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सांसद अंशुल वर्मा को “भजपा” ने छोड़ा तो “सपा” ने लपका

[लखनऊ,यूपी]सांसद अंशुल वर्मा को “भजपा” ने छोड़ा तो “सपा” ने लपका
भारतीय जनता पार्टी के सांसद अंशुल वर्मा ने आज समाजवादी पार्टी को ज्वाइन किया|भाजपा ने श्री वर्मा का टिकट काट दिया है|श्री वर्मा के अनुसार मंदिर में प्रसाद में दारू वितरण का विरोध करने पर उन्हें यह सजा दी गई है|

केंद्रीयमंत्री वीके सिंह के विरुद्ध संसद और अदालत में आज भी बहाई गई गर्म हवाएँ

[नई दिल्ली]सेवानिवृत जनरल वीके सिंह के विरुद्ध बहाई जा रही गर्म हवाएँ अभी थमने का नाम नहीं ले रही हैं |संसद में लगातार विरोध झेल रहे सिंह के खिलाफ दायर प्राथमिकी की याचिका पर अदालत ने भी आदेश सुरक्षित रख लिया है |फौज से राजनीती में आये वीके सिंह द्वारा सार्वजानिक रूप से माफ़ी मांगे जाने और संसद में भी स्पष्टीकरण देने के पश्चात भी मामले को लेकर पहले लोक सबह और अब राज्य सभा को बाधित किया जा रहा है |पहले कांग्रेस और आज सपा बसपा द्वारा शोर शराबा किया गया |इसके साथ ही अदालत द्वारा फैसला सुरक्षित रखे जाने से ऐसे आभास होने लगे हैं के कहीं अदालत पर दबाब बनाने के लिए परशेप्शन तो नहीं गढ़ा जा रहा ?
प्राप्त समाचार के अनुसार दिल्ली की एक अदालत ने केंद्रीय मंत्री वी के सिंह के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज करने की मांग करने वाली याचिका पर फैसला आज सुरक्षित रख लिया। यह याचिका दरअसल फरीदाबाद में दलित परिवार के दो बच्चों को कथित तौर पर जिंदा जला दिए जाने के बाद सिंह की कथित ‘कुत्ते’ वाली टिप्पणी को लेकर लगाई गई है।
मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मुनीश गर्ग ने शिकायतकर्ता वकील सत्यप्रकाश गौतम की दलीलें सुनने के बाद इस मामले पर फैसला सात दिसंबर के लिए सुरक्षित रख लिया । गौतम के अनुसार विदेश राज्य मंत्री ने दलित समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
वकील ने कहा, ‘‘सिंह ने दलित समुदाय के उन नाबालिग बच्चों को ‘कुत्ते’ कहा था।
इसके अलावा राज्यसभा में आज भी केंद्रीय मंत्री वीके सिंह के इसी ब्यान का भारी विरोध करते हुए बसपा+सपा +कांग्रेस सदस्यों ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर भारी हंगामा किया जिससे जिससे सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद दोपहर एक बजे के लिए स्थगित कर दी गयी। इस मुद्दे में आज मोहन भागवत के बयान को भी जोड़ लिया गया है|
हालांकि सरकार की ओर से कहा गया कि सिंह के सफाई देने के बाद यह मुद्दा खत्म हो जाना चाहिए जबकि भागवत के बयान में राममंदिर का संकल्प दोहराया गया है तथा संकल्प करना संविधान के तहत मूलभूत अधिकार है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राममंदिर का निर्माण न्यायालय के निर्णय के तहत ही होगा।’
फाइल फोटो

Cong-Ruled Arunachal Finds Fault In Own UPA’s 2013 Land Law:Relief For NDA

[New Delhi]Cong-Ruled Arunachal Finds Fault In Own UPA’s 2013 Land Law: Relief For NDA
Going against the Congress’ stand, Arunachal Pradesh has described the 2013 Act as “complicated” and which required to be revisited
As the Modi government tries to muster support for its contentious land bill in the Rajya Sabha, some states ruled by opposition parties have kept up suspense over their next move but Congress-ruled Arunachal Pradesh has sprung a surprise, finding fault with the 2013 law passed by the UPA dispensation.
.The Joint Committee of Parliament headed by BJP MP S S Ahluwalia looking into the vexed issue had, after its first meeting on May 29, asked the states to submit their views on the proposed legislation in writing.
The Congress-ruled states have written identical letters to the panel totally opposing the changes being brought in the 2013 land Act, but the party’s government in Arunachal Pradesh said the 2013 law brought by the UPA was “too lengthy” and “complicated” as compared to the 1894 Act.
However, responses sent by over a dozen state governments make it clear that they are not backing the changes in the 2013 law.
While the government has no hope of support from Congress, Left and Trinamool Congress, it has still not given up on parties like SP, BJD, AIADMK, NCP and a few others by bringing in some changes in the draft bill..

कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी ने सौ सांसदों के साथ राष्ट्रपति से “मोदी” सरकार की शिकायत की

[नई दिल्ली] कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी ने आज सौ सांसदों के साथ ,राष्ट्रपति से ,मोदी सरकार की शिकायत की|
प्रमुख विपक्षी दल की नेत्री श्रीमती सोनिया गांधी ने आज अनेकों दलों के लगभग १०० सांसदों के साथ राष्ट्रपति भवन तक पैदल मार्च किया और भूमि अधिग्रहण बिल २०१३ पर लाये जा रहे संशोधनों के खिलाफ राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा |उन्होंने कहा कि एन डी ऐ सरकार द्वारा लाये जा रहे भूमि अधिग्रहण बिल संशोधनों के विरोध में आये हैं जिसे रोकने के लिए उन्होंने राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग भी की| सपा+टी एम सी+सी पी आई+सी पी आई [एम] आदि मार्च में शामिल हुए |बसपा प्रमुख सुश्री मायावती ने यूं पी में कांग्रेस से अलग दिखने के लिए मार्च में कांग्रेस के साथ खड़े होने से इंकार किया है |
इससे पूर्व कांग्रेस अध्यक्षा ने लोक सभा में आंध्र प्रदेश का मुद्दा भी उठाया |

भाजपा+सपा में हिन्दू मुस्लिम बँटें तो”बसपा”को बाबा जी के ठुल्लु से पिंड छुड़ाने को दलित कार्ड खेलना ही है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

बसपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये मीडिया वाले हसाड़ी सोणी बहन मायावती की चुप्पी पर आये दिन वड्डे वड्डे सवाल उठाये जा रहे थे लो अब बहन जी ने मुंह खोल दिया है |भाजपा और सपा की ऐसी की तैसी कर दी है |बहन जी ने माननीय स्वर्गीय कााँशीराम जी को भारत रत्न नहीं देने के लिए लखनऊ में बैठ कर प्रेस के सामने खुल्ल्म खुल्ला दिल्ली की भाजपा सरकार की जम कर खिंचाई कर दी है|ओये सारे अवार्ड्स ब्राह्मणों [मालवीया+वाजपई]को दिए जा रहे हैं |दलित+पिछड़ों के लिए एक अवार्ड भी नही रह गया है क्या ?औए ये मुन्ना अखिलेश की सरकार में दलित और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।बदायूं ही इनसे नहीं सम्भल रहा आये दिन यहां बलात्कार होने लगे हैं |ओये सूबे में धर्मांतरण तो केंद्र +राज्य सरकार की मिलीभगत है| ओये यूंपी में सपाइयों द्वारा सैफई में बैठ कर जनता को ठगा जा रहा है और केन्द्र में भाजपाई पूरे देश में नौटंकी किये जा रहे हैं|

झल्ला

ओ मेरे भोले गुलफाम ये तो आप भी मान रहे हो कि भाजपा और सपा में मिली भगत है और अगर इसे सच भी मान लिया जाये तो फिल्म “पीके” के जरिये सपा ने मुस्लिम और भाजपा ने हिन्दू वोटों पर पकड़ मजबूत कर ली है +आप वालों ने भीअलग से ताल ठोक रखी है |
ऐसे में बसपा और आपकी कांग्रेस के हाथ में तो रह गया बाबा जी का ही ठुल्लु
|इसीलिए झल्लेविचारनुसार दिल्ली के चुनावों से पहले अपना दलित वोट कार्ड खेलना आपलोगों की मजबूरी है

शारदा चिट में काला करने वाले अब सँसद को भी काला करने पर तुले

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है?ओये ये ममता +माया+मुलायम सिंह+नितीश आदि आदिअपने दोनों हाथ धोकर हसाडे पीछे ही पढ़ गए |बंगाली ममता वाले तो कल काली छतरी लेकर संसद में आ गए तो आज काली शाल ही ओढ़ आये |शारदा चिट घोटाले में इनके एक आध काले सांसद क्या पकड़े गए इन्होने तो विदशी काले धन को लेकर पूरी सांसद ही काली करने की ठान ली है|प्रश्न काल की ऐसे की भी तैसी करके रख दी है |ओये इन्होने काले धन पर चर्चा की मांग की थी जब उसे मान लिया गया और हसाडे सोणे वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पूरी प्रोग्रेस भी दे दी तो ये विपक्ष के लोग सदन से भाग खड़े हुए | ओये ऐसे चलते हैं राज पाठ क्या कभी?

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी इन्होने कहीं से सुन लिया होगा के काले कपडे वाले कभी दरवेश हुआ करते थे इसीलिए पहले शारदा चिट में काल धन बनाया और अब काली छतरी और काली शाल के प्रति प्रेम बढ़ा रहे हैं और विदेशों में काला धन जमा करने वाले कालों को बचा रहे हैं इसीलिए झल्लेविचारनुसार तो “काले इनके कपडे +काला इनका वेश +गुनाहों भरे ये फिरें और खुद को कहें दरवेश” अरे भापा जी विदेशों से धन काला आएगा तो मुल्क को भी काला ही करेगा इसीलिए बेशक धन काला है मगर उसे सफ़ेद करके लाओ +जल्द लाओ

अवैध युनिपोलो को हटवाने के लिए छोटे होर्डिंग ठेकेदारों ने यूंपी की समाजवादी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया

hoarding contractor[मेरठ] शहर में कुकुरमुत्तों की तरह लगे अवैध युनिपोलो को हटवाने के लिए नगर निगम के ठेकेदारों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा| डीएम पंकजयादव ने इस पर तत्काल कार्यवाही के आदेश दिए हैं |इससे महापौर द्वारा चलाई जा रही अवैध होर्डिंग के खिलाफ जंग को शक्ति मिली है
गौरतलब है कि नगर में होर्डिंग्स+युनिपोल को लेकर भ्र्ष्टाचार का बोल बाला है इसके लिए नगर आयुक्त अब्दुल समद और सत्तारूढ़ समाजवादी सरकारपर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं| महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने बीते दिनों एक समिति का गठन करवा कर अवैध युनिपोल और होर्डिंग्स को गिरवाने शुरू कराया जिससे कब्जाए गए स्क्रैप से नगर निगम माला मालहोने लग गया |इससे नगर आयुक्त और सपा के चेहते ठेकेदारों को स्वाभाविक नुक्सान हुआ |मामला लखनयू पहुंचा| केबिनेट मिनिस्टर आजम खान और मुलायम सिंह यादव एक शादी में शिरकत करने मेरठआये |उस समय नगर आयुक्त और आजम खान की कुछ बात हुईजिसके पश्चात नगर आयुक्त ने अवैध युनिपोल गिराने के लिए संसाधन जुटाने से इंकार कर दिया और महापौर को सीधे सपा नेताओं से संपर्क करने को कह दिया |यह बात मीडिया में आ गई |जिसे लेकर छोटे विज्ञापन ठेकेदारों ने नगर आयुक्त के खिलाफ डी एम ऑफिस पर धरना प्रदर्शन करके ज्ञापन दियाऔर कार्यवाही नही होने पर आमरण अनशन करने की धमकी तक दे डाली |प्रदर्शन कारी ठेकेदारों ने जो तख्तियां उठा रखी थीं उनपर नगर निगम में व्याप्त भ्र्ष्टाचार को उजागर करने वालीजानकारी लिखी गई थी |
ज्ञापन में बताया गया है कि होर्डिंग्स हटाओं अभियान जो चल रहा था नगर आयुक्त द्वारा उसे रोक दिया गया है |इसे दोबारा शुरू कराया जाये।
,ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वाले मोहम्मद अली शान + पूर्व पार्षद+ होर्डिंग्स ठेकेदार सईद सज्जू+धनपाल गुज्जर आदि ने डीएम को बीओटी के नाम पर हो रहे खेल की भी जानकारी दी है । उन्होने बताया कि सारा खेल यूनिपोल को लेकर है किन्तु उनके खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय निगम अधिकारी छोटे होर्डिंग्स ठेकेदारों के खिलाफ कार्यवाही कर अपने कार्य से इतिश्री कर रहे है। दो बडे होर्डिंग्स ठेकेदारों के खिलाफ भी कार्यवाही करने की मांग की गई है|मोहम्मद अली शान के मुताबिक नगर आयुक्त की मिली भगत से बीओटी[ बिलड ऑपरेटर ट्रांसफर ]से २०० युनिपोल[ 40×10] शहर के डिवाइडरों के बीच लगा दिए गए हैंजिनसे निरंतर जान मॉल का खतरा बना रहता है|

Newly Appointed Defence Minister,Parrikar,Enters R S Unopposed From UP

[Lucknow] Newly Appointed Defence Minister,Parrikar,Enters R S Unopposed From UP ,
Newly Appointed Defence Minister Of India Sh.Manohar Parrikar and nine other are elected unopposed to Rajya Sabha from Uttar Pradesh.Congress Candidate PL Punia of Congress also saves his seat
BSP Scored Two Seats Whereas Ruling SP Pocketed Remaining Seats
[1] Ram Gopal Yadav, state minister—-SP
[2] Azam Khan’s wife Tazeen Fatima,—SP
[3] Neeraj Shekhar, son of former Prime Minister Chandrashekhar,
[4]Ravi Prakash Verma,
[5]Javed Ali Khan and
[6] Chandrapal Singh Yadav were among those elected to the Upper House of Parliament.
[7]PL Punia —Congress
,[8] Raja Ram and
[9]Veer Singh (both BSP).
Rajya Sabha members whose membership is ending are
[a]Akhilesh Das, [b]Avtar Singh Karimpuri,[c] Brijlal Khabari, [d]Brijesh Pathak,[e] Raja Ram, [f]Veer Singh[BSP] [g]Amar Singh [h]Ram Gopal Yadav
[i]Kusum Rai (BJP) and
[j] Mohammad Adeeb (Congress).

सपा ने उठाई सांसद योगी आदित्यनाथ की सदस्यता समाप्त किये जाने की मांग

[लखनऊ]सपा ने उठाई सांसद योगी आदित्यनाथ की सदस्यता समाप्त किये जाने की मांग
समाजवादी पार्टी [सपा]ने भाजपा नेताओं की लोक सभा सदस्यता समाप्त किये जाने की मांग की |
सपा के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि , भाजपा के गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ सहित कई भाजपा नेताओं द्वारा संविधान +कानून का उलंघन्न किया जा रहा है भाजपा नेताओ की ऎसी स्वछँदता कानून के राज की स्थापित मान्यताओं के सर्वथा विपरीत है। निर्वाचन आयोग द्वारा ऐसे मामलों को गम्भीरता से लेने की मांग की गई है
सपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया है कि आचार संहिता के उल्लंघन के बाद केवल नोटिस देने से न तो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हो सकेगें और नहीं विधि की मर्यादा की रक्षा हो सकेगी। यह तो भारतीय संविधान को चुनौती है। चुनाव प्रक्रिया की पवित्रता नष्ट करने का प्रयास है। भाजपा के जनविरोधी दुस्साहसिक कार्यो में लिप्त और राजनीतिक मर्यादाओं का पालन नहीं करनेवालो को भविष्य में चुनाव लड़ने से वंचित करने की भी संवैधानिक व्यवस्था किया जाना स्वस्थ लोकतंत्र के लिए आवश्यक है। समाज में अलगाव पैदा करनेवालो को आजादी का दुरूपयोग नहीं करने दिया जा सकता है।

कांठ में लाठी+गोली+आंसू गैस और पथराव की महारत दिखा कर कप्तान साहब ने आज राजनीतिक पैंतरे दिखाए

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये भाजपाइयों ने तो नाक में दम करके रखा हुआ है|देख तो खुदा खुदा करके मुजफ्फर नगर दंगों की ज्वालाओं को शांत किया ही था कि अब इन निट्ठल्ले भाजपाइयों ने मुरादाबाद के कांठ में शुक्रवार को नाशुक्रा बवाल करा दिया और तो और हसाडे डी एम चंद्रकांत साहब की आँख ही फोड़ दी |भाई जब महा पंचायत पर रोक लगा दी गई तो क्या जरुरत थी इन्हें वहां महापंचायत करने की ?हम बोलेंगे तो बोलोगे की बोलते हैं लेकिन अब तो मुरादाबाद के पोलिस कप्तान धर्मवीर सिंह ने भी प्रेस कांफ्रेंस में साफ कह दिया है कि कांठ बवाल के लिए ये भाजपाई ही जिम्मेदार हैं| कप्तान साहब ने तो यहाँ तक कह दिया है कि ठाकुरद्वारा में होने वाले उपचुनावों में बढ़त कब्जाने के लिए सांसद सर्वेश सिंह ये बवाल करा रहे हैं अब जब पोलिस अपनी लाठियों का प्रयोग कर रही है तो सारा दोष हसाडे मत्थे ही मढ़ा जा रहा है

झल्ला

अरे मेरे चतुर पहलवान जी बिना किसी बवाल के मंदिर से माइक उतरवाने की क्याआफत आ पढ़ी थी| महा पंचायत को हव्वा बना कर उसे रुकवाने की क्या जरुरत थी|झल्लेविचारनुसार थोड़ी सुरक्षा बढ़ा देते और निकल जाने देते महापंचायत का गुबार लेकिन बकौल कप्तान साहब उन्हें मालूम था कि सांसद सर्वेश ये फसाद करवा रहे हैं इसके बावजूद भी लाठी+गोली+आंसू गैस और यहाँ तक कि पथराव में माहिर कप्तान साहब बवाल को होने से नहोी रोक पाये अब आपजी के साथ साथ प्रेस में राजनीतिक ब्यान दिया जा रहा है |नौकरशाहों द्वारा ऐसे राजनितिक बयानबाजी को एक नए युग की शुरुआत कहा जा सकता है और भविष्य में यह खतरनाक साबित हो सकता है|