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Tag: RajnathSingh

शीला दीक्षित क्या इस्तीफा देने के लिए ही केंद्रीय सत्ता के गलियारे में हैं ?

श्रीमती शीला दीक्षित आज केंद्रीय सत्ता के गलियारे में हैं सुबह उन्होंने गृह मंत्री से मुलाकात की और शाम को राष्ट्रपति से भेंट हैं ऐसे में सियासी अटकलों का बाजार गरम है |राजनितिक कयास लगाये जा रहे हैं कि क्या शीला दीक्षित पर इस्तीफे के लिए दबाब बनाने के लिए उन्हें भी मिजोरम ट्रांसफर किया जाएगा | गुजरात के राज्यपाल कमला बेनीवाल और महाराष्ट्र के के शंकरणन इसी मार्ग से बाहर जा चुके हैं
वर्तमान में श्रीमती दीक्षित केरल में राज्यपाल हैं उन्होंने आज सुबह [सोमवार] केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। संध्याकाल में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मुलाकात तय है |इन मुलाकातों को लेकर कयास लगाये जा रहे हैं कि ट्रांसफर की लटकती तलवार से क्षुब्ध होकर ,के शङ्करणन के मार्ग पर चलते हुए , इस्तीफा दे कर सक्रीय राजनीती में लौट सकती हैं |इससे पूर्व कहा जा रहा था कि दिल्ली हारने के बाद से ही उनपर इन्क्वायरी कि तलवार लटक रही हैं जिससे बचने के लिए शीला को गोअवर्नोर बनाया गया था
गौरतलब है कि पूर्व में शीला दीक्षित इस्तीफा देने से इंकार कर चुकी हैं और आज भी उन्होंने इस्तीफे की खबर को अफवाह बताया |इसीलिए दिल्ली की पूर्व मुख्य मंत्री और वर्तमान में केरल की राज्यपाल शीला दीक्षित को मिजोरम का गवर्नर बना कर इस्तीफे के लिए दबाब बनाया जा सकता है |
फोटो कैप्शन
The Governor of Kerala, Smt. Sheila Dikshit calling on the Union Home Minister, Shri Rajnath Singh, in New Delhi on August 25, 2014.

राजनाथ सिंह ने भी ज्या+प्रो राम गोपाल की तरह संसद की कैंटीन का बासी खाना ग्रहण तो नहीं किया

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

चिंतित भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे सोणे गृह मंत्री राजनाथ सिंह की कल रात अचानक तबियत ख़राब हो गई |ठाकुर साहब को एम्स में भर्ती कराना पड़ गया |अभी मेडिकल रिपोर्ट तो नहीं आई है लेकिन बताया जा रहा है कि उनके पेट में दर्द है |ओये ६३ साल की उम्र में भी विपक्षियों को मात देने में सक्षम ठाकुर साहब की गैरहाजरी में संसद में चर्चा में भाग कौन लेगा ?

झल्ला

हाय ओये रब्बा ये ठाकुर साहब ने बीते दिनों देर रात तक भूखे खड़े रह कर विपक्षियों के सवालों के जवाब दिए थे |कहीं उन्होंने भी तो ज्या बच्चन+प्रो राम गोपाल यादव की तरह संसद की कैंटीन का बासी खाना ग्रहण तो नहीं कर लिया |अगर ऐसा है तो बुलाओ सी बी आई+रॉ +सिट+ सी आई ऐ +के जी बी +++ और बैठाओ जांच

संसद में आज कल कांग्रेस और भाजपा में प्रश्नों के माध्यम से एक अजीब सा आतंकवाद चल रहा है

[नई दिल्ली]संसद में आज कल एक अजीब सा आतंकवाद चल रहा है| प्रमुख विपक्षी कांग्रेस और सत्तारूढ़ भाजपा में आये दिन एक दूसरे को डाउन करने या कहें कि एक दूसरे की पोल खोलने के लिए एक दूसरे पर सवाल दागे जा रहे हैं और ग्यारह से बारह बजे का प्रश्न काल का समय बेमानी साबित हो गया है|वैसे तो यह रोजाना का दृश्य है लेकिन सोमवार को विशेष रूप से दोनों प्रमुख पार्टियों ने अपने विरोधियों को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी|इस दौरान नमक मजदूरों से सम्बंधित प्रश्न उठा कर पिछली यूं पी ऐ सरकार के गरीबी हटाओ के नारे की पोल भी खोलने का प्रयास किया गया |
गुजरात के सांसदों ने लोक सभा में नमक मजदूरों की व्यथा को उठाया| सांसदों ने देश में लगभग ४० लाख नमक मजदूरों के लिए आवास सम्बन्धी नीति पर प्रश्न किये |इस पर मंत्री एन एस तोमर ने बताया कि पिछली सरकार के दौरान नमक मजदूरों के लिए ५० हजार रुपयों की लागत के ५ हजार घर बनाने के लिए प्रावधान किया गया था इसमें से ४५ हजार रुपये केंद्र और शेष ५ हजार रुपये राज्य सरकारों द्वारा दिए जाने थे |कुछ राज्य सरकारों दवारा मूल्य वृद्धि को लेकर राशि बढ़ाये जाने की मांग की गई थी जिसे गरीबों की और गरीबों के लिए सरकार ने स्वीकार नहीं किया जिसके फलस्वरूप लगभग २५ करोड़ रुपये की गरीबों के लिए यह आवासीय योजना परवान नहीं चढ़ सकी और यह प्रोजेक्ट बंद पड़ा है| एक अन्य सभासद ने कहा कि नमक गुजरात में पकाया जाता है लेकिन इनके मंत्रालय के कमिशनर की कचहरी राजस्थान में है क्या उसे गुजरात में ट्रांसफर करने का कोई प्रस्ताव सरकार के विचाराधीन हों तो मंत्री का उत्तर ही नकारात्मक रहा |
राज्य सभा में कांग्रेस के सत्यव्रत चतुर्वेदी ने हिंदी पर प्रश्न पूछ कर केंद्र सरकार को घेरने का प्रयास किया जिसे गृह मंत्री राज नाथ सिंह ने बढ़ी चतुराई से विफल कर दिया|हिंदी के विकास सम्बन्धी प्रश्न के उत्तर में गृह मंत्री ने बताय कि केंद्र सरकार देश के सभी भाषाओं की समृद्धि को वचन बद्ध है|गौरतलब है कि सरकार के गठन होने के कुछ दिन में ही हिंदी को लेकर बवाल खड़ा हो गया था उसकी पुनरावृति टाल दी गई| राज्य सभा में गृह मंत्री पर अनेकों प्रश्नों की बौछार की गई और गृह मंत्री ने भी धैर्य से उन सभी प्रश्नों का उत्तर दिया यहाँ तक कि भूखे रहने का दावा करने वाले वाम पंथी सीता राम येचुरी डिनर के लिए अनुग्रह करते रहे

विश्‍व की सबसे बड़ी आबादी किशोर और युवा है जिसमे निवेश स्पर्धी लाभकारी है:विश्‍व जनसंख्‍या दिवस- 2014

[नई दिल्ली]
केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने विश्‍व जनसंख्‍या दिवस- २०१४ के अवसर पर बताया कि भारत के पास विश्‍व की सबसे बड़ी किशोर और युवा आबादी है और इसमें निवेश स्पर्धी लाभकारी सिद्ध होगा| उन्होने युवाओं की समस्‍याओं के तत्‍काल समाधान पर भी बल दिया |
केंद्रीय गृह मंत्री ने आज विश्‍व जनसंख्‍या दिवस-2014 समारोह का उद्घाटन किया। यह समारोह भारत के महापंजीयक तथा जनगणना आयुक्‍त के कार्यालय तथा संयुक्‍त राष्‍ट्र जनसंख्‍या कोष (यूएनएफपीए) द्वारा संयुक्‍त रूप से आयोजित किया गया था। श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जनसंख्‍या संगठन डाटा प्रसार की ऐसी रणनीति का पालन कर रहा है जिसका उद्देश्‍य सभी वर्गों के डाटा उपयोगकर्ताओं के साथ मजबूत भाईचारा विकसित करना है।
श्री राजनाथ सिंह ने यूथइंफो इंडिया, सेनससइंफो इंडिया तथा सेंसस डिजिटल लाइब्रेरी को सीडी पर साफ्टवेयर आधारित माड्यूल के जरिये लांच किया।
गृह मंत्री ने बताया कि 10-24 वर्ष के आयु वर्ग में युवाओं की कुल आबादी 36.50 करोड़ है। इस तरह देश में प्रत्‍येक तीसरा व्‍यक्ति युवा है। आंकड़ा यह भी दिखाता है कि 10-19 वर्ष के आयु वर्ग में प्रत्‍येक पांचवां व्‍यक्ति किशोर है। उन्‍होंने कहा कि विश्‍व जनसंख्‍या दिवस- 2014 का विषय ‘भारत के युवाओं में निवेश’ देश के लिए स्‍पर्धी लाभ लेने के लिए बेहतर मार्ग है। उन्‍होंने युवाओं की समस्‍याओं की ओर तत्‍काल ध्‍यान देने की आवश्‍यकता पर जोर दिया। उन्‍होंने कहा कि ऐसा माहौल बनाने की जरूरत है यहां युवा अपना लक्ष्‍य जारी रख सकें और पसंद के क्षेत्रों में उत्‍कृष्‍टता हासिल कर सकें।
श्री राजनाथ सिंह ने साफ्टवेयर आधारित माड्यूल सेंससइंफो इंडिया तथा यूथइंफो इंडिया पोर्टल संयुक्‍त रूप से बनाने के लिए यूएनएफपीए तथा यूनीसेफ जैसी एजेंसियों की सराहना की।
गृह राज्‍य मंत्री श्री किरण रिजुजू ने जनगणना आंकड़ों को ‘भारत के युवाओं में निवेश’ विषय से जोड़ने के महत्‍व पर प्रकाश डाला। उन्‍होंने कहा कि सरकार ई-शासन तथा उपयोगकताओं के लिए डाटा डिजिटलीकरण के प्रति प्रतिबद्ध है।
केंद्रीय गृह सचिव श्री अनिल गोस्‍वामी, भारत में यूएनएफपीए तथा यूनीसेफ के प्रतिनिधि, भारत के महापंजीयक तथा जनगणना आयुक्‍त ने भी अपनी राय रखी। संयुक्‍त राष्‍ट्र एजेंसियों के प्रतिनिधियों ने भारत में युवा और विकास विषय पर उन्‍हें साथ लाने के लिए भारत सरकार को धन्‍यवाद दिया।
फोटो कैप्शन
The Union Home Minister, Shri Rajnath Singh released two publications on adolescents and youth in India at the inauguration of the world population day celebrations, in New Delhi on July 17, 2014.
The Minister of State for Home Affairs, Shri Kiren Rijiju and the Union Home Secretary Shri Anil Goswami are also seen.

महात्मा गांधी की हत्या से सम्बंधित सभी ५२ फाइलें नष्ट नही की बल्कि सुरक्षित हैं :केंद्रीय गृह मंत्री

भारत सरकार में नंबर दो की हैसियत के भारी भरकम गृह मंत्री राज नाथ सिंह ने आज राज्य सभा में इस आरोप से इंकार [ Suo-Moto Statement ]किया कि उनके मंत्रालय में महात्मा गांधी की हत्या से सम्बंधित कोई फ़ाइल नष्ट की गई है| राजनाथ सिंह ने सदन को बताया कि मंत्रालय में गन्दगी और स्थानाभाव के फलस्वरूप सचिवों से परामर्श के पश्चात रूल्स & रेगुलेशंस के अनुसार फ़ाइलें नष्ट करने का निर्णय लिया गया था |जिसके फलस्वरूप मंत्रालय में छितरी पड़ी मात्र १११०० फाइलें ही. दिनाक 05.06.2014 से 08.07.2014.के दौरान नियमानुसार नष्ट की गई हैं और इनमे से एक फ़ाइल भी महात्मा गांधी की हत्या से सम्बंधित नहीं है|इसके अलावा नष्ट की गई फाइलों में से डॉ राजेंद्र प्रसाद और लाल बहादुर शास्त्री या लार्ड मोउन्टबैटन से सम्बंधित भी कोई फ़ाइल नहीं हैं |गृह मंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि १११८६ पृष्ठों वाली ६७ सेट्स +५२ फाइलें नेशनल आर्काइव्ज में सुरक्षित हैं |गौरतलब है कि एन डी ऐ की सरकार बनते ही पी एम नरेंद्र मोदी ने मंत्रालयों में सफाई अभियान छेड़ने के आदेश दिए थे उसी के फलस्वरूप अन्य मंत्रालयों की भांति गृह मंत्रालय में भी फाइलें नष्ट कराई गई थी विपक्ष विशेष तौर पर वाम पंथियों ने इसे मुद्दा बना कर बीते दिनों राज्य सभा में हंगामा भी किया था उसी के जवाब में आज गृह मंत्री ने सदन में स्पष्टीकरणदे कर विवाद समेत करने का प्रयास किया

मंत्रिमंडलीय समितियों के पुनर्गठन में प्रधान मंत्री को चार और गृह मंत्री को छहों समितियों में शामिल किया गया

मंत्रिमंडलीय समितियों के पुनर्गठन में प्रधान मंत्री को चार और गृह मंत्री को सभी छहों समितियों में शामिल किया गया |
केन्‍द्र सरकार ने छ: मंत्रिमंडलीय समितियों [१]मंत्रिमंडलीय नियुक्ति समिति,[२] आवास पर मंत्रिमंडलीय समिति[३] आर्थिक मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति, [४]संसदीय मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति [५]राजनीतिक मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति[६]सुरक्षा पर मंत्रिमंडलीय समिति का पुनर्गठन किया है।प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को आवास और संसदीय मामलों से दूर रखा गया है जबकि गृह मंत्री राज नाथ सिंह को सभी छहों समितियों में शामिल किया गया है | इन समितियों के सदस्‍य निम्‍न होंगे-
[१]. नियुक्ति पर मं‍त्रिमंडलीय समिति
सदस्‍य
प्रधानमंत्री
केन्‍द्रीय गृहमंत्री
[2] आवास पर मं‍त्रिमंडलीय समिति
सदस्‍य
श्री राजनाथ सिंह, केन्‍द्रीय गृहमंत्री
श्री अरूण जेटली, वित्‍त, कॉरपोरेट मामले और रक्षा मंत्री
श्री एम वैंकेया नायडू, केन्‍द्रीय शहरी विकास, आवास और शहरी गरीबी उन्‍मूलन और संसदीय मामलों के मंत्री
श्री नीतिन जयराम गडकरी- केन्‍द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग, शिपिंग, ग्रामीण विकास, पंचायती राज और पेयजल और स्‍वच्‍छता मंत्री
[३]आर्थिक मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति
सदस्‍य
प्रधानमंत्री
श्री राजनाथ सिंह, केन्‍द्रीय गृहमंत्री
श्रीमती सुषमा स्‍वराज, केन्‍द्रीय विदेश और प्रवासी मामलों के मंत्री
श्री अरूण जेटली, वित्‍त, कॉरपोरेट मामले और रक्षा मंत्री
श्री एम वैंकेया नायडू, केन्‍द्रीय शहरी विकास, आवास और शहरी गरीबी उन्‍मूलन और संसदीय मामलों के मंत्री
श्री नितिन जयराम गडकरी, केन्‍द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग, जहाजरानी, ग्रामीण विकास, पंचायती राज और पेयजल और स्‍वच्‍छता मंत्री
श्री डी वी सदानंद गौड़ा, केन्‍द्रीय रेल मंत्री
श्री रवि शंकर प्रसाद, केन्‍द्रीय संचार और सूचना प्रोद्योगिकी और कानून एवं न्‍याय मंत्री
श्री अशोक गजपति राजू पूसापति, केन्‍द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री
श्रीमती हरसिमरत कौर बादल, केन्‍द्रीय खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्री
श्री राधा मोहन सिंह, केन्‍द्रीय कृषि मंत्री
विशेष आमंत्रित सदस्‍य
श्री धर्मेन्‍द्र प्रधान, केन्‍द्रीय प्रेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार)
श्री पीयूष गोयल, केन्‍द्रीय विद्धुत राज्‍य मंत्री(स्‍वतंत्र प्रभाग), कोयला राज्‍यमंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार)
[४]संसदीय मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति
सदस्‍य
श्री राजनाथ सिंह, केन्‍द्रीय गृहमंत्री
श्रीमती सुषमा स्‍वराज, केन्‍द्रीय विदेश और प्रवासी मामलों के मंत्री
श्री अरूण जेटली, वित्‍त, कॉरपोरेट मामले और रक्षा मंत्री
श्री एम वैंकेया नायडू, केन्‍द्रीय शहरी विकास, आवास और शहरी गरीबी उन्‍मूलन और संसदीय मामलों के मंत्री
डॉ. नजमा हेपतुल्‍ला, केन्‍द्रीय अल्‍पसंख्‍यक मामलों की मंत्री
श्री रामविलास पासवान, केन्‍द्रीय उपभोक्‍ता, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री
श्री अनंत कुमार, केन्‍द्रीय रसायन और उवर्रक मंत्री
श्री रवि शंकर प्रसाद, केन्‍द्रीय संचार और सूचना प्रोद्योगिकी और कानून एवं न्‍याय मंत्री
विशेष आमंत्रित सदस्‍य
श्रीमती स्‍मृति जुबिन ईरानी, केन्‍द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री
श्री संतोष कुमार गंगवार, केन्‍द्रीय कपड़ा राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार), केन्‍द्रीय संसदीय मामलों और जल संसाधन, नदी विकास और गंगा पुनर्जीवन राज्‍य मंत्री
श्री प्रकाश जावडेकर, केन्‍द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार), पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) और केन्‍द्रीय संसदीय मामलों के राज्‍य मंत्री
[५]राजनीतिक मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति
सदस्‍य
प्रधानमंत्री
श्री राजनाथ सिंह, केन्‍द्रीय गृहमंत्री
श्रीमती सुषमा स्‍वराज, केन्‍द्रीय विदेश और प्रवासी मामलों के मंत्री
श्री अरूण जेटली, वित्‍त, कॉरपोरेट मामले और रक्षा मंत्री
श्री एम वैंकेया नायडू, केन्‍द्रीय शहरी विकास, आवास और शहरी गरीबी उन्‍मूलन और संसदीय मामलों के मंत्री
श्री नितिन जयराम गडकरी, केन्‍द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग, शिपिंग, ग्रामीण विकास, पंचायती राज और पेयजल और स्‍वच्‍छता मंत्री
श्री रामविलास पासवान, केन्‍द्रीय उपभोक्‍ता, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री
श्री रवि शंकर प्रसाद, केन्‍द्रीय संचार और सूचना प्रोद्योगिकी और कानून एवं न्‍याय मंत्री
श्री अशोक गजपति राजू पूसापति, केन्‍द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री
श्री अंनत गीथे, केन्‍द्रीय भारी उद्योग और सार्वजनिक उपक्रम मंत्री
श्रीमती हरसिमरत कौर बादल, केन्‍द्रीय खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्री
6. सुरक्षा मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति
सदस्‍य
प्रधानमंत्री
श्री राजनाथ सिंह, केन्‍द्रीय गृहमंत्री
श्रीमती सुषमा स्‍वराज, केन्‍द्रीय विदेश और प्रवासी मामलों के मंत्री
श्री अरूण जेटली, वित्‍त, कॉरपोरेट मामले और रक्षा मंत्री

भाजपा ने ममता बनर्जी के शासन की तरफ नजरें घुमाई:प. बं.में दीदी के अत्याचारों का अध्ययन होगा

१६वी लोक सभा में पहुँच कर भाजपा ने अब पश्चिम बंगाल की दीदी ममता बनर्जी के शासन नजरें घुमानी शुरू की है |इसकी पहली कड़ीके रूप में पश्चिम बंगाल में एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्णय लिया गया है इस प्रतिनिधिमंडल द्वारा प्रदेश में हो रहे आम जनता पर अत्याचारों का अध्ययन करेगा |
लोक सभा भारतीय जनता पार्टी[भाजपा] ने पश्चिम बंगाल में पांच सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का एलान किया है |जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ नेता एस एस अहलूवालिया करेंगे |इस डेलिगेशन द्वारा, लोक सभा चुनावों के पश्चात सामान्य जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमलों के संदर्भ में, अध्ययन किया जाएगा|पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज नाथ सिंह द्वारा गठित इस प्रतिनिधिमंडल में एस एस अहलूवालिया के अतिरिक्त
मुख्तार अब्बास नकवी+श्रीमती मीनाक्षी लेखी+बाबुल सुप्रियो+सिद्धार्थ नाथ सिंह भी होंगे

भाजपा ने बहुप्रतीक्षित इलेक्शन मेनिफेस्टो आज जारी कर ही दिया

[नई दिल्ली]भारतीय जनता पार्टी ने आज अपां बहुप्रतीक्षित चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया| एक भारत श्रेष्ठ भारत के लिए “सबका साथ और सबका विकास” का नारा संजोय इस पत्र में देश के समक्ष चुनौतियों के साथ उनके समाधान भी सुझाये गए हैं लेकिन इस अवसर पर आयोजित सूक्ष्म प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों के अधिकतर सवाल [आश्चर्यजनक रूप में ]राम जन्म भूमि को लेकर ही आये|भाजपा के पी एम् केंडिडेट नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में तीन मुख्य आश्वासन दिए
[१]मै[मोदी]अपने लिए कुछ नहीं करूंगा
[२] दायित्व निभाने के लिए परिश्रम में कोई कमी नही छोडूंगा
[3]बद नियत से काम नहीं करूंगा
इस घोषणा पत्र में मुख्य रूप से ज्वलन्त महंगाई से निपटने और दाम स्थिर रखने की समस्या से निबटने के लिए विशेष फंड बनाने का वादा किया गया है
राम मंदिर को सांस्कृतिक महत्व के साथ धारा 370 और समान नागरिक संहिता को भी शामिल कियागया है। वरिष्ठ नेता डॉ मुरली मनोहर जोशी ने बताया गरीबों के लिए सस्ते मकान बनवाएं जायेंगे| 100 नए शहर बसाए जाएंगे।सबसे पिछड़े १०० जिलों का विकास कराया जायेगा | मदरसों का आधुनिकरण कराया जाएगा।छात्रों के लिए नेशनल ई-लाइबेरी बनाई जाएगी। ई=लर्निंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
इस अवसर पर में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी, मुरली मनोहर जोशी, राजनाथ सिंह, लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज भी मौजूद थे।
संचालन रवि शंकर प्रसाद ने किया
घोषणा पत्र में दर्शाई गई मुख्य आसन्न चुनौतियां निम्न हैं
[१]महंगाई[२]रोजगार[३]भ्रष्टाचार[४]काल धन[५]निति और निर्णयों में अपंगता [६]कमजोर वितरण[7]विश्वसनीयता का संकट[८]केंद्र राज्य सम्बन्ध [९]गरीब और अधिकार हीन दरार को भरना

B J P MANIFESTO 2014

B J P MANIFESTO 2014

समस्यायों से निबटने के लिए जो वायदे किये गए उनमे मुख्य निम्न हैं
1] महंगाई से निपटने के लिए विशेष फंड
2] दाम स्थिर रखने के लिए विशेष फंड
3] फसल उत्पादन के लिए रियल टाइम डाटा
4]कालेधन को लाने के लिए विशेष कानून
5]कालाबाजारी रोकने के लिए विशेष अदालतें बनेंगी
6] अयोध्या में राममंदिर बनेगा
7]विदेशी किराना खुदरा में नहीं
8]भ्रष्टाचार रोकने के लिए ई-गवर्नेस
9]रोजगार केंद्र को करियर सेंटर बनाया जाएगा
10]आतंकवाद रोकने के लिए कानून बनेगा

सत्यवीर त्यागी ने रालोद +कांग्रेस गठबंधन को डूबता जहाज बता कर भाजपा ज्वाइन की

राष्ट्रीय लोकदल [रालोद] के प उ प्र के अध्यक्ष सत्यवीर त्यागी अपने समर्थकों के साथ आज भाजपा में शामिल हो गए। श्री त्यागी पिछले कुछ दिनों से पार्टी में उपेक्षा के चलते असंतुष्ट चल रहे थे |श्री त्यागी रालोद के राष्ट्रीय सचिव+प उ प्र के अध्यक्ष रहे हैं |अपना कुनबा बढ़ाने में लगे रालोद के लिए यह एक बड़ा झटका है वोहीं भाजपा इसे अपने लिए शुभ संकेत मान रही है|
भाजपा मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने उनका स्वागत करते हुए कहा, देश में इस समय नरेंद्र मोदी के पक्ष में माहौल बना हुआ है |भाजपा के लिए यह बहुत शुभ संकेत है कि विभिन्न दलों से लोगों का इसमें शामिल होना लगातार जारी है।
सत्यवीर त्यागी ने बताया कि वर्त्तमान में कांग्रेस डूबता हुआ जहाज है और इन चुनावों में मोदी की लहर है जिसके चलते कांग्रेस के साथ रालोद का गठबंधन आत्मघाती सिद्ध होगा उन्होंने बताया कि कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के लिए चौधरी अजित सिंह को गुमराह किया गया है क्य़ोंकि उनकी स्टडी के अनुसार रालोद का भाजपा से गठबंधन लाभकारी हो सकता था | रालोद और कांग्रेस के गठबंधन को प. उ प्र में करारी हार का सामना करना पडेगा |श्री त्यागी ने भविष्वाणी की कि रालोद यहाँ मात्र तीन सीटों तक ही सिमट कर रह जायेगी |

सतपाल महाराज ने आज कांग्रेस की ड्योढ़ी छोड़ कर भाजपा की पौड़ी चढ़ी

गढ़ वाल के शक्तिशाली नेता सतपाल महाराज ने आज कांग्रेस की ड्योढ़ी छोड़ कर भाजपा की पौड़ी चढ़ी| इसे कुमाऊं के सी एम् हरीश रावत और हाई कमान के के खिलाफ बगावत काह जा रहा है |लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक झटका देते हुए उत्तराखंड के शक्तिशाली नेता और लोकसभा सदस्य सतपाल महाराज आज कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। वह पिछले 20 साल से कांग्रेस के सदस्य थे। सतपाल महाराज के देश भर में अनेको धार्मिक आश्रम हैंऔर सम्भवत भारत में एक मात्र लक्ष्मण मंदिर [हेम कुंड साहेब] की देख रेख भी करते हैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज नाथ सिंह ने पार्टी के रंगों वाला पटका पहना कर और रसीद देकर सतपाल महाराज को पार्टी की मेंबर शिप प्रदान की|सतपाल महाराज की पत्नी अमृता रावत अभी भी उत्तराखंड सरकार में हैं |
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[१] सतपाल जी महाराज डॉ मन मोहन सिंह के साथ
[२]सतपाल जी महाराज राज नाथ सिंह के साथ