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Tag: इंडिगो

प्रॉफिट मेकिंग निजी एयरलाइन्स इंडिगो और स्पाइजेट पर लगे १०६ करोड़ के जुर्माने पर रोक

[नयी दिल्ली] प्रॉफिट मेकिंग निजी एयरलाइन्स इंडिगो और स्पाइजेट पर लगे १०६ करोड़ के जुर्माने पर रोक |सीसीआई ने इंटरग्लोब एवियेशन पर 63.74 करोड़ रपए और स्पाइसजेट पर 42.48 करोड़ का जुर्माना लगाया था।पंचाट द्वारा सीसीआई के जुर्माने वाले आदेश पर रोक लगाते हुए मार्च में इसकी अगली सुनवाई की जाएगी
प्रतिस्पर्धा अपीलीय न्यायाधिकरण ने उचित व्यापार व्यवहार नियामक भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग [CCI]द्वारा हवाई माल ढुलाई पर ईंधन अधिभार तय करने में कथित साठ-गांठ के संबंध में प्रमुख विमानन कंपनी इंडिगो और स्पाइसजेट पर लगाए गए 106 करोड़ रपए के जुर्माने पर रोक लगा दी है।
दोनों विमानन कंपनियों ने नवंबर 2015 में सीसीआई द्वारा उनके खिलाफ जारी आदेश के खिलाफ न्यायाधिकरण में अपील की थी।

आंकड़ों की बाजीगरी से भारतीय नियामक बड़ी हवाई दुर्घटना को छोटी बता रहा है: ICAO ने भारत को १३वा अनसेफ देश बताया

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक चिंतित हवाई यात्री

ओये झल्लेया ये नागरिक उड्डयन के महा निदेशक हसाडी सोणी जान के साथ कैसा घटिया मजाक कर रहे हैं|ओये इम्पोर्टेड खबरें आ रही हैं और हमारा दिमाग ख़राब कर रही हैं|अभी इस साल की शुरुआत में ही हसाडी राष्ट्रीय कैरियर एयर इंडिया को विश्व में तीसरी सबसे असुरक्षित एयर लाइन्स बता कर हंगामा खडा कर दिया गया था और अब कुत्तों कि तरह से सूंघने वाली संयुक्त राष्ट्र एविएशन की इंटर नॅशनल सिविल एविएशन आर्गेनाईजेशन ICAO ने एयर लाइन्स की सुरक्षा के लिहाज़ से अब भारत को विश्व का सबसे असुरक्षित [१३वा] देश बता दिया है| ओये इसका मतलब ये हुआ कि हवाई जहाजों की सुरक्षा के लिए आधे आधे किलो के पे पॅकेज लेने वाले अधिकारी अपने वेतन के लिफाफों का वज़न ही तोलते रहते हैं?और आये दिन हवाई दुर्घटनाएं होती रहती हैं| कोई पूछने वाला नहीं है|

 आंकड़ों की बाजीगरी से भारतीय नियामक बड़ी हवाई दुर्घटना को छोटी बता रहा है: ICAO ने भारत को १३वा अनसेफ देश बताया

आंकड़ों की बाजीगरी से भारतीय नियामक बड़ी हवाई दुर्घटना को छोटी बता रहा है: ICAO ने भारत को १३वा अनसेफ देश बताया

झल्ला

सर जी दरअसल ये सब पैसे का खेल ही है | सुलभ+किफायती का टैग लगा लो+एक आध मंत्री को अपनी जेब में रखो और स्टाफ को कम करके अपना मुनाफ़ा बड़ा लो|आये दिन स्टाफ की कमी +तनख्वाह में देरी + कर्मियों की छटनी का रौना रोया जाता है|कर्मियों की संख्या+ यात्रा के टिकेट्स +पायलट्स के वर्किंग हावर्स तक के लिए कोई निर्णय लेने को तैयार नहीं है| सुरक्षा व्यवस्था तो स्टाफ ही देखेगा लेकिन स्टाफ को लगातार कम करते जा रहे अधिकारी अपना वजन बड़ा रहे हैं और इस स्थिति को बनाये रखने के लिए दुर्घटना के आंकड़ों का खेल खेलते रहते हैं|ये केवल झल्ला ही नहीं कह रहा वरन मोहन रंगराजन भी मीडिया में कहते फिर रहे हैं|अब देखो न सबसे सस्ती और समयबद्ध एयर लाइन्स का दावा करने वाली इंडिगो और स्पाईस जेट के अलावा एयर इंडिया +जेट एयरवेज़ आदि के प्लेन लैंड करने के बाद भी आपस में टकराने लग गए हैं|कम्प्यूटरों में ग्लिच आने लग गए हैं| हद तो ये है कि पिछले दिनों एक भारतीय छोटे जहाज़ की खराबी के कारण उसे पाकिस्तान में इमरजेंसी लैंड करवाया गया| जहां तक बात मंत्री जी कि है तो बेचारे चौधरी अजित सिंह अपने प्रदेश यहाँ तक कि गृह मंडल तक में अपनी चौधराहट बचाने के लिए दुबले हुए जा रहे हैं|ऐसे में आगे कौन हवाल?

घरेलू एयर लाइन्स द्वारा टिकट्स सस्ते करने की घोषणा के साथ शेयरों में भी गिरावट दर्ज़

हवाई यात्रा के टिकटों की कीमतों को यकायक कम करके एक नई संभवत सकारात्मक प्रतिस्पर्धा को जन्म दिया जा रहा है| इससे प्रथम द्रष्टि में यह यात्रा एयर लाइन्स की इकोनोमी बूस्ट करने वाली साबित हो सकती है और आज सुबह शेयरों में कुछ बढोत्तरी भी दिखाई दी मगर किराए को सबसे कम २२५०/= तक एनाउंस किये जाने पर जेट एयरवेज के शेयर गिरावट के साथ ही बंद हुए|बीते दिन ५८९ .३० पर बंद हुए बी एस ई के शेयर आज सुबह ५९२/= पर खुले तो जरूर मगर १.०४% की गिरावट के साथ ५८३.२० पर बंद हुए|एन एस ई में भी ०.७०% की गिरावट के साथ ५८४.७५ पर बंद हुए|
[२]सस्ते हवाई यात्रा की दौड़ में शामिल दूसरी एयर लाइन्स स्पाइस जेट के शेयरों की एन एस ई में पिछले एक माह से ट्रेडिंग के रिकार्ड नहीं हैं बी एस ई में २.१८% की गिरावट रही
४१.३५ रुपये के बीते दिन के बंद के बाद आज सुबह ४१.७० पर खुला मगर साँय चार बजे तक ४०.४५ रुपये पर ही रुका दिखाई दिया|
हवाईयात्रा में सस्ताई की यह जंग को अभी और बढाने के आसार दिख रहे हैं| इंडिगो और गो एयर आदि कम्पनियाँ भी बिना शोर शराबे के टिकट सस्ते करने की बात करने लगी है|एयर इंडिया द्वारा इसी मार्ग का अनुसरण करने की घोषणा करने की भी संभावना है|इन सबसे ऊपर भारत में एयर लाइन्स के प्रारम्भिक जन्म दाताओं में से एक टाटा समूह भी पुनः इस छेत्र में कूदने के तैय्यारी में लग गया है|इनकी प्राथमिकता २ और ३ टियर शहरों में उड़न भरने की होगी यही सरकार की नीति भी है|इसीलिए सबसे सस्ती हवाई यात्रा मुहैय्या करवाने का ताज ओडने वाले इंडिगो और स्पाइस जेट आदि की यह बादशाहत हवा में ही उड़ती दिखाई देने लग गई है|

हवाई यात्राओं को सुरक्षित रखने के लिए लगाये गए एयर इंडिया और इंडिगो के शत प्रतिशत सिक्युरिटी एजेंट फेल हुए

बेशक भारत में हवाई यात्रा के छेत्र के विकास के लिए लगातार तरक्की के उन्नति के आंकड़े दिए जा रहे हैं मगर दिनों दिन बढती जा रहे निजी और राष्ट्रीय हवाई यात्रा की सुरक्षा के दावे कितने हवाई हैं इसका अंदाजा इंडियन एविएशन सिक्युरिटी [बी सी ऐ एस ]| द्वारा कराये गए बेसिक टेस्ट के नतीजों से लगाया जा सकता है|गुडगाँव सेंटर के लिए कराये गए टेस्ट में एयर इंडिया और इंडिगो एयर लाइन्स के शत प्रतिशत प्रतिभागी फेल घोषित किये गए| ये टेस्ट दिल्ली के अलावा मुंबई और चेन्नई में भी आयोजित किये गए हैं|
बीते महीने कराये गए बेसिक टेस्ट में ७०% कर्मी [२४८] कुल प्रतिभागी फेल घोषित किये गए| इनमे सी आई एस ऍफ़ और एयर इंडिया के अलावा इंडिगो स्पाईस जेट जैसी निजी विमानन कम्पनियाँ भी हैं| गुडगाँव सेंटर के लिए कराये गए ८ से २१ जनवरी के टेस्ट में एयर इंडिया के[ २३] के [२३] और इंडिगो के छह के छह[रोल नंबर[ ४७६ से ४८०] फेल हुए स्पाईस जेट के [३५] में से केवल[ ३ ] [रोल नंबर[४४०,४४७,४६८] ही पास हो सके
अभी हाल ही में जर्मन की एक पत्रिका ने देश की एयर इंडिया को विश्व में तीसरी सबसे असुरक्षित एयर लाइन बताया था और देश की सभी एयर लाइन को विश्व में सुरक्षित एयर लाइन्स के पहले दस के क्लब से बाहर रखा था| अब अपनी देश की संस्था बी सी ऐ एस द्वारा कराये गए टेस्ट से ७०% सुरक्षा कर्मी [सिक्युरिटी अजेंट्स]फेल और शेष ३०% में से अधिकाँश फेंस[ पतली दीवार] पर बैठे बताये गए हैं|नॅशनल करियर का ताज सजाये एयर इंडिया और निजी और लाभ में नंबर वन विमानन कम्पनी इंडिगो के शत प्रतिशत प्रतिभागी सुरक्षा मुहैय्या करवाने के बेसिक टेस्ट में फेल साबित हुए हैं|
यहाँ यह बताना जरुरी है कि साल में लगभग ६० करोड़ यात्रियों द्वारा यात्रि वायु यानों का प्रयोग किया जाता है |लगभग १०० एक्टिव एयर पोर्ट्स में से सी आई एस ऍफ़ द्वारा आधे एयरपोर्ट्स पर लगभग २० हज़ार लोगों की तैनाती की गई है| शेष को राज्य पोलिस के हवाले छोड़ा गया है| .विश्व में आतंकवादी धमकियों के मद्दे नज़र यह लापरवाही विशेष कर राष्ट्रीय और निजी विमानन कंपनी इंडिगो ,स्पाइस जेट की लापर वाही चिंता का विषय हैं|इंडिगो का दावा है कि ६२ यात्री यानो के बेड़े से लगभग २५%मार्केट पर कब्जा है|
गौरतलब है कि वर्तमान में सो से अधिक एक्टिव एयर पोर्ट्स हैं |लगभग ७०० प्लेन्स का आवागमन रहता है|और बारहवीं पञ्च वर्षीय यौजना के अंतर्गत इस छेत्र के लिए ४० अरब डालर्स की व्यवस्था किये जाने के समाचार हैं ऐसे में निजी विमानन कंपनियों को केवल पैसा बनाने की खुली छूट देने के साथ सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी मानिटर किया जाना जरुरी है |अन्तराष्ट्रीय सिविल एविएशन ओर्गेनाईजेशन की सलाह भी आई है कि हवाई यात्राओं को सुरक्षित रखने के लिए अमेरिका, कनाडा या आस्ट्रलिया जैसी समर्पित सुरक्षा विशेषग्य दल जरुरी है

एयर लाइन्स के उद्धार के लिए विदेशी निवेशक क्यूं नहीं आ रहे:निवेश और फ्लाईट्सकी सुरक्षा की गारंटी चाहिए

आज कल भारतीय निज़ी एयर लाइन्स में व्यापार के छेत्र में अग्रणी रहने का गुणगान करने की हौड सी लगी हुई है| आये दिन विशेष कर इंडिगो,स्पाईस जेट एयर इंडिया, जेट आदि के आंकडें आते रहते हैं|अपने मुह मियां मिट्ठू बनने की रेस के पीछे सरकार की ऍफ़ डी आई की नीति हो सकती है| कम्पनियाँ विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने में लगी है |लेकिन दुर्भाग्य से अभी तक कंपनियों की इस चुमब्कीय शक्ति का प्रभाव दिखाई नहीं दिया है| इस नीति के अंतर्गत अब विदेशी निवेशक कम्पनी की इक्वेटी में ४९%तक निवेश कर सकते हैं|
कर्ज़ में डूबी किंग फिशर एयर लाईन्स के लिए अभी तक कोई विदेशी निवेशक सामने नहीं आया है| किंग फिशर,जेट और स्पाईस जेट भी साउदी अरेबियंस को लुभाने में लगे हैं यहाँ तक की ६१ फ्लीट से २५% मार्किट कब्ज़ा कर नंबर वन का ख़िताब अपने सर पर सजाये इंडिगो की वार्ता भी ब्रिटिश[सुरक्षित] एयरवेज से जारी है| यहइस कम्पनी के सबसे कमजोर विङ्ग [१]टिकेट्स और[२] लगेज के छेत्र में इम्प्रूवमेंट के लिए हो सकता है|
भारतीय उड्डयन का छेत्र अभी तक ऍफ़ डी आई को आकर्षित नहीं कर पाया है इसके पीछे बेशक कई कारण हो सकते हैं |निवेश और फ्लाईट्सकी सुरक्षा की गारंटी सबको चाहिएलेकिन दुर्भाग्य से इसका अभाव दिखाई दे रहा है|
[१]केंद्र सरकार की कुछ नीतियाँ
[२]टैक्स की भरमार
[३]कंपनियों में कर्मचारी असंतोष
[४]सेवा सुविधा का अभाव
[५]यात्रियों के प्रति व्यावसाईक द्रष्टिकोण का अभाव
[६]महंगे टिकेट्स आदि आदि
इन सबके अलावा एक मुख्य कारण है सुरक्षा का| फ्लाइट्स में देरी+दुर्घटना+दुर्व्यवहार +कर्मचारियों में असंतोष इनमे मुख्यत हैं|
जेट एयर लाइन्स क्रैश डाटा एवेलुएशन सेंटर [जे.ऐ.सी.डी.ई.सी]ने एक उड्डयन पर स्टडी रिपोर्ट प्रकाशित की है इसके द्वारा प्रकाशित सेफ्टी रैंकिंग में १० सुरक्षित और १० असुरक्षित एयर लाईन्स का उल्लेख किया गया है|सुरक्षित दस एयर लाइन्स में एक भी भारतीय सरकारी या निज़ी एयर लाईन्स को स्थान नहीं मिला है असुरक्षित एयर लाईन्स में एयर इंडिया को जरूर बीते ३० सालों में तीन क्रैश के साथ ३२९ मौतों के साथ टाप थर्ड स्थान दिया गया है|
अब सवाल यह उठता है कि सिविल एविएशन की नियामक डी जी सी ऐ के दावे थे कि कोहरे का असर फ्लाईट्स पर नहीं पड़ेगा [१]मगर कोहरे के कारण प्रतिष्टित आई जी आई एयर पोर्ट भी फ्लईट्स कैंसिल की गई| [२]यात्रियों के सामान के साथ खिलवाड़ की शिकायतें आ रही है|[३]यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार के किस्से बन रहे हैं[४]|यात्रियों को कनेक्टिंग फ्लाईट्स नही दी जा रही|एयर पोर्ट को यात्रियों के साथ कंपनियों के लिए भी दिनों दिन महंगा किया जा रहा है|[५]प्लेन्स में बेचे जा रहे उत्पादों की गुणवत्ता की कोई जांच परख नहीं होरही [६] डोमेस्टिक उड़ान के लिए उड्डयन मंत्री चौधरी अजित सिंह अपने गृह प्रदेश, गृह जिला में भी कोई उपलब्धि हासिल नहें कर पाए हैं[७] अत्याधुनिक ड्रीम लाईनर कि दुर्दशा भी देखी जा रही है [८ ]यहाँ तक कि माननीय न्यायालय के आदेशों की अनदेखी करके टिकेट्स के रेट्स पर कोई नियंत्रण नही बनाया जा सका है|ऐसे में विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए पहले अपने गिरेबान में झांक कर अपने घर को सुरक्षित करना जरूरी है

डी.जी.सी.ऐ को इंडिगो और स्पाईस जेट जैसी अग्रणी निजी एयर लाइन्स ठेंगा दिखाने लग गई है

डी.जी.सी.ऐ को इंडिगो और स्पाईस जेट जैसी अग्रणी निजी एयर लाइन्स ठेंगा दिखाने लग गई है

नागरिक उड्डयन के शक्तिशाली महा निदेशक [डी.जी.सी.ऐ.]को इंडिगो और स्पाईस जेट जैसी लाभ कमाने वाली अग्रणी निजी एयर लाइन्स अंगूठा या ठेंगा दिखाने लग गई है|
पिछले दिनों देखने में आया है कि अधिकाँश एयर लाईन्स द्वारा सामान दूरी के लिए समान एयर क्राफ्ट्स की फ्लाईट्स में असमान समय लगाया जा रहा है| कुछ फ्लाईट्स में तो आधे घंटे से भी अधिक का समय लिया जा रहा है|यह जरुरत से तीन गुना अधिक बताया जा रहा है| निजी एयर लाइन्स से इसका कारण पूछा तो सभी ने लगभग अंगूठा दिखा दिया| यहाँ तक कि इंडियन एक्सप्रेस अख़बार की इन्क्वायरी में नंबर वन कही जाने वाली इंडिगो ने तो नो कमेंट्स कह कर पल्ला झाड लिया जबकि शेष ने कोई जवाब नही दिया है|
इसे महज छोटी मोटी तांक झांक मानने के बजाय एयर सेफ्टी रेगुलेटर ने जाँच बैठा दी है| बताया जा रहा है कि इस प्रकार से अधिक समय लेने से तमाम तरह की प्रबंध संबंधी समस्याएं आती हैं|

इंडिगो एयर लाइन्स के नंबर वन + समयबद्ध+सस्ती और सुरक्षित सेवा के दावों पर प्रश्न चिन्ह लगने शुरू

आज नेट पर सर्फिंग करते समय एक रोचक शिकायत दिखाई दी सो सोचा की अपने पाठकों के साथ उसे शेयर किया जाये|यह शिकायत उस निजी

इंडिगो एयर लाइन्स के नंबर वन पर प्रश्न चिन्ह

के विषय में है जिसके विषय में समयबद्ध+सस्ती और सुरक्षित सेवा का दावा किया जाता है|माउथ शट डाट काम पर आई एक शिकायत है किदिसंबर के अंतिम सप्ताह में दुबई लैंड किये इंडिगो के एक यात्री का ट्रेवल बेग ना केवल क्षक्त विक्ष्क्त[torned ]मिला बल्कि इसकी शिकायत करने के लिए वहां कपानी का कोई प्रतिनिधि नहीं मिला वापिसी पर पुनः शिकायत की गई तो सम्बंधित इंडिगो स्टाफ द्वारा दुर्व्यवहार भी किया गया|शिकायत कर्ता यात्री ने इंडिगो की स्माईल को प्लास्टिक की स्माईल बता कर कम्पनी के वास्तविकता को उजागर करने का प्रयास कियॆ है| इससे पूर्व नज़र डालने पर ऐसा ही एक और केस याद आता हैजब उत्तर प्रदेश के गवर्नर का बेग गायब हो गया और समय पर यात्री के साथ पहुँचाया नहीं जा सका|
अब जब नंबर वन का दावा करने वाली इस सेवा की बात हो रही है तब यह बताना भी जरुरी है कि इस कम्पनी फ्लाईट्स की सेटिंग एरेंज्मेंट्स इतने संकरे हैं कि एक पेसेंजर आसानी से बैठ भी नही पाता है और कई बार तो आगे पीछे बैठे यात्रियों में नौंक झौंक भी हो जाती है |एक शैख़ द्वारा आपत्ती करने पर उसे कम्पनी के क्रियु ने आतंकवादी तक करार दे दिया था|

नागरिक उड्डयन मंत्रालय पर अब अपने पायलेट्स को फेवर करने के आरोप लगे

नागरिक उड्डयन मंत्रालय पर अब अपने पायलेट्स को फेवर करने के आरोप लगे

डायरेक्टर जनरल आफ सिविल एविएशन [डी.जी. सी. ऐ.]पर अब अपने पायलेट्स को फेवोर करने के आरोपलगाने लग गए हैं|सरकार की अधिकृत सलाहकार काउंसिल [सी.ऐ.एस.ऐ.सी.]द्वारा नागरित उड्डयन मंत्रालय को लिखे एक पत्र में फर्जी वाडा करने वाले दो पायलेट्स को बेहद कम सज़ा देकर उन्हें बचाए जाने का आरोप डी जी सी ऐ पर लगाया गया है|
गौरतलब है कि कैप्टेन आर एस ढिल्लों को ट्रेनिग दस्तावेजों में फर्जी वाडा करने के आरोप में ३१ दिसंबर को एक माह के लिए सस्पेंड कर दिया गया था ढिल्लों के रिप्लेसमेंट नहीं दिए जाने के कारण अगले दिन सिंगापुर की फ्लाईट कैंसिल हुई | २६० यात्रियों को परेशानी हुई और एयर इंडिया की बदनामी के साथ अतिरिक्त खर्चा बर्दास्त करना पडा |इसके तुरंत बाद एक अन्य वरिष्ठ गी एम् आपरेशंस को भी सस्पेंड कर दिया गया|
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रेनिग के दस्तावेजों में हेराफेरी करने पर एक माह के सस्पेंशन से ज्यादा दंड का प्रावधान होसकता है| और इसके साथ ही यह भी आरोप लगाये जा रहे हैं कि एयर लाइन्स में फर्जी सर्टिफिकेट्स के बल पर जहाज़ उड़ाने वाले पायलेट्स की संख्या और अधिक हो सकती है सरकार को घेरने के लिए यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि राजनीतिक बैकिंग वाले पायलेट्स को बचाया जा रहा है| इससे पूर्व जर्मनी के अन्तराष्ट्रीय फायनेंसर ने भी किंग फ़िशर को लेकर डी जी सी ऐ पर ऐसे ही आरोप लगा कर इंडिगो और अन्य एयर लाइन्स को जहाज़ खरीदने के लिए दिए जाने वाले लोन पर रोक लगा दी है|

किंग फ़िशर एयर लाइन्स के लिए अजित सिंह ने दिखाई आशा किरण

किंग फ़िशर एयर लाइन्स के लिए अजित सिंह ने दिखाई आशा किरण

क़र्ज़ और सरकारी उपेक्षा की लम्बी और अंधी गुफा में धकेली जा चुकी किंग फिशर एयर लाइन्स को आशा की किरण दिखाते हुए : केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने २ जनवरी को फिर दोहरा दिया है कि विमानन कम्पनी किंगफिशर एयरलाइंस को उड़ान परमिट का नवीनीकरण करवाने के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को संतुष्ट करना होगा।कम्पनी का टेक्नीकल लायसेंस जीवित है|
किंगफिशर एयरलाइंस के उड़ान लाइसेंस की अवधि सोमवार को समाप्त की जा चुकी है| रालोद सुप्रीमो अजित सिंह ने कहा कि कम्पनी पर ७ ,००० करोड़ रुपये से अधिक कर्ज है और उसे १० हजार करोड़ रुपये से अधिक का घाटा हो चुका है। कोई भी बैंक उसे और कर्ज देने के लिए तैयार नहीं है।
इसी के साथ कम्पनी के कर्मचारियों के प्रति सहानुभूति प्रगट करते हुए उन्होंने कहा कि कम्पनी के कई महीने से वेतन नहीं पाने वाले कर्मचारियों के बारे में मंत्री ने कहा,कि किंगफिशर के कर्मचारियों से उन्हें[मंत्री]सहानुभूति है।
गौरतलब ही कि कम्पनी के कर्मचारियों की हड़ताल के बाद डीजीसीए ने उसका लाइसेंस निलम्बित कर दिया था। कम्पनी ने 26 दिसम्बर को डीजीसीए को एक प्रस्ताव भेजा था। अजित सिंह ने पिछले सप्ताह कहा था कि प्रस्ताव में यह नहीं बताया गया था कि धन कहां से आएगा। कम्पनी के पास उड़ान लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए दो साल की मोहलत है। कम्पनी ने कहा कि वह डीजीसीए द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देने की प्रक्रिया में है। विमानन कम्पनी की शुरुआत ५/ २००५ में हुई थी, लेकिन उसे कभी लाभ नहीं हुआ।
बेशक कंपनी को सरकार कोई [बैल आउट पॅकेज ]राहत देने के मूड में नही दिख रही इसके आलावा कोई बैंक भी कर्ज़ देने को तैयार नहीं है लेकिन इसके बावजूद विमानन छेत्र में विमानन सेवा में वृद्धि के लिए सभी दिशाओं से मांग आ रही है |सरकार की महत्वकांक्षी ऍफ़ डी आई की यौजना का भी कोई सकारात्मक नतीज़ा नहीं दिख रहा ऐसे में कुछ निजी कंपनियों कोबाज़ार लूटने की छूट मिली हुई है| आये दिन इंडिगो और स्पाईसजेट आदि कंपनियों की सस्ती सेवा के गुणगान करके उन्हें वरीयता क्रम भी बनते जा रहे हैं मगर प्रतिस्पर्द्धा के अभाव में हवाई जहाज़ में[ यह एक उदहारण है ]एक सामान्य वेज समोसा १२०/= में दिया जा रहा है चिंता कि बात तो यह है कि अहज़ में कोई हीटिंग एलिमेंट नही होने के कारण समोसा ठंडा ही सर्व किया जाता है

नागरिक उड्डयन नियंत्रक ने बिना रिवाइवल प्लान के किंगफिशर का लाइसेंस रिन्यू करने से इंकार किया::किसी को फेवर तो नहीं ?

हैंगर्स में पार्क्ड कर्ज़ में डूबी किंगफिशर एयरलाइंस के लाइसेंस को रिन्यू करने की अंतिम तारीख 31 दिसंबर को खत्म हो रही है। लेकिन नागरिक उड्डयन नियंत्रक [डीजीसीए] ने साफ कर दिया है कि बिना रिवाइवल प्लान के किंगफिशर का लाइसेंस रिन्यू नहीं होगा।इससे सवाल पैदा होना स्वाभाविक है कि क्या किसी दूसरी कमपनी को फायदा पहुंचाने के लिए किंग फ़िशर एयर लाइन्स को उठाने नहीं दिया जा रहा|
किंगफिशर एयरलाइंस ने डीजीसीए को लाइसेंस रिन्यू का आवेदन दिया है लेकिन डीजीसीए ने कहा है कि बिना रिवाइवल प्लान के आवेदन देना केवल औपचारिकता है। 31 दिसंबर को किंगफिशर का फ्लाइंग लाइसेंस खत्म हो रहा है। 31 दिसंबर के बाद किंगफिशर को नए सिरे से फ्लाइट और ऑपरेटिंग मैनुअल पास कराना होगा।इस अवधि के पश्चात भी 2 साल तक किंगफिशर लाइसेंस रिन्यू करा सकती है|
लाइसेंस रिन्यू कराने के लिए किंगफिशर एयरलाइंस को अपने रिवाइवल प्लान में[१] फंड का प्रूफ, [२]कर्मचारियों के भुगतान का सबूत देना होगा। [३] एयरपोर्ट, तेल कंपनियों के बकाया भुगतान का एग्रीमेंट भी देना होगा।[४] दोबारा उड़ान में कोई बाधा नहीं आने का भरोसा देना होगा। रिवाइवल प्लान पर किंगफिशर ने चुप्पी साध रखी है। पहले किंगफिशर ने सीमित उड़ान शुरू करने का इरादा जताया था लेकिन इसके लाइसेंस की अवधि 31 दिसंबर को समाप्त हो रही है।
वित्तीय संकट से जूझ रही कंपनी का परिचालन अक्टूबर से ही ठप है। इसकी वजह से डीजीसीए ने इसका उड़ान लाइसेंस अस्थाई रूप से निलंबित कर रखा है सूत्रों के मुताबिक बिना वित्तीय योजना पेश किए विजय माल्या की एयरलाइंस का लाइसेंस नवीनीकरण नहीं हो पाएगा। कंपनी 9,000 करोड़ रुपये के घाटे में है और इस पर 7,524 करोड़ रुपये का कर्ज भी है।
दारू किंग विजय माल्या की किंग फ़िशर एयर लाइन्स के ग्राउंड पर आ जाने का लाभ एयर इंडिया और निजी कम्पनी इंडिगो,जेट एयर वेज,स्पाईस जेट को मिल रहा है|किंग फ़िशर के मैदान से हटने से इंडिगो और एयर इंडिया पहले और दूसरे नंबर पर आगये हैं ऐसे में प्रतिस्पर्द्धी किंग फ़िशर के बाहर रहने में ही इंडिगो और एयर इंडिया का फायदा है|इसी प्रकार की नाजायज़ गतिविधियों के आरोप जर्मन के अन्तराष्ट्रीय फायनेंसर डी वी बी ने डी जी सी ऐ पर लगाये हैं|यहाँ यह कहना तर्क संगत ही होगा कि एक तरफ तो इस फील्ड में विदेशी
निवेशकों के लिए बाज़ार को खोलने के दावे किये जा रहे हैं स्वयम एयर इंडिया के लिए बैल आउट पॅकेज लिए जा रहे हैं तो दूसरी तरफ हज़ारों कर्मियों के रोज़गार और बैंको के ७०००+करोड़ रुपयों को नज़रंदाज़ करके एक कम्पनी को ऊपर उठाने के लिए सहारा देने के बजाय उसे और नीचे गिराने का उपाय किया जा रहा है|