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Tag: Today Satire

मोदी भापे सिंधियों के साथही १९४७ से आस लगाये हिन्दू विस्थापितों के हरियाणा में दफ़न क्लैम भी दिलवा दो

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया अब तो पाकिस्तान से विस्थापित
१० हजार परिवारों की किस्मत बदलने वाली है ओये हसाडे सोणे पी एम नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी जी ने एलान करवा दिया है कि देश विभाजन+धार्मिक उत्पीड़न से त्रस्त पाकिस्तान से आ रहे सिंधी मांडूओं को भारत की मुख्य धारा में जोड़ा जाएगा |ओये उन्हें नागरिकता दी जाएगी

झल्ला

अच्छा है ये वाकई अच्छा हैलेकिन जिस तरह से ५० सालों से भारत में रहने के बावजूद इन्हें देश की नागरिकता से वंचित रखा गया है ठीक उसी प्रकार १९४७ में पाकिस्तान से आये लाखों हिन्दू परिवारों को भारत की नागरिकता तो मिल गई मगर उन्हने मुआवजा नहीं दिया गया |इसके लिए मंत्रालय में रिहैबिलिटेशन +पुनर्वास विभाग बनाया गया अब इस विभाग की कार्यवाही प्रदेश सरकारों को दी गई है |दुर्भाग्य से पंजाब और हरियाणा में ही सैकड़ों ऐसे परिवार हैं जिनके मुखिया अपना क्लैम [मुआवजा] पाने के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाते लगाते दुनिया से रुखसत हो चुके हैं इसीलिए मोदी भापे सिंधियों की नागरिकता के साथ साथ हरियाणा और पंजाब के रिहेबिलिटेशन विभागों के मोटे मोटे दीमक लगे बीती सदी के चौथे दशक के रजिस्टरों में दफन जमीनों की भी जांच करवा लो|शायद इस सदी के सातवें दशक में जमीनों पर काबिज दबंगों को सजा और पीड़ितों को न्याय मिलजाए

दशहरा मैदान में न रावण फुंका ना ही”हुड्डा”को विदाई ही दी गई फिर फरीदाबाद में आतिश बाजी क्यूँ हुई

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

दुखी पटाखा व्यपारी

ओये झल्लेया हम तो बर्बाद हो गए इस दिवाली में हसाड़ा तो दिवाला निकल गया |पहले डॉ हर्षवर्धन ने साइलेंट दिवाली का देश निकाल कर लोगों को हमसे दूर किया फिर इन्ही की सरकार ने चीन के पटाखे के आयात पर प्रतिबन्ध लगा कर हसाडे छोटे से पेट पर ताला लगा दिया |अबकुदरत की मार देख |हमेशा से उपेक्षित हसाडे फरीदाबाद के दशहरा के खुले मैदान में लगाए गए पटाखों के बाजार में आग लग गई |इसने तो २५० व्यापारियों के नसीब पर भी लात मार दी| ओये हसाडे अच्छे दिन कब आएंगे ?

झल्ला

ओ मेरे भोलेसेठ जी बात तो दुःख की ही हैलेकिन ये तो आप भी मानोगे के मोदी के कट्टर समर्थक एम एल खट्टर की जीत में सब तरफ लड्डू+फुलझड़ियाँ फूट रही है और कांग्रेसी दबंग भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार से विदाई में पारम्परिक आतिश बाजी भी नहीं हो रही |झल्लेविचारानुसार दशहरा मैदान में तो रावण फुंकता ही है और जब रावण फुंकता है तो जबरदस्त आतिश बाजी भी होती ही है| लेकिन इस मैदान में न रावण फुंका+ना विदाई समारोह हुआ +फिर आतिश बाजी क्यूँ कर हुई |लगता है के डूबे हुए नेताओं ने इसमें भी सहारे का तिनका ढूंढ़ना शुरू कर देना है | इस तिनके को नष्ट करने के लिए अग्नि कांड के पीड़ितों को तत्काल न्याय दिया जाना अवश्यम्भावी है |अग्निकांड की जांच और पीड़ितों को मुआवजे की तत्काल घोषणा से मनोहर लाल खट्टर की सियासी माउस का सफर शुरू होना चाहिए|

कोयले की दलाली में उजालागर्दी शुरू होने तक हाथों को कालिख से बचा कर रखने में ही मोदीमंदी है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया देख इसे कहते हैं गुड गवर्नेंस |ओये सुप्रीम कोर्ट ने जो दो सौ से ज्यादा कोयला खदानों के अलॉटमेंट पर तलवार चलाई थी अब हसाडे सोणे पी एम नरेंद्र भाई दामोदरदास मोदी ने इन खदानों में सरकारी कंपनियों से कोयला निकलवाने की ठान ली है| प्राइवेट कंपनियों का भी पूल बनाया जायेगा और प्रादर्शिता से कोयला निकलवा कर बिजली का संकट भी दूर कराया जाएगा| ओये पिछले आठ सालों से से जो कोयले को लेकर अंधेरगर्दी मची हुई थी अब समाप्त हो जाएगी और सफ़ेदउजाला गर्दी शुरू हो जाएगी| मानता है न हसाडे गवर्नेंस को

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी कोयले की दलाली में हाथ काले होने की कहावत अभी भी याद है कि नहीं ?अगर नहीं तो थोड़ा बहुत पढ़ पढ़ा लिया करो |कोयले में हाथ काले करने के लिए आप जी की भगवा ब्रिगेड भी रोजाना व्रत +तीर्थ कर रही हैं | इसीलिए झल्लेविचारानुसार जब तक कोयले की अंधेरगर्दी दूर नहो होती तब तक उजली दाढ़ी को कालिख से बचा कर रखने में ही मोदीमंदी है |

हरियाणा में भाजपा के तुक्के भी तीर बन गए,मानो या ना मानो ये धर्म की ही जीत है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कोंग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ओये ये तो साली हद ही हो गई देख तो यारा भाजपाई कमल ने तो अब हरियाणा में भी हमें कंगाल कर दिया| हसाडे चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा की धोती को फाड़ के रुमाल कर दिया |लेकिन यारा मानो या न मानो ये मोदी के कब्जे में कोई काला जादू जरूर है वरना उसके आड़े तिरछे तुक्के भी सटीक तीर नहीं बनते |
हसाडे हरियाणा में हमेश १७ सीटों से नीचे रहने वाली भाजपा ने ४७ सीटें जीत ली|भई कहीं ना कहीं मनी+मसल+मीडिया की कोई न कोई गड़बड़ तो जरूर है|

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी हरियाणा में भाजपा के तुक्के भी तीर बन गए तो मानो या न मानो ये धर्म की ही जीत है |
आप बेफाल्तू में अपना खून मत जलाओ |नहीं समझे?अरे भापा जी [१]आप जी ने पांचवी पादशाही के गुरूद्वारे पर कब्जा करनेके लिए अपरोक्ष अधर्म युद्ध चलाया तो भाजपा के सहयोगी अकाली दल [बादल] ने सिख वोटों को आप से काट कर इनेलो की तरफ मोड़ने के लिए सारे बैल+ट्रेक्टर+ट्राली हरियाणा में ही चला दिए| इसके साथ ही [२]डेरा वालों से एन वक्त पर समझौता करने से डेरा के सभी राम रहीमों ने भी भाजपा के कमळ में रंग भरने के लिए सारे ब्रश +कूंची उठा लिए और कोई कसर नहीं छोड़ी[३]आप लोग पुराने पड़ चुके ओनली वन चौधरी हुड्डा को लेकर चुनाव लड़ रहे थे तो भाजपाइयों ने अपने विधायकों में रेवड़ियों की तरह चौधर बाँट दी |मुझे मालूम था की आप करोगे हैं? |अरे बाबा जिस भाजपाई को देखो वोही सी एम बनने के ख़्वाबों में कमळ कमळ कमळ कह रहा है

मोदी भापे !हरियाणा में चार का चालीस कर ही लिया,अब क्या किसी चौटाला+बिश्नोई को साथ ले कर चलेंगे?

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया वोह मारा पापड़ वाले को |ओये हसाडे जाबांजों ने कांग्रेस के हरियाणा में चार को अकेले ही चालीस करके दिखा दिया|ओये ९० सीटों की विधान सभा मेंपूर्ण बहुमत मिल रहा है | अब तो हरियाणा में भाजपा की हरियाली छाए ही छाए+इनेलो+हाजंपा++ के बगैर भी हसाड़ी सरकार बने ही बने

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी खैर मुबारक जी झल्लेविचारनुसार मोदी भापा कहता आ रहा है कि सबका साथ सबका विकास तो क्या अपनी पूर्ण बहुमत की प्रदेश सरकार में केंद्र में शिव सेना और अकाली दल की भांति ही पुराने सहयोगी रहे किसी बिश्नोई+किसी चौटाला को भी शामिल करेंगे?

ब्लैक मनी पर विदेशों से किये घाटे के समझौते के डिस्क्रेडिट को भी दरियादिली से स्वीकारो

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये मोदी एंड भाजपाई कंपनी को सुप्रीम कोर्ट में कौन सा सांप सूघ गया?स्विस बैंकों में काला धन जमा करवाने वाले देश द्रोहियों के नामों का खुलासा क्यूँ नहीं कर रहे ??ब्लैक मनी वापिस देश में क्यूँ नहीं ला रहे??विदेश की छोड़ो देश में गढ़ा काला धन भी क्यूँ नहीं निकलवा रहे???राशन पर भाषण बहुत हो गए अब राशन कब दिखाओगे ????

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी ब्लैक मनी पर विदेशों से किये घाटे के समझौते को भी दरियादिली से स्वीकारो |आप जी की सरकार ने जर्मनी आदि से देश द्रोहियों का नाम उजागर नहीं करने पर समझौता किया अब खुद ही “नाम” उजागर करवाने के लिए ताने मार रहे हो |
जिस दरियादिली से आप जी नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी की सरकार के अच्छे कार्यों का श्रेय लेते आ रहे हैं उसी दरियादिली से ब्लैक मनी पर विदेशों से घाटे का समझौता करने का डिस्क्रेडिट भी ले लेते तो झल्ला हो जाता खुद ही खुश | झल्लेविचारानुसार खींची हुई लाइन को छोटा साबित करने के लिए उसके सामने बढ़ी लाइन खींच दी जानी चाहिए सो मोदी भापे फिलहाल देश में दबे काले धन के घड़े फोड़ने शुरू हो जाने ही चाहिए

मोदी भापे यूंएन से पीस कीपिंग फ़ोर्स के $ १०० मिलियन वसूल लो सोने की चिड़िया का एक पंख तो बन ही जाएगा

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां |ओये देखना हसाडे मुल्क को फिर से सोने की चिड़िया बनाने के लिए विदेशी निवेशकों की लाइन लग जाने वाली है ओये हसाडे सोणे पी एम नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी जी ने bhee फार्मा दिया है कि $100 बिलियन[$ 100 billion]dolars का विदेशी निवेश भारत के द्वार खटखटा रहा है |ओये हुन ते मौजां ही मौजां अब तो हसाडे भारत में नौकरियां ही नौकरियां होंगी लोगों की जेबों में नोट ही नोट होंगे | ओये जितने फटे पुराने कपडे हैं उनके भी थैले सिल्वा के रख ले

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी यूंएन से पीस कीपिंग फ़ोर्स के ही $ १०० मिलियन वसूल लो तो सोने की चिड़िया का एक पंख तो बन ही जाएगा |
आप जी के मोदी जी विदेशी निवेश दिखा कर महाराष्ट्र और हरियाणा का बेशक दिल जीत रहे हैं लेकिन ये तो आप भी मानोगे कि अंतराष्ट्रीय शांति स्थापना सेना[ peacekeeping Forces] के ऑपरेशंस में भारतीयों ने हमेशा अपना खून पसीना बहाने में दरियादिली दिखाई है लेकिन संयुक्त राष्ट्र [ UN ]ने हसाडे $ ११० मिलियन दबा कर रखे हुए हैं अगर $ [यूं एस डी] की वैल्यू गिरने से पहले ये रकम मिल जाये तो वाकई हो जाने हैं वारे के न्यारे |

मोदी भापे मौका है,लगे हाथों सीमा पार बसे, आतंकवादियों के शिविरों को भी उड़ा कर रख दो

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये कांग्रेसी तो नासूर बनते जा रहे हैं |अरे भई आतंकवादियों की खेप भारत में पहुँचाने के लिए पाकिस्तान की तरफ से सीमा पर फायरिंग का जवाब हसाडे सोणे पी एम नरेंद्र मोदी जी से मांग रहे हैं अरे इन नादानों को यह भी नहीं मालूम कि ऐसे मसलों का जवाब पी एम की जुबान नहीं सैनिक की उंगली ही बन्दूक की ट्रिगर दबा कर देती है |हसाडे बी एस ऍफ़ के जवानों ने आक्रमणकारियों का धुआं निकाल के रख दिया है अब वोह सारे बिलबिलाते फिर रहे हैं और इधर ये बेचारे कांग्रेसी मुद्दा तलाशने के लिए ख़वाहमख़ाह रौला पाये जा रहे हैं |ओये गौर से सुन लो ,अगर ये पाकिस्तानी नहीं माने तो हसाडे फौजियों ने करांची +लाहौर +रावल पिंडी सब एक कर देणे हैं

झल्ला

ओ मेरे बहादुर होते जा रहे सेठ जी! हरियाणा+महाराष्ट्र की रैलियों में ही जोश भर कर मत रह जाना ,, मोर्चे खोल दो ” चीन अगल में तो जापान बगल में हैं अमेरिका पीछे खड़ा है ,मौका है ,लगे हाथों सीमा पार बसे आतंकवादियों के सभी शिविरों को भी उड़ा कर रख दो |संयुक्त राष्ट्र के बान की मून को अगर टांग अड़ाएं तो उन्हें भी चांद की तरफ रवाना करदो

नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान में लगा सके जो “धब्बा” “आप” की फ़ितरत में अब वोह करिश्मा नहीं

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

आम आदमी पार्टी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या मजाक बना कर रखा है इस भाजपाई पी एम नरेंद्र मोदी ने |हैं ?देख तो सफाई का जिम्मा एम सी डी [ MCD ]का है और ये हमसे झाड़ू लगवा रहा है ठीक है सचिनतेंदुलकर +अनिल अम्बानीआदि सितारे झाड़ू लगा रहे हैं लेकिन ये काम तो भई सरकार का है और सरकार सफाई कर्मियों से काम कराने में असफल हो रही है तभी भारी भरकम खर्च के बावजूद देश भर में जगह जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं ओये मोदी ने अपने नौ सफाई रत्नों की नुमाइश की है तो हमने भी दिल्ली में दस सफाई प्रेमियों की फोटो जारी करनी शुरू कर दी है अब कहाँ भाग कर जायेंगे ये अपनी जिम्मेदारी से ?

झल्ला

ओ मेरे चतुर होते जा रहे सुजान जीये मोदी के वोह मोदक हैं “जो खाए वोह पछताए और जो न खाए वोह भी पछताए ” इनके चक्कर में पड़ कर आप जन्नत और रिन्द दोनों का आनंद लेने के लिए |रोजाना मोदी का नाम लेते हैं यानि बकौल अकबर इलाहाबादी “जाम जब पीता हूँ मुँह से कहता हूँ बिसमिल्लाह कौन कहता है कि रिन्दों को ख़ुदा याद नहीं”
झल्ले विचारानुसार “आप” लोगमिल कर स्वच्छ भारत अभियान को ओनली भाजपा का अभियान बनाने पे तुले हो लेकिन सूरज में लगा सके जो धब्बा “आप” की फ़ितरत में अब वोह करिश्मा नहीं|

अखिलेश जी ये क्या?जनेश्वर मिश्र की मूर्ती की स्थापना के लिए”सपा”का खजाना और प्रचार के लिए विज्ञापन सरकारी

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या हसाडे खिलाफ आये दिन अनाप शनाप छापा जा रहा है ओये लखनऊ के साढ़े तीन सौ करोड़ रुपयों कि लागत से बने पार्क में हमने हसाडे छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र की स्मृति में २५ फिट ऊँची मूर्ती लगवाई है और पार्टी के ९ वें राष्ट्रीय अधिवेशन में मूर्ति का उद्घाटन ८ अक्टूबर को किया जाएगा|ओये हमने मायावती की तरह सरकारी खर्चे पर नहीं बल्कि अपनी पार्टी और ट्रस्ट के खर्चे से यह मूर्ती बनवाई है|हमने कसम खाई हुई है कि अपनी पार्टी के कार्यक्रमों में सरकारी धन और मशीनरी का दुरूपयोग बसपाइयों की तरह बिलकुल नहीं करेंगे |ओये अब तो मानता है ना कि हम लोग जनता से किये गए वायदों को पूरा करने में जी जान से जुटे हुए हैं और ये बसपाई+भाजपाई हमें ख्वाहमख़ाह बदनाम करने पे तुले हुए हैं|

झल्ला

ओ मेरे पहलवान जी ज्यादा चौड़े होने की जरुरत नहीं है आपने जो आज अखबारों में डेढ़ डेढ़ पेजों के सरकारी रिपीट सरकारी विज्ञापन दिए हैं उनकी पहली लाइन पर नजर डाल लो|
छपा है “छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र जी की प्रतिमा का अनावरण” अगर आपजी की बात मान भी ली जाये तो मूर्ती की स्थापना पार्टी फंड से और उसका प्रचार सरकारी फंड से| अर्थार्त “हींग लगे न फिटकरी और रंग चौखा” पहलवान जी इसके अलावा आप लोगों ने तो सुप्रीम कोर्ट की उच्चस्तरीय कमेटी के कहे को फाइलों में दफ़न करके विज्ञापन पर चीफ मिनिस्टर के साथ पार्टी अध्यक्ष माननीय मुलायम सिंह यादव की फोटो भी छाप दी है| भापा जी प्रो एन आर माधवन के अनुसार जनता से वसूले जा रहे टैक्स का इन विज्ञापनों में खुले आम दुरूपयोग हो रहा है |डी ऐ वी पी+कैग को भी इधर देखने की फुर्सत नहीं है