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Tag: TimepassSatire

भावनात्मक रूप से कश्मीर+अयोध्या के बाद बनारस से जुड़े रहने में नरेंद्र मोदी+भाजपा का फायदा ही फायदा है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये नरेंद्र मोदी तो हसाडे पीछे ही पड़ गया|देख तो रिकॉर्ड मतों से वडोदरा से जीतने के बावजूद इस भाजपाई ने वाराणसी की सीट अपने पास रख ली है ओये ये अब पूरे पांच साल तक हमारे छाती पर मूंग दलेगा|विधान सभा के उपचुनावों में भी हसाडे साइकिल पंक्चर करके ही मानेगा

झल्ला

ओ मेरे चतुर पहलवान जीये तो आप भी मानोगे कि वाराणसी और बडोदरा दोनों ही लोकसभा सीटों पर चुनाव जितने पर एक जगह से तो इस्तीफा देना ही था जैसे आपजी के मुखिया मुलायम सिंह यादव जी ने किया है| वड़ोदरा तो मोदी की जेब में है ही ऐसे में कश्मीर+अयोध्या के साथ राष्ट्र को राष्ट्रवादी सन्देश देने के लिए राष्ट्र को जोड़ने वाली मोक्षदायनी गंगा वाले बनारस से जुड़े रहने में ही भाजपा और राष्ट्र का हित है|

डिग्री ना पूछो मंत्री की,पूछ लीजिये अनुभव ,ज्ञान और कीजिये कॉलेज ड्राप आउट स्मृति ईरानी का दिल से सम्मान

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये भाजपाई सरकार में क्या गड़बड़ झाला हो रहा है?देख तो खुद इन्होने १२ कक्षा पास स्मृति ईरानी को केंद्रीय शिक्षा मंत्री बन दिया और फिर हसाड़ी माननीय+सम्मानीय सोनिया गांधी जी की शिक्षा के बारे में ऊल जलूल बोलने लग गए हैं|इनकी साध्वी उमा भारती को कौन समझाए ?ये तो गंगा को साफ़ करने के बजाय कॉलेज ड्राप आउट स्मृति को बचाने के लिए सोनियाजी पर ही अटैक करने लग गई है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी! सदियों पहले बुजुर्गों ने दुनिया छोड़ने से पहले फ़रमाया था कि “जात ना पूछो साधू की,पूछ लीजे ज्ञान:” लेकिन आप लोगों ने ज्ञान की गठरी बाँध कर जातियों की राजनीती शुरू कर दी| इस मुद्दे पर केंद्रीय सरकार को हारने के बावजूद उच्च शिक्षा के धनी अजय माकन अपनी सरकार को गद्दे में गिरा कर स्मृति ईरानी की शैक्षणिक डिग्री की बात करने लगे हैं |अरे भापा जी आप लोग शायद भूल गए कि अनेकों ड्राप आउट स्टूडेंट आज कल अपने अपने छेत्रों में लीड कर रहे हैं | शायद इसीलिए भाजपाइयों ने कहना शुरू किया है कि “डिग्री ना पूछो मंत्री की,पूछ लीजिये ज्ञान और कीजिये कॉलेज ड्राप आउट का दिल से सम्मान ”

जुबान/बदजुबान से कांग्रेस को ऐतिहासिक हार दिलाने वाले नेता फिर से आलोचनाओं का ज्वार लाने को जुटे

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये भाजपाई सरकार के गठन मे क्या अंधेर गर्दी शुरू हो गई है |देख तो अमेठी से हारी नॉन ग्रेजुएट श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी कोमानव संसाधन मंत्रालय जैसे अहम मंत्रालय का मंत्री बना दिया गया| अमृतसर में हारे अरुण जेटली को वित्त और रक्षा के मंत्रालय दे दिए गए यहाँ तक कि मुजफ्फर नगर दंगों के आरोपी डॉ संजीव बालियान को कृषि राज्य मंत्री ही बना दिया गया | कश्मीर में धारा ३७० का विवाद उठा दिया | ओये इस अंधेर गर्दी से हसाडे नेता चुप नहीं बैठेंगे हसाडे अजय मांकन+सिंघवी+दिग्विजय सिंह आदि आदि ने कंेद्र सरकार की पोल खोलनी शुरू कर दी है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी |अब फिर से सकारात्मक सोच के बजाय केवल आलोचनाओं का ज्वार ही पैदा करने की कोशिश शुरू हो गई है और यह कोशिश करने वाले और कोई नहीं बल्कि वोही नेता गण हैं जिनकी जुबान /बदजुबान से ही ऐतिहासिक कांग्रेस को ऐतिहासिक हार का मुह देखना पड़ा|अजय माकन साहब तो आधुनिक संचार माध्यमों +सोशल मीडिया तक का इस्तेमाल नहीं कर पाये| इसीलिए झल्ले विचारानुसार मात्र दो दिन की आयु वाली सरकार की जबरदस्त आलोचनाओं के साथ ही राहुल गांधी वाली सकारात्मक +सहयोग की सोच का माहौल बनाना भी जरूरी है |

नरेंद्र मोदी का अधिक शासन का दावा हैं मगर इन्ही की भाजपा की वेबसाइट २५ मई के बाद से अपडेट ही नहीं है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये हसाडे सोणे नरेंद्र मोदी ने कम सरकार से ज्यादा शासन वाले सिद्धांत पर कायम रहते हुए ४५ सक्षम सांसदों को ही मंत्रालय बांटे हैं अब तो मानता है न कि देश रेंगेगा नहीं बल्कि डबल स्पीड में दौड़ेगा

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी सबसे पहले तो आप जी की भाजपा की खुद मुख्तार सरकार बनने की बधाई|
दूसरे कम मंत्रियों की बधाई|तीसरे हिंदी में शपथ लेने के लिए मोदी को बधाई |
सेठ जी इस बधाई के साथ ही एक उलाहना भी है |आप जी के प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र दामोदर दास मोदी अधिक काम में विश्वास रखते हैं और अपने मंत्रियों से १८ घंटे काम की अपेक्षा भी करते हैं लेकिन आप जी की पार्टी के वेबसाइट को २५ मई के बाद से अपडेट ही नहीं किया जा सका है| यहांतक कि २६ मई के ऐतिहासिक शपथ ग्रहण समारोह या फिर मंत्रियों का विवरण तक नहीं है|माना कि शपथ ग्रहण समारोह एक सरकारी आयोजन था इसीलिए राष्ट्रपति भवन और पी आई बी ने समारोह की फोटो अपलोड करके अपनी भूमिका निभा दी है मगर माफ़ करना झल्लेविचारनुसार दौड़ने का दावा करने वाली पार्टी की महंगी वेबसाइट से भी थोड़ी बहुत उम्मीदें जरूर है|

सोनिया के आशीर्वाद से राहुल चमत्कार की विरासत को आगे बढ़ा कर सत्ता में वापिसी कर सकते हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया लगता है कि ये कांग्रेस वालों की मति ही मारी गई है तभी लोक सभा के चुनावों में इतनी करारी शिकस्त के बावजूद कांग्रेसियों ने सोनिया गांधी को ही अपना संसदीय दल की सर्वोच्च नेता चुन लिया है|ओये अब तो इस ऐतिहासिक पार्टी की बची खुची लुटिया भी डूबे ही डूबे

झल्ला

भोले सेठ जी आप ये क्यूँ भूल जाते हो कि कांग्रेस के सभी अंदर बाहर के खातों की चाबी+पासवर्ड+कांग्रेस के प्रथम परिवार की अंटी में ही दबे हुए हैं ऐसे में इनसे पंगा कौन लेगा |और जहाँ तक बात सरकार की है तो भापा जी बीती सदी के सातवे दशक की इमरजेंसी के बाद श्रीमती इंदिरा गांधी की सत्ता उनके पुत्र संजय गांधी के कारण चली गई थी मगर हार के बावजूद माँ ने अपने बेटे के प्रति विश्वास बनाये रखा और उसी विश्वास के बल पर वोह दोबारा सत्ता में लौट आईं थी|इसीलिए झल्लेविचारानुसार राहुल गांधी अपनी माँ के आशीर्वाद से चमत्कार की विरासत को आगे ला सकते हैं

बिहार में सारी सत्ता जाती देख कर नितीश और लालू ने आधी बांटने पर समझौता किया

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

जनता दल[यूं] चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां, ओये बड़े आये थे भाजपा वाले हसाड़ी बिहार में सरकार को गिराने ! ओये अब हसाडे नाल आर जे डी के लालू प्रसाद यादव अपने २१ विधायकों के साथ भी आ गये हैं अब तो हमने १५ वी विधान सभा के आज के तेरहवें सत्र में बहुमत हासिल करके भाजपा के दावानल पर पाणी फेर ही देना है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाना साईंस का बहुत पुराणा फंडा है कि माइनस +माइनस =प्लस हो जाते हैं |वड्डों का भी अखःआण [कहना]है कि सारी जाती देख के आधी लीजिये बाँट|अभी भी नहीं समझे अरे भापा जी बिहार में सारी सत्ता जाती देख कर नितीश और लालू ने आधी बांटने पर समझौता कर ही लिया है

राहुल गांधी को नरेंद्र मोदी का मुकाबिला करने के लिए पहले अपना सियासी रोल तय करना लाभकारी होगा

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये हसाडे शेर राहुल गांधी ने अपनी रीड सीधी कर ली है| राहुल जी अपनी अमेठी का दौरा करते हुए फ़रमा दिया है कि मोदी सरकार ने अगर एक काम भी जनहित के खिलाफ किया तो वोह चुप नहीं बैठेंगे , आग ही लगा देंगे|मानता है न कि बन्दे में हे दम

झल्ला

अरे मेरे चतुर सुजाण जी झल्लेविचारानुसार पहले ये तो तय करा लो कि आप जी के राहुल गांधी जी किस हैसियत से मोदी का मुकाबिला करेंगे ?[१] विपक्ष के नेता[२]कांग्रेस के पी एम कैंडिडेट[३] अमेठी के सांसद[४]रियासत हारे हुए नेता[५]रियासत जीतने के लिए लड़ने वाले नेता[६]या फिर खुद को बचाने के लिए ओनली लड़ने वाले नेता के रूप में ही आएंगे

अखिलेश यादव ने अपने ही ३६ का आंकड़ा फिट करके अपनी सरकार का आंकड़ा दुरुस्त करना शुरू किया

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

समाजवादी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे यूवा मुख्य मंत्री अखिलेश यादव जी ने एक झटके में अपने ३६ अकर्मण्य मंत्रियों का सफाया कर दिया |ओये हुन ते खुश हो जा हुंण ते सरकार के सर से सालाना लगभग पांच करोड़ रुपये का खर्चा भार उतर जाएगा और इन मंत्रियों की वजह से जो स्टिंग ऑपरेशंस+ट्रैफिक+सुरक्षा गार्ड आदि की अव्यवस्था फ़ैल रही थी वोह भी दुरुस्त हो जाएगी

झल्ला

पहलवान जी आप जी के सी एम साहब ने दूसरों की तरह इस्तीफा पुराण पढ़ने में समय बर्बाद करने के बजाय पांच दर्जा प्राप्त मंत्री और ३१ राज्य मंत्रियों द्वारा इलेक्शंस में अपनी पार्टी के कैंडिडेट के प्रति उदासीनता दिखाने वाले अपने ही ३६ का आंकड़ा फिट करके अपनी सरकार का आंकड़ा ठीक कर लिया है

डॉ मन मोहन सिंह को बलि का बकरा बनाने की चाल नाकाम होने पर इस्तीफे की कांग्रेसी फिल्म भी फ्लॉप हुई

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया , हसाडे नेताओं की दरिया दिली देख माननीय सोनिया गांधी जी और माननीय राहुल गांधी ने १६ वी लोक सभा के लिए हुए चुनावों में मिली हार के लिए सरकार और पार्टी की सारी जिम्मेदारी अपने ऊपर उठाते हुए ऐतिहासिक कांग्रेस पार्टी के सर्वोच्च पदों से इस्तीफा दे कर त्याग का नया उदहारण प्रस्तुत कर दिया है|

झल्ला

मेरे चतुर सुजाणा सपा+बसपा+लेफ्टिस्ट आदि पार्टियों की हार सेइनके मुखिया के इस्तीफे की उठ रही मांग से बचने के लिए चेन्नई में डी एम के एम के स्टालिन+ जे डी यूं के नितीश कुमार और यहाँ तक के मुंबई में आम पार्टी की उपाध्यक्ष राखी सावंत ने भी इस्तीफा दिया है लेकिन स्टालिन ने इस्तीफा वापिस ले लिया +नितीश कुमार ने अपने खासुलखास मांझी को तख्तनशीं करके रिमोट अपने हाथ में लेलिया+और अब आपजी की कांग्रेस की सी डब्लू सी की स्क्रीन पर यही इस्तीफा फिल्म चलाई गई| जिसके बाद आप लोगों ने एक स्वर में इस्तीफा देने वाली अपनी अध्यक्षा को ही हर फैसले के सारे अधिकार दे दिए |झल्लेविचारानुसार पहले आप लोगों ने बेचारे डॉ मन मोहन सिंह को बलि का बकरा बनाने की चाल चली जिसे समर्थन नहीं मिलने पर अब इस्तीफे की सियासी फिल्म चलाई गई| यह भी फ्लॉप ही साबित हुई है|

अगले अंतराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस तक , इस बार के हारे हुए,नेतागण संग्रहालयों के शानदार कलेक्शन बनेंगे

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

आम नागरिक

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है? ओये दुनिया भर में अपनी संस्कृति को जीवित रखने के लिए १९७७ से संग्रहालय दिवस मनाया जा रहा है| ओये पाँचों कॉन्टिनेंट्स के १४३ देशों के ३५००० संग्राहलयों द्वारा लोगों को संग्रहालय तक लाने के लिए तरह तरह के कन्सेशन्स दिए जा रहे हैं लेकिन हसाडे मुल्क में तो सरकार ही भाम्भड भूसे में पड़ी हुई है|केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने कोई नया संग्राहलय बनाना तो दूर रहा ,भारतीयों को पुराने संग्राहलय तक लाने के लिए कोई हरकत तक नहीं की है |यहांतक की मंत्रालय की वेबसाइट भी इस विषय में खामोश ही है

झल्ला

ओ मेरे भापा जी परेशान होने की गल नहीं है| कहा गया है कि संग्रहालय के कलेक्शन से कनेक्शन बनता है सो अब की बार के आम चुनावों में गैर एन डी ऐ दलों की जो दुर्गति हुई है उसके फलस्वरूप अगले साल की १८ मई तक यही दल और इनके नेता अनेकों संग्रहालयों के शानदार कलेक्शन बनेंगे और उनसे फिर सोसायटी के प्रति कनेक्शन बही बढ़ेगा

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