उड़ा कर रख दिया| अरे एस पी जी की ४-४ गाड़ियों से चाबी निकाल कर सुरक्षा के घेरा को तोड़ ताड़ कर तिलोई की तरफ निकल भागी |ओये राहुल गांधी को हसाड़ी उम्मीदवार स्मृति ईरानी से बचाने +अपने पति रोबर्ट वढेरा की सपोर्ट में महज पॉपुलैरिटी गेन करने के लिए ये भागम भाग करने लग गई ये अच्छी बात नहीं है कल खुद न खस्ता कुछ हो गया तो ७ मई को होने वाले चुनावों में हसाड़ी पार्टी को ही बदनाम किया जाएगा

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी वाकई राजीव गांधी की शहादत बाद उनके परिवार को नियमों में फेर बदल करके एस पी जी की सुरक्षा मुहैया करवाई गई है| ऐसे में अपने तुच्छ राजनितिक लाभ के लिए उस व्यवस्था का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए |झल्लेविचारानुसार राजीव गांधी ने भी दक्षिण में ऐसी ही एक भूलकर दी थी उन्होंने सुरक्षा घेरा को तोड़ कर प्रशंसकों के बीच पहुँच गए जिसका खामियाजा उनका अपना परिवार और पूरा देश भुगत रहा है| बेशक प्रियंका अपने पिता की बेटी हैं मगर जरूरी नहीं कि उनकी गलती को उनकी संतान दवारा दोहराया जाये |

मायावती और मुलायम सिंह में शस्त्र और शास्त्र के बजाय ओनली शब्दों का युद्ध जारी है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

महिला अधिकारों के स्वयंभू नेता

ओये झल्लेया ये हसाडे माननीय राजनीतिक किस दिशा में देश को ले जाने का प्रयास कर रहे हैं ?देख तो संसद में आरक्षण तो दिया नहीं अब आये दिन ४९% महिलाओं का अपमान हो रहा है |दुबई रिटर्न्ड मोनिका बेदी के बाद अब सुश्री मायावती के विषय में भी ऊल जलूल बोला जा रहा है | माननीय मुलायम सिंह यादव ,जो कभी खुद भी टीचर रहे हैं, मायावती को स्वर्गीय कांशीराम से जोड़ते हुए पूछ रहे हैं [१] सुश्री मायावती को श्रीमती कहा जाये?+[२]बहन जी कहा जाए?+ [३]बेटी कहा जाये ?ये तो यारा महिलाओं का सरासर अपमान हैलेकिन हसाडे बहन मायावती ने भी सटीक जवाब देते हुए माननीय को पागल खाने भेजने की सलाह दे डाली है

|झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी सुनते आये हैं कि सतयोग से द्वापर तक एक नाम राशि वालों में शस्त्र युद्ध होता आया है लेकिन कलयुग की तो बात ही निराली है यहाँ मायावती और मुलायम सिंह यादव में शस्त्र और शास्त्र के बजाय ओनली शब्दों का युद्ध जारी है |अब १६ मई को पता चलेगा कि इनमे से कौन सा संहारक बन कर उभरेगा|

अति सुरक्षितPMOमें उठने वाली प्रत्येक चिंगारी अपने आप में राजनीतिक ज्वाला का काम करती है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये हमने कौन सी किसी की भैस खोल ली है देख तो आये दिन हर छोटी बड़ी बात का बतंगड़ बना कर हसाडे सोणे ते मन मोहने पी एम की साफ सुथरी पगड़ी उछाली जा रही है|
अब देख तो साउथ ब्लॉक के पी एम ओ के एक छोटे से कमरे में मंगल वार की सुबह एक छोटे से कंप्यूटर के यूं पी एस में से कुछ चिंगारियां क्या निकल गई कि भाजपा वालों ने कहना शुरू कर दिया है कि हमने सरकारी फाईलें जला डाली|ओये ये हमें कहीं का रहने भी देंगे या नही ?

झल्ला

चतुर सुजाण जी ये तो आप भी मानोगे ना कि अति सुरक्षित पी एम ओ में उठने वाली प्रत्येक चिंगारी अपने आप में राजनीतिक ज्वाला का काम करती हैइसके अलावा आग का समय सुबह के लगभग साढ़े छह बजे बताया जा रहा है और आग को बुझाने के लिए साढ़े सात का समय उछाला जा रहा है ऐसे में एक घंटे की आग को बुझाने के लिए आई दमकल गाड़ियों को भी अंदर नहीं जाने दिया गयाइसके अलावा झल्लेविचारानुसार दमकल के महा निदेशक का अस्थाई Satireकार्यभार भी इसी दिन किसी और को सौंपा गया है इसीलिए बौखलाने की जरुरत नही ऐसे में सवाल उठने तो लाजमी ही हैं टालने के बजाय इनका उत्तर अपलोड किया जाना चाहिए

अब्दुल्लाहों को गद्दी बचाने के लिए भाजपाई मोदी और खुद की जान बचाने के लिए भारत को गालियां देना लाजमी है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे स्वर्ग कश्मीर में ये क्या नारकीय काम हो रहे है ?चीफ मिनिस्टर उमर कहते हैं कि बस पकड़ कर पाकिस्तान चले जायेंगे केंद्रीय मंत्री पिता फारुख अब्दुल्लाह कहते हैं कि सेकुलरिज्म की हिफाजत के लिए जम्मू कश्मीर हिंदुस्तान के साथ नहीं रहेगा ओये सत्ता सुख भोग रहे इन पिता पुत्र को जब आम चुनावों में अपनी करनी का हिसाब देना पड़ा तो साम्प्रदायिकता फ़ैलाने लग गए कश्मीरी पंडितों को कश्मीर से बाहर खदेड़ने से इनको संतुष्टि नहीं हुई कि अब बेचारे विस्थापित हजारों पंडितों की आधा लाख वोटें भी गायब करवा दी |ओये ऐसे ही चलता है क्या इनका सेकुलरिज्म?

झल्ला

अरे सेठ जी पुत्र ने राज्य और पिता ने केंद्र सरकार को संभाल रखा है उसके बावजूद उनका वजूद कांग्रेस पर ही टिका है इसीलिए कांग्रेस को खुश करने के लिए कांग्रेस के धुर्र विरोधी नरेंद्र मोदी को गालियां देना बुद्धिमत्ता है और कश्मीर में आतंकवादियों से अपनी खुद की जान बचाने के लिए भारत को गालियां देना इनके लिए दानिशमंदी है

बाबा रामदेव के गलत राजनीतिक आसन से कांग्रेसी पर्यटन का मानसिक आनंद और राजनीतिक लाभ उठा रहे हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये योग वाले बाबा राम देव को कौन सा कीड़ा काट गया ?देख तो हसाडे सोणे राहुल गांधी को दलितों के घर पिकनिक+हनीमून मनाने वाला बता दिया|ओये बाबा एक बार जेल चला गया तो सारी यौगिक क्रियाएँ भूल कर कान पकड़ उठक बैठक लगाने लगेगा और भाजपा तक से भी तौबा कर लेगा

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी बाबा रामदेव से राजनीती का ये आसन गलत लग गया इसके लिए उन्होंने माफी भी मांग ली है लेकिन उसके बावजूद भी जिसतरह से इस ब्यान को कांग्रेस के अंदर और बाहर के समर्थकों द्वारा उछाला जा रहा है उससे तो लगता है कि आप लोग इस मुद्दे को सुलझाने के बजाये इस पर्यटन का मानसिक आनंद और राजनितिक लाभ उठाना चाह रहे हैं|

दलजीत सिंह जी कोहली सोणे ते मन मोहने पी एम दी मत्रेई माँ दा पुत होणाय

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे मोदी जी ने तो २० करके दिखा ही दी ओये प्रधान मंत्री के अपने भाई दलजीत सिंह कोहली को भाजपा में शामिल करके पी एम के अपने ही शहर अमृतसर में अपनी हवा[Waive]दिखा दी
पहले कहते फिरते थे कि मोदी की कहीं लहर नहीं हैं और अब पूरा पी एम ओ भौंचका हुआ बैठा है

झल्ला

ओये सेठ जी दलजीत सिंह जी कोहली मत्रेई माँ दा पुत होणाया नहीं ते धुर्र विरोधी प्रकाश सिंह बादल+अरुण जेटली+नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में रब्ब की नगरी में सरे आम अपने पी एम भाई की पगड़ी उछालने नहीं देता

सत्ता की रात घटने लगी तो सिविलएविएशन में सुविधाओं की खैरात बांटने में लगे हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये हसाडे सोणे ते मन मोहने पी एम ने सिविल एविएशन की फील्ड में कमाल करा दिया,देख तो कल हवाई जहाज़ों में मोबाईल+ लैपटॉप के इस्तेमाल की छूट दी और आज दिल्ली के इंदिरा गांधी एयर पोर्ट को जीरो डायवर्जन वाला बनाने की प्रक्रिया शुरू करा दी है ओये अब तो हो जाणी है बल्ले बल्ले

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी आपजी के ही रिकॉर्ड के अनुसार पिछली तीन सर्दियों में २८९ डायवर्जन कराये गए हैं और अब जाकर जब सत्ता की रात घटने लगी तो आप जी सुविधाओं की खैरात बांटने में लग गए हो लेकिन अब तो चुनावों के तीन चरण ही बचे हैं इनमे क्या ढोल बजाओगे और क्या कमाओगे ?

आम आदमी पार्टी को “खासुल्ल्खास” बनाने के लिए “इल्मी” को भी साम्प्रदायिक बनना “लाजमी” है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

चिंतित कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये आम आदमी पार्टी वाले क्या बचकाना भाषण देने लग गए हैं| देख तो इनकी गाजियाबाद से चुनाव लड़ रही शाजिया इल्मी मुस्लिमों की मजलिस में फ़रमा रही हैं कि मुसलमानों को सेक्युलर होने के बजाय साम्प्रदायिक [ Communal ]होने की जरुरत है|इससे शाजिया चुनाव जीते या नहीं जीते मगर बनारस में मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण जरूर हो जाएगा केजरीवाल को मुस्लिम वोटें मिल जाएंगी और हसाडे भरी भरकम कैंडिडेट अजय राज की ऎसी की तैसी हो जाएगी |भाजपा के नरेंद्र मोदी आसानी से जीत जायेंगे| ओये इनकी पोल खुल ही गई |हसाडे रणदीप सुरजेवाला ने भी फिर से कह दिया है कि “आप” पार्टी तो अराजक लोगों का ही समूह है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी !शाजिया बी कोई अनपढ़ नही हैं और इनके तो नाम में भी इल्मी लगा हुआ हैजाहिर है केजरीवाल के नामांकन भरने से इन पहले ऐसा वातावरण तैयार करना कोई बचकाना प्रयास नहीं हो सकता| नरेंद्र मोदी को साम्प्रादायिक बताने में जुटे हुए और ज़रा जरा सी बात पर अपने कैंडिडेट्स को बदलने वाले और दिल्ली में चुनाव में साम्प्रदायिक सौहार्द की दुहाई देने वाले आम आदमी पार्टी ने अपने ही कैंडिडेट के इस साम्प्रदायिकता फ़ैलाने वाले प्रयास में कोई सुधारात्मक एक्शन नहीं लिया | इससे तो जनाब लगता है अब मुद्दे बदल गए हैं आम आदमी पार्टी को किसी भी सूरत में किसी भी कीमत पर खास पार्टी बनाना ही है और इसके लिए ख़ास लोगों के पैंतरे इस्तेमाल करना इल्मी के लिए भी लाजमी हो गया है|