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Tag: Parliament

God Bless The 2nd Inning Of Budget Session And Bhartiya Society

[New Delhi]God Bless The 2nd Inning Of Budget Session And Bhartiya SocietySecond Inning Of Budget Session In The Indian Parliament begins today.
Prime Minister Narendra Modi Has Promised His Parliamentarian To look forward to a productive session, filled with constructive debates on several issues.
Whereas Relaunched Vice President Of Congress Has Shown His Fists In Kisan Rally New General Secretary Of CPI[M]SitaRam Yechuri Is Showing New Red Flag And Above All New Janata Parivar Is Just Doodling
So God Bless The Session And Society

Massive fire in Parliament complex President Asked For Urgent Inquiry

[New Delhi]Massive fire in Parliament complex :President Asks For Urgent Inquiry
President Of India Sh Pranab Mukherjee expressed serious concern over the fire in Parliament Complex And asked for an urgent Inquiry into the cause of the fire.
A major fire broke out in the AC plant of Parliament complex At pm 2 .20
Ten Fire Tenders Were Rushed To The Spot Immediately to Douse the blaze.There Is no report of any casualty And main building of the parliament is also safe
A huge cloud of smoke was seen billowing out of the complex in the high security area in the national capital.
Fire department officials said the blaze apparently started from the AC plant on the premises.

कांग्रेसियों ने काली पट्टी मुह बंद करने के लिए नहीं बल्कि मुंह छुपाने के लिए बांधी होगी

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये लोकतंत्र में क्या मजाक हो रहा है?ओये एक तरफ बंगाली शेरनी सुश्री ममता बनर्जी आये दिन हमें कुत्ता कह रही है+बिहारी नेता लालू प्रसाद यादव हमें भोंकने वाला बता रहे हैं +यूं पी वाले आजम खान तो हमें तीतर बटेर कहे जा रहे हैं इनसब मंझे हुए नेताओं से कोई क्षमा नहीं मंगवा रहा लेकिन हसाड़ी भोली भाली दलित साध्वी निरंजन ज्योतिि की एक गलती को पकड़े बैठे हैं भई साध्वी ने माफ़ी मांग ली प्रधान मंत्री ने संसद के दोनों सदनों में ब्यान दे दिया फिर भी संसद में ताला लगाने को मरे जा रहे हैं |पहले टी एम सी वालों को उकसा कर काले छाते और काली शाल का प्रदर्शन कराया और शुक्रवार को तो हद ही कर दी बेलगाम मुंह पर काली पट्टी बांध कर प्रदर्शन करने लग गए अरे लोकतंत्र ऐसे चलता है भला?

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी काली पट्टी मुह बंद करने के लिए नहीं बल्कि मुद्दों के अभाव में मुंह छुपाने के लिए बांधी गई थी |आप लोगों ने देखा नहीं संसद के अंदर और बाहर कांग्रेसी+टीएमसी नेता जब बोलना होता था तो पट्टी हटा लेते थे और अपनी भड़ास निकाल कर फिर मुंह छुपा लेते थे

आतंकवादियों ने११बेशकीमती सुरक्षाकर्मी शहीद किये तो विपक्ष ने संसदीय कार्यवाही ठप्प करके १० करोड़ का नुक्सान किया

[नई दिल्ली]आतंकवादियों ने११बेशकीमती सुरक्षाकर्मी शहीद किये तो विपक्ष ने संसदीय कार्यवाही ठप्प करके १० करोड़ का नुक्सान किया
देश की सीमाओं पर आतंकवादी+नक्सली हमलों के बीच राजधानी में कांग्रेस के न्रेतत्व में विपक्ष ने केंद्र सरकार पर हमले जारी रखे | जे &के की सीमा पर ११ बेशकीमती सुरक्षा कर्मी शहीद हुए जबकि संसद की कार्यवाही ठप्प होने से देश को ८ से १० करोड़ रुपये प्रतिदिन की हानि हुई है|
केंद्र सरकार के मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के एक विवादित बयान को लेकर कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के न्रेतत्व में चार दलों ने मुह पर काली पट्टी बांध कर संसद के भीतर और बाहर विरोध प्रदर्शन किया| प्रदर्शन कारी सांसद लोक तंत्र की दुहाई देते हुए अपनी आवाज के दबाये जाने के आरोप लगा रहेथे+इसके आलावा साध्वी निरंजन ज्योति की बर्खास्ती की मांग कर रहे थे |काले धन की वापिसी के लिए भी सरकार पर छींटाकशी की गई|गौरतलब है कि साध्वी निरंजन ज्योति ने दिल्ली की एक चुनावी सभा में रोबर्ट वढेरा पर भ्र्ष्टाचार के आरोप लगाते हुए कांग्रेस को गाली दे डाली थी |जिसे लेकर कांग्रेस ने हंगामा किया इस पर साध्वी ने सदन में माफ़ी मांग ली उसके पश्चात प्रधान मंत्री के स्टेटमेंट की मांग को लेकर राज्य सभा की कार्यवाही ठप्प की गई |कल राजयसभा और आज लोक सभा में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने वक्तव्य दे दिया उसके पश्चात भी विपक्ष अड़ा रहा और आज संसद के बाहर आ कर मुंह पर कालीपट्टी बाँध कर प्रदर्शन किया |इस आपा धापी में राज्य सभा की कार्यवाही आज सप्ताह के अंतिम कार्यदिवस पर भी ठप्प रही |लोक सभा से भी कांग्रेस ने बहिष्कार किया |उधर जे &के के उरई और श्रीनगर में आतंकवादियों के हमलो में ११ सुरक्षा कर्मी शहीद हो गए और छह आतंकवादी भी मार डाले गए |
प्रधान मंत्री का लोक सभा में दिया गया वक्तव्य
“संसद में मसला उठने से पहले, जब मेरी पार्टी के MPs की मीटिंग हुई थी, उसमें मैंने बड़ी कठोरता के साथ, ऐसे शब्दों का प्रयोग, ऐसी भाषा का प्रयोग न करने पर, हिदायत भी दी थी, अपनी नाराजगी भी प्रकट की थी | और कोई भी ऐसी चीज़ों को approve नहीं कर सकता है | बाद में, मंत्रीश्री ने माफ़ी मांगी है, मंत्रीश्री नए भी हैं, उनके सामजिक background को भी हम जानते हैं – गाँव से हैं – और उन्होंने क्षमा मांगी है और इस सदन में वरिष्ठ जनों का यह कर्त्तव्य रहता है कि इतने बड़े सदन के सामने हमारा एक साथी जब क्षमा मांगता है, तो हमें भी उदारता बतानी चाहिए| मैं लोक सभा के सभी सदस्यों का आभारी हूँ कि उन्होंने सदन को चलने दिया है| और मैं इस बात पर पूरे सदन को भी – और हम सबका सार्वजनिक जीवन में जो रोल है – यह दायित्व मानता हूँ कि मर्यादायों को हम सबको स्वीकार करना चाहिए, और उन मर्यादायों में रह कर ही अपनी बातें – चाहे अन्दर हों चाहे बाहर हो – हमें बोलनी चाहिए. और उसमें कोई विवाद नहीं हो सकता है | मैं मानता हूँ कि जब मंत्रीश्री ने क्षमा मांगी है और एक नए मंत्री ने, तो सभी वरिष्ठ नेताओं ने भी, अपने-अपने दल के लोग जो वहां बैठे हैं उनको भी, अनुरोध करना चाहिए और इस विषय को समाप्त करके देश हित में अपने काम को आगे बढ़ाना चाहिए |”

“आप” ने दिल्ली में चुनावी सभाओं में पंजाब से आये सांसद स्टार भगवंत मान को उतारा

आम आदमी पार्टी [आप] ने संसद के शीतकालीन सत्र मेंआये अपने सांसदों को दिल्ली विधान सभा के चुनावों के प्रचार में उतार दिया है पंजाब के स्टार कलाकार भगवंत मान ने आज रविवार को अनेकों प्रचार सभाओं को सम्बोधित किया और अपनी विशेष शैली में कांग्रेस और भाजपा पर व्यंग बाण चलाये और श्रोताओ का मनोरंजन किया |कांग्रेस और भाजपा की कार्यशैली पर तो उन्होंने व्यंग चलाये मगर अपनी पार्टी के घोषित ड्रग्स के विरुद्ध अभियान+वाई फाई सिटी को भूल पश्चिम विहार के डी ए वी पार्क की एक सभा में अपने समर्थकों के साथ निश्चित समय से घंटा विलम्भ से पहुंचे भगवंत मान ने जहाँ एक तरफ संसद मार्ग में मुग़ल शासकों के नाम उछाले तो दूसरी तरफ विधायक प्रत्याशी सत्येन्द्र जैन ने इसे आप और बिजली उत्पादकों के बीच की लड़ाई बताया |
आप द्वारा पहली लड़ाई कांग्रेस के खिलाफ लड़ी गई थी जिसमे कांग्रेस की स्पोर्ट से ४९ दिन की सरकार बनाई |उसके पश्चात लोकसभा के लिए भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला गया |जिसम पंजाब में केवल चार सीटें मिली |
इसके साथ ही उन्होंने बिजली की कीमतों में कमी का लाभ सभी को देने का आश्वासन दिया गौरतलब है कि पहले यह छूट केवल ४०० यूनिट्स से नीचे वाले उपभोक्ताओं के लिए ही थी
हमेशा की तरह डोनेशन के लिए बॉक्स रखा गया लेकिन दानदाता के नाम पर केवल एक सदस्य ही १००/= डालता दिखाई दिया |

शारदा चिट घोटाले में फंसी टीएमसी ने संसद के अंदर और बाहर विदेशों में ब्लैकमनी की तरफ ध्यान डाइवर्ट का प्रयास किया

[नई दिल्ली] शारदा चिट घोटाले में फंसी टीएमसी ने संसद के अंदर और बाहर विदेशों में ब्लैकमनी की तरफ ध्यान डाइवर्ट का प्रयास किया
शारदा चिट फंड घोटाले में फंसी टीएमसी ने आज संसदीय कार्यवाही में व्यवधान डाला और पार्लियामेंट के अंदर और बाहर विदेशों में ब्लैकमनी की तरफ ध्यान डाइवर्ट करने का प्रयास किया | इन्होने प्रश्नकाल को स्थगित करके विदेशों में ब्लैक मनी पर चर्चा करने की मांग की| इनके साथ जे डी यूं +सपा+कांग्रेस के सांसद भी दिखाई दिए |गौरतलब है के शारदा चिट फंड घोटाले में सीबीआई टी एम सी सांसदों की संलिप्तता पाई गई है और ममता बनर्जी तक भी आंच पहुँच रही है |
आज सुबह [मंगलवार]संसद के दोनों [लोकसभा+राज्य सभा] सदनों की कार्यवाही आरंभ होने के साथ ही पश्चिमी बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस [TMC] के सांसदों ने कालाधन के मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया।
टीएमसी सांसदों ने काला धन वापिस लाने सम्बन्धी नारे लिखी काली [बढ़ी] छतरियों को खोल कर व्यवधान पैदा किया | टीएमसी सांसद प्रश्नकाल को स्थगित कर ब्लैक मनी पर सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे थे | लोकसभा की स्पीकर एस महाजन ने इनकी मांग को खारिज कर दिया।

राजनाथ सिंह ने भी ज्या+प्रो राम गोपाल की तरह संसद की कैंटीन का बासी खाना ग्रहण तो नहीं किया

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

चिंतित भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे सोणे गृह मंत्री राजनाथ सिंह की कल रात अचानक तबियत ख़राब हो गई |ठाकुर साहब को एम्स में भर्ती कराना पड़ गया |अभी मेडिकल रिपोर्ट तो नहीं आई है लेकिन बताया जा रहा है कि उनके पेट में दर्द है |ओये ६३ साल की उम्र में भी विपक्षियों को मात देने में सक्षम ठाकुर साहब की गैरहाजरी में संसद में चर्चा में भाग कौन लेगा ?

झल्ला

हाय ओये रब्बा ये ठाकुर साहब ने बीते दिनों देर रात तक भूखे खड़े रह कर विपक्षियों के सवालों के जवाब दिए थे |कहीं उन्होंने भी तो ज्या बच्चन+प्रो राम गोपाल यादव की तरह संसद की कैंटीन का बासी खाना ग्रहण तो नहीं कर लिया |अगर ऐसा है तो बुलाओ सी बी आई+रॉ +सिट+ सी आई ऐ +के जी बी +++ और बैठाओ जांच

नरेंद्र मोदी ने संसद में”सुविधा शहर की,आत्मा गांव की”फार्मूला और राजनीतिक विनम्रता को भी परिभाषित किया

नरेंद्र मोदी ने संसद में धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए राजनीतिक विनम्रता को भी परिभाषित किया
नरेंद्र मोदी ने पहली बार संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए विनम्रता को भी परिभाषित किया |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को आगे बढ़ाने के लिए संसद में सामूहिक भावना के साथ काम करने को कहा|
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस सरकार के लिए, राष्ट्रपति का अभिभाषण सिर्फ औपचारिक अनुष्ठान या परंपरा मात्र नहीं है बल्कि प्रेरणा है जिसकी अपनी पवित्रता है। उन्होंने लोकसभा के सभी सांसदों से कहा कि उसमें उल्लेखित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि लोकसभा के निर्वाचित सदस्य अब लोगों की आशा और आकांक्षाओं के अभिरक्षक हैं।
उन्होंने स्थिरता+ सुशासन + विकास के लिए मतदान के लिए जनता को धन्यवाद दिया और इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए प्रतिबद्धता को दोहराया |
संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का लोकसभा में जवाब देते हुए श्री मोदी ने कहा कि उन्होंने 50 से अधिक उन सांसदों के विचार ध्यान से सुने जो बहस में शामिल हुए। कुछ सांसदों का यह पूछना सहज है कि हम कैसे और कब जनता की आकांक्षाओं को पूरा करेंगे |गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल की शुरुआत का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने विधान सभा में इरादा जाहिर किया था कि वह गुजरात के गांवों में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति करना चाहते हैं। इसी तरह की आशंका तब भी प्रकट की गई थीं। लेकिन वह इच्छा पूरी की गई।
श्री मोदी ने कहा कि उन्होंने समूची बहस में रचनात्मक माहौल देखा। सदन में 125 करोड़ भारतीयों की आशाओं की प्रतिध्वनि सुनाई दी। उन्होंने कहा कि यह अच्छा लक्षण भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं में आम आदमी के विश्वास की बात करते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह विश्वास सारी दुनिया को दिखाने लायक है। उन्होंने कहा कि भारत में अमरीका और यूरोप की आबादी से भी अधिक मतदाता हैं। सरकार को गरीबों के लिए काम करना चाहिए। अगर सरकार ने गरीबों की जरूरतों पर ध्यान नहीं दिया तो लोग उसे कभी माफ नहीं करेंगे। इसलिए सरकार गरीबों को सशक्त बनाने और गरीबों को गरीबी से संघर्ष करने की ताकत देने के लिए पूरे प्रयास करेगी।प्रधानमंत्री ने कहा राष्ट्रपति के अभिभाषण में कही गई बात ” रूरबन ” का जिक्र किया और कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को बहुत फायदा होगा यदि ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं यानी सुविधा शहर की, आत्मा गांव की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कृषि-प्रौद्योगिकी पर अधिक ध्यान देना चाहिए जिनमें कृषि आधारित उद्योग और मिट्टी की जांच की बेहतर सुविधाएं शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी में ग्लोबल लीडर के रूप में मान्यता प्राप्त करने के बावजूद, हमारे पास अब भी कृषि-उत्पादों के वास्तविक आंकड़े नहीं हैं।
जैविक आहार के सबसे बड़े उत्पादक के रूप में सिक्किम के उदय का उदाहरण देते हुए श्री मोदी ने कहा कि जैविक उत्पादों के लिए उभरती वैश्विक मांग पूरी करने के लिए समूचे पूर्वोत्तर क्षेत्र को जैविक केंद्र क्यों नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने कहा कि हमारे यहां कृषि विश्वविद्यालय हैं लेकिन ”प्रयोगशाला से खेत ” तक रूपांतरण उस हद तक नहीं हो रहा जिस हद तक होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि महंगाई कम करने का उनका वायदा महज नारा नहीं है, यह इरादा है क्योंकि गरीब से गरीब व्यक्ति के पास भी खाने के लिए पर्याप्त भोजन होना चाहिए।
श्री मोदी ने सभी राजनीति‍क दलों के नेताओं से जोरदार अपील की कि‍ बलात्‍कार का मनोवैज्ञानि‍क तरीके से वि‍श्‍लेषण न कि‍या जाए। उन्‍होंने राजनीति‍क दलों के नेताओं से अपील करते हुए कहा ‘क्‍या हम चुप रह सकते हैं’ ।
प्रधानमंत्री ने देश के जनसांख्‍यि‍कीय संबंधी लाभ का जि‍क्र करते हुए कहा कि‍ यह केवल कौशल वि‍कास की आवश्‍यकता को रेखांकि‍त करता है। कौशल वि‍कास के साथ-साथ श्रमेव-जयते की भावना भी होनी चाहि‍ए ताकि‍ श्रम को सम्‍मान दि‍या जा सके। वि‍श्‍व में हमारी पहचान ‘घोटाला-भारत’ के स्‍थान पर कौशल भारत होनी चाहि‍ए।प्रधानमंत्री ने कहा कि‍ एक व्‍यक्‍ति‍ के स्‍वस्‍थ होने के लि‍ए मानव शरीर के सभी अंगों का फि‍ट होना जरूरी है उसी तरह भारत को समृद्ध बनाने के लि‍ए समाज के सभी वर्गों और देश के सभी क्षेत्रों का समृद्ध होना जरूरी है। उन्‍होंने कहा कि‍ उनकी सरकार संख्‍या के आधार पर आगे बढ़ने के बजाय एकता और सर्वसम्‍मति‍ की पक्षधर है।

फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट्स में माननीय सांसदों के दाग धुलवा दो बाबा जी के ठुल्लु की कृपा मिलेगी

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये तो वोही बात हो गई मुँह में राम बगल में छुरी |अरे भाई भाजपाईयों ने ही सबसे ज्यादा दागी सांसद १६ वीं सँसद में भेजे हैं और इनके सरदार नरेंद्र मोदी सभी दागी सांसदों को, अपने दाग धुलवाने के लिए, सुप्रीम कोर्ट में फ़ास्ट ट्रैक अदालतों की मांग करने को उकसा रहे हैं| ये तो वोही बात हो गई कि अगर पैर पर कुल्हाड़ी नही लगी तो कुल्हाड़ी पर ही पैर दे मारो |ओये अगर इन्हें सँसद को साफ़ करने कि इतनी ही चिंता थी तो दागियों को टिकट ही नहीं देते

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण| कानून बनाने वाले ही जब ब्लैक मेल होंगे तो ये कानून क्या बनाएंगे,बाबा जी का ठुल्लु?|
वैसे आप जी के ४१ दागियों के जवाब में ४२ दागी लाने की भाजपाई मजबूरी रही होगी|ये तो आप भी मानोगे कि इस सँसद में भी लगभग २५% सांसद किसी न किसी दाग से सुशोभित हैं|आये दिन कोई न कोई कथित एन जी ओ+मीडिया+राजनीतिक दल इन्हें ब्लैक मेल करता रहता है|अब जब एक चौथाई कानून बनाने वाले ही ब्लैक मेल होते रहेंगे तो ये कानून क्या बनाएंगे बाबा जी का ठुल्लु? इसीलिए नरेंद्र मोदी की गुजराती सलाह मान लो और फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट्स में अपने दाग धुलवा आओ बाबा जी की कृपा मिलेगी |

Narendra Modi, Encouraged Bureaucrats To Make People-Friendly Rules and Procedures

The Prime Minister, Shri Narendra Modi, Encouraged Bureaucrats To Simplify the Administrative Rules and Procedures to Make Them people-friendly He also encouraged the officers to take decisions and assured them that he would stand by them.
. Narendra Modi, today held discussions with Secretaries of all the Ministries and senior officers of the Departments of the Government of India. Such a meeting has taken place after more than eight years.
The P M listened extensively to suggestions and comments of the Secretaries for nearly two and a half hours.
Shri Modi empathized with the sentiment expressed by the Secretaries, and their anguish in not being able to realize their true potential because of circumstances. However, he expressed full faith in their commitment and competence to build a better future for the country.
He called upon the senior bureaucrats to simplify and streamline the administrative rules and procedures to make them people-friendly. He emphasized the need for a team spirit and urged the Secretaries to be leaders of their teams. He also encouraged the officers to take decisions and assured them that he would stand by them.
He added that in the process of governance, ideas should be converted into institutions because institutions last longer than individuals. However, he clarified that there may be rules and processes which have become outdated, and instead of serving the process of governance, they are leading to avoidable confusion. He stressed upon the need to identify and do away with such archaic rules and procedures. He even added that the process of governance of his government should begin with cleaning-up of the offices, improving the workplace, which would automatically result in a better work culture and efficient services to the citizens.
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The Prime Minister, Shri Narendra Modi being introduced to the Secretaries to the Government of India, before the meeting with the Secretaries, in New Delhi on June 04, 2014.