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बदायूं प्रकरण में सीबीआई की क्लीन चिट पर सपा ने पीठ थपथपाई,आप+बसपा+कांग्रेस+भाजपा ने घेरा

बदायूं प्रकरण को लेकर सी बी आई की क्लीन चिट पर समाजवादी पार्टी बेशक अपनी पीठ थपथपा कर विपक्ष को निशाने पर ले रही है लेकिन समूचा विपक्ष मुद्दा छोड़ने के पक्ष में नहीं दीखता |बसपा+कांग्रेस+भाजपा के बाद अब आम आदमी पार्टी[आप] ने भी सी बी आई की रिपोर्ट पर सवाल उठादिए हैं |
बदायूं की दो बहनों की बलात्कार के बाद हत्या के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने आज इसे आत्महत्या करार दे दिया जिसे लेकर प्रदेश में सियासत गरमा गई है| इस अवसर का लाभ उठाते हुए मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने उनकी सरकार को बदनाम करने के लिए मीडिया और राजनितिक पार्टियों के सर ठीकरा फोड़ दिया हैं |
उत्तर प्रदेश की बदनामी के लिए मीडिया + एक पार्टी की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि सरकार की छोटी गलतियों को बढा चढाकर पेश किया जाता है जबकि अच्छी पहल को मीडिया जगह नहीं देता।
इसके ठीक विपरीत आम आदमी पार्टी[आप] ने विज्ञप्तिजारी करके बदायूं सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में सीबीआई द्वारा प्रस्तावित आत्महत्या सिद्धांत को खारिज कर दिया।
आप ने मांग की है के सीबीआई को अपनी रिपोर्ट पर पुनर्विचार करना चाहिए क्योंकि विश्लेषण में जल्दबाजी की जा रही है |
सीबीआई पूर्ण तथ्यों को साझा नहीं कर रहा है।पार्टी ने सवाल उठाया के कैसे दो युवा लड़कियों को शारीरिक रूप से, अपने शरीर को उठा उनकी गर्दन पर गांठ बांध, सात फुट ऊंची एक पेड़ की टहनी पर से अपना दुपट्टा बाँध कर अपने दम पर मरने के लिए शक्ति को बनाए रखने कर सकते हैं? निश्चित रूप से इसमें एक अनिर्णायक कहानी की बदबू आ रही है।
पांच सक्षम डॉक्टरों द्वारा किए गए प्रारंभिक पोस्टमार्टम बलात्कार की पुष्टि की थी जो इनकार नहीं किया जा सकता है।
सीबीआई केवल परिस्थितिजन्य साक्ष्य पर ही काम कर रहा है?
“आप” ने बदायूं केस को अंतरराष्ट्रीय शर्म की बात कह कर इसे उत्तर प्रदेश में निराशाजनक कानून और व्यवस्था की स्थिति की स्वीकृति से बचने के लिए एक सुविधाजनक कवर अप बताया ।

यूंपी के शीतकालीन सत्र को सभी ने गरमाया लेकिन आज़मखान के निशाने पर”कमल”ही आया

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

समाजवादी पार्टी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है?ओये देख तो हसाडे सोणे युवा मुख्य मंत्री श्री अखिलेश यादव जी ने प्रदेश के विकास के लिए जी जान लगा दी हैं और ये विपक्ष वालों के नखरे कम होने का नाम नहीं ले रहे |अब विधानसभा के शीत कालीन सत्र का भी बढ़ा गर्क करने पर तुल गए हैं |पहले इन्होने जवाहर लाल नेहरू के जन्म दिन की ख़ुशी में छुट्टी मांगी थी लेकिन फिर एक घंटे के प्रश्न काल पर राजी हो गए और विधान सभा में आते ही ना जाने कौन सा कीड़ा इन सबको काट गया कि ये सभी शुक्रवार को नाशुक्रे हो गए और लग गए हंगामा करने |
भाई हसाडे पास सदन की कार्यवाही सोम वार तक स्थगित करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा

झल्ला

ओ मेरे चतुर पहलवान जी ये तो आप जी को पहले ही इल्म हो गया था कि गन्ना मूल्य और अपराध वृद्धि को लेकर यह शीत कालीन सत्र गरम होगा इसीलिए आप जी के माता प्रसाद पाण्डेय ने सर्वदलीय बैठक में सबसे सहयोग के लिए हामी भरवा ली लेकिन सत्र के दौरान भाजपा+कांग्रेस+बसपा+रालोद आदि आदि ने वादा खिलाफी करते हुए सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी इसके बावजूद आप जी के जनाब आज़म खान साहब रोटी पानी लेकर ओनली भाजपा पर ही चढ़ बैठे

Newly Appointed Defence Minister,Parrikar,Enters R S Unopposed From UP

[Lucknow] Newly Appointed Defence Minister,Parrikar,Enters R S Unopposed From UP ,
Newly Appointed Defence Minister Of India Sh.Manohar Parrikar and nine other are elected unopposed to Rajya Sabha from Uttar Pradesh.Congress Candidate PL Punia of Congress also saves his seat
BSP Scored Two Seats Whereas Ruling SP Pocketed Remaining Seats
[1] Ram Gopal Yadav, state minister—-SP
[2] Azam Khan’s wife Tazeen Fatima,—SP
[3] Neeraj Shekhar, son of former Prime Minister Chandrashekhar,
[4]Ravi Prakash Verma,
[5]Javed Ali Khan and
[6] Chandrapal Singh Yadav were among those elected to the Upper House of Parliament.
[7]PL Punia —Congress
,[8] Raja Ram and
[9]Veer Singh (both BSP).
Rajya Sabha members whose membership is ending are
[a]Akhilesh Das, [b]Avtar Singh Karimpuri,[c] Brijlal Khabari, [d]Brijesh Pathak,[e] Raja Ram, [f]Veer Singh[BSP] [g]Amar Singh [h]Ram Gopal Yadav
[i]Kusum Rai (BJP) and
[j] Mohammad Adeeb (Congress).

बिजली रेट्स में विकास नहीं करते तो सपाई सरकार के चतुर्मुखी विकास के दावे पर प्रश्न चिन्ह नहीं लग जाता

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

यूं पी का पीड़ित आम नागरिक

ओये झल्लेया ये यूं पी में पूर्ण बहुमत वाली समाजवादी सरकार तो हसाड़ी कमर तोड़ने पर तुल गई है |ओये एक तरफ बिजली आती नहीं|आती है तो रूकती नहीं|थोड़ी बहुत रूकती है तो फ्लक्चएट करती रहती है| वेस्ट से ईस्ट के दौरे पर ही रहती है| उस पर भी अब १ अक्टूबर से बिजली की दरों में ११% का इजाफा कर दिया गया है|ओये अब उद्योग +कृषि के साथ ही घरेलू बिजली के भी झटके झेलने पढ़ेंगे|

झल्ला

ओ मेरे भोले भापा जी ये समाजवादी लोकनायक जय प्रकाश नारायण के चेले हैं|इन्होने प्रदेश में विकास के लिए कमर कसी हुई है|मुख्य मंत्री अखिलेश यादव रोजाना इस बात की याद कराते रहते हैं कि प्रदेश में चतुर्मुखी विकास हो रहा है |गवर्नर साहब ने भी इनकी हाँ में हाँ मिलाते हुए क्राइम रेट के ग्राफ में वृद्धि खुले आम स्वीकार की है|सपा की धुर्र विरोधी बसपा+भाजपा भी प्रदेश में करप्शन के विकास की दुहाई देते ही रहते हैं|
ऐसे में बताओ कि बिजली के रेट्स में विकास नहीं किया जाये तो सरकार के चतुर्मुखी विकास के दावे पर प्रश्न चिन्ह लगेगा कि नहीं |ओ मेरे भापा जी प्रदेश के मंत्री तो इतने कर्मठ हैं कि समीक्षा बैठकों में अपने प्याले की चाय खत्म होने का इन्तेजार नहीं कराते |उससे पहले ही समीक्षा पूरी कर लेते हैं और आप हो कि समाजवादी सरकार को ख्वाहमख़ाह कोसते रहते हो |

अखिलेश जी ये क्या?जनेश्वर मिश्र की मूर्ती की स्थापना के लिए”सपा”का खजाना और प्रचार के लिए विज्ञापन सरकारी

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या हसाडे खिलाफ आये दिन अनाप शनाप छापा जा रहा है ओये लखनऊ के साढ़े तीन सौ करोड़ रुपयों कि लागत से बने पार्क में हमने हसाडे छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र की स्मृति में २५ फिट ऊँची मूर्ती लगवाई है और पार्टी के ९ वें राष्ट्रीय अधिवेशन में मूर्ति का उद्घाटन ८ अक्टूबर को किया जाएगा|ओये हमने मायावती की तरह सरकारी खर्चे पर नहीं बल्कि अपनी पार्टी और ट्रस्ट के खर्चे से यह मूर्ती बनवाई है|हमने कसम खाई हुई है कि अपनी पार्टी के कार्यक्रमों में सरकारी धन और मशीनरी का दुरूपयोग बसपाइयों की तरह बिलकुल नहीं करेंगे |ओये अब तो मानता है ना कि हम लोग जनता से किये गए वायदों को पूरा करने में जी जान से जुटे हुए हैं और ये बसपाई+भाजपाई हमें ख्वाहमख़ाह बदनाम करने पे तुले हुए हैं|

झल्ला

ओ मेरे पहलवान जी ज्यादा चौड़े होने की जरुरत नहीं है आपने जो आज अखबारों में डेढ़ डेढ़ पेजों के सरकारी रिपीट सरकारी विज्ञापन दिए हैं उनकी पहली लाइन पर नजर डाल लो|
छपा है “छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र जी की प्रतिमा का अनावरण” अगर आपजी की बात मान भी ली जाये तो मूर्ती की स्थापना पार्टी फंड से और उसका प्रचार सरकारी फंड से| अर्थार्त “हींग लगे न फिटकरी और रंग चौखा” पहलवान जी इसके अलावा आप लोगों ने तो सुप्रीम कोर्ट की उच्चस्तरीय कमेटी के कहे को फाइलों में दफ़न करके विज्ञापन पर चीफ मिनिस्टर के साथ पार्टी अध्यक्ष माननीय मुलायम सिंह यादव की फोटो भी छाप दी है| भापा जी प्रो एन आर माधवन के अनुसार जनता से वसूले जा रहे टैक्स का इन विज्ञापनों में खुले आम दुरूपयोग हो रहा है |डी ऐ वी पी+कैग को भी इधर देखने की फुर्सत नहीं है

हरियाणा वि स की ९० सीटों के लिए १३५१ में से ६०३ उम्मीदवार निर्दलीय

[नई दिल्ली]हरियाणा वि स की ९० सीटों के लिए १३५१ में से ६०३ उम्मीदवार निर्दलीय |
हरियाणा विधानसभा के लिए १५अगस्त को होने जा रहे चुनाव में कुल १३५१ उम्मीदवारों के भाग्य का फैंसला होगा इनमे से ६०३ उम्मीदवार निर्दलीय हैं और 297 पंजीकृत राजनीतिक दलों (राष्‍ट्रीय एवं राज्‍य स्‍तर पर मान्‍यता प्राप्‍त को छोड़कर)से हैं| ९० सीटों की विधान सभा के लिए १०९ महिलायें मैदान में हैं |
इन चुनावों में १२ एन अार आई सहित कुल ६३१८५७७ मतदाता मताधिकार का प्रयोग करेंगे |
शरद पवार की राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने एक भी उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा |मतदाताओं के अनुसार सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र============76-बादशाहपुर -एसी (316567) है जबकि सबसे छोटा विधानसभा चुनाव क्षेत्र=========70-नारनौल- एसी===(126804)बताया गया है |
चुनाव आयोग दवारा जारी आंकड़ें निम्न हैं
क्रम संख्‍या.====मद=================================आंकड़े
[1]===========कुल मतदाता===========================पुरूष =====8737116
महिलाएं ===7479439
सेवा – =====102022
================================================एनआरआई मतदाता – 12 (पहले ही शामिल )
——————————
================================================ कुल – 16318577
[2]============विधानसभा क्षेत्रों के प्रकार=============================================सामान्‍य : 73
अ जा : 17
ज जा: शून्‍य
—————
कुल: 90 मतदाता क्षेत्र
[3]===========कुल उम्‍मीदवारों की संख्‍या============================1351
[4]==========विधानसभा क्षेत्र जहां 15 से ज्‍यादा उम्‍मीदवार हैं=================30
[5]==========विधानसभा क्षेत्र जहां 31 से ज्‍यादा उम्‍मीदवार हैं================शून्‍य
[6]==========महिला उम्‍मीदवारों की कुल संख्‍या==========================109
[7]==========नाम एवं संख्‍या विधानसभा क्षेत्र जहां उम्‍मीदवारों की अधिकतम संख्‍या है======== 57-भिवानी एसी(31 उम्‍मीदवार)
[8]==========उन विधानसभा क्षेत्रों की संख्‍या एवं नाम जहां न्‍यूनतम उम्‍मीदवारों की संख्‍या है====12-शाहबाद एसी एवं 79-नूह एसी(7उम्‍मीदवार)
[9]=========पार्टीवार उम्‍मीदवारों की सूची====भाजपा=================================================90
बसपा=================================================87
सीपीआई===============================================14
सीपीएम================================================17
भारतीय राष्‍ट्रीय कांग्रेस====================================== 90
राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी)==================================0
इनेलो (भारतीय राष्‍ट्रीय लोकदल)=================================88
हजकां (बीएल)=============================================65
पंजीकृत राजनीतिक दल(राष्‍ट्रीय एवं राज्‍य स्‍तर पर मान्‍यता प्राप्‍त को छोड़कर)====297
निर्दलीय==================================================603
कुल====================================================1351
[10]==============================मतदाताओं के अनुसार सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र============76-बादशाहपुर -एसी (316567)
[11]========================== मतदाताओं के अनुसार सबसे छोटा विधानसभा चुनाव क्षेत्र=========70-नारनौल- एसी===(126804)
[12]
तैनात किए गये सामान्‍य, व्‍यय, पुलिस एवं जागरूकता पर्यवेक्षकों की संख्‍या
सामन्‍य पर्यवेक्षक – 46
व्‍यय पर्यवेक्षक – 21
पुलिस पर्यवेक्षक – 5
जागरूकता पर्यवेक्षक 10
सूक्ष्‍म पर्यवेक्षक 16357
[13]====तैनात किये गये मतदानकर्मी (लगभग)===================70,000 (लगभग)
[14]====मतदान केन्‍द्रों की संख्‍या=============================16357
[15.]
चुनाव के दौरान इस्‍तेमाल की जाने वाली इलेक्‍ट्रानिक वोटिंग मशीनों की संख्‍या
कंट्रोल यूनिटें – 18320
मतदान यूनिटें – 24000
(लगभग संख्‍या )

उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ने का रिस्क लेगी ?

राहुल गांधी ने लगता है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनावों में अकेले उतरने का रिस्क लेने फैंसला कर लिया है तभी ना तो कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता चुनाव प्रचार में कोई रूचि दिखा रहे हैं और प्रदेश में सत्ता रुड सपा से अभी तक कोई समझौता होता हुआ नहीं दिख रहा है यहां तक कि केंद्र में सहयोगी रहे रालोद के राष्ट्रीय न्रेतत्व का ही कोई प्रोग्राम जारी नहीं हुआ है |उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनावों में प्रदेश की बहुमत में बैठी सरकार पर कोई असर नहीं पढने वाला यहां तक कि विधान सभा में भी कांग्रेस पावर प्रभावित होने नहीं जा रही|ऐसे में अकेले चुनाव लड़ कर रिस्क लिया जा सकता है| यदि यह प्रयोग असफल होता है तो कोई विशेष फर्क नहीं पढ़ने वाला और अगर अच्छी सीटें मिल जाती हैं तो यह प्रयोग अन्य राज्यों में भी कांग्रेस प्रत्याशियों को उत्साहित करेगा |
यूं पी में इंडियन नेशनल कांग्रेस अभी अपने पांव पर खड़े रहने की स्थिति में नहीं है इसके बावजूद कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी किसी दूसरी पार्टी से हाथ मिलाने को तैयार नहीं है। इसका अभिप्राय है कि राहुल ने सियासी गुणा भाग कर लिया है |इसीलिए सपा को अलग थलग करके सीधे भाजपा से टक्कर लेने की रणनीति दिखाई देने लग गई है शायद इसीलिए सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल[रालोद] के जिला अध्यक्षों के अलावा किसी और की मदद नहीं ली गई है|रालोद के प्रदेश अध्यक्षको कुरेदने पर उन्होंने सतर्कता से बताया कि कांग्रेस सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है कांग्रेस ने केवल जिला अध्यक्षों की सहायता की मांग की थी इसीलिए सभी जिलाध्यक्षों को इस बाबत पत्र लिख दिए गए हैं
जैसे जैसे जिस स्तर के लिए मांग आएगी उसी हिसाब से सहयोग प्रदान किया जाएगा |मालूम हो कि इन उपचुनावों में कांग्रेस ने रालोद को एक सीट भी नहीं दी है इसीलिए इन उपचुनावों में रालोद का नलका नहीं चलेगा केवल कांग्रेस का पंजा ही दिखाई देगा |
उत्तर प्रदेश में अगले महीने ११ विधानसभा ,लोकसभा की एक सीट पर उपचुनाव होंगे।बिहार में हुए उपचुनावों में लालू प्रसाद यादव+कांग्रेस+नितीश कुमार के गठबंधन ने १० में से ६ सीटें हथिया ली |
इस सफलता को देखते हुए उत्तर प्रदेश में भी सपा और बसपा के साथ कांग्रेस के गठबंधन की संभावनाएं तलाशी गई |सपा ने इस प्रोजेक्ट में रूचि दिखाई मगर मायावती ने सपा के साथ किसी प्रकार के समझौते से साफ़ इंकार कर दिया |इसके पश्चात उपचुनावों में वोटों के बंटवारे को रोकने के लिए सपा और कांग्रेस के गठबंधन की बात चलाई गई|राहुल गांधी को बिहार में लालू +नीतिश के महागठबंधन की तर्ज पर उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में सपा के साथ गठबंधन की सलाह दी गई थी।इसके लिए कुछ नेताओं द्वारा सपा न्रेतत्व से बातचीत भी की गई थी|
इस पर राहुल गांधी ने रूचि नहीं ली और यह प्रस्ताव भी परवान नहीं चढ़ा |

अखिलेशयादव जी अपर्याप्त बिजली के बड़े बिल ऑनलाइन जमा करवाने की व्यवस्था सस्ती कीजिये

[मेरठ]अखिलेशयादव जी अपर्याप्त बिजली के बढे बिल ऑनलाइन जमा करवाने की व्यवस्था सस्ती कीजिये यूं पी के सी एम अखिलेश यादव जी के नाम खुला पत्र
आदरणीय बिजली का बिल जमा करवाने में भी २००/= तक एक्स्ट्रा वसूला जा रहा है कृपया राहत दिलवाएं
आपजी के प्रदेश में आप जी की कृपा से बिजली से बिलबिलाये बेकसूर भारतीय उपभोक्ताओं को बिजली के बिलों से भी जूझना पड़ रहा है।
आप ने बिजली के बिलों को ओन लाइन [ONLINE ]जमा करवाने के लिए सुविधा देने की कृपा की हुई है |यह सुविधा सम्भवत भीषण गर्मी में
बिजली घरों में घंटों लाइन में लगने से राहत प्रदान करने के लिए की गई थी
यह आधुनिक व्यवस्था भी अच्छे अच्छों के पसीने छुटवा रही है | महंगी बिजली के लिए आ रहे बिलों को जमा करवाने के लिए टैक्स पयेर्स को भारी भरकम राशि देनी पड़ रही है| आप जी की जानकारी के लिए ऑनलाइन बिल जाम करवाने के लिए विद्युत विभाग द्वारा बिल अमाउंट पर २% एक्सट्रा चार्ज किया जाता है |यह राशि बिल के अमाउंट के अनुरूप बदलती रहती है|यह राशि नॉर्मली २०/= से लेकर २००/= तक जा पहुंचती है ।महंगी बिजली होने के कारण सामान्यतः ५ से १० हजार रुपयों तक बिल आ रहे हैं |जाहिर हैं जिसे करवाने के लिए २००/= तक एक्स्ट्रा वसूला जा रहा है|
बिजली विभाग के स्थानीय अधिकारियों से नियमों की जानकारी मांगने पर लखनयू का रास्ता दिखाया जाता है ।
माननीय आप और आपका परिवार भी लखनयू में ही बैठे हैं |इसीलिए आप से उनके मधुर सम्बन्ध होने स्वभाविक हैं।ऐसे में यह आम धारणा बन रही है कि आपके आशीर्वाद से यह दुखदाई व्यवस्था फल फूल रही है।
क्षमा के साथ एक बात और कहना चाहता हूँ कि इस व्यवस्था से त्रस्त अधिकाँश उपभोक्ता या तो लाइन में लग कर कॅश जमा करवाने या फिर चेक से भुगतान करने को अभिशिप्त हैं|इस कार्य के लिए भी बिजली विभाग दवारा आउट सोर्सिंग से काम कराया जा रहा है
नेचुअरली इस पर अतिरिक्त खर्चा हो रहा है |बिजली उत्पादन के खर्चे में जोड़ कर बिजली महंगी की जा रही है
ये तो आप भी मानेंगे कि आपकी समाजवादी पार्टी की यह व्यवस्था उन समाज वादियों के सिधान्तो के अनुरूप नहीं होगी जिनके नक़्शे कदमो पर आप राजनीती करने का दम भरते हैं ।इसीलिए कम से कम स्वर्गीय समाजवादियों की आत्मा की शन्ति के लिए व्यवस्था को अच्छी गवर्नेंस दिखलाइये और उपभोक्ताओं को राहत दिलवाइए|
यहां यह भी कहना अनुपयुक्त नहीं होगा कि आप जी की सरकार को समाजवादी तरीके से अनुरोध करने पर भी विशेष तौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सारा ठीकरा भाजपा+बसपा+कांग्रेस के सर फोड़ने की कवायद बन गई है इससे होता हवाता तो कुछ ख़ास नही हाँ स्टाफ को शह जरूर मिल जाती है और ये लोग शाह बनते जा रहे हैं |वैसे में आप जी को बता दूँ कि भाजपा के लिए इसमें कोई हिन्दुत्त्व का मुद्दा नहीं है+कांग्रेस यूं पी कहीं है नही + बसपा अपने आप को बचाती फिर रही हैऔर रालोद बेचारा अपना मुँह नहीं दिखा पा रहा इसीलिए आप इस पर कोई राजनीतिक प्रतिक्रिया देने के बजाय सीधे सीधी राहत प्रदान कराएं

“सपा”ने भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के राजनीतिक प्रस्ताव को बताया झूठ का पुलिंदा

उत्तर प्रदेश में सत्ता रुड समाजवादी पार्टी ने भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के प्रस्ताव को झूठ का पुलिंदा बताया |
सपा प्रवक्ता राजिंदर चौधरी ने कहा कि भाजपा का राजनैतिक प्रस्ताव विशुद्ध रूप से उत्तर प्रदेश की जनता केा बदनाम करनेवाला है और विधान सभा चुनावों में मिले जनादेश का अपमान करता है। गौरतलब है कि भाजपा की प्रदेश इकाई की बैठक वृन्दावन में हुई जिसमे उत्तर प्रदेश में अपराधो को लेकर साप को कटघरे में खड़ा किया गया |
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था भंग होने का राग बसपा समाजवादी पार्टी सरकार बनने के पहले दिन से ही अलापती रही है अब उसकेनक़्शे कदमो पर चलते हुए भाजपा द्वारा अपना राजनैतिक प्रस्ताव लाया गया है |
सपा प्रवक्ता ने बताया कि अपराध और सांप्रदायिकता रोेकने में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देशों पर प्रशासन ने कड़े और त्वरित कदम उठाए उसी के फलस्वरूप शांति व्यवस्था में कोई गड़बड़ नहीं हुई |इसके लिए भाजपा को धन्यवाद के दो शब्द भी शिष्टाचारवश ही सही जरूर लिखना चाहिए था।
राजिंदर चौधरी ने अपनी सरकार कि उपलब्धियों को दोहराते हुए कहा कि जहां तक महिलाओं की सुरक्षा का प्रश्न है समाजवादी पार्टी सरकार ने कड़े उपाय किए हैं। वूमेन पावर लाइन 1090 सेवा से महिलाओं से छेड़छाड़ के मामलों से रोक लगी है। प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ाने के प्रयत्न तेजी पर हैं और बाहर से पूंजीनिवेश के लिए मुख्यमंत्री ने स्वयं उद्यमियों के साथ बैठकें की है। प्रदेश में कृषि और उद्योग के साथ अवस्थापना सुविधाओं के विस्तार के लिए प्रदेश में व्यापक स्तर पर कार्य हो रहा है।
उन्होंने अपने राजनीतिक विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले पांच सालों के बसपा राज में न तो एक यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ और नहीं कोई बिजलीघर लगा। जनता के किसी वर्ग यहां तक कि दलितों से भी तत्कालीन मुख्यमंत्री सुश्री मायावतीे कभी नहीं मिली। उनके दुःखदर्द में शामिल होने या उनके घावों पर मरहम लगाने की बात तो दूर रही। आज मुख्यमंत्री विकास कार्यो का स्वयं अनुश्रवण कर रहे हैं और ऊर्जा क्षेत्र में उत्पादन की नई इकाइयां शीघ्र ही अपना काम शुरू करेगी।
यह अजीब बात है कि बसपाराज में जब सरकारी खजाने की लूट हो रही थी, विकास के नाम पर पार्क, स्मारक और पत्थर की प्रतिमाएं लगाकर मोटा कमीशन वसूला जा रहा था और हर तरफ भ्रष्टाचार व्याप्त था तब भाजपा को कभी संघर्ष का इरादा क्या सपना भी नहीं आया। अब जब समाज के हर वर्ग के कल्याण की योजनाओं को अमल में लाया जा रहा है तब भाजपा समाजवादी सरकार की खिलाफत में उतरना चाहती है। वस्तुतः केन्द्र में सत्ता में आने से बौखलाई भाजपा प्रदेश में अराजकता को बढ़ावा देकर शांति और सौहार्द को नष्ट करने पर उतारू हैं। वह प्रदेश की प्रगति के रास्ते में रोड़ा बनना चाहती है। प्रदेश की जनता सच्चाई समझती है और अपने अपमान तथा उत्तर प्रदेश को बदनाम करने का जवाब देना जानती है।

अखिलेश जी के नाम खुला पत्र :४० हजार करोड़ के स्टेचू पार्कों में कृपया रिपेयर ही करवा दो

अखिलेश यादव जी आप सबसे बड़े प्रदेश में दबंग परिवार के मुख्य मंत्री हैं जाहिर है आप तक इस नाचीज की पहुँच नामुमकिन है इसीलिए एक खुला पत्र लिख रहा हूँ। सपा +बसपा की सियासी ढाह+ मिस गवर्नेंस से ४०००० करोड़ रुपयों की लागत के पार्क मात्रा दो वर्षों में ही लखनयू+नोएडा+बादल पर+मेरठ आदि के पार्क अव्यवस्था+दुर्दशा का शिकार हो रहे हैं |यह टैक्स पयेर्स के साथ धोखा है और राष्ट्रीय संपत्ति की हानि है |
आदरणीय यूं पी की सत्ता सँभालते समय आप ने मीडिया के सामने कहा था कि मायावती के बनाये मूर्ति पार्कों के हाथियों को दान पानी बंद करदेंगे तो ये स्वत् ही मर जायेंगे ।उस समय आप ने कुछ मुस्कुराते हुए यह बात कही थी लेकिन इसकी गंभीरता अब दिखने लग गई है।वाकई हाथी मरने लग गए हैं यकीं ना हो तो कुछ फोटोज भी अपलोड कर रहा हूँ ।इस पार्क का शिलान्यास आप के पिता श्री मुलायम सिंह यादव जी के कर कमलों से कभी हुआ था जिसका सौन्द्रीयकरण आपजी की भुआ जी अर्थार्त मायावती के कार्यकाल में हुआ इस पर भी लाखों रुपये लगाये गए । आप ने आरोप लगाया है कि आपकी भुआ जी के कार्यकाल में ऐसे पार्कों के निर्माण में ४०००० करोड़ रुपयों का गबन हुआ ,जिसकी जांच की जारही है । इस जाँच को लगता है अगले चुनावों तक अवश्य ज़िंदा रखा जाएगा।क्योंकि अगर आप पार्कों के विरुद्ध होते तो शायद जनेश्वर मिश्रा की स्मृति में ६ अगस्त को एशिया के सबसे बड़े ऑर्गेनाइज्ड लखनयू के पार्क पर अपने नाम की मोहर नहीं लगाते । यह भी दुर्भाग्य है कि यह आलीशान पार्क समारोह के तीन दिनों के पश्चात ही भैसों के तबेले में तब्दील हो गया।बेशक आप लोगों का प्रेम भैसों से हैं और आलीशान पार्कों के बाहर आपके नाम के शिलापट लगे हैं फिर भी ३०० करोड़ रुपयों की लागत के ये पार्क आपकी सरकार की मिस मैनेजमेंट/मिस गवर्नेंस की कहानी ही सुना रहे हैं । अब दुखद यह है कि चालीस हजार करोड़ की लागत के ये सारे पार्क टैक्स पयेर्स की जेब से बने हैं केन्द्रसे पैसा खसौट कर बने हैं| इसीलिए यह अब राष्ट्रीय धरोहर है जिसकी देखभाल का जिम्मा अब आपकी सरकार के हाथों में हैं ।चूंकि आपने इन पार्कों की मेंटेनेंस घोंट दी है इसीलिए अब ये अपनी दुर्दशा को प्राप्त हो रहे हैं । आपकी भुआ जी की” बसपा” पार्टी के गिनती के विधायकों ने पिछले माह विधान सभा में पार्कों के मुद्दे को उठा कर औपचारिकता निभा दी और आप लोगों ने भी दबंगई से बसपा को ही कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया । भाजपा वालों को इसमें कोई हिन्दुत्त्व का मुद्दा नजर नहीं आ रहा |ये तो बात हुई सियासत की और ये सियासत आप ही जानो आम जनता में शामिल यह नाचीज तो जनता के पैसों से बनाये गए पार्कों की बदहाली को लेकर परेशान हैं। आप लोग पहले पार्कों में पुरानी परिपाटी को ध्वस्त करने के लिए होम गार्ड लगाने की घोषणा जोर शोर से करते हो कुछ समय पश्चात वोह भी दिखाई नहीं देते । फलस्वरूप पार्कों में लगा जनता का पैसा बर्बाद हो रहा है|और मिस गवर्नेंस का रोना रो रहा है |
अखिलेश यादव जी आपने अपनी घोषणा के अनुसार प्रदेश में भुआ मायावती द्वारा बनवाए गए हाथी पार्कों का दाना पानी बंद कर दिया है तभी ४० हजार करोड़ रुपयों से निर्मित ये मूर्ति पार्क मात्र दो सालों में ही बीमार होने लग गए हैं|
यहां यह भी कहना लाजमी है कि जनता से वसूले जा रहे अनाप शनाप टैक्स का दुरूपयोग अगर देखना हो तो उत्तर प्रदेश से बेहतर कोई दूसरा उदाहरण नहीं हो सकता |
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और आपके पिता श्री पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जी ने इलाहाबाद में चुनावी सभा में घोषणा की थी कि अगर समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में सत्ता में आती है तो मायावती सरकार की ओर से बनाये गए पार्कों और स्मारकों में स्कूल और अस्पताल बनाएगी| आप लोग बहुत दयालू हो जन सेवक हो|सहयोगी हो आप ने अपनी भुआ जी की खंडित मूर्ति को रातों रात बदलवा दिया .इसीलिए देर सवेर अपनी घोष्ाणों को पूरा कर ही लोगे लेकिन तब तक कृपया रिपीट कृपया पार्कों के झूलों +बेंचो +फाउंटेन +प्ले एरिया की भी रिपेयरिंग करा दो सुबह सेर करने वालों का ब्लड प्रेशर सुबह सुबह नहीं बढ़ेगा |