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संसद में आज कल कांग्रेस और भाजपा में प्रश्नों के माध्यम से एक अजीब सा आतंकवाद चल रहा है

[नई दिल्ली]संसद में आज कल एक अजीब सा आतंकवाद चल रहा है| प्रमुख विपक्षी कांग्रेस और सत्तारूढ़ भाजपा में आये दिन एक दूसरे को डाउन करने या कहें कि एक दूसरे की पोल खोलने के लिए एक दूसरे पर सवाल दागे जा रहे हैं और ग्यारह से बारह बजे का प्रश्न काल का समय बेमानी साबित हो गया है|वैसे तो यह रोजाना का दृश्य है लेकिन सोमवार को विशेष रूप से दोनों प्रमुख पार्टियों ने अपने विरोधियों को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी|इस दौरान नमक मजदूरों से सम्बंधित प्रश्न उठा कर पिछली यूं पी ऐ सरकार के गरीबी हटाओ के नारे की पोल भी खोलने का प्रयास किया गया |
गुजरात के सांसदों ने लोक सभा में नमक मजदूरों की व्यथा को उठाया| सांसदों ने देश में लगभग ४० लाख नमक मजदूरों के लिए आवास सम्बन्धी नीति पर प्रश्न किये |इस पर मंत्री एन एस तोमर ने बताया कि पिछली सरकार के दौरान नमक मजदूरों के लिए ५० हजार रुपयों की लागत के ५ हजार घर बनाने के लिए प्रावधान किया गया था इसमें से ४५ हजार रुपये केंद्र और शेष ५ हजार रुपये राज्य सरकारों द्वारा दिए जाने थे |कुछ राज्य सरकारों दवारा मूल्य वृद्धि को लेकर राशि बढ़ाये जाने की मांग की गई थी जिसे गरीबों की और गरीबों के लिए सरकार ने स्वीकार नहीं किया जिसके फलस्वरूप लगभग २५ करोड़ रुपये की गरीबों के लिए यह आवासीय योजना परवान नहीं चढ़ सकी और यह प्रोजेक्ट बंद पड़ा है| एक अन्य सभासद ने कहा कि नमक गुजरात में पकाया जाता है लेकिन इनके मंत्रालय के कमिशनर की कचहरी राजस्थान में है क्या उसे गुजरात में ट्रांसफर करने का कोई प्रस्ताव सरकार के विचाराधीन हों तो मंत्री का उत्तर ही नकारात्मक रहा |
राज्य सभा में कांग्रेस के सत्यव्रत चतुर्वेदी ने हिंदी पर प्रश्न पूछ कर केंद्र सरकार को घेरने का प्रयास किया जिसे गृह मंत्री राज नाथ सिंह ने बढ़ी चतुराई से विफल कर दिया|हिंदी के विकास सम्बन्धी प्रश्न के उत्तर में गृह मंत्री ने बताय कि केंद्र सरकार देश के सभी भाषाओं की समृद्धि को वचन बद्ध है|गौरतलब है कि सरकार के गठन होने के कुछ दिन में ही हिंदी को लेकर बवाल खड़ा हो गया था उसकी पुनरावृति टाल दी गई| राज्य सभा में गृह मंत्री पर अनेकों प्रश्नों की बौछार की गई और गृह मंत्री ने भी धैर्य से उन सभी प्रश्नों का उत्तर दिया यहाँ तक कि भूखे रहने का दावा करने वाले वाम पंथी सीता राम येचुरी डिनर के लिए अनुग्रह करते रहे

सपा ने डिम्पल यादव की लोकसभा में उठाई गई आवाज को शक्ति देने को फिर आंकड़े जारी किये

समाज वादी पार्टी ने आज अपनी सांसद श्रीमती डिम्पल यादव द्वारा लोक सभा में उठाई गई आवाज को शक्ति प्रदान की और प्रदेश में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए किये जा रहे प्रयासों का ब्यौरा एक बार फिर जारी किया और दावा किया कि ऐसी सेवाएं अन्य प्रदेशों में उपलब्ध नहीं हैं।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि लोकसभा में समाजवादी पार्टी की एक सशक्त आवाज के रूप में श्रीमती डिम्पल यादव ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। अपने पहले भाषण में उन्होने महिलाओं के खिलाफ अत्याचार पर आवाज उठाई और साथ में उत्तर प्रदेश को लेकर सत्तापक्ष तथा कुछ अन्य दलों द्वारा किए जा रहे दुष्प्रचार का भी करारा जवाब दिया। महिलाओं के संबंध में उनकी चिन्ता पर भाजपा की महिला सॉसदों ने जिस तरह आपत्तियां की उससे स्पश्ट हो गया है कि सत्तापक्ष इस मामले में कितना असंवेदनशील है और महिलाओं के प्रति उसका कितना गैर गम्भीर दृष्टिकोण है।
संसद में उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराधों का हौआ खड़ा कर कुछ सत्ताधारी नेता समाजवादी सरकार को बदनाम करने में लगे हैं। श्रीमती डिम्पल यादव ने उनको चुनौती दी और दावा किया कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं तथा बच्चों के खिलाफ उत्तर प्रदेश में महिलाओं की शिकायत की सुनवाई के लिए
[१] 1090 वूमेन पावर लाइन,
[२]प्रसूति अवस्था में महिलाओं को अस्पताल और अस्पताल से घर पहुॅचाने के लिए 102 नं एम्बूलेंस सेवा तथा
[३] सभी घायलों को अस्पताल पहुॅचाने के लिए 108 नं0 समाजवादी एम्बूलेंस सेवा चल रही है।
प्रदेश ही नहीं देश की महिलाओं को भी इससे ताकत हासिल होगी।
पार्टी प्रवक्ता ने बताया कि श्रीमती डिम्पल ने महिलाओं के प्रति चिन्ता जताकर वस्तुतः समाजवादी आंदोलन और इसके महानायक डा0 राम मनोहर लोहिया के सिद्धातों का ही अनुपालन किया है। डा0 लोहिया ने अपनी सप्तक्रांति की अवधारणा में नर-नारी समानता पर विशेष बल दिया था। श्री मुलायम सिंह यादव ने महिलाओं को हमेशा सम्मान दिया है। उन्होने पिछड़ी और अल्पसख्यक वर्ग की महिलाओं को महिला आरक्षण में 33 % स्थान देने की भी वकालत की है। कन्या विद्याधन योजना भी उन्हीं की देन है।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने समाजवादी सरकार में महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। सरकार और संगठन में उनको भागीदारी दी है। जहां कहीं महिला उत्पीड़न हुआ मुख्यमंत्री जी ने पीड़िताओं की मदद करने के साथ दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने में हीलाहवाली करनेवाले अधिकारियों को भी दंडित किया है। प्रदेश में महिला सुरक्षा के ये उपाय विपक्ष के लोगों को दिखाई नहीं देते हैं क्योंकि वे सबं महिला विरोधी मानसिकता के शिकार हैं। सपा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की महिला सॉसदों का श्रीमती डिम्पल के भाषण के बीच व्यवधान उत्पन्न करना लोकतांत्रिक मर्यादाओं की अवहेलना है।
[फाइल फोटो]

राहुल गांधी ने दिखा दिया कि लोक सभा में सोते नहीं और दो साल की छुट्टी पर भी नही जा रहे

राहुल गांधी ने आज अपने साथी सांसदों के साथ वेल में नारे लगा कर यह साबित करने का प्रयास किया कि वोह संसद में चर्चा के दौरान नही सोते और नही दो साल के अवकाश पर जाने का उनका कोई इरादा ही है |इसके अलावा भाजपा के गांधी वरुण से भी किसी तरह से १९ नहीं हैं| गौरतलब है कि गांधी परिवार की कांग्रेस की पार्टी में ही आलोचना शुरू हो गई है |नटवर सिंह की किताब ने इस विद्रोह की चिंगारी को हवा दी है|पार्टी के अपने ही कद्दावर नेता शीर्ष न्रेतत्व को दो साल के अवकाश पर जाने की सलाह देने लगे है|अवतार सिंह भड़ाना जैसे सांसद पार्टी छोड़ कर जा रहे हैं |यहाँ तक कि उनकी बहन प्रियंका और उनके अपने छोटे कजिन वरुण गांधी को अधिक महत्व दिया जाने लगा है|बीते दिन चर्चा की मांग को लेकर अधिक महत्व नहीं मिलने से विचलित लोक सभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे अपने सांसदों के साथ वाक आउट कर गए |नेशनल हेराल्ड केस में आज तारिख लगी हुई थी |शायद इसीलिए लोक सभा में अक्सर एब्सेंट रहने या अंतिम पंक्तियों में चुप रहने वाले कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज उग्र रूप धारण कर लिया और देश में बढ़ रहे सांप्रदायिक तनाव पर सदन में चर्चा की मांग को लेकर लोकसभा में अध्यक्ष के आसन के समीप[वेल] आकर नारेबाजी करने लगे |
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी सरकार संसद में चर्चा नहीं कराने दे रही है और केवल एक व्यक्ति[मोदी] की बात ही सुनी जा रही है।श्री गांधी आज बुधवार को संभवत: पहली बार लोकसभा के वेल में उग्र प्रदर्शन करते नजर आए।
सांप्रदायिक हिंसा के मसले पर चर्चा की मांग रहे कांग्रेस के सांसदों के साथ राहुल गांधी भी नारेबाजी करते नजर आए।
यूपी और देश के दूसरे हिस्‍सों में हो रहे सांप्रदायिक तनाव के मामलों पर चर्चा के लिए सदन की कार्यवाही रद्द करने की मांग कीगई है
सदन से बाहर निकलकर श्री गांधी ने मीडिया से कहा, “हम बहस की मांग कर रहे थे। इस सरकार को किसी तरह की बहस स्वीकार्य नहीं है। देश में केवल एक आदमी की सुनी जा रही है।उन्होंने स्‍पीकर पर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का भी आरोप लगाया।इसके उत्तर में स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सदन से बाहर पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसी एक व्यक्ति की टिपण्णी पर उनका जवाब देना उचित नहीं है जहां तक संसद की कार्यवाही का सवाल है उसमे किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जा रहा सभी को बोलने के लिए समय दिया जा रहा है|मीडिया स्वयं भी सदन की कार्यवाही देख कर इसकी पुष्ठी कर सकता है| भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और अरुणजेटली ने भी राहुल गांधी के संसद में आज के आचरण की आलोचना की है|खैर इसका परिणाम कुछ भी निकले मगर राहुल गांधी ने यह दिखा दिया कि वोह ना तो लोक सभा में सोते हैं और नाही उनका इरादा दो साल कि छुट्टी पर जाने का ही है|

संसद में सीसैट को अब हिंदी बनाम अंग्रेजी बनाने में जुटी कांग्रेस

राज्य सभा में जिन दो मुद्दों को लेकर प्रश्नकाल चलने नहीं दिया जा रहा था सरकार ने आज उन दोनों मुद्दों के हल की घोषणा की इसके बावजूद कांग्रेस ने लोक सभा से वाक आउट किया| सीसैट विवाद पर बीते कई दिनों से राज्य सभा और लोक सभा में कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियां हंगामा करती आ रही थी आज ऐ आई ऐ डी एम के सभासदों ने जयललिता पर श्रीलंका में छपे एक लेख को लेकर प्रश्न काल ठप्प कर दिया|इन दोनों मुद्दो को गंभीरता से लेते हुए एन डी ऐ सरकार ने जवाब दिए और मुद्दों को सुलझाने का प्रयास किया |
[१]सीसैट विवाद पर केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जीतेन्द्र सिंह सरकार ने सदन में घोषणा की कि सीसैट परीक्षा में अंग्रेजी के अंक मेरिट और ग्रेडिंग में नहीं जुड़ेंगे लेकिन इस प्रणाली को हटाने पर सहमति नहीं बन पाई हैइसके अलावा छात्रों को एक और अतिरिक्त अवसर देने पर सरकार राजी हुई है| राजयसभा में इसके विरोध में कांग्रेस ने दक्षिण भाषाओं से भेदभाव बताया और मुद्दे को अंग्रेजी बनाम हिंदी का रंग देने का प्रयास किया गया |
[२] श्रीलंका में तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लिखे गए अपमानजनक लेख की पुरजोर तरीके से संसद में निंदा की गई विदेश मामलों कि मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने कहा कि मुद्दे पर श्रीलंका हाईकमिश्नर और वेबसाइट को सम्मन भेजा जाएगा
इस मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा में सोमवार को जबरदस्त हंगामा हुआ। एआईएडीअमके के सदस्यों ने इस मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया और खड़े होकर नारेबाजी की उल्लेखनीय है कि श्रीलंका इस मुद्दे पर पहले ही बिना शर्त माफी मांग चूका है |

मांगने से ही अगर सत्ता मिलजाती तो कौन मांगता ओहदाए नेता विपक्ष

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये कांग्रेसी तो यारा पूरे बेशर्म ही हैं देख तो १६ वी लोक सभा का चुनाव बुरी तरह से हारने के बावजूद अबनंगे पर उतर आये हैं |४४ सांसदों के बल पर लोक सभा में नेता विपक्ष का रूतबा मांग रहे हैं और इसके लिए लगातार राज्य सभा को किसी ना किसी पंगे में डाल कर दबाब बनाने की कोशिश कर रहे हैं |ओये अब तू ही बता जब अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी साहब ने कह कह दिया है कि नेता विपक्ष के लिए ५५ सीटों का होना लाजमी है और कांग्रेस के पास ओनली ४४ सीटें ही हैं ऐसे में इन्हें नेता विपक्ष कैसे मान लें?

झल्ला

वाकई सेठ जी सत्ता का ही सारा खेल है अब देखो ना सत्ता से बाहर क्या हुए कांग्रेसियों ने अपनी राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी को ही संसदीय बोर्ड की मीटिंग कैंसिल होने की सूचना नही दी बेचारी को कल बेरंग ही राष्ट्रपति से मिलने जाना पड़ा |झल्ले विचारानुसार मांगने से ही अगर सत्ता मिलजाती तो कौन मांगता ओहदाए नेता विपक्ष

सर्वोच्च सेवा को आतुर प्रतियोगी अगर थोड़ा ज्ञान दूसरी भाषाओं का भी ले ले तो क्या भैंस बिदक जाएगी?

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये यूपीएससी वाले सरकार के साथ मिल कर सिविल सर्विसेज एप्टिट्यूड टेस्ट [सीसैट] के नाम पर हिंदी भाषी छात्रों के साथ क्या जुल्म ढा रहे हैं ? २४ अगस्त को होने वाली परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र बाँट दिए गए अब जब छात्रों का विरोध सड़क से संसद तक पहुँच गया है| राज्य सभा और लोक सभा चल नहीं रही|ऐसे में ये मोदी सरकार एक सप्ताह का समय मांग कर इस महत्वपूर्ण+उग्र +जायज+ मांग को लटकाना चाह रही है|ओये अब तो हसाडे नाल जे डी[यूं]+बसपा+सपा भी आ गई हैं ओये अब तो सरकार को घुटनों पर आना ही पढ़ेगा

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण ये सब आपकी सरकार का किया कराया है बस इतना ले जांण |पहले राज्य सभा में मंत्री को बारह बजे तक का समय नहीं दिया फिर अब इस सरकार को एक सप्ताह का समय नहीं देकर आप लोग जो सड़क से संसद तक हंगामा कर रहे हो उसके पीछे की मंशा नजर आने लग गई है|
राज्य सभा को रोजाना किसी न किसी मसले पर बाधित करने से देश का विकास भी बाधित होता है ये आप लोग ही कहते रहते थे |अब अज्ञानता के समर्थन में उसी गलत काम को कर रहे हो|
हमने बचपन में प्रार्थना सुनी थी कि हे प्रभु हमें अंधकार से प्रकाश+अज्ञानता से ज्ञान की तरफ ले चल लेकिन अब पचपन में देखने को मिल रहा है कि आप लोग ज्ञान को छोड़ अज्ञानता के लिए संघर्ष कर रहे हैं|
ओ भापे ठीक है छेत्रिय भाषाओं का सम्मान जरूर किया जाना चाहिए लेकिन जरा सोचो देश की सर्वोच्च सेवा के लिए इच्छुक अगर थोड़ा बहुत ज्ञान दूसरी भाषाओं का भी ले लेगा तो आपकी कौन सी भैंस बिदक जाएगी |अरे साउथ वालों ने भी अब अपनी छेत्रिय भाषा और इंग्लिश के आलावा हिंदी में भी महारत हासिल करनी शुरू कर दी है |चीन वाले तो पहले से ही हिंदी सीखने में लगे हैं

भारत सरकार ने स्वीकारा ,अमेरिका की “पेशेवर” वीजा नीति भारत सापेक्ष नहीं हैं

केंद्र सरकार ने आज यह स्वीकार किया कि बेशक वीजा नीति तथा प्रक्रियाएं मेजबान देश के विशेष अधिकार हैं लेकिन अमरीकी पेशेवर वीजा सम्बन्धी अमरीकी नीतियां भारत सापेक्ष नहीं हैं। इसीलिए व्‍यवसायियों +व्‍यापारी वर्ग को कठिनाई आती है |इस विषय में समय समय पर उचित माध्यम द्वारा मुद्दे को उठाया जाता है |
विदेश राज्‍य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्‍त) वी.के.सिंह ने लोकसभा में एक प्रश्‍न के लिखित उत्‍तर में बताया कि अमरीकी वीजा प्राप्‍त करने में भारतीय व्‍यवसायियों के सामने आने वाली प्रक्रिया संबंधी कठिनाइयों तथा वीजा शुल्‍क में वृद्धि जैसी समस्‍याओं की जानकारी है। सरकार यह भी स्‍वीकार करती है कि वीजा नीति तथा प्रक्रियाएं मेजबान देश के विशेष अधिकार हैं तथा वीजा से संबंधित अमरीकी नीतियां भारत सापेक्ष नहीं हैं।
फिर भी व्‍यवसायियों +व्‍यापारी यात्रियों की सीमापार आवाजाही की सुविधा का व्‍यापारिक पहलु भी है। इसलिए सरकार भारतीय कंपनियों द्वारा अपने व्‍यवसायियों के लिए उपयुक्‍त वीजा प्राप्‍त करने में आने वाली कठिनाइयों के संबंध में भारत सरकार की चिंताओं को उठाने के लिए व्‍यापार से संबंधित बैठकों सहित अन्‍य बैठकों के दौरान भी प्रत्‍येक अवसर का उपयोग करती है।
श्री सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा अमरीकी अधिकारियों के साथ विभिन्‍न बैठकों में उठाई गई चिंताओं के जवाब में अमरीकी अधिकारियों ने यह उल्‍लेख किया है कि
वित्‍तीय वर्ष 2011 तथा 2012 में भारत अमरीकी एच 1बी वीजा का सबसे बड़ा प्राप्तकर्ता है।
वित्‍तीय वर्ष 2012 में विश्‍व स्‍तर पर अमरीकी सरकार द्वारा अनुमोदित कुल एच 1बी याचिकाओं में से लगभग 64 % उन आवेदकों से संबंधित थीं, जिनका जन्‍म स्‍थान भारत था।
यह वित्‍तीय वर्ष 2011 की अपेक्षा लगभग 58 %की वृद्धि दर्शाता है।
निरपेक्ष रूप से वित्‍तीय वर्ष 2011 में पूरे विश्‍व में 269563 एच 1बी याचिकाएं अनुमोदित की गई थीं
जिनमें से 156317 भारत से थीं।
वित्‍तीय वर्ष 2012 में अनुमोदित 262569 एच 1बी याचिकाओं में से
168367 भारत से थीं।
चूंकि व्‍यवसायियों के लिए वीजा प्राप्‍त करने की प्रक्रिया के संबंध में भारतीय फर्मों में काफी चिंताएं हैं, इसलिए भारत सरकार अमरीकी पक्ष के समक्ष इन चिंताओं को प्रदर्शित करती रहती है।

सोणा मनमोहना सिंह “पूर्व”भी है इसीलिए काटजू की काट के लिए अपने चुप्पी कानून का “ज्यादा” पालन करेंगे

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपा चीयर लीडर

ओये झल्लेया देख तो डॉ मन मोहन सिंह की सरकार क्या चली गई उन्होंने तो पार्लियामेंट में अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर जवाब तक देने बंद कर दिए|ओये डॉ मन मोहन सिंह की सरकार ने रिटायरमेंट के बाद जिस जस्टिस मार्कण्डेय काटजू को प्रेस कौंसिल आफ इंडिया का चेयरमेन बनाया वोही अब डॉ मन मोहन सिंह पर आरोप लगा रहा है कि पूर्व प्रधान मंत्री ने २००५ में अपनी सरकार को डी एम के से बचने के लिए मद्रास के दागी जज[अशोक कुमार] को प्रोमोट किया था| ओये इसके बावजूद ये कांग्रेसी किस मुह से लोक सभा में नेता विपक्ष के ओहदा के लिए कटोरा उठाये फिर रहे हैं|हसाडे संसदीय कार्यमंत्री वेंकैय्या नायडू ने भी इनकी चुप्पी पर सवाल खड़ा कर दिया है

झल्ला

ओ मेरे भुलक्कड़ सेठ जी सत्ता पाते ही आप दो महीने में ही भूल गए कि डॉ मन मोहन सिंह ने प्रधान मंत्री रहते हुए भी अपनी जुबान कभी नहीं खोली थी अब तो “पूर्व” प्रधान मंत्री के पद पर प्रोमोट हो गए हैं [क्योंकि इसमें “पूर्व” ज्यादा लगा हुआ है ]इसीलिए वोह अब अपने चुप्पी के कानून का पालन ज्यादा करेंगे |ऐसे में उनसे बोलने की उम्मीद करना तो नाउम्मीदी को ही दावत देना है

बेटी बचाने और बेटी पढ़ाने के लिए आम बजट में १०० करोड़ रूपए

बेटी बचाने और बेटी पढ़ाने के लिए आम बजट में १०० करोड़ रूपए
“बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ” अभियान के लिए केंद्र सरकार ने इस बजट में १०० करोड़ रुपयों का प्रावधान किया है
महि‍ला एवं बाल वि‍कास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने आज लोक सभा में एक लि‍खि‍त उत्‍तर में बताया कि‍ भारत के महा महिम राष्ट्रपति ने जून, 2014 में संसद के संयुक्‍त सत्र के दौरान अपने अभिभाषण में बालिका शिशु को बचाने और उसकी शिक्षा की व्‍यवस्‍था के लिए एक जन अभियान चलाने के बारे में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के संबंध में सरकार की प्रतिबद्धता की बात कही थी। इसके लिए बजट 2014-15 में 100 करोड़ रुपये उपलब्‍ध कराए गए हैं।

मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा में महंगाई+बेरोजगारी+किसान समस्या+काले धन पर केंद्र सरकार को घेरा

समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव आज लोक सभा में बजट पर चर्चा के दौरान केंद्र सरकार पर जम कर बरसे | एक कुशल राजनीतिक की भांति उन्होंने चर्चा करते हुए कांग्रेस से भी समान दूरी बनाने का प्रयास किया| और यूं पी में अपनी पार्टी की सरकार की उपलब्धियां भी बता डाली
अपने राजनीतिक दाँव से उन्होंने सरकार को चेतावनी और सलाह भी दी |सरकार के बजट की आलोचना के साथ सहयोग की भी पेशकश की |
मुलायम सिंह यादव ने एन डी ऐ सरकार के पहले आम बजट को देशवासियों के लिए बुरे दिनों की शुरूआत बताया | इस वाक्य से हुए उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत की और समाप्ति भी इसी वाक्य से ही हुई|इस दौरान सपा प्रमुख ने यूं पी में अपनी सरकार की उपलब्धियों की भी झड़ी लगा दी|
उन्होंने महंगाई+बेरोजगारी+किसान समस्या+ काले धन पर सरकार को जम कर घेरा|
उन्होंने कहा के इन मुद्दों के बल पर ही भाजपा सत्ता में आई है और अब चुप्पी साधकर सरकार ने साबित कर दिया है कि वह जनता को ठग कर सत्ता में आई है।
[१] वयोवृद्ध नेता मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा में बजट पर चर्चा को बढ़ाते हुए कहा कि बजट में महंगाई घटाने के बारे में कुछ नहीं कहा गया है जबकि जनता महंगाई से त्राहि-त्राहि कर रही है प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान बार बार कहा था कि शपथ लेते ही 25 % महंगाई कम कर देगें लेकिन महंगाई अभी तक कम नहीं हुई है उलटे और बढ़ गई है|
[२] नौजवानों को रोजगार देने का आश्वासन दिया गया था लेकिन आज तक यह नहीं बताया कि कैसे और कितने लोगों को और कब तक रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि बजट में किसान +नौजवान के लिए कुछ भी नहीं है।श्री यादव ने कहा कि देश में ६ करोड़ बेरोजगार पंजीकृत हैं छह करोड़ पंजीकरण प्रक्रिया में हैं और इतने ही गावों में हैं | देश में इन 18 करोड़ गरीब बेरोजगारों को रोजगार दिलाना जरूरी है। इसी से हिन्दुस्तान मजबूत हो जाएगा।मुलायम सिंह यादव ने अपनी व्यथा भी व्यक्त की उन्होंने कहा की पहले देश का युवा सपा के साथ था लेकिन एक झटके में सारे भाजपा के साथ हो गए सरकार बताए कि स्थायी अस्थायी कितनी नौकरी सृजित होगीं।उन्होंने इस विषय को लेकर तंज भी किया |उन्होंने कहा के सरकार ने दावा किया है के एयरपोर्ट्स और स्मार्ट शहरों के निर्माण से रोजगार के अवसर मिलेंगे लेकिन यह कहीं नहीं बताया के कितने लोगों को रोजगार मिलेगा| यदि कोई उपाय हो तो सपा भी सहयोग करेगी |
[३]यादव ने काले धन के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि विदेश से कला धन निकालना तो फ़िलहाल असंभव है लेकिन सरकार बताए कि वह देश में काले धन को निकालने के लिए क्या कर रही है। बड़े उद्योग समूहों के छापे क्यों नहीं मारे? उन्होंने कहा कि काला धन अर्थव्यवस्था में आ जाए तो बाहरी कर्ज या निवेश की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मुलायम सिंह यादव ने आरोप लगाया के काला धन निकालने के लिए कुछ छोटे लोगों के यहाँ छापे मारे गए हैं लेकिन बड़ों को छेड़ा नहीं गया है इसके लिए उन्होंने सीधे सीधे मोदी पर निशाना लगाते हुए कहा के एशिया के छह बड़े उद्योग पति गुजरात से हैं इसीलिए उनके यहाँ कोई छापा मारी नहीं हुई |
[४] स्मार्ट शहर परियोजना को लेकर सवाल किया कि स्मार्ट गांव क्यों नहीं बनाएंगे।उन्होंने कहा के सरकार किसानों को स्किल सिखाने की बात करती है तो क्या किसानी /कृषि को समाप्त करना चाहती है |उन्होंने आरोप लगाया के ७ हजार करोड़ रुपये अमीर व्यवसाईयों की झोली में डाल दिए गए हैं|
उन्होंने रक्षा क्षेत्र में एफ.डी.आई. को देश के लिए खतरनाक बताया। उन्होंने कहा कि तीनों सेनाओं की तैयारियों के लिए पर्याप्त धन दिया जाए। उन्होंने गंगा की सफाई और देश के विकास के लिए सभी राज्य सरकारों एवं सभी राजनीतिक दलों का सहयोग लेने और मिलकर काम करने का सुझाव दिया।मुलायम सिंह यादव ने कांग्रेस को भी सडकों पर उतरने की सलाह दे डाली उन्होंने कहा के कांग्रेस ने बहुत चिकनी चुपड़ी लम्बे समय तक खा ली है अब इन्हे भी जनसमस्याओं के लिए सडकों पर आंदोलन करना चाहिए |अपने भाषण में सपा प्रमुख ने उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार के गुणगान भी किये और वहां चल रही निशुल्क शिक्षा+इलाज+खेती का उल्लेख भी किया |
फाइल फोटो